जनता के बीच किसी विशेष मुद्दे पर जागरूकता फैलानी हो या फिर उनकी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाना हो, मीडिया हमेशा से ही किसी भी देश के विकास में अहम भूमिका अदा करती है। धीरे-धीरे भारतीय मीडिया के कार्य क्षेत्र में विस्तार हो रहा है। अतः ऐसे समय में युवाओं के लिए मीडिया में करियर बनाना फायदेमंद सौदा साबित हो सकता है।
ऐसे कई युवा है, जो इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं और कई युवा इस फील्ड में अपना करियर बना चुके हैं। अगर मीडिया में जाने की इच्छा रखते है, तो आप 12वीं कक्षा को पास करने के बाद मीडिया से संबंधित बीएमएम (BMM) कोर्स कर सकते हैं। यहां हम इस विषय से जुड़ी पूर्ण जानकारी आपके साथ सांझा कर रहे है।
बीएमएम (BMM) कोर्स क्या है?
बीएमएम (BMM) का संक्षिप्त नाम बैचलर ऑफ मास मीडिया होता है, जिसे करने हेतु विद्यार्थियों को कुल 3 साल का समय देना होता है। इन 3 सालों की अवधि के दौरान विद्यार्थियों को 6 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी पड़ती है। जो भी विद्यार्थी बैचलर ऑफ मास मीडिया के कोर्स में एडमिशन पाना चाहते हैं, वह इस कोर्स में 12वीं कक्षा को पास करने के बाद एडमिशन ले सकते हैं।
बैचलर ऑफ मास मीडिया का कोर्स ग्रैजुएट लेवल का कोर्स होता है और इस कोर्स में विद्यार्थियों को मास मीडिया कम्युनिकेशन की स्टडी करवाई जाती है, साथ ही विद्यार्थियों को कोर्स के अंतर्गत टेलीविजन, न्यूज़ पेपर, न्यूज़ राइटिंग, इंटरनेट मीडिया, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी जैसी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में भी सिखाया और पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स के दौरान छात्रों को मास्टर ऑफ मास मीडिया की भी एजुकेशन विद्यार्थियों को दी जाती है। ऐसे विद्यार्थी जो पत्रकारिता में अपना भविष्य देखते है वह इस फील्ड में अपना करियर आसानी के साथ बना सकते हैं। इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा कर लेने के बाद आपको नौकरी के बहुत सारे ऑप्शन प्राप्त होते हैं। कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को न्यूज़ रिप्रेजेंटेशन, न्यूज़ फॉरमेशन और स्टोरी राइटिंग भी सिखाई जाती है, जो कि मास मीडिया की फील्ड में सफल होने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है।
बीएमएम (BMM) कोर्स हेतु योग्यता क्या है?
इस कोर्स में दाखिला पाने हेतु विद्यार्थियों को सर्वप्रथम कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं की परीक्षा पास करना आवश्यक है। हम आपको यहां यह भी बता दें कि, आपको 12वीं की क्लास में कोई विशेष स्ट्रीम नहीं लेनी है। अगर आपने 12वीं कक्षा को साइंस, कॉमर्स या फिर आर्ट्स के सब्जेक्ट के साथ पास किया है, तब भी आप इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप बैचलर ऑफ मास मीडिया के बड़े कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं, तब आपको बारहवीं की कक्षा में तकरीबन 70 प्रतिशत से लेकर के 80 परसेंट तक अंक लाने पड़ेंगे।
बीएमएम (BMM) कोर्स कैसे करें?
नीचे आपको हम स्टेप बाय स्टेप बता रहे हैं कि कैसे आप बैचलर ऑफ मास मीडिया के कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं और कैसे इस कोर्स को कर सकते हैं।
10वीं की परीक्षा को पास करें।
यह बात तो आप जानते ही हैं कि जब 10वीं की परीक्षा पास आती है, तब आपको बोर्ड की एग्जाम देनी पड़ती है और हर विद्यार्थी के लिए बोर्ड की एग्जाम काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस प्रकार बैचलर ऑफ मास मीडिया के कोर्स को करने के लिए आपको 10वीं की एग्जाम को पास कर लेना है।
12वीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ पास करें।
दसवीं की परीक्षा को पास करने के बाद ग्यारहवीं में किसी एक स्ट्रीम का चुनाव करके आपको 12वीं कक्षा अच्छे अंकों से पास करने का प्रयास करना चाहिए। अगर आप किसी उच्च विश्व विद्यालय में एडमिशन पाना चाहते हैं, तो आपको परीक्षा में अच्छे अंक लाने पड़ेंगे।
एंट्रेंस परीक्षा दें।
इंडिया में कुछ ऐसे संस्थान है, जो इस कोर्स में एडमिशन देने के लिए एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करवाते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी कॉलेज है जो आपको सीधा दाखिला दे देते हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर के आपको इस कोर्स में एडमिशन पा लेना है।
कोर्स पूरा करें।
बैचलर ऑफ मास मीडिया के कोर्स में एडमिशन पाने के बाद आपको लगातार 3 सालों तक इसकी पढ़ाई करनी होती है। इसके अंतर्गत आपको टोटल 6 सेमेस्टर की स्टडी करनी पड़ती है। जब आप इसकी पढ़ाई सफलतापूर्वक कंप्लीट कर लेते हैं, तब आपको बैचलर ऑफ मास मीडिया का सर्टिफिकेट यानी की डिग्री प्राप्त हो जाती है। इसके बाद आप चाहे तो INTERNSHIP पर भी कर सकते हैं।
बीएमएम (BMM) कोर्स हेतु पात्रता क्या है?
ऐसे लोगों के लिए मास मीडिया की फिल्ड काफी अच्छी मानी जाती है, जिन्हें अच्छा बोलना और लिखना आता है। अगर आप मास मीडिया की फील्ड में अपना करियर स्थापित करना चाहते हैं, तो आप के अंदर नीचे बताई गई योग्यता अथवा पात्रता होनी चाहिए।
- रचनात्मकता |
- रिसर्च करने की कला |
- बातचीत करने की कला |
- नेटवर्किंग कौशल |
- आत्मविश्वास |
- रचनात्मक लेखन कला |
- ऑब्जरवेशन कौशल |
- विश्लेषण करने की कला |
बीएमएम कोर्स की फीस क्या है?
इस कोर्स की फीस के गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज में विभिन्न कॉलेजों द्वारा अलग अलग निर्धारित होती है। अगर आप इस कोर्स को करने के लिए गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करने में सफलता हासिल कर लेते हैं, तो प्राइवेट कॉलेज की तुलना में आपको गवर्नमेंट कॉलेज में कम फीस भरनी पड़ेगी।
यही वजह है कि अधिकतर विद्यार्थी यही चाहते हैं कि बैचलर ऑफ मास मीडिया के कोर्स में उन्हें गवर्नमेंट कॉलेज में ही एडमिशन प्राप्त हो, ताकि उन्हें कम फीस भरनी पड़े। जिन विद्यार्थियों को गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाता है, वह चाहे तो प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए कोशिश कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ मास मीडिया के कोर्स की प्राइवेट कॉलेज में फीस ₹1,00000 तक सालाना हो सकती है। इसके अलावा गवर्नमेंट कॉलेज में इस कोर्स की फीस सालाना तौर पर ₹10,000 से लेकर के 20,000 तक हो सकती है।
इस प्रकार प्राइवेट कॉलेज से इस कोर्स को करने के लिए आपको ₹,300000 से लेकर के ₹4,00000 तक खर्च करने पड़ेंगे, वहीं गवर्नमेंट कॉलेज में 3 सालों में इस कोर्स की फीस के तौर पर आपको ₹60000 से लेकर के ₹70000 तक भरने पड़ेंगे।
बीएमएम (BMM) कोर्स के सब्जेक्ट क्या है?
कई विद्यार्थियों को इस बात की जानने की जिज्ञासा होती है कि आखिर उन्हें इस कोर्स में कौन से विषय पढ़ने पढ़ेंगे। इसीलिए नीचे हमने इस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट के नाम दिए हैं।
- मीडिया लॉ एंड एथिक्स |
- मास कम्युनिकेशन: कॉन्सेप्ट एंड प्रोसेस |
- हिस्ट्री ऑफ ब्रॉडकास्टिंग |
- रिसर्च मेथाडोलॉजी |
- कम्युनिकेटिव इंग्लिश |
- फोटोजर्नलिस्ट |
- इंट्रोडक्शन टू मास कम्युनिकेशन |
पीजीडीएम (PGDM) क्या होता है ?
बीएमएम (BMM) कोर्स का सिलेबस क्या है?
बता दें कि इस कोर्स को करने के लिए आपको 3 साल का समय लगता है और उसके अंतर्गत आपको कुल 6 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी पड़ती है। इसके सिलेबस की सूची निम्नानुसार है।
प्रथम सेमेस्टर
- Effective Communication Skills-I
- Fundamentals of Mass Communication.
- Introduction to Computers.
- Landmark Events in 20th Century •History of World & India.
- Introduction to Sociology, The Sociology of News and Social Movements in India.
- Introduction to Economics.
द्वितीय सेमेस्टर
- Effective Communication Skills–II
- Political Concepts and the Indian Political System.
- Principles of Management And Marketing.
- Introduction to Psychology.
- An Introduction to Litterateurs.
- Translation Skills.
तृतीय सेमेस्टर
- Introduction to Creative Writing.
- Introduction to Culture Studies.
- Introduction to Public Relations.
- Introduction to Media Studies.
- Understanding Cinema.
- Advanced Computers.
चौथा सेमेस्टर
- Introduction to Advertising.
- Introduction to Journalism.
- Print Production and Photography.
- Radio and Television.
- Mass Media Research.
- Organisational Behavior.
पांचवा सेमेस्टर (विज्ञापन)
- Advertising in Contemporary Society.
- Copy writing.
- Advertising Design (Project Paper)
- Consumer Behavior.
- Media Planning and Buying.
- Brand Building.
पांचवा सेमेस्टर (पत्रकारिता)
- Reporting.
- Editing.
- Feature and Opinion.
- Journalism and Public Opinion.
- Indian Regional Journalism.
- Newspaper – Magazine Making (Project Paper)
छटा सेमेस्टर (एडवरटाइजिंग & मार्केटिंगजिंग)
- Advertising and Marketing Research.
- Legal Environment and Advertising Ethics.
- Financial Management for Marketing and Advertising.
- Agency Management.
- The Principles and Practice of Direct Marketing.
- Contemporary Issues.
छठा सेमेस्टर (एडवरटाइजिंग)
- Press Law and Ethics
- Broadcast Journalism
- Business and Magazine Journalism
- Internet and Issues in the Global Media
- News Media Management
- Contemporary
बीएमएम (BMM) कोर्स के बाद नौकरी कहां मिलेगी?
- पब्लिकेशन इंस्टिट्यूट |
- एडवरटाइजिंग एजेंसी |
- निगम पब्लिकेशन |
- मीडिया हाउस |
- न्यूज़ एजेंसी |
- लेटर इंफॉर्मेशन ऑफिस |
- टी वी चैनल |
- रेडियो कंपनी |
- ऑल इंडिया रेडियो |
- दूरदर्शन |
- न्यूज़ पेपर |
- ई न्यूज़ पेपर और वेबसाइट |
- टीवी चैनलों / प्रोडक्शन हाउस |
- आईटी सॉफ्टवेयर कंपनियों |
- क्रिएटिव / डिजाइन फर्मों |
- गेमिंग उद्योग |
- मीडिया विज्ञापन |
बीएमएम (BMM) कोर्स के बाद कौन से पद पर नौकरी मिलेगी?
- साउंड इंजीनियर |
- इवेंट मैनेजर |
- मीडिया मैनेजर |
- डायरेक्टर |
- एंकर |
- जर्नलिस्ट |
- वीडियोग्राफर |
- फोटोग्राफर |
- प्रूफ्रीरिडर |
- कैमरामैन |
- Columnist.
बीएमएम (BMM) कोर्स के बाद करियर विकल्प कौन कौन से है?
वर्तमान के समय में मीडिया हाउस हमारे इंडिया की सबसे तेजी के साथ तरक्की करने वाली इंडस्ट्री बन चुकी है, क्योंकि यहां पर जनता को काफी अधिक मौके मिलते हैं और यही वजह है कि आए दिन मीडिया हाउस में अच्छी सैलरी वाली और अच्छे पद वाली कई नौकरी निकलती रहती है। यहां पर आपके प्रमोशन होने के चांस भी काफी ज्यादा होते हैं। लगातार इंडियन मीडिया हाउस इंडस्ट्री काफी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। ऐसे में जिन लोगों ने बैचलर ऑफ मास कम्युनिकेशन का कोर्स किया हुआ है, उनके लिए इस फील्ड में जाना फायदेमंद साबित हो सकता है।
यहां पर शुरुवात में तो आप को पगार थोड़ी कम मिलेगी परंतु जैसे-जैसे आपका प्रमोशन होता जाएगा, वैसे वैसे आपकी पगार बढ़ती जाएगी, साथ ही आपको प्रमोशन भी प्राप्त होगा। बैचलर ऑफ मास मीडिया का कोर्स करने के बाद आप चाहे तो नौकरी करने के साथ ही साथ पार्ट टाइम में यूट्यूब पर न्यूज़ वीडियो डालना भी चालू कर सकते हैं।
बीएमएम (BMM) कोर्स हेतु इंडिया के टॉप कॉलेज कौन से हैं?
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन |
- दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स |
- फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया |
- जामिया मिलिया इस्लामिया |
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी |
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी |
- पंजाब यूनिवर्सिटी |
- डिपार्टमेंट ऑफ मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म |
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन एंड फिल्म टेलीविजन टेक्नोलॉजी |
- महात्मा ज्योति राव फूले यूनिवर्सिटी |
- नेहरू आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज |
बीएमएम (BMM) कोर्स के बाद कितनी सैलरी मिलेगी?
बैचलर ऑफ मास मीडिया का कोर्स करने के बाद आपको अलग-अलग पदों पर नौकरी प्राप्त होती है। नीचे हमने कुछ मुख्य पदों पर जो सैलरी प्राप्त होती है, उसकी जानकारी आपको दी है। यह सैलरी आपको सालाना तौर पर मिलती है।
कंटेंट राइटर: | 2 से 3 लाख |
फीचर रिपोर्टर्स: | 3 से 4 लाख |
लीड बिजनेस एनालिस्ट: | 8 से 10 लाख |
कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट: | 7 से 7.8 लाख |
रिपोर्टर्स: | 3 से 3.5 लाख |
ब्रांड मैनेजर: | 5 से 5.8 लाख |
इंस्ट्रक्शनल डिजाइनर: | 5 से 5-6 लाख |
न्यूज़ प्रोड्यूसर: | 6.5 से 7 लाख |
बी फार्मा (B.Pharma) क्या होता है ?