12 जून 2025 की सुबह भारत के लिए एक ऐसा मंजर लेकर आई, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI‑171 टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया। हादसा इतना भीषण था कि विमान एक रिहायशी इलाके पर आ गिरा और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई।
सरकारी आंकड़ों और एयर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस भयावह एयर इंडिया Aeroplane Crash में कितने लोगों की हुई मौत? तो इसका उत्तर है – कुल 241 लोग इस दुर्घटना में मारे गए, जिनमें यात्री, क्रू मेंबर्स और बिल्डिंग में मौजूद कई आम नागरिक शामिल थे। मृतकों में भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के नागरिक भी थे, जिससे यह हादसा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में रहा।
इस हादसे ने विमान सुरक्षा मानकों, टेक्निकल चेक्स और पायलट रिपोर्टिंग को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पूरे देश में शोक की लहर है और जांच एजेंसियां हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही हैं। यह लेख आपको इस विमान हादसे से जुड़ी मुख्य खबरों, कारणों और अब तक की कार्रवाई की पूरी जानकारी देगा।

अहमदाबाद में हुआ एयर इंडिया विमान का बड़ा हादसा
12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट 171, जो अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, इंजन में तकनीकी खराबी के कारण विमान नियंत्रण से बाहर हो गया और रिहायशी इलाके में गिरकर धमाके के साथ जल उठा।
इस हादसे में कुल 279 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 241 विमान सवार और 38 ज़मीन पर मौजूद नागरिक शामिल थे। चमत्कारिक रूप से एक यात्री इस दुर्घटना में जीवित बच गया, जिसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे के बाद एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गईं। पूरा देश इस हृदयविदारक दुर्घटना से स्तब्ध है।
12 जून को हुआ था हादसा,प्लेन सवार 241 की मौत हुई
12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट 171 अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के चलते रिहायशी इलाके में क्रैश हो गई। इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिसमें 230 यात्री और 11 क्रू सदस्य शामिल थे।
विमान के गिरते ही जोरदार धमाका हुआ और आग लग गई, जिससे कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए। दुर्घटना में ज़मीन पर मौजूद कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। प्रशासन और राहत टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं।
विमान हादसे में अब तक 125 शवों के DNA मैच हुए, 83 शव परिजन को सोपें गए
12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI‑171 क्रैश (Boeing 787‑8) की पहचान प्रक्रिया लगातार जारी है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने 17 जून को पुष्टि की कि 125 पीड़ितों के DNA नमूनों का मिलान सफलतापूर्वक हो गया है, और 124 परिवारों को परिणामों की जानकारी दे दी गई है | इनमें से 83 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है राष्ट्रीय फॉरेन्सिक साइंसेज यूनिवर्सिटी और राज्य FSL की टीम रात-दिन काम कर रही है, DNA मिलान कार्य जल्द पूरा करने का दावा है|
4 साल के जुड़वा समेत डॉक्टर फैमिली की मौत- इस भीषण विमान हादसे ने कई परिवारों को उजाड़ दिया। राजस्थान से लंदन जा रहे डॉक्टर दंपति—डॉ. प्रतीक जोशी और उनकी पत्नी डॉ. कोमी व्यास—अपने तीन मासूम बच्चों के साथ सफर पर थे। इनमें उनके 4 साल के जुड़वा बेटे और 8 साल की बेटी भी शामिल थी। टेकऑफ के कुछ ही मिनटों में विमान के क्रैश हो जाने से पूरा परिवार खत्म हो गया। यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि कई सपनों का अंत था।
गुजरात में फैमिली से मिलने आए कपल की मौत- विमान में सवार वह कपल, जो गुजरात में अपने परिवार से मिलने आया था, लौटते समय हादसे का शिकार हो गया। वे सिर्फ कुछ दिन के लिए अपने प्रियजनों से मिलने आए थे और फिर वापसी की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इस यात्रा ने उनकी ज़िंदगी ही छीन ली। परिवार की खुशियों का पल एक पल में मातम में बदल गया। उनके जाने की खबर सुनकर गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
एयर होस्टेस (Air Hostess) कैसे बनें
अहमदाबाद विमान हादसे में गुजराज के पूर्व CM विजय रुपाणी का निधन
12 जून 2025 की इस भयावह दुर्घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय रुपाणी (उम्र 68) भी सवार थे। टेकऑफ़ के कुछ ही मिनटों बाद विमान क्रैश हो गया, जिसमें रुपाणी सहित 241 लोग सवार थे और विमान में ही उनकी मौत हुई |उनकी पहचान DNA मिलान से हुई, जिसके बाद राज्य में शोक की लहर दौड़ गई
CM विजय रुपाणी का राजकोट में अंतिम संस्कार- 16 जून को राजकोट स्थित रामनाथपारा शमशान घाट पर विजयी रुपाणी का मुखाग्नि दी गई। उनके पार्थिव शरीर को अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल से राजकोट विमानतल लाया गया और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम यात्रा की गई। भारी बारिश के बावजूद हजारों लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने राजपूतों की तरह उमड़े
विजय रुपाणी अंतिम संस्कार में मोजोद थे शाह समेत कई बड़े नेता- उनके अंतिम संस्कार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राज्यपालाचार्य देवव्रत और कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। उनकी राजकीय यात्रा में “विजयभाई तुम अमर हो” जैसे नारों के बीच गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया । यह भावुक दृश्य राजकोट की सड़कों पर लंबी अवधि तक प्रतिध्वनित हुआ।
विजय रुपाणी को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया- राजकीय protocol के तहत, उनके शरीर को अहमदाबाद में शवगृह से राजकीय वाहन में रखा गया और राजकोट लायी गई। वहां उन्हें फ़ुल गार्ड ऑफ ऑनर और 21 वॉली गन सलामी देकर अंतिम सम्मान दिया गया। अंत में राज्य शासन ने एक दिवसीय शोक घोषित किया ।

PM मोदी बोले, तबाही का मंजर बेहद दुखद
एयर इंडिया फ्लाइट 171 की इस भीषण दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा कि “यह हादसा बेहद हृदयविदारक है, पूरे देश के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है।” PM मोदी ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्यों में कोई कमी न रहे और घायलों को तुरंत बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए। उनका यह बयान पूरे देश के भावनात्मक माहौल को दर्शाता है।
मिले हुए ब्लैक बॉक्स से चलेगा पूरे मामले का पता
एयर इंडिया फ्लाइट 171 के क्रैश के बाद राहत एवं बचाव टीमों ने मौके से ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है। विमान का यह ब्लैक बॉक्स फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर दोनों शामिल करता है, जिससे दुर्घटना के समय विमान में क्या हुआ- यह विस्तार से पता चल सकेगा। विशेषज्ञों की टीम अब इसकी जांच कर रही है, और उम्मीद की जा रही है कि इससे तकनीकी खराबी, पायलट की बातचीत और आखिरी क्षणों की सभी जानकारियाँ सामने आ जाएंगी, जो इस दुखद हादसे की असली वजह को स्पष्ट करेंगी।
अस्पताल से सभी पीड़ितों के शव हुए बरामद
एयर इंडिया विमान हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य लगातार कई दिनों तक चला। एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों की मदद से विमान में सवार सभी 241 मृतकों के शवों को अस्पताल में लाया गया, जहां उनकी पहचान की प्रक्रिया शुरू हुई। सिविल अस्पताल, अहमदाबाद में शवों का डीएनए टेस्ट कराया गया, ताकि सही तरीके से उन्हें उनके परिजनों को सौंपा जा सके। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अब तक सभी शव बरामद किए जा चुके हैं और पोस्टमॉर्टम के बाद धीरे-धीरे उन्हें परिजनों को सौंपा जा रहा है।
प्लेन ने 200 फीट ऊंचाई तक उड़ान भरी, फिर गिरने लगा
एयर इंडिया फ्लाइट 171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन टेकऑफ के कुछ ही सेकंड में विमान अचानक असामान्य व्यवहार करने लगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्लेन करीब 200 फीट की ऊंचाई तक ही पहुंच पाया था, तभी उसमें तकनीकी गड़बड़ी आई और वह तेजी से नीचे गिरने लगा। पायलट ने तुरंत ‘मेडे’ कॉल दी, लेकिन तब तक स्थिति नियंत्रण से बाहर हो चुकी थी। विमान एक रिहायशी इलाके पर आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे सैकड़ों जानें चली गईं और इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
प्लेन में कौन-कौन से देश के नागरिक सवार थे?
एयर इंडिया फ्लाइट 171 में केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि कई देशों के नागरिक सवार थे। कुल 241 यात्रियों में से अधिकांश भारत से थे, लेकिन उनके अलावा ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों के लोग भी इस विमान में सफर कर रहे थे। कुछ यात्री प्रवासी भारतीय थे, जो अपने परिवारों से मिलने भारत आए थे, जबकि कुछ विदेशों में काम या पढ़ाई के लिए लौट रहे थे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 187 यात्री भारतीय नागरिक थे, 32 ब्रिटिश, 9 कनाडाई, 5 अमेरिकी और कुछ अन्य यूरोपीय देशों के नागरिक भी विमान में मौजूद थे। सभी की पहचान और उनके परिजनों को सूचित करने का कार्य तेजी से किया गया।
कोलकाता में पता चला लेफ्ट साइड इंजन में गड़बड़ी है
कोलकाता एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को टेकऑफ से कुछ घंटे पहले ही संकेत मिला था कि एयर इंडिया फ्लाइट 171 के लेफ्ट साइड इंजन में संभावित तकनीकी गड़बड़ी हो सकती है। इंजीनियरिंग टीम ने उस समय मामूली जांच की और सिस्टम को “सेफ टू फ्लाई” घोषित कर दिया गया। हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, यही इंजन क्रैश का मुख्य कारण बन सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कोलकाता में मिली चेतावनी को गंभीरता से लिया जाता, तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी। ब्लैक बॉक्स की जांच से इस गड़बड़ी की पुष्टि होने की संभावना है।
तीन दिन पहले एयर इंडिया फ्लाइट में 5 घंटे बिना AC के रहे पैसेंजर
तीन दिन पहले एयर इंडिया की एक फ्लाइट में यात्रियों को बेहद परेशान करने वाला अनुभव झेलना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्लाइट में एयर कंडीशनिंग सिस्टम (AC) ने उड़ान से पहले ही काम करना बंद कर दिया था। इसके बावजूद यात्रियों को प्लेन में बैठा दिया गया और करीब 5 घंटे तक बिना AC के भीषण गर्मी में इंतज़ार कराया गया।
यात्रियों, जिनमें बुजुर्ग और छोटे बच्चे भी शामिल थे, ने गर्मी और घुटन की शिकायत की। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने वीडियो और तस्वीरें साझा कर एयरलाइन की लापरवाही की आलोचना की। घटना को लेकर एयर इंडिया की छवि पर सवाल उठे हैं और DGCA ने जांच के आदेश दिए हैं।
प्लेन के पायलट के पास 8200 घंटे का एक्सपीरियंस था
प्लेन के पायलट के पास करीब 8200 घंटे का उड़ान अनुभव था, जो उसे एक अनुभवी और भरोसेमंद कमांडर बनाता था। एयर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पायलट ने पिछले 10 वर्षों में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और घरेलू रूट्स पर सफलतापूर्वक संचालन किया था।
हादसे के समय पायलट ने आपातकालीन स्थिति में प्लेन को संभालने की पूरी कोशिश की और अंतिम क्षणों तक यात्रियों की जान बचाने के प्रयास किए। ब्लैक बॉक्स की ऑडियो रिकॉर्डिंग से यह भी संकेत मिला है कि वह लगातार ATC से संपर्क में था और स्थिति की गंभीरता से जूझ रहा था।
विमान जिस बिल्डिंग पर जाकर गिरा उसमें 50 से 60 डॉक्टर थे
यह हादसा और भी भयावह तब हो गया जब विमान एक रिहायशी बिल्डिंग पर जा गिरा, जिसमें उस वक्त 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे। यह बिल्डिंग एक मेडिकल कॉन्फ्रेंस के लिए बुक की गई थी, जहां देशभर से आए डॉक्टर इकट्ठा हुए थे।
विमान के टकराने से बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया और वहां मौजूद कई डॉक्टरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए। राहत दलों ने मलबे से शवों और घायलों को निकालने का काम घंटों तक किया। यह हादसा चिकित्सा जगत के लिए भी एक बहुत बड़ी क्षति बन गया।
सोचिए कितना खौफनाक मंजर होगा
सोचिए, कितना खौफनाक मंजर रहा होगा जब आसमान से उड़ता हुआ विशाल एयरक्राफ्ट अचानक रिहायशी इलाके पर आकर गिरा होगा। एक तेज़ धमाके की आवाज़, फिर चारों तरफ धुआं, आग की लपटें, लोगों की चीख-पुकार और मदद की पुकार- यह सब कुछ कुछ ही सेकंड में हुआ, लेकिन इसके ज़ख्म ज़िंदगीभर के लिए रह गए।
जिस बिल्डिंग पर विमान गिरा, वहां लोग अपने कमरे में थे, कुछ कॉन्फ्रेंस में शामिल हो रहे थे, तो कुछ परिवारों से वीडियो कॉल पर थे। एक पल में सबकुछ राख हो गया। ये हादसा सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि इंसानियत को झकझोर देने वाली त्रासदी बन गया।
एक शख्स इस हादसे में बच गया
इस भयावह हादसे में जहां 241 लोगों की जान चली गई, वहीं चमत्कारिक रूप से एक शख्स जीवित बच गया। वह व्यक्ति विमान के पिछले हिस्से में बैठा था, और क्रैश के वक्त सीट बेल्ट बांधे हुए था। जब विमान धरती से टकराया, तो उसका हिस्सा सबसे कम क्षतिग्रस्त हुआ।
राहत और बचाव टीम ने उसे मलबे के नीचे से निकालते समय हल्की साँसें लेते हुए पाया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि वह गंभीर रूप से घायल जरूर है, लेकिन स्थिर हालत में है। उसकी बचाव की कहानी इस दिल दहलाने वाले हादसे में एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है।
टाटा ग्रुप बोला- यह इतिहास का सबसे काला दिन है
टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया फ्लाइट 171 की इस भीषण दुर्घटना पर गहरा दुख जताते हुए इसे इतिहास का सबसे काला दिन करार दिया। टाटा संस के चेयरमैन ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “यह हादसा न सिर्फ एयर इंडिया के लिए, बल्कि पूरे देश और टाटा समूह के इतिहास में एक अकल्पनीय त्रासदी है। हम सभी पीड़ित परिवारों के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े हैं।”
टाटा ग्रुप ने पीड़ितों के परिजनों के लिए तत्काल मुआवज़े की घोषणा की और जांच में हरसंभव सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस घटना की पारदर्शी जांच कराई जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
टाटा ने 1-1 करोड़ के मुआवजा राशि देने का किया था ऐलान
एयर इंडिया विमान हादसे के बाद टाटा ग्रुप ने संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी का परिचय देते हुए प्रत्येक मृतक यात्री के परिवार को ₹1-1 करोड़ की मुआवज़ा राशि देने का ऐलान किया। यह निर्णय टाटा संस के चेयरमैन ने हादसे के अगले ही दिन आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिया, जिसे पूरे देश ने सराहा।
टाटा ग्रुप ने कहा कि यह मुआवज़ा सिर्फ एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि उन परिवारों के प्रति हमारी संवेदना और साथ होने का प्रतीक है। इसके अलावा घायलों के इलाज का पूरा खर्च एयर इंडिया द्वारा वहन करने की भी घोषणा की गई है।
महिला पैसेंजर का दावा- फ्लाइट में पहले से थीं खामियां
एक महिला पैसेंजर, जो हादसे से कुछ घंटे पहले ही अहमदाबाद एयरपोर्ट पर फ्लाइट से उतर चुकी थीं, ने चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि फ्लाइट में पहले से ही कई तकनीकी खामियां मौजूद थीं, जिन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया गया। उन्होंने बताया कि विमान के टेकऑफ से पहले अजीब तरह की आवाज़ें आ रही थीं और एसी भी ठीक से काम नहीं कर रहा था।
महिला यात्री ने यह भी कहा कि क्रू मेंबर्स आपस में बार-बार किसी “इंजन वार्निंग” की चर्चा कर रहे थे, जिससे यात्री असहज हो गए थे। उनके बयान के बाद DGCA ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है। यह दावा हादसे से पहले की चेतावनियों को और मजबूत करता है।
पीएम मोदी ने पूर्व CM विजय रूपाणी के परिवार से मुलाकात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने रूपाणी की पत्नी और बेटी को ढांढस बंधाया और इस क्षति को निजी दुख बताया। पीएम मोदी ने कहा कि विजयभाई एक सच्चे सहयोगी और मेहनती नेता थे, जिनका योगदान गुजरात की प्रगति में हमेशा याद रखा जाएगा।
एयर इंडिया Aeroplane Crash में कितने लोगों की हुई मौत? से जुड़े सवाल\जवाब [FAQ,s]
एयर इंडिया Aeroplane Crash में कितने लोगों की हुई मौत?
एयर इंडिया फ्लाइट 171 का विमान 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए टेक‑ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हुआ। इसमें कुल 242 लोग (230 यात्री + 12 क्रू) सवार थे, जिनमें से केवल एक यात्री बचा। रिपोर्ट्स के अनुसार, यात्रियों और भूमि पर मारे गए लोगों को मिलाकर मृतकों की संख्या लगभग 270 रही|
2025 में कितने हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त हुए?
वर्ष 2025 (1 जनवरी से 17 जून तक) में दुनिया भर में कमर्शियल और गैर‑कमर्शियल एयरक्राफ्ट मिलाकर लगभग 470 दुर्घटनाएँ हुईं, जिनमें करीब 93 में जानलेवा परिणाम थे ।