भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) की स्थापनावर्ष 1885 में हुई थी | स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात यह भारत के सबसे बड़े राजनीतिक दलों में से एक था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन बम्बई में कलकत्ता हाईकोर्ट के बैरिस्टर (Barrister) व्योमेशचन्द्र बनर्जी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ था।
हालाँकि कांग्रेस का जन्मदाता के रूप में एलन ऑक्टेवियन ह्यूम को जाना जाता है, जो कि एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी थे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसद्वारा समय-समय पर अनेक अधिवेशन आयोजित किये गए थे | इसके बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी विस्तार से दे रहे है |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से सम्बंधित जानकारी (Information Related To Indian National Congress)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश की पहली ऐसी महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी है, जिसनें भारत को स्वतंत्रता आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी | आपको बता दें, कि देश को आजाद करानें में इंडियन नेशनल कांग्रेस का अहम् योगदान रहा है | कांग्रेस की स्थापना के समय इसमें सदस्यों की संख्या 72थी, इसके बाद लगातार पार्टी में सदस्यों की संख्या बढ़ती गयी | कांग्रेस की स्थापना में रिटायर्ड ब्रिटिश अधिकारी एओ ह्यूम, दादाभाई नैरोजी और दिनशा वाचा का अहम् योगदान माना जाता है | स्वतंत्रता प्राप्त के पश्चात देश में लगभग 67 वर्षों तक इसी राजनीतिक दल की सरकार रही है |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन कब और कहां कहां हुई (When & Where INC Session)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1885 से प्रारम्भ होने वाले और 1947 तक के अधिवेशन इस प्रकार हैं-
अधिवेशन | वर्ष | स्थान | अध्यक्ष |
पहला | 1885 ई. | बम्बई (मुम्बई) | व्योमेश चन्द्र बनर्जी |
दूसरा | 1886 ई. | कलकत्ता | दादाभाई नौरोजी |
तीसरा | 1887 ई. | मद्रास (चेन्नई) | बदरुद्दीन तैयब जी |
चौथा | 1888 ई. | इलाहाबाद | जॉर्ज यूल |
पाँचवा | 1889 | बम्बई | सर विलियम वेडरबर्न |
छठा | 1890 ई. | कलकत्ता | फ़िरोजशाह मेहता |
सातवाँ | 1891 ई. | नागपुर | पी. आनंद चारलू |
आठवाँ | 1892 ई. | इलाहाबाद | व्योमेश चन्द्र बनर्जी |
नौवाँ | 1893 ई. | लाहौर | दादाभाई नौरोजी |
दसवाँ | 1894 ई. | मद्रास | अल्फ़ेड वेब |
ग्यारहवाँ | 1895 ई. | पूना | सुरेन्द्रनाथ बनर्जी |
बारहवाँ | 1896 ई. | कलकत्ता | रहीमतुल्ला सयानी |
तेरहवाँ | 1897 ई. | अमरावती | सी. शंकरन नायर |
चैदहवाँ | 1898 ई. | मद्रास | आनंद मोहन दास |
पन्द्रहवाँ | 1899 ई. | लखनऊ | रमेश चन्द्र दत्त |
सोलहवाँ | 1900 ई. | लाहौर | एन.जी. चंद्रावरकर |
सत्रहवाँ | 1901 ई. | कलकत्ता | दिनशा इदुलजी वाचा |
अठारहवाँ | 1902 ई. | अहमदाबाद | सुरेन्द्रनाथ बनर्जी |
उन्नीसवाँ | 1903 ई. | मद्रास | लाल मोहन घोष |
बीसवाँ | 1904 ई. | बम्बई | सर हेनरी काटन |
इक्कीसवाँ | 1905 ई. | बनारस | गोपाल कृष्ण गोखले |
बाईसवाँ | 1906 ई. | कलकत्ता | दादाभाई नौरोजी |
तेईसवाँ | 1907 ई. | सूरत | डॉ. रास बिहारी घोष |
चौबीसवाँ | 1908 ई. | मद्रास | डॉ. रास बिहारी घोष |
पच्चीसवाँ | 1909 ई. | लाहौर | मदन मोहन मालवीय |
छब्बीसवाँ | 1910 ई. | इलाहाबाद | विलियम वेडरबर्न |
सत्ताईसवाँ | 1911 ई. | कलकत्ता | पंडित बिशननारायण धर |
अट्ठाईसवाँ | 1912 ई. | बांकीपुर | आर.एन. माधोलकर |
उन्नतीसवाँ | 1913 ई. | कराची | नवाब सैयद मोहम्मद बहादुर |
तीसवाँ | 1914 ई. | मद्रास | भूपेन्द्र नाथ बसु |
इकतीसवाँ | 1915 ई. | बम्बई | सर सत्येन्द्र प्रसन्न सिन्हा |
बत्तीसवाँ | 1916 ई. | लखनऊ | अंबिकाचरण मजूमदार |
तैतीसवाँ | 1917 ई. | कलकत्ता | श्रीमती एनी बेसेन्ट |
चौतीसवाँ | 1918 ई. | बम्बई | सैयद हसन इमाम |
पैतीसवाँ | 1918 ई. | दिल्ली | मदन मोहन मालवीय |
छत्तीसवाँ | 1919 ई. | अमृतसर | पं. मोतीलाल नेहरू |
विशेष अधिवेशन | 1920 ई. | कलकत्ता | लाला लाजपत राय |
सैतीसवाँ | 1921 ई. | अहमदाबाद | हकीम अजमल ख़ाँ |
अड़तीसवाँ | 1922 ई. | गया | देशबंधु चितरंजन दास |
उनतालीसवाँ | 1923 ई. | काकीनाडा | मौलाना मोहम्द अली |
विशेष अधिवेशन | 1923 ई. | दिल्ली | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद |
चालीसवाँ | 1924 ई. | बेलगांव | महात्मा गाँधी |
एकतालीसवाँ | 1925 ई. | कानपुर | श्रीमती सरोजनी नायडू |
बयालीसवाँ | 1926 ई. | गुवाहाटी | एस. श्रीनिवास आयंगर |
तैंतालिसवाँ | 1927 ई. | मद्रास | डॉ.एम.ए. अंसारी |
चौवालिसवाँ | 1928 ई. | कलकत्ता | जवाहर लाल नेहरु |
पैंतालिसवाँ | 1929 ई. | लाहौर | जवाहर लाल नेहरु |
छियालिसवाँ | 1931 ई. | कराची | सरदार वल्लभ भाई पटेल |
सैंतालिसवाँ | 1932 ई. | दिल्ली | अमृत रणछोड़दास सेठ |
अड़तालिसवाँ | 1933 ई. | कलकत्ता | श्रीमती नलिनी सेनगुप्ता |
उन्चासवाँ | 1934 ई. | बम्बई | बाबू राजेन्द्र प्रसाद |
पचासवाँ | 1936 ई. | लखनऊ | जवाहर लाल नेहरु |
इक्यावनवाँ | 1937 ई. | फ़ैजपुर | जवाहर लाल नेहरु |
बावनवाँ | 1938 ई. | हरिपुरा | सुभाष चन्द्र बोस |
तिरपनवाँ | 1939 ई. | त्रिपुरी | सुभाष चन्द्र बोस |
चौवनवाँ | 1940 ई. | रामगढ़ | मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद |
पचपनवाँ | 1946 ई. | मेरठ | आचार्य जे.बी. कृपलानी |
छप्पनवाँ | 1947 ई. | दिल्ली | राजेन्द्र प्रसाद |
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद अधिवेशन का आयोजन (Conventions Organized After Independence)
अधिवेशन वर्ष | स्थान | अध्यक्षता |
1948 | जयपुर | पट्टाभि सीतारामैया |
1950 | नासिक | पुरुषोत्तम दास टंडन |
1951 | नई दिल्ली | पंडित जवाहरलाल नेहरू |
1953 | हैदराबाद | पंडित जवाहरलाल नेहरू |
1955 | अवाड़ी | उच्छंगराय नवलराय ढेबर |
1956 | अमृतसर | उच्छंगराय नवलराय ढेबर |
1958 | गोहाटी | उच्छंगराय नवलराय ढेबर |
1959 | नागपुर | श्रीमती इंदिरा गाँधी |
1960 | बंगलोर | श्रीमती इंदिरा गाँधी |
1961 | गुजरात | नीलम संजीव रेड्डी |
1962 | भुवनेश्वर | दामोदरन संजीवैया |
1963 | पटना | दामोदरन संजीवैया |
1964 | भुवनेश्वर | के. कामराज |
1965 | दुर्गापुर | के. कामराज |
बीजेपी (BJP) का फुल फॉर्म क्या है
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उद्देश्य (Objectives of Indian National Congress)
- लोगों में भारतीय होने की राष्ट्रीय पहचान बनाने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए भारत में राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया को बढ़ावा देना |
- एक अखिल भारतीय राजनीतिक मंच प्रदान करने के लिए जो पूरे देश के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को एक आम अखिल भारतीय राजनीतिक संगठन के तहत जनता को शिक्षित करने और जुटाने की अनुमति देगा |
- शिक्षित नागरिकों और फिर समाज के सभी वर्गों के बीच राजनीतिक चेतना और राजनीतिक जागृति को बढ़ावा देना |
- देश में अन्य चीजों को बढ़ावा देने के लिए जैसे-राजनीतिक उदार लोकतंत्र, लोकतांत्रिक संस्कृति, लोगों के बीच उपनिवेश विरोधी विचारधारा |
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