भारत जैसे लोकतांत्रिक देश (Democratic Country) में हर व्यक्ति के पास चुनाव लड़ कर के सांसद [MP] बनने का अधिकार है और लोग सांसद इसलिए भी बनना चाहते हैं क्योंकि सांसद बन जाने के पश्चात उन्हें गवर्नमेंट के द्वारा कई सुविधाएं प्राप्त होती है, साथ ही उन्हें महीने में अच्छी तनख्वाह (सैलरी) भी प्राप्त होती है। सांसद का मुख्य काम होता है सांसद बन करके अपने इलाके का विकास करना और अपने इलाके की जनता की सेवा करना।
हालांकि सांसद बनने के पश्चात व्यक्ति जनता की सेवा भी करते हैं और अपने इलाके का विकास भी करते थे। इसके अलावा सांसद बनने के पश्चात वह अच्छी सैलरी के हकदार भी होते हैं। नीचे आपको “सांसद की सैलरी कितनी होती है” अथवा “सांसद को कितनी तनख्वाह मिलती है” इसके बारे में बताया जा रहा है।
सांसद निधि (MPLAD) योजना क्या है
सांसद को कितनी सैलरी मिलती है?
किसी भी एक जिले में कई विधायक हो सकते हैं। ठीक वैसे ही सांसद भी एक जिले में एक से ज्यादा हो सकते है जो किसी भी पार्टी से हो सकता है। इंडिया के हर राज्य में हर जिले से सांसद का चुनाव होता है, जो संसद में अपने जिले या अपने इलाके (संसदीय क्षेत्र) का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस प्रकार भारत के सारे राज्यों के सांसद की सैलरी उनके इलाके के हिसाब से अलग-अलग होती है। इसलिए अगर आपको सांसद की सही सैलरी के बारे में इंफॉर्मेशन चाहिए तो आपको राज्य के हिसाब से ही सांसदों की सैलरी के बारे में जानना चाहिए।
सांसदों की सभी सैलरी और भत्ते को मिला करके देखा जाए तो उन्हें ₹1,00000 हर महीने प्राप्त होते हैं, साथ ही साथ तकरीबन ₹45000 की राशि निर्वाचन क्षेत्र द्वारा चुनाव में प्रचार करने के लिए उन्हें दी जाती हैं। इस प्रकार से सांसदों की सैलरी महीने में ₹150000 के आसपास में हो जाती है। सांसद को सिर्फ सैलरी ही नहीं मिलती है बल्कि इन्हें कई प्रकार के भत्ते भी प्राप्त होते हैं और जैसे-जैसे वेतन आयोग लागू होते जाता है, वैसे वैसे इनकी सैलरी में भी बढ़ोतरी होती है।
हमारे इंडिया में सबसे ज्यादा सांसद की सैलरी तेलंगाना राज्य के सांसदों की है जिन्हें हर महीने तकरीबन ₹250000 की सैलरी प्राप्त होती है, वही सबसे कम सैलरी मिजोरम के सांसद की है, जिन्हें हर महीने तकरीबन ₹47000 की सैलरी मिलती है। बता दें कि विधायक और सांसद की सैलरी में ज्यादा अंतर नहीं होता है और अगर रकम के हिसाब से देखा जाए तो भारत के कुछ सांसदों की सैलरी हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री से भी अधिक है।
विधायक को कितनी सैलरी मिलती है ?
सांसदों को मिलने वाले अन्य भत्ते (MP Salary, Allowances and Perks)
सांसद को उनकी महीने की तनख्वाह के अलावा अन्य कई प्रकार के भत्ते प्राप्त होते हैं। इसकी जानकारी आपको नीचे दी जा रही है।
- राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही के दरमियान सांसद को तकरीबन ₹50000 की सैलरी प्राप्त होती है।
- सांसद ट्रेन के जरिए फर्स्ट क्लास एसी में कन्फर्म टिकट पर ट्रेवल कर सकता है।
- सांसद को स्पेशल पास भी प्राप्त होता है।
- अगर सांसद सड़क के जरिए ट्रेवल करता है तो उसे हर किलोमीटर पर ₹16 यात्रा भत्ता मिलता है।
- अगर कार्यवाही के दरमियान सांसद उसमें शामिल होते हैं और रजिस्टर में अपने सिग्नेचर करते हैं तो उन्हें रोजाना ₹2000 का भत्ता प्राप्त होता है।
- अपने इलाके में काम करवाने के लिए सांसदों को तकरीबन 45000 रुपए हर महीने भत्ते के तौर पर मिलते हैं।
- सांसद को अपने इलाके का विकास करवाने के लिए हर साल ₹50000000 भी प्राप्त होता है।
- तकरीबन ₹50000 सांसद को हर 3 महीने के अंदर अपने घर के कपड़े धुलवाने के लिए मिलते हैं।
- हवाई जहाज के जरिए यात्रा करने पर सिर्फ 25% ही सांसद को देना पड़ता है। इस प्रकार 25 परसेंट की छूट के साथ तकरीबन 34 हवाई यात्रा सांसद 1 साल में कर सकता है। यह सुविधा पति और पत्नी दोनों के लिए है।
- कार्यकारिणी खर्चे के लिए हर महीने ₹45000 सांसद को प्राप्त होते हैं, जिसमें से स्टेशनरी के खर्च के लिए वह ₹15000 का इस्तेमाल कर सकता है और अपना सहायक रखने पर वह ₹30000 खर्च कर सकता है।