भारत में प्रति वर्ष लाखो की संख्या में लोग टीबी अर्थात क्षय रोग से ग्रसित होकर अपनी जान गवां देते है, और कुछ लोग अस्पतालों में अपना इलाज करवाते है। पिछले कुछ वर्षो में टीबी के सबसे अधिक मामले पूर्वी एशिया और पश्चिमी प्रशांत देशो में दर्ज किये गए जिनमे से भारत में लगभग 5 लाख टीबी के केस पाए गये ।
विश्व में इस रोग के एक चौथाई मामले भारत में पाए जाते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय तपेदिक शोध संस्थान के अनुसार तपेदिक अब भी चिंता का विषय बना हुआ है। प्रधानमंत्री टीबी (क्षय रोग) मिशन क्या है? लाभ और आवेदन करनें के बारें में यहाँ आपको विस्तार से जानकारी दे रहे है |
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प्रधानमंत्री टीबी (क्षय रोग) मिशन 2022 क्या है (PM TB Mission 2022 Kya Hai)
स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय तपेदिक शोध संस्थान की रिपोर्ट की गंभीरता को समझते हुए तत्कालीन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने 28 अक्टूबर 2014 को बार्सिलोना में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के ग्लोबल टीबी कांफ्रेंस में टीबी मिशन 2020 की घोषणा की। इस मिशन के अंतर्गत भारत सरकार 2022 तक भारत से तपेदिक को जड़ से समाप्त करने के लिये वचनबद्ध है। इस कांफ्रेंस का एजेंडा था- वैश्विक स्तर पर टीबी महामारी को समाप्त करने के लिए पुराने तरीकों से बाहर निकलकर नए तरीके से इस बिमारी से लड़ना।
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टीबी (क्षय रोग) क्या होता है (TB KyaHotaHai)
टीबी की क्षय रोग, तपेदिक भी कहते है| टीबी बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस) के कारण होता है, जो व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित करते हैं। तपेदिक रोके जाने योग्य अर्थात इलाज योग्य है। टीबी हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब फेफड़े की टीबी से ग्रसित व्यक्ति खांसता, छींकता या थूँकता है, तो टीबी के कीटाणु हवा में फ़ैल जाते हैं, जिसके बाद यह कीटाणु किसी को भी अपना शिकार बना सकते हैं। दुनियां की लगभग एक तिहाई आबादी टीबी की बीमारी से ग्रसित है, जिसका अर्थ है कि लोग टीबी बैक्टीरिया से संक्रमित हो गए हैं, लेकिन बीमारी से बीमार नही हैं।
टीबी मिशन 2022 – भारत द्वारा टीबी जैसी जानलेवा बीमारी को जड़ से ख़तम करने के लिए चलाया गया है जिसके द्वारा गरीब से गरीब व्यक्ति भी समय रहते टीबी जैसी बीमारी का इलाज कराने में सक्षम होगा।
टीबी मिशन 2022 के लाभ (Benefit Of TB Mission 2020)
- सरकारी और निजी अस्पतालों से मरीजों को मुफ्त निदान और उपचार के साथ-साथ पोषण सहायता और प्रासंगिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- सरकार द्वारा टीबी के निदान के लिए वाणिज्यिक दवा पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठायेगी ताकि राष्ट्रीय दवा कानून की अलग-अलग अनुसूची के तहत टीबी की दवाओं को लाया जा सके।
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टीबी मिशन 2022 की महत्वपूर्ण जानकारी (Important Information TB Mission)
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भारत से टीबी अर्थात तपेदिक को समाप्त करने हेतु सरकारी योजनाओं के अंतर्गत टीबी मिशन 2022 की शुरुआत की।
- भारतीय प्रतिनिधिमण्डल द्वारा ब्रिक्स देशों के तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक 1 दिसम्बर 2014 को आयोजित की गयी, जिसका प्रमुख एजेंडा तपेदिक नियंत्रण था।
- मंत्रालय ने स्वास्थय देखभाल से जुड़े पेशेवरों, हितधारकों, नीति निधारकों के संयुक्त प्रयासों पर जोर दिया।
- टीबी मिशन 2022 के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय ने एंटी-टीबी मिशन के अधिकारियों को सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने का निर्देश दिया है।
टीबी मिशन 2022 के लिए आवेदन (Apply For TB Mission 2022)
- टीबी से ग्रसित मरीज को जिले के नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जाकर आवेदन कर सकते है।
- निजी अर्थात प्राईवेट अस्पतालों में जाकर भी मरीज इस मिशन से जुड़ने के लिए आवेदन कर सकते है, आवेदन प्रक्रिया में किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है अर्थात यह पूर्ण रूप से निशुल्क है|
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