बैलिस्टिक मिसाइल एंड क्रूज मिसाइल



वर्तमान समय में सभी देशों के द्वारा घातक से घातक हथियारों को एकत्रित किया जा रहा है, जिनका प्रयोग युद्ध के समय किया जायेगा | इन घातक हथियारों के द्वारा एक देश दूसरे देश को अपना शक्ति प्रदर्शन भी करता है, जिससे कोई भी देश उसके लाभों को कम करने का प्रयास नहीं करेगा | इन घातक हथियारों में लगभग सभी देशों के द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल एंड क्रूज मिसाइल का प्रयोग किया जाता है |

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बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic missile)

बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र या बैलिस्टिक मिसाइल उस प्रक्षेपास्त्र को कहा जाता है, जो अपना टारगेट सब-आर्बिटल बैलिस्टिक पथ के द्वारा तय करती है | इस मिसाइल का प्रयोग परमाणु बम को ले जाने में किया जा सकता है | बैलिस्टिक मिसाइल अपने स्थान से 45 डिग्री के कोण पर पहले ऊपर जाती है, इसके बाद वह गुरुत्वाकर्षण बल के कारण नीचे आती है | यह अधिक ऊंचाई से अपने टारगेट पर पहुंचने के कारण राडार की पकड़ में आसानी से आ जाती है |

क्रूज मिसाइल (Cruise missile)

क्रूज प्रक्षेपास्त्र या क्रूज मिसाइल एक नियंत्रित मिसाइल है | यह ज्वलनशील विस्फोटक के कारण अपना टारगेट तक पहुँचती है | इसमें प्रायः जेट इंजन का प्रयोग किया जाता है | यह पृथ्वी की सतह से 15 से 20 मीटर की ऊंचाई पर चलती है | यह अपना मार्ग स्वयं निश्चित करती है | यदि टारगेट अपने स्थान से थोड़ा बहुत इधर- उधर भी हो जाता है, तो वह टारगेट को उसके स्थान पर जाकर प्रहार करती है |

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बैलिस्टिक मिसाइल एंड क्रूज मिसाइल में अंतर (Difference)

  • बैलिस्टिक मिसाइल का साइज बहुत ही अधिक होता है | इसमें भारी वजन के बम ले जाने की क्षमता होती है | इसे छोड़े जाने से पहले ही नष्ट किया जा सकता है | ऊंचाई पर जाने के कारण इन्हें छिपाया नहीं जा सकता है | यदि बैलिस्टिक मिसाइल एक बार छूट जाती है, तो इसे आसानी से नष्ट नहीं किया जा सकता है |
  • क्रूज़ मिसाइल का आकार बहुत ही कम होता है | इसके द्वारा बहुत ही कम वजन का बम लेकर जाया जा सकता है | इन मिसाइलों का आकार बहुत छोटा होने के कारण इन्हें आसानी से छिपाया जा सकता है |
  • बैलिस्टिक मिसाइल अपना ईंधन साथ लेकर चलते है, इसमें प्रयोग की जाने वाली ऑक्सीजन भी उसी के साथ स्टोर रहती है | बैलिस्टिक मिसाइल अर्धचंद्राकार मार्ग पर अपनी यात्रा पूरी करता है | रॉकेट के साथ संपर्क समाप्त होने के बाद इसमें लगा हुआ बम गुरुत्वाकर्षण बल के कारण अपने टारगेट पर जाकर लगता है | एक बार छोड़े जाने के बाद इस पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता है |
  • क्रूज़ मिसाइल पृथ्वी की सतह से 15 से 20 मीटर की दूरी पर सामानांतर चलते हैं, यह अपनी दिशा स्वयं बदलती रहती है | यह टारगेट का पीछा करते हुए उस पर विस्फोट करती है |

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