पीपीई (PPE) मेडिकल डिपार्टमेन्ट में प्रयोग होने वाले एक सूट का नाम है, जो हमे किसी भी संक्रमण को अपने शरीर पर आने वाले खतरे से रोकता है | इसे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के नाम से जानते हैं। यह वह उपकरण होता है जो एक व्यक्ति की रक्षा करने में प्रयोग किया जाता हैं। वर्तमान समय में पीपीई (PPE) सूट का इस्तेमाल डॉक्टर, नर्स या बाकी स्टाफ कोरोना वायरस से बचाव के लिए पहनकर कर रहा है इसमें ग्लव्स, मास्क, चश्मे, सूट आदि सभी सामान होती हैं।
पीपीई किट की मदद से संक्रमण के मरीजों का इलाज करने में डॉक्टर, नर्स और बाकी स्टाफ संक्रमित होने से बचते है और सुरक्षित रहते है। यदि आप भी पीपीई (PPE) क्या है, पीपीई का फुल फॉर्म क्या होता है, पीपीई के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इसके विषय में बताया जा रहा है |
पीपीई (PPE) का फुल फॉर्म
PPE का फुल फॉर्म “Personal protective equipment” होता है, इसका उच्चारण “पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट” होता है | इसका हिंदी में अर्थ ‘व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण’ होता है | नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ के मुताबिक, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट विशेष तरीके से डिजाइन होता है, जो किसी भी गंभीर बीमारी या फिर सर्जरी के इलाज के समय पहनने में प्रयोग में लाया जाता है। इसकी जरूरत कई स्थितियों में होती है जैसे केमिकल रेडियोलॉजिकल, फिजिकल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इन्फेक्शन आदि से रक्षा करने में यह सहायता प्रदान करता है। इसकी व्यक्तिगत सुरक्षा इंसान के आंख, कान, त्वचा, हाथ, पैर, सिर और पूरे शरीर को बचाता है।
पीपीई (PPE) के लेवल
पीपीई (PPE) के मुख्यतः 4 लेवल के लिए तैयार किया जाता हैं, इसे लेवल ए, लेवल बी, लेवल सी, और लेवल डी में बांटा गया है। वर्तमान में चल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा के लिए ‘लेवल ए’ की पीपीई (PPE) का प्रयोग किया जाता है। इसके अंतर्गत रेस्पिरेट्री सिस्टम से लेकर जूतों को प्रोटेक्टिव बनाने के लिए कवर तक को सम्मिलित किया जाता हैं। कोरोना वायरस के शरीर के संपर्क में आने से रोकता हैं। यही कारन है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए पीपीई (PPE) डॉक्टरों के द्वारा पहनने के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है।
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पीपीई (PPE) सूट कैसे रक्षा करता है
पीपीई (PPE) का नाम व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण है, यानि कि साधारण भाषा में कहते तो यह रक्षा करता है | डॉक्टर और नर्स और अन्य स्टाफ को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के पास जाने से पूर्व और उसके इलाज के समय इस सूट को पहनना बहुत आवश्यक होता है। इस सूट के द्वारा डॉक्टर और नर्स को कई लेयर की सुरक्षा मिलती है जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है। यह सूट बेहतरीन वैज्ञानिक तरीकों से निर्मित किया गया, यह रेस्पिरेटरी सिस्टम को सबसे अधिक सुरक्षा प्रदान करता है।
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पीपीई (PPE) चर्चा में क्यों है
कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण से पूरे विश्व के साथ भारत भी इसकी चपेट में आ चुका है| इससे सबसे ज्यादा बचे रहने के लिए और सतर्कता की जरूरत डॉक्टरों और सम्बंधित स्टाफ को है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज और देखभाल के समय अभी तक दुनिया भर से कई ऐसे मामले सामने आये है, जिसमे इलाज के दौरान डॉक्टर भी इससे संक्रमित हो चुके हैं। इसलिए डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए एक खास प्रकार का सूट तैयार किया गया है, जिस सूट का नाम पीपीई (PPE) यानि की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट होता है |
आपको पीपीई (PPE) यानि की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट के विषय में जानकारी प्रदान की गई | यदि इससे सम्बंधित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |