जो छात्र अक्सर बतौर बैंकर, अकाउंटेंट, जैसे क्षेत्रों में अपना करियर बनाने में रुचि रखते हैं, और कॉरपोरेट जॉब करने की इच्छा रखते हैं वे विद्यार्थी दसवीं क्लास पास करने के पश्चात कॉमर्स सब्जेक्ट को लेते हैं।
यह सब्जेक्ट ऐसे विद्यार्थियों के लिए काफी मुश्किल होता है जिन्हें गणित की अच्छी समझ नहीं है। हालांकि जो लोग फाइनेंस की फील्ड में जाना चाहते हैं और जो थोड़ा बहुत गणित/अर्थशास्त्र समझ लेते हैं वह कॉमर्स के सब्जेक्ट को लेते हैं। अगर आप भी दसवीं क्लास पास करने के पश्चात कॉमर्स का सब्जेक्ट लेना चाहते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि 11वीं कॉमर्स में कौन से सब्जेक्ट होते हैं।
ग्यारहवीं कॉमर्स में कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
ग्यारहवीं कॉमर्स में आपको कुछ मुख्य सब्जेक्ट प्राप्त होते हैं, साथ ही कुछ वैकल्पिक सब्जेक्ट भी प्राप्त होते हैं। आप अपनी इच्छा के अनुसार ऑप्शनल सब्जेक्ट का सिलेक्शन कर सकते हैं। कॉमर्स से पढ़ाई करने का सबसे बड़ा बेनिफिट यह है कि आप आगे चलकर के आसानी से बैंकिंग की फील्ड में नौकरी पाने का प्रयास कर सकते हैं। यही नहीं आप गवर्नमेंट नौकरी पाने के लिए भी एलिजिबल हो जाते हैं। इसके अलावा कॉमर्स पास आउट विद्यार्थियों की डिमांड हर जगह बनी रहती है। ऐसे में आपको नौकरी के लिए यहां-वहां भटकना नहीं पड़ता है।
एकाउंटेंसी
ग्यारहवीं कॉमर्स में यह बहुत ही जरूरी सब्जेक्ट माना जाता है। यह विद्यार्थियों को इस बात को समझने में सहायता करता है कि एकाउंटिंग का काम कैसे होता है। इस सब्जेक्ट में विद्यार्थियों को फाइनेंशियल अकाउंटिंग, अकाउंटिंग प्रोसेस, फाइनेंसियल स्टेटमेंट एंड एनालिसिस, कंप्यूटर इन अकाउंटिंग, अकाउंटिंग फॉर पार्टनरशिप, non-profit ऑर्गेनाइजेशन, कंपनी एंड फॉर्म संबंधित बातें पढ़ने को मिलती है। इसके अलावा विद्यार्थियों को एकाउंटेंसी के कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक भी पढ़ने को मिलते हैं।
अर्थशास्त्र
- अर्थशास्त्र को इकोनॉमिक्स कहा जाता है।
- यह काफी बड़ा विषय माना जाता है। क्योंकि इसका सीधा संबंध भारतीय अर्थव्यवस्था से है। इकोनॉमिक्स के सब्जेक्ट में विद्यार्थियों को मुख्य तौर पर अलग-अलग मार्केट की स्टडी करवाई जाती है।
- इस सब्जेक्ट में विद्यार्थियों को अर्थव्यवस्था की पढ़ाई करवाई जाती है और उन्हें इस सब्जेक्ट को पढ़कर यह जानकारी प्राप्त होती है कि कैसे मार्केट में खरीददार और विक्रेता अपने संसाधनों का इस्तेमाल करते हैं और आगे बढ़ते हैं।
- इसके अलावा विश्व की अर्थव्यवस्था किस प्रकार से कार्य करती है, लोगों की जेब पर मार्केट का किस प्रकार का प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा विद्यार्थियों को मुद्रास्फीति, जीडीपी और बेरोजगारी जैसे सब्जेक्ट भी इसमें पढ़ने को मिलते हैं।
अंग्रेजी
यह एक ऐसा सब्जेक्ट है, जो हर stream में कंपलसरी माना जाता है फिर चाहे वह साइंस का stream हो या फिर कॉमर्स का। अंग्रेजी एक ग्लोबल लैंग्वेज है। इसलिए इसे स्कूलों में भी पढ़ाया जाता है साथ ही कॉलेज में भी पढ़ाया जाता है। ग्यारहवीं कॉमर्स में अंग्रेजी के सब्जेक्ट में विद्यार्थियों को अंग्रेजी राइटिंग, स्पीकिंग जैसे कौशल सिखाए जाते हैं। इसके अलावा कंप्रीहेंशन भी सिखाया जाता है।
बिजनेस स्टडी
बिजनेस स्टडी में विद्यार्थियों को बताया जाता है कि कैसे अलग अलग प्रकार के बिजनेस काम करते हैं, कैसे जोखिम बिजनेस एनवायरमेंट को प्रभावित करते हैं। इसमें बिजनेस को हैंडल करने के गुण भी सिखाए जाते हैं, साथ ही विद्यार्थियों को बिजनेस स्टडी में इंटरनल ट्रेड, इमर्जिंग मोड ऑफ बिजनेस, प्रिंसिपल एंड फंक्शन ऑफ़ मैनेजमेंट, इवोल्यूशन एंड फंडामेंटल ऑफ बिजनेस, बिजनेस फाइनेंस एंड मार्केटिंग, ई-कॉमर्स जैसी चीजें भी पढ़ाई जाती है।
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ऑप्शनल सब्जेक्ट
ऊपर हमने आपको ग्यारहवीं कॉमर्स के मुख्य सब्जेक्ट के बारे में जानकारी दी। नीचे हमने आपको उन सभी सब्जेक्ट की लिस्ट दी है, जो ऑप्शनल सब्जेक्ट में आते हैं।
- गणित |
- सूचना विज्ञान अभ्यास |
- कंप्यूटर विज्ञान |
- गृह विज्ञान |
- शारीरिक शिक्षा |
- मनोविज्ञान |
- ललित कला |
- भाषा अध्ययन |
कॉमर्स में क्या पढ़ना होता है?
11वीं क्लास में कॉमर्स लेने के पश्चात आपको बिजनेस/अकाउंटेंट से संबंधित सब्जेक्ट की स्टडी करनी होती है, जिसमें मुख्य तौर पर इकोनॉमिक्स, अकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडी और अंग्रेजी जैसे सब्जेक्ट शामिल होते हैं। इसके साथ ही साथ कुछ ऑप्शनल सब्जेक्ट जैसे कि गणित और शारीरिक शिक्षा, सूचना विज्ञान अभ्यास भी होता है।
ग्यारहवीं क्लास को कॉमर्स से पास करने के पश्चात 12वीं क्लास में भी आपको कॉमर्स लेना होता है। उसके पश्चात आप कॉलेज में कॉमर्स से संबंधित कोर्स में एडमिशन लेने का प्रयास कर सकते हैं। नीचे हमने कुछ ऐसे कोर्स के नाम दिए हैं जो बेस्ट कॉमर्स सब्जेक्ट माने जाते हैं।
- चार्टर्ड अकाउंटेंट |
- बैचलर ऑफ कॉमर्स |
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन |
- बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन |
- बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज |
- कंपनी सेक्रेट्री |
कॉमर्स के बाद नौकरी कहां मिलेगी?
कॉमर्स के पश्चात आप नौकरी प्राप्त करने के लिए निम्न फील्ड में प्रयास कर सकते हैं।
- चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए)
- मार्केटिंग मैनेजर |
- इन्वेस्टमेंट बैंकर |
- मानव संसाधन प्रबंधक |
- चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट |
- सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट (सीपीए)
- कॉस्ट एकाउंटेंट |
- बिजनेस एकाउंटेंट और कराधान |
- रिटेल मैनेजर |
- कंपनी सेक्रेटरी |
- निजी वित्तीय सलाहकार |
- शोध विश्लेषक |
- उद्यमी |
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)
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