कोरोना वायरस से भारत समेत दुनिया के कई देश इसकी चपेट में आ चुके है | कई देशों की हालत काफी गम्भीर है, और बहुत से देशों की सरकारों ने अपने देश में लॉक डाउन कर रखा है | ऐसी स्थिति में दुनिया के दिग्गज देशों में शुमार होने वाला देश अमेरिका भी इस भयानक महामारी की चपेट में आ चुका है | अमेरिका में मरने वालों की संख्या 62 हजार से अधिक और कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 7 लाख से भी ज्यादा पहुच चुकी है | अमेरिका के कई शहरों को इस बीमारी से काबू पाने के लिए लॉक डाउन कर रखा है |
कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी से बचने के लिए सभी देशों के डॉक्टर्स की टीमे इसकी कारगर दवाई बनाने में लगी है | बड़े देशों की सभी मेडिकल्स लैब इसके वैक्सीन और दवाई बनाने में जुटी हुई है | इसी बीच इस महामारी से बचने के लिए रेमडेसिवीर (Remdesivir) से एक अच्छी खबर आयी है, जहाँ से दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए दवाई बनाई जा चुकी है | रेमडेसिवीर (Remdesivir) अमेरिका का एक संघठन है | यदि आप भी रेमडेसिवीर (Remdesivir) क्या है, Remdesivir Explained in Hindi, इसके विषय में जानना चाहते है तो पूरी जानकारी दी जा रही है |
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रेमडेसिवीर (Remdesivir) का दावा
रेमडेसिवीर (Remdesivir) के शीर्ष अमेरिकी वैज्ञानिकों में एक एंथोनी फाउसी ने बताया कि “आंकड़े बताते हैं कि इस रेमेडेसिवर (Remdesivir)का रिकवरी का समय कम करने के लिहाज से स्पष्ट, महत्वपूर्ण, सकारात्मक सामने आया है.” इसके साथ ही फाउसी ने इसकी प्रथम रेट्रोवायरस की खोज की तुलना की है जो 1980 के दशक में HIV के खिलाफ मामूली सफलता प्राप्त हुई थी |
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रेमडेसिवीर (REMDESIVIR) दवा का ट्रायल
इस एंटीवायरल दवा का निर्माण Gilead Sciences द्वारा किया गया है | इस दवा का सर्वप्रथम इबोला के खिलाफ टेस्ट किया गया था, परन्तु यह सफल नहीं था | लेकिन कुछ दिनों पहले ही COVID-19 के मरीजों पर इस दवा का ट्रायल की अगुवाई कर रही डॉक्टर कैथलीन ने STAT न्यूज से बात करते हुए जानकारी दी कि, ”सबसे अच्छी खबर ये है कि हमारे बहुत से मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं |” डॉक्टर कैथलीन यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में संक्रामक बीमारियों की स्पेशलिस्ट डॉक्टरों में से एक हैं |
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REMDESIVIR दवा कैसे करती है काम
यह दवा दिखने में लिक्विड के रूप में होती है, मरीजों को इसे नसों के द्वारा शरीर में पहुंचाया जाता है | इलाज के समय मरीज को लगातार कई दिनों यानि कि’ लगभग 10 दिन तक हॉस्पिटल या क्लिनिक रहना पड़ सकता है/या प्रतिदिन जाना पड़ सकता है |
इसके साथ ही इस दवा को अभी तक 100 प्रतिशत कारगर नहीं बताया गया है | अभी केवल इसे ट्रायल पर रखा गया है | इसके अलावा इस दवा के समबन्ध में WHO के द्वारा कोई घोषणा नहीं की गई है | इसलिए सभी देश WHO के द्वारा बताएं गए निर्देशों का इन्तजार कर रहे है | इसलिए अभी तक भारत में इसका कोई प्रयोग नहीं किया गया है |
यहाँ आपको रेमडेसिवीर (Remdesivir) के बारे में जानकारी प्रदान की गई | यदि आप इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही निवारण किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे|