भारत देश में मौजूद पुडुचेरी केंद्र सरकार द्वारा शासित एक प्रदेश है। पुडुचेरी को पहले पांडिचेरी कहा जाता था। साल 2006 में इसके नाम में बदलाव किया गया और पांडिचेरी से इसका नाम बदलकर के पुडुचेरी कर दिया गया है। इस आर्टिकल में हम पुडुचेरी में कितने जिले हैं | List of Districts in Puducherry& Capital in Hindi इस विषय पर चर्चा करेंगे।
पुडुचेरी शब्द का तमिल में शाब्दिक अर्थ नयागांव होता है। पुडुचेरी बंगाल की खाड़ी के पास में बसा हुआ है। इस प्रकार से यहां पर जल स्तर बहुत ही बढ़िया है और भारी मात्रा में यहां बरसात के मौसम में बरसात होती है।
पुडुचेरी में कितने जिले हैं ?
साल 2022 में पुडुचेरी में मौजूद कुल जिलों की संख्या 4 है। पुडुचेरी और पांडिचेरी दोनों एक ही है। इसलिए आप इन दोनों को अलग-अलग ना समझे। पांडिचेरी का सबसे बड़ा जिला पांडिचेरी ही है।
यह जिला 293 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और आकार में पांडिचेरी का सबसे छोटा जिला माहे जिला है जो कि 9 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। पुडुचेरी में अधिकतर अंग्रेजी, फ्रांसीसी और तमिल भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यहां लोकल भाषाओं का भी यूज़ होता है साथ ही हिंदी भाषी लोग भी यहां पर मौजूद है।
पुडुचेरी के सभी जिलों के नाम | List of Districts in Puducherry
- पुडुचेरी जिला |
- कराईकल जिला |
- यानम जिला |
- माहे जिला |
पुडुचेरी का सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला
पुडुचेरी में कुल 4 जिले मौजूद हैं और साल 2011 में जब भारत में सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना हुई थी तो उस जनगणना के अंतर्गत पुडुचेरी राज्य में भी जनसंख्या की गिनती की गई थी। इस प्रकार से साल 2011 की जनगणना के हिसाब से पुडुचेरी में जनसंख्या के मामले में सबसे पहले स्थान पर पुडुचेरी जिला आता है। यहां की जनसंख्या 950289 थी। इसके अलावा दूसरे स्थान पर पुडुचेरी का कराईकल जिला आता है। यहां की जनसंख्या 200,222 थी।
पुडुचेरी में तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला जिला यानम जिला है, जहां पर साल 2011 में हुई जनगणना के हिसाब से रहने वाले लोगों की कुल जनसंख्या 55626 है।और चौथे स्थान पर पुडुचेरी का माहे जिला आता है। यहां की जनसंख्या साल 2011 की जनगणना के हिसाब से 41816 है।
पुडुचेरी जिला | 950,289 |
कराईकल जिला | 200,222 |
यानम जिला | 55,626 |
माहे जिला | 41,816 |
पुडुचेरी का सबसे कम जनसंख्या वाला जिला
साल 2011 की जनगणना के आंकड़े के हिसाब से पुडुचेरी में सबसे कम जनसंख्या माहे जिले की है। इसके बाद दूसरे नंबर पर सबसे कम जनसंख्या के मामले में पुडुचेरी का यानम जिला आता है और तीसरे नंबर पर पुडुचेरी का कराईकल जिला आता है। इन जिलों में जनसंख्या कितनी है, इसकी जानकारी उपरोक्त है।
पुडुचेरी का सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला
पुडुचेरी में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे लोग माहे जिले में निवास करते हैं, क्योंकि माहे जिले की साक्षरता की दर 97.87 प्रतिशत है। दूसरे स्थान पर सबसे पढ़े लिखे लोगों की जनसंख्या पुडुचेरी में कराईकल जिले में निवास करती है।
यहां की साक्षरता की दर 87.05% है। तीसरे स्थान पर पुडुचेरी जिला और चौथे स्थान यानम जिला विराजमान है। पुडुचेरी जिले की साक्षरता की दर 85.44 प्रतिशत है और यानम जिले की साक्षरता की दर 79.47 प्रतिशत है।
माहे जिला | 97.87% |
कराईकल जिला | 87.05% |
पुडुचेरी जिला | 85.44% |
यानम जिला | 79.47% |
पुडुचेरी का सबसे कम साक्षरता वाला जिला
पुडुचेरी में सबसे कम पढ़े लिखे लोग यानम जिले में निवास करते हैं। इसके पश्चात पुडुचेरी जिला, उसके पश्चात कराईकाल जिला और उसके पश्चात माहे जिले का नाम आता है। इन जिलों में साक्षरता की दर कितनी है, इसकी जानकारी ऊपर बताई गई है।
पुडुचेरी का सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला
महिलाओं और पुरुषों के लिंग अनुपात के मामले में पुडुचेरी में सबसे अच्छी स्तिथि माहे जिले की है। यहां पर प्रति 1000 पुरुषों पर 1184 महिलाएं मौजूद है। दूसरे स्थान पर लिंगानुपात के मामले में कराईकल जिले का नाम आता है। कराई कल जिले में लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 1047 महिलाएं हैं।
तीसरे स्थान पर यानम जिला विराजमान है। यहां का लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 1047 महिलाओं का है और चौथे स्थान पर पुडुचेरी जिले का नाम आता है। यहां का लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 1029 महिलाएं हैं।
माहे जिला | 1,184 |
कराईकल जिला | 1,047 |
यानम जिला | 1,038 |
पुडुचेरी जिला | 1,029 |
पुडुचेरी का सबसे कम लिंगानुपात वाला जिला
वैसे तो पुडुचेरी में लिंगानुपात सभी जिलों में अच्छा ही है। इसलिए यहां पर कम लिंगानुपात वाला कोई भी जिला नहीं है। हालांकि अगर पुरुषों की कम संख्या के हिसाब से देखा जाए तो पुडुचेरी में सबसे कम लिंगानुपात पुडुचेरी जिले का ही है, क्योंकि यहां पर 1029 महिलाओं पर एक हजार पुरुष है।
दूसरे स्थान पर सबसे कम लिंगानुपात यानम जिले का है। यहां पर 1038 महिलाओं पर एक हजार पुरुष है। तीसरे स्थान पर कराई कल जिला है। यहां पर 1047 महिलाओं पर एक हजार पुरुष है और चौथे स्थान पर माहे जिला है। यहां पर 1184 महिलाओ पर सिर्फ एक हजार पुरुष।
हिमाचल प्रदेश में कितने जिले है
पुडुचेरी के प्रमुख पर्यटन स्थल | TouristPlacesin Puducherry
पैराडाइज बीच
पुडुचेरी में मौजूद पैराडाइज बीच एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो कि चुन्नमबार के पास में मौजूद है। पांडिचेरी में अगर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगह की बात की जाए तो उसमें इस जगह का नाम ही अवश्य आता है।
यहां पर जाने के पश्चात आप समुद्र के बगल में बैठ सकते हैं और समुद्र के पानी को निहार सकते हैं साथ ही शाम के समय यहां पर ठंडी ठंडी समुद्री हवाओं का आनंद भी आप ले सकते हैं।
यहां की रेत नरम होती है। इसलिए आप नंगे पैर भी यहां पर वाकिंग कर सकते हैं। आपको यहां पर जाने के पश्चात कई प्रकार के पक्षी भी दिखाई देते हैं।
इसलिए अगर आप पक्षियों की फोटो खींचना पसंद करते हैं या फिर आप अपनी ही फोटो खींचने के शौकीन है तो आपको यहां पर बेहतरीन बैकग्राउंड प्राप्त हो जाएगा। यहां पर खाने के लिए आपको ताजे नारियल का पानी मिल जाता है साथ ही नाश्ता भी मिल जाता है। आप यहां पर वॉटर स्पोर्ट्स का भी आनंद उठा सकते हैं।
प्रोमेनेड बीच
पांडिचेरी शहर में मौजूद यह भी बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो तकरीबन 1 किलोमीटर से भी अधिक के विस्तार में फैला हुआ है। यहां पर आप वॉलीबॉल खेलने का आनंद स्थानीय लोगों के साथ उठा सकते हैं। आपको यहां पर शाम को टहलने में काफी आनंद आएगा। यहां पर जा करके आप तैराकी, योगा और स्केटिंग जैसे कामों को कर सकते हैं।
इसी बीच के आसपास में अन्य प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे कि वार मेमोरियल, जॉन ऑफ आर्क की प्रतिमा, हेरीटेज टाउन हॉल, पुराने लाइट हाउस, महात्मा गांधी की मूर्ति भी है जहां पर अवश्य ही आपको घूमने जाना चाहिए।
इस जगह पर आपको रेस्टोरेंट भी मिल जाते हैं जहां पर आप पुडुचेरी के लोकल खाने का आनंद उठा सकते हैं अथवा फैमिली के साथ डिनर कर सकते हैं।
राज निवास
यह एक प्रकार की बहुत ही प्रसिद्ध इमारत है जिसका निर्माण 18वीं शताब्दी के आसपास हुआ था और वर्तमान समय में यह पांडिचेरी के उपराज्यपाल के निवास के तौर पर जानी जा रही है।
लोकल लोगों के लिए यह इमारत नहीं खुली हुई होती है परंतु फिर भी यह पांडिचेरी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। इस इमारत के अंदर एक पुरानी अदालत मौजूद है साथ ही राज निवास का मुख्य आकर्षण यहां पर मौजूद अखंड स्तंभ है जिसे साल 1751 में यहां पर लाया गया था।
बोटैनिकल गार्डन
सन 1862 में बोटैनिकल गार्डन की स्थापना की गई थी। यहां पर बहुत सारे विदेशी पौधे मौजूद है। इसके अलावा यहां पर अलग-अलग प्रकार की प्रजातियों वाली मछलियां भी मौजूद है, जहां पर जाने के पश्चात आपको अलग-अलग प्रकार के पौधे दिखाई देते हैं, जो कभी कबार ही आपको देखने को मिलते हैं।
यहां पर एक एक्वेरियम की शानदार जगह मौजूद है जहां पर अलग-अलग पानी में रहने वाले जीव जंतु है। अगर आप पांडिचेरी घूमने जाना चाहते हैं तो निश्चित ही बॉटनिकल गार्डन को अवश्य घूमे।
FAQ
पुडुचेरी का पहले का नाम क्या था ?
पांडिचेरी
पांडिचेरी का नाम पुडुचेरी कब रखा गया ?
साल 2006
पुडुचेरी में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएं कौन सी है ?
तमिल, फ्रांसीसी और अंग्रेजी
पुडुचेरी कहां है ?
भारत के दक्षिण भाग में