Ivermectin (इवरमेक्टिन) क्या है



वर्तमान समय की मुख्य समस्या बढ़ता हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण है, जिसके कारण प्रतिदिन लाखो लोग कोरोना संक्रमित हो रहे है, प्रतिदिन कोरोना संक्रमित लोगो की मृत्यु दर बढ़ रही है | ऐसी समस्या के  चलते स्वास्थ्य विभाग की बैठक के बाद चिकित्सा स्वास्थ्य के मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के सीएमओ (CMO) को कोरोना संक्रमण से इलाज तथा बचाव के लिए इवरमेक्टिन टैबलेट के प्रयोग की अनुमति का आदेश जारी कर दिया गया है |

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना पॉजिटिव रोगी के संपर्क में आये हुए लोगो के बचाव के लिए इवरमेक्टिन दवा दी जा सकती है | आज इस पृष्ठ पर आपको “Ivermectin (इवरमेक्टिन) क्या है? इसके उपयोग तथा लाभ” के विषय में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई गई है |

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इवरमेक्टिन का क्या मतलाब है?

इवरमेक्टिन की खोज जापान के वैज्ञानिक सतोशी ओमूरा के द्वारा 1970 में की गयी थी | इवरमेक्टिन संक्रमण प्रोटीन के कोशिका के केन्द्रक में जाने की प्रक्रिया को रोकती है, जिस कारण वायरस में आरएनए रैप्लिकेशन की प्रक्रिया रुक जाती है तथा वायरस निष्क्रिय होने लगता है | यह दवा अपने इस विशेष गुण के कारण वर्तमान समय में कोविड 19 महामारी से बचाव तथा उपचार के लिए शोधकर्ताओ का प्रमुख विषय बनी हुई है| कोरोना संक्रमण से संक्रमित लोग जिनमे कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे है या हल्के लक्षण ही है तथा कोरोना मरीज के साथ-साथ उनकी देख-भाल के लिए संपर्क में आये  उन लोगो को  इवरमेक्टिन दवा दी जा सकती है | साथ ही इवरमेक्टिन दवा गर्भवती, धात्री महिलाओं तथा दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को नहीं दी जा सकती है । इस बैठक के अंतर्गत में एजिथ्रोमाइसिन के स्थान पर डॉक्सीसाइक्लीन दवा के प्रयोग किये जाने की अनुमति दी गयी है, लेकिन यह दवा भी गर्भवती, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष  से कम आयु  के बच्चों को नहीं दी जाएगी ।

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इवरमेक्टिन शोध के परिणाम (Ivermectin Research Results)

कोरोना संक्रमण से बचाव के उद्देश्य से शोधकर्ताओ के द्वारा इवरमेक्टिन पर किये गए शोध के सफल परिणाम प्राप्त हुए है वह इस प्रकार है

  • अमेरीका के डोमिकल रिपब्लिक देश में इस दवा के शोध के परिणाम स्वरूप मृत्युदर तथा संक्रमण काल में कमी आयी है |
  • इसी उद्देश्य से पेरू देश में भी शोध अध्ययन के परिणाम भी सफल रहे है इस दवा के प्रयोग से कोरोना के बढ़ने में रोकथाम तथा उपचार में सफलता सम्भव हो पायी है |
  • बांग्लादेश में भी इस संक्रमण के चलते हुए शोध के परिणाम भी उल्लासपूर्ण रहे है |
  • इसके अतिरिक्त एम्स दिल्ली, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज उज्जैन तथा मैक्स हॉस्पिटल नयी दिल्ली शोध के प्रमुख स्थान है |

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इवरमेक्टिनदवा की खुराक (Dose of Ivermectin Medicine)

  • यह दवा कोरोना संक्रमित वयस्क व्यक्ति को लगातार तीन दिन तक रात्रि में भोजन के दो घंटे के बाद एक इवरमेक्टिन टेबलेट 12 mg (शरीर का वजन 80 किलोग्राम से अधिक होने की अवस्था में 18mg की टैबलेट) दी जाएगी तथा साथ में डॉक्सीसाइक्लिन (Doxycyclin) की दवा दिन में 2 बार 5 दिन तक दी जाएगी |
    • कोरोना संक्रमितो की देखभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को इस संक्रमण से बचाने के लिए पहले, सातवे तथा तीसवे दिन इवरमेक्टिन दवा दी जाएगी तथा आवृति क्रम में महीने में इक बार दी जाएगी |

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इवरमेक्टिन के उपयोग (Use of Ivermectin)

  • इस दवा का प्रयोग दाद, खाज तथा खुजली होने पर किया जाता है |
  • लीख तथा जुओ को मारने के लिए भी यह दवा प्रयोग की जाती है |
  • वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के इलाज तथा बचाव में इसका प्रयोग किया जा रहा है |

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इस प्रष्ठ पर आपको कोविड 19 से बचाव तथा इलाज में प्रयोग की जाने वाली इवरमेक्टिन दवा के विषय में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी है अब उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आएगी | अब इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करके अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही उत्तर देने का प्रयास किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |

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