Nyota Bhojan Kya Hai – छत्तीसग़ढ सरकार की ओर से न्योता भोजन योजना को चलाया जा रहा हैं। प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास किया जा रहा हैं। दोस्तों अगर आप भी छत्तीसग़ढ सरकार की इस योजना से जुडी सभी जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा, इस्लिए आपसे अनुरोध है कि Nyota Bhojan को विस्तार से जानने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
What is Nyota Bhojan | Nyota Bhojan Kya Hai
वित्तीय वर्ष छत्तीसग़ढ सरकार ने न्योता भोजन की शुरुआत की हैं। छत्तीसग़ढ सरकार द्वारा सरकारी स्कूली बच्चों को अब मिड डे मील में दाल चावल के साथ ही साथ स्वादिष्ट भोजन भी खाने को मिलेगा। न्योता भोजन, स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं होगा, बल्कि यह विद्यार्थियों को दिए जा रहे भोजन का पूरक होगा। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना में समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिये छत्तीसगढ़ राज्य में न्योता भोजन की अवधारणा रखी गई है, शनिवार को इसकी शुरुआत रायपुर में हुई. रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने धरमपुरा क्षेत्र के सरकारी स्कूल में न्योता भोजन का आयोजन किया गया।
सब्जियों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
Details of Nyota Bhojan yojana
योजना का नाम | Nyota Bhojan yojana |
किसके द्वारा शुरू की गई | छत्तीसग़ढ सरकार द्वारा |
राज्य | छत्तीसग़ढ |
लाभार्थी | सरकारी स्कूली बच्चे |
साल | – |
बच्चों को मिलेगा स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन
Nyota Bhojan Kya Hai, यह पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं। इसके अंतर्गत प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना से लाभांवित हो रहे बच्चों को अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदान किया जा सकेगा। प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही ये योजना एक अहम योजना हैं जिसमें छात्रों को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराये जा रहें हैं। जैसे –
- फल
- दूध
- मिठाई
- बिस्किट्स
- नमकीन,
- अनाज
- हलवा
- चिक्की
- अंकुरित खाद्य पदार्थ अदि।
Nyota Bhojan का उद्देश्य
दोस्तों जैसा की हम सभी जानते हैं की गरीब परिवार के नागरिको को अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी समस्याओ का सामना करना पड़ता हैं। यहां तक की उनके बच्चो को स्वादिष्ट भोजन भी नहीं मिल पता हैं। इन सभी मुश्किलों को आसान करने के लिए छत्तीसग़ढ सरकार की ओर से न्योता भोजन योजना को शुरू किया जा रहा हैं। प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि तथा सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है। यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है. कोई भी व्यक्ति, समुदाय के लोग अथवा सामाजिक संगठन किसी भी खास अवसर पर या स्वेच्छा से सरकारी स्कूलों में भोज का आयोजन कर सकता है।
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न्योता भोजन के लाभ एवं विशेषताएं
छत्तीसगढ़ के स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत न्योता भोजन योजना लागू करने का निर्णय लिया गया है।
- इस योजना के तहत स्कूली बच्चों को अब मिड डे मील में दाल चावल के साथ ही स्वादिष्ट भोज भी खाने को मिलेगा.
- न्योता भोजन का उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि तथा सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है।
- इसके तहत कोई भी व्यक्ति, संगठन या फिर समाज के लोग सरकारी स्कूलों में भोज दे सकेंगे।
- छत्तीसगढ़ के स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले खाने को सामुदायिक भागीदारी के जरिए और ज्यादा पोषक बनाने की पहल है।
- यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है. कोई भी व्यक्ति, समुदाय के लोग अथवा सामाजिक संगठन किसी भी खास अवसर पर या स्वेच्छा से सरकारी स्कूलों में भोज का आयोजन कर सकता है.
- इसके अलावा खाद्य सामग्री की योगदान भी कर सकता है. न्योता भोजन, स्कूल में दिए जाने वाले मिड डे मील का विकल्प नहीं होगा बल्कि यह इसके अतिरिक्त होगा.
- यह विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है।
- ‘न्योता भोजन’ की घोषणा प्रार्थना के दौरान की जाए। घोषणा में दान-दाता के नाम की भी घोषणा की जा सकती है अथवा उन्हें आमंत्रित किया जा सकता है।
- फल, दूध, मिठाई, बिस्किट्स, हलवा, चिक्की, अंकुरित खाद्य पदार्थ जैसे सामग्री, जो बच्चों को पसंद हो का चुनाव अतिरिक्त पूरक पोषण सामग्री के रूप में किया जा सकता है।
- सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु, ‘न्योता भोजन को बढ़ाने के लिये ‘सबका प्रयास’ अवधारणा का उपयोग किया जाना चाहिये।
FAQ’s
समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि तथा सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है।
छत्तीसगढ़ के स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को लाभ प्रदान किया जा रहा हैं।
छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों के बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट खाना देने के साथ भोजन में उनकी रुचि बढ़ाने के लिए न्योता भोजन शुरू किया गया है. कोई भी अपनी स्वेच्छा से स्कूलों में भोज का आयोजन कर सकता है।
मिड डे मील (Mid Day Meal) योजना