यह बात तो हम सभी जानतें हैं कि हमें जीवन जीने के लिए और जीवन के निर्वाह के लिए भोजन कितना आवश्यक होता है। इस दुनिया में निवास कर रहे हर सजीव को भोजन की ज़रूरत होती है चाहे वह मानव हो,जीव-जंतु हों या पेड़-पौधें हों। हम सभी भोजन खाते हैं, और व्यक्ति अपने भोजन के लिए कष्ट भी उठाता है। किसी भी प्रकार का सजीव जो अपने भोजन के लिए कष्ट उठाता है और उसे किसी ना किसी तरह प्राप्त कर ही लेता है तो इस कष्ट को उठाने का कारण यह होता है कि वह इस भोजन से ऊर्जा प्राप्त कर सके।
लेकिन जब हमें यह पता चले कि हम मिलावटी भोजन कर रहें हैं तो हमारे मन में कई सवाल जन्म ले लेते हैं और हम कहीं ना कहीं इस बात से परेशान भी हों जातें हैं कि लगातार विषाक्त खाद्य पदार्थों का सेवन हमारी सेहत के लिए हानिकारक भी हों सकता है। तो ऐसे में हम चाहेंगे के इस मिलावट का पता लगाएं तो यदि आप भी यह चाहतें हैं कि आप जाने कि क्या आप मिलावटी भोजन कर रहें हैं। तो आपको इस लेख में पता चलेगा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट क्या होती है और आप इस लेख में यह भी पढेंगें कि कैसे अपने भोजन में मिलावट का पता करें।
सब्जियों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
Khaady padaarthon me Milavat
खाद्य मिलावट वे पदार्थ हैं जो आर्थिक और तकनीकी लाभ के लिए खाद्य पदार्थों में मिलाए जाते हैं, लेकिन वे भोजन में पोषक तत्वों के मूल्य को कम कर देते हैं और भोजन को दूषित कर देते हैं। और इस ख़राब भोजन से हमारे शरीर में कई प्रकार की समस्याए आ जाती है। मानव का मानसिक संतुलन भी लगातार इस भोजन के सेवन से बिगड़ जाता है।
खाद्य पदार्थों में मिलावट क्या है?
आसान भाषा में बात करें तो खाद्य पदार्थों में मिलावट का मतलब यह है कि किसी भी प्रकार के प्राकृतिक खाद्य पदार्थ में किसी ऐसे विषाक्त पदार्थ का समावेश है जो मानव शरीर को हानि पहुंचाएं। एवं प्राकृतिक खाद्य उत्पादों में मिलावट या संदूषण आज के समाज में प्रमुख चुनौतियों में से एक है। विभिन्न कार्रवाइयों और दंडों के बावजूद भी , विकासशील देशों में मिलावट करने की प्रथा काफी आम है। और यह प्रथा नष्ट भी नहीं हो रही है।
खाद्य मिलावट की परिभाषा
खाद्य पदार्थ जिसमें मुख्य रूप से प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और अन्यपोषक तत्व होते हैं, जिनका उपयोग जीव के शरीर में वृद्धि और महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को बनाए रखने और ऊर्जा प्रदान करने के लिए किया जाता है। जब इन पदार्थों में किसी अन्य चीज़ की मिलावट की जाए तो यह दूषित हो जातें हैं और इसी प्रकिर्या को खाद्य मिलावट कहतें हैं।
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खाद्य अपमिश्रण क्या है
खाद्य पदार्थों में मिलावट को ही खाद्य अपमिश्रण कहा जाता है बस यहाँ इसे दूसरी तरह से परिभाषित किया जा रहा है ”खाद्य अपमिश्रण को खाद्य पदार्थों में मिलावट करने या खाद्य पदार्थों में कुछ पदार्थ मिलाकर उन्हें संदूषित करने की प्रथा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिन्हें सामूहिक रूप से मिलावट कहा जाता है।”
मिलावट के प्रकार
खाद्य पदार्थों में मुख्यतः चार प्रकार से मिलावट की जा सकती है जैसे- जानबूझकर मिलावट करना, यह मिलावट किसी भी खाद्य वस्तु का वज़न बढ़ने के लिए की जाती है जिससे बेचने वाले को अत्यधिक लाभ मिल सके। इसके अलावा आकस्मिक मिलावट भी एक प्रकार की मिलावट है यह खाद्य पदार्थों को संभालते समय लापरवाही के कारण हो जाती है। जैसे अनाज में कीटनाशकों के अवशेष, लार्वा की वृद्धि, कृंतकों की बीट की उपस्थिति आदि।
वर्तमान समय में बाहर के खाद्य पदार्थों में सीसा या पारा जैसी धातुओं को भी मिलाया जा रहा है, यह मिलावट कभी-कभी गलती से और कभी-कभी जानबूझकर भी की जा सकती है। पैकिजिंग में भी खाद्य पर्दार्थो में मिलावट का खतरा रहता है जैसे- पैकिंग सामग्री में भोजन पैक किया जाता है, वह भी भोजन के घटकों के साथ हस्तक्षेप कर सकती है। पैक का रंग और केमिकल भी इसका खतरा बनतें हैं।
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खाद्य पर्दार्थों में मिलावट करने के कारण
खाद्य पर्दार्थों में मिलावट का मुख्य कारण उनका रंग रूप अच्छा और वज़न ज़्यादा बढ़ाकर अत्यधिक लाभ कमाना होता है। खाद्य उत्पादों में सस्ते और बेकार पदार्थ मिलाकर, कई व्यापारी अपने लाभ कमाने की मात्रा को बढ़ा सकते हैं, और कम उत्पादन लागत पर अधिक उत्पाद बेच सकते हैं। उदाहरण के लिए, दूध में पानी मिलाने या मसालों में घटिया सामग्री का उपयोग करने से मुनाफा काफी बढ़ जाता है।
खाद्य पदार्थों में मिलावट क्यों की जाती है
खाद्य पदार्थों में मिलावट से तात्पर्य जानबूझकर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को खराब करने के कृत्य से है, जिसमें या तो खाद्य पदार्थों में अघोषित वैकल्पिक घटकों को मिलाया जाता है या प्रतिस्थापित किया जाता है, या कुछ मूल्यवान घटकों को हटा दिया जाता है।
खाद्य पदार्थों में मिलावट के तरीक़े
खाद्य पर्दार्थो में कई प्रकार से मिलावट की जाती है जैसे- दूध में पानी की मिलावट, लाल मिर्ची में पिसे हुए लाल इट्टे की मिलावट, अंकुरित अनाजों में कंकड़ की मिलावट सरसों के तेल में आर्जिमोन तेल की मिलावट,और चना/अरहर की दाल/बेसन खेसरी दाल बेसन/हल्दी में पीला रंग की मिलावट इत्यादि
खाद्य पदार्थों में मिलावट के दुष्प्रभाव
अपमिश्रित आहार का उपयोग करने से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, और शारीरिक विकार उत्पन्न होने की आशंका बढ़ जाती है। बल्कि शारीरक विकार और मानसिक प्रभाव भी पड़ता है। लगातार ऐसे भोजन के सेवन से सबसे पहला रोग पाचन तंत्र का होता है यह पाचन ख़राब कर देता है, खाद्य अपमिश्रण से आखों की रोशनी जाना, हृदय संबन्धित रोग, लीवर खराब होना, कुष्ठ रोग, आहार तंत्र के रोग, पक्षाघात व कैंसर जैसे रोग हो सकते हैं।
मिलावट से बचने के उपाय
भोजन की किसी भी प्रकार की मिलावट से बचने के लिए आप अपने घर में ही कुछ चीज़ो का ध्यान रख सकतें हैं। जैसे- आप अनाज, दालों और अन्य खाद्य उत्पादों को खरीदकर इसको साफ करके भण्डारित करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा फलों और सब्जियों को उपयोग करने से पहले बहते पानी में अच्छी तरह धो लें। दूध, तेल और अन्य खाद्य उत्पाद खरीदने से पहले जांच लें कि सील वैध है या नहीं। तमाम पर्दार्थों को खरीदकर साफ करना चाहिए।
मिलावट को कैसे रोका जा सकता है
खाद्य पर्दार्थों की मिलावट को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त खाद्य अपमिश्रण रोकथाम अधिनियम बनाया गया, जिसके मुख्य उद्देश्य है, जहरीले एवं हानिकारक खाद्य पदार्थों से जनता की रक्षा करना और घटिया खाद्य पदार्थों की बिक्री की रोकथाम करना और धोखाधड़ी प्रथा को नष्ट करके उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है।
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FAQ,s
दूध में मिलावट– यदि आप किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलावट का पता लगाना चाहतें हैं तो इसके कई घरेलू उपाय हैं आप अपने घर पर ही पता लगा सकतें हैं जैसे- अगर आपके प्रतिदिन यूज़ में आने वाला दूध मिलावटी है तो इसे चेक करने के लिए एक बोतल में थोड़ा दूध और थोड़ा पानी लें और उसे अच्छी तरह हिलाएं। अगर झागदार परत जम जाए तो दूध शुद्ध है। अगर दूध में डिटर्जेंट की मिलावट है तो मोटी परत जम जाती है।
सब्ज़ियों की मिलावट- इसके अलावा अगर आपको फलों और सब्ज़ियों में मिलावट लग रही है या आप ऐसा महसूस कर रहें हैं कि इनमे रंग लगा है तो यह जानने के लिए कि सब्जियों में रंग लगाया गया है या नहीं, उन्हें कुछ समय के लिए पानी में भिगो दें और आप देखेंगे कि रंग पानी में घुल गया है।
शहद की मिलावट- दोस्तों शहद एक ऐसी चीज़ है जिसमे ज़्यादा से ज़्यादा चीनी की मिलावट की जाती है तो यदि शहद की मिलावट का पता लगाना चाहतें हैं तो एक गिलास पानी में शहद की कुछ बूंदें डालकर उसकी शुद्धता की जांच कर सकतें हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि शुद्ध शहद नीचे बैठ जाता है, जबकि चीनी की चाशनी या अन्य मिलावट वाला शहद घुल जाएगा।
मिलावटी भोजन लगातार खाने से शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार का प्रभाव होता है जो कि बेहद हानिकारक भी होता है इसी के साथ-साथ अपमिश्रित आहार का उपयोग करने से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और शारीरिक विकार उत्पन्न होने की आशंका बढ़ जाती है। सबसे पहले तो आपका पाचनतंत्र बिल्क़ुल ही नष्ट हो जाता है, इसके अलावा खाद्य अपमिश्रण से आखों की रोशनी जाना, हृदय संबन्धित रोग, लीवर खराब होना, कुष्ठ रोग, आहार तंत्र के रोग, पक्षाघात व कैंसर जैसे रोग होने का खतरा बना भी रहता है और हो भी जातें हैं।
FSSAI यानि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की स्थापना खाद्य सुरक्षा एवं मानक, 2006 के तहत की गई है, जो विभिन्न अधिनियमों और आदेशों को समेकित करता है जो अब तक विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में खाद्य संबंधी मुद्दों को संभालते रहे हैं। FSSAI का गठन खाद्य पदार्थों के लिए विज्ञान आधारित मानक निर्धारित करने और मानव उपभोग के लिए सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उनके निर्माण, भंडारण, वितरण, बिक्री और आयात को विनियमित करने के लिए किया गया है।
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