हमारे देश में अधिकांश ऐसे छात्र है, जो अपना करियर एक शिक्षक के रूप में बनाना चाहते है | वर्तमान में यदि आप एक शिक्षक बनना चाहते है, तो इसके लिए आपको सीटेट (CTET) परीक्षा में सफलता प्राप्त करना आवश्यक है | केन्द्रीय शिक्षक भर्ती परीक्षा या CTET परीक्षा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद् (सीबीएसई) द्वारा आयोजित की जाती है |
इस परीक्षा का आयोजन एक वर्ष में दो बार किया जाता है | केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन सीबीएसई द्वारा वर्ष 2011 से किया जा रहा है | वर्ष 2011 से सरकारी स्कूलों में शिक्षक की नौकरी प्राप्त करनें के लिए CTET अनिवार्य हो गया है। तो आईये जानते है, कि सीटेट (CTET) परीक्षा क्या है ?
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सीटेट परीक्षा क्या है (What Is CTET Exam)
सीटेट एक शिक्षक पात्रता परीक्षा है, जिसका आयोजन सीबीएसई द्वारा किया जाता है। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य योग्य शिक्षकों का चयन करना है| नेशनल काउन्सिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (NCTE) द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, केन्द्रीय स्कूलों में शिक्षक की नौकरी के लिए अभ्यर्थी को सीटेट पास करना अनिवार्य है । इस परीक्षा को आयोजित करने की जिम्मेदारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ स्कुल एजुकेशन के साथ UPSC को सोपी गयी है।
सीटेट परीक्षा पाठ्यक्रम (CTET Exam Syllabus)
प्रश्न पत्र 1
कक्षा 1 से 5 तक कक्षाओं को पढ़ाने के लिए निर्धारित परीक्षा पैटर्न
विषय |
प्रश्नों की संख्या |
कुल अंक |
बाल विकास और अध्यापन |
30 |
30 |
भाषा 1 |
30 |
30 |
भाषा 2 |
30 |
30 |
गणित |
30 |
30 |
पर्यावरण अध्ययन |
30 |
30 |
कुल |
150 |
150 |
प्रश्न पत्र 2
कक्षा 1 से 5 तक कक्षाओं को पढ़ाने के लिए निर्धारित परीक्षा पैटर्न
विषय |
प्रश्नों की संख्या |
कुल अंक |
बाल विकास और अध्यापन (अनिवार्य) |
30 |
30 |
भाषा 1 |
30 |
30 |
भाषा 2 |
30 |
30 |
गणित और विज्ञान शिक्षक के लिए या सामाजिक अध्ययन और समाजिक विज्ञान शिक्षक के लिए |
60 |
60 |
कुल |
150 |
150 |
(क) बाल विकास प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के लिए
- विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उसका सम्बन्ध |
- बालक विकास के सिद्धांत |
- आनुवांशिकता और पर्यावरण का बालक पर प्रभाव |
- सामाजीकरण की प्रक्रिया- विश्व समाज और बालक (शिक्षक, अभिभावक एवं समाज के अन्य सदस्यगण) |
- पियाजे, कोहल्बर्ग और वायगोइस्की के सिद्धांत |
- बाल-केन्द्रित और परगामी शिक्षा की अवधारना |
- बौद्धिकता निर्माण संबंधी विवेचित संदर्श |
- भाषा और चिंतन |
- समाज निर्माण के रूप में लिंगः लैंगिक भूमिकाएं, पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार संबंधी प्रश्न |
- शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत विभेद, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय और धर्म विषय पर विभेदों का मनन |
- अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन के बीच अंतरः विद्यालय आधारित मूल्यांकन |
- शिक्षार्थियों की तैयारीः कक्षा में शिक्षण और विवेचित चिंतन तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न पत्र की तैयारी |
(ख). समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशेष आवशकयता वाले बालकों को समझना (5 प्रश्न)
- गैर-लाभप्रद और अवसर से वंचित शिक्षार्थियों सहित विभिन्न प्रष्ठभूमि से आए शिक्षार्थी की आवशकताओं को समझना |
- अधिगम सम्बन्धी समस्याएं, कठिनाई वाले बालकों की आवश्यकताओं को समझना |
- मेधावी, सृजनशील, विशिष्ट प्रतिभावान शिक्षार्थी की आवशयकताओं को समझना |
(ग). सिखाना एवं अध्यापन (10 प्रश्न)
- बालक किस प्रकार सीखते और सोचते है ? बालक विद्यालय प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में कैसे और क्यों असफल होते है ?
- अधिगम और अध्यापन की बुनियादी प्रक्रियाएं, बालकों की अधिगम कार्य नीतियां, सामाजिक क्रिया कलाप के रूप में अधिगम, अधिगम में सामाजिक सन्दर्भ |
- एक समस्या समाधानकर्ता और एक वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में बालक |
- बोध एवं संवेदनाएं |
- प्रेरणा एवं अधिगम |
- बालकों में अधिगम की वैकल्पिक संकल्पना, अधिगम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण चरणों के रूप में बालक की त्रुटियों को समझना |
भाषा 1 (30 प्रश्न)
(क) भाषा बोधगम्यता (15 प्रश्न)
- अनदेखे अनुच्छेदों को पढ़ना- दो अनुच्छेदों, एक गद्य अथवा नाटक और एक कविता, जिसमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से सम्बंधित प्रशन पूछे जाते हैं |
- शिक्षण पर आधारित भाषा विकास |
- सीखना और ज्ञान अर्जित करना |
- विवरणात्मक भाषा शिक्षण |
- सुनने और बोलने की भूमिका : भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार उपयोग में लेते है?
(ख) भाषा विकास का अध्यापन (15 प्रश्न)
- अधिगम और अर्जन |
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत |
- सुनने और बोलने की भूमिकाः भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं ?
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संदर्श |
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार |
- भाषा कौशल |
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करनाः बोलन, सुनना, पढ़ना और लिखना |
- अध्यापन- अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपु स्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन |
- उपचारात्मक अध्यापन |
भाषा 2 (30 प्रश्न)
(क) बोध्यगम्यता (15 प्रश्न)
दो अनोखे गद्य अनुच्छेद (तर्क मूलक अथवा साहित्यिक अथवा वर्णनात्मक अथवा वैज्ञानिक) जिनमें बोध्यगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं |
(ख) भाषा विकास का अध्यापन (15 प्रश्न)
- अधिगम और अर्जन |
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिकाः भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं?
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संदर्श |
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार |
- भाषा कौशल |
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करनाः बोलन, सुनना, पढ़ना और लिखना |
- अध्यापन- अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपु स्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन |
- उपचारात्मक अध्यापन |
गणित (30 प्रश्न)
(क) विषय-वस्तु (15 प्रश्न)
ज्यामिति, आकार और स्थानिक समझ, हमारे चारों ओर विद्यमान ठोस पदार्थ, संख्याएं, जोड़ना और घटाना, गुणा करना, विभाजन, मापन, भार, समय, परिमाण, आंकड़ा प्रबंधन, पैटर्न, राशि |
(ख) अध्यापन संबंधी मुद्दे (15 प्रश्न)
- गणितीय/तार्किक चिंतन की प्रकृतिः बालक के चिंतन एवं तर्कशक्ति पैटर्नों तथा अर्थ निकालने और अधिगम की कार्यनीतियों को समझना |
- पाठ्यचर्या में गणित का स्थान |
- गणित की भाषा |
- सामुदायिक गणित |
- औपचारिक एवं अनौपचारिक पद्धतियोंके माध्यम से मूल्यांकन |
- शिक्षण की समस्याएं |
- त्रुटि विश्लेषण तथा अधिगम एवं अध्यापन के प्रांसगिक पहलू |
- नैदानिक एवं उपचारात्मक शिक्षण |
पर्यावरणीय अध्ययन (30 प्रश्न)
(क) विषय वस्तु (15 प्रश्न)
परिवार और मित्र, संबंध, कार्य और खेल, पशु, पौधे, भोजन, आश्रय, पानी, भ्रमण, वे चीजें जो हम बनाते और करते हैं |
(ग) अध्यापन संबंधी मुद्दे (15 प्रश्न)
- ई.वी.एस. की अवधारणा और व्याप्ति |
- ई.वी.एस. का महत्व, एकीकृत ई.वी.एस. |
- पर्यावरणीय अध्ययन एवं पर्यावरणीय शिक्षा |
- अधिगम सिद्धांत |
- विज्ञा और सामाजिक विज्ञान की व्याप्ति और संबंध |
- अवधारणा प्रस्तुत करने के दृष्टिकोण |
- क्रियाकलाप |
- प्रयोग/व्यवहारिक कार्य |
- चर्चा |
- सी.सी.ई. |
- शिक्षण सामग्री/उपकरण |
- समस्याएं |
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