वर्ष 2023 में दीपावली का त्यौहार आने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं और हमें आशा है कि आपने भी दीपावली की तैयारियां शुरू कर दी होंगी। रंग पुताई, सजावट के साथ साथ दीपावली का त्यौहार कैसे मनाना है इसका प्रबंध भी कर लिया होगा।
विद्यालय में भी दीपावली की छुट्टी घोषित होने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। ऐसे में कई विद्यालय दीपावली के मौके पर बच्चों से दीपावली पर निबंध लिखने के लिए कहते हैं।
इसीलिए अगर आप एक छात्र हैं और आपसे दीपावली पर निबंध लिखाया जा रहा है तो इस लेख में हम आपकी सहायता हेतु “दीपावली पर बेहतरीन निबंध कैसे लिखे” अथवा दीपावली पर निबंध | Essay on Diwali in Hindi | दीपावली पर हिंदी में निबंध की जानकारी दे रहे हैं।
भारत के प्रमुख त्यौहारों की सूची
2023 दीपावली पर्व से जुड़ी जानकारी
त्यौहार का नाम: | दीपावली |
साल | 2023 |
त्यौहार की तारीख: | 12 नवम्बर 2023 |
कहां मनाया जाएगा: | संपूर्ण भारत |
संबंधित धर्म: | हिंदू धर्म |
क्यों मनाया जाता है: | भगवान श्री राम के वापस अयोध्या आगमन पर |
किसकी पूजा होती है: | माता लक्ष्मी और गणेश जी |
दीपावली का शुभ मुहूर्त 2023 मे: | 12 नवंबर को माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 07 मिनट से प्रारंभ है |
दीपावली पर निबंध हिंदी में
हमारे देश और देश के बाहर भी दीपावली का त्यौहार धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह हिंदू समुदाय का प्रमुख त्यौहार है जिसका अपना अलग ही महत्व है। दीपावली के मौके पर लोग अपने अपने घरों में माता लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं।
छोटे, बड़े और बुजुर्ग लोग नए कपड़े पहनते हैं और भगवान की पूजा अर्चना करने के बाद मिठाई ग्रहण करते हैं और उसके बाद आतिशबाजी का खेल प्रारंभ होता है जो सुबह तक चलता है। लोग दीपावली के मौके पर अपने घरों को रंग बिरंगी झालार से सजाते हैं। इस दिन चारों तरफ अलग-अलग रंगों की रोशनी दिखाई देती है जिसे देखना काफी मनमोहक लगता है।
साल 2023 में दीपावली का त्यौहार 12 नवम्बर 2023 के दिन मनाया जाएगा। दीपावली के त्यौहार पर हर हिंदू के घर में माता लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा आरती होती है। दीपावली के त्यौहार आने से पहले हिंदुओं के द्वारा धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन सोने चांदी के गहने खरीदे जाते हैं और घर लाकर उनकी पूजा की जाती है।
इसके अलावा धनतेरस के त्यौहार पर भगवान धन्वंतरी और कुबेर जी की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन कुबेर जी की पूजा सच्चे मन से करने से धन संपत्ति में बढ़ोतरी होती है क्योंकि कुबेर जी को धन का देवता कहा जाता है, वही धन्वंतरी भगवान की पूजा करने से हम हमेशा स्वस्थ रहते हैं क्योंकि धन्वंतरी भगवान को ही आधुनिक शल्य चिकित्सा का जनक कहते हैं।
दीपावली पर निबंध कक्षा 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10
हिंदू समुदाय के प्रमुख त्योहार दीपावली को हर साल कार्तिक महीने की अमावस की रात्रि को मनाया जाता है। दीपावली को दीपावली अथवा प्रकाशोत्सव के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इस दिन सभी हिंदू समुदाय के लोग अपने अपने घरों की छत पर तेल के दीपक जलाते हैं। इसके अलावा मोमबत्ती जलाते हैं और रंग बिरंगी लाइटों से अपने घर को सजाते हैं।
दीपावली का त्यौहार अपने साथ अन्य कई त्योहारों को लेकर के आता है। दीपावली के एक दिन पहले हम सभी लोग धनतेरस का त्यौहार मनाते हैं। इस दिन कोई ना कोई नया आभूषण खरीदने की परंपरा काफी लंबे समय से चली आ रही है।
इसके बाद छोटी दीपावली और फिर बड़ी दीपावली आती है और उसके कुछ दिनों के बाद गोवर्धन पूजा और फिर छठ पूजा आती है। इस प्रकार से दीपावली के त्यौहार का समापन होता है।
दीपावली का पर्व हमें सच्चाई पर अडिग रहने और जीवन में अहंकार को त्यागने तथा धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
Diwali Essay For Class 3/ 4 /5 /6 /7 8 /9 10
दीपावली से संबंधित कई धार्मिक और ऐतिहासिक घटना मौजूद है। मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन करने के दरमियान मिले हुए 14 रत्नो में से माता लक्ष्मी जी प्रकट हुई थी। इसके अलावा जैन मजहब के अनुसार दीपावली के दिन ही जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ कार महावीर का महानिर्वाण हुआ था।
हमारे देश में आदर्श पुरुष के तौर पर जाने, जाने वाले भगवान श्री राम जी का वापस अयोध्या आगमन दीपावली के मौके पर ही हुआ था। ऐतिहासिक दृष्टि से देखा जाए तो सिख समुदाय के छठे गुरु हरगोविंद सिंह दीपावली के मौके पर ही मुगल शासक औरंगजेब के कारागार से आजाद हुए थे।
इसी दिन राजा विक्रमादित्य अपने सिंहासन पर बैठे थे। दीपावली के मौके पर लोग तेल के दीपक और मोमबत्ती जलाते हैं और गणेश जी और माता लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं और प्रसाद वितरण करके लोग स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लेते हैं तथा आतिशबाजी करते हैं।
दीपावली का अर्थ क्या होता है ?
दीपावली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन
- दीपावली हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों का मुख्य त्यौहार है।
- दीपावली जैसे पावन त्यौहार पर भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है और उनसे मंगल कामना की जाती है।
- दीपावली का त्यौहार कुल 5 दिन चलता है। इन 5 दिनों में धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज जैसे त्यौहार शामिल है।
- दीपावली आने के पहले ही लोग अपने घरों को रंग बिरंगी लाइट से सजाते हैं और दीपावली के दिन तेल के दीपक अथवा घी के दीपक या फिर मोमबत्ती से अपने घरों को सजाते हैं।
- दीपावली के अंतर्गत आने वाले धनतेरस के मौके पर लोग सोने चांदी की खरीदारी करते हैं। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
- इस दिन लोग एक दूसरे को मिठाई भेंट के स्वरूप देते हैं और गले मिलकर के सभी गिले-शिकवे भूल जाते हैं।
- दीपावली के दिन लोग नए कपड़े पहनना पसंद करते हैं।
- इस दिन रात भर आसमान में रंग बिरंगी आतिशबाजी होती रहती है जो सुबह तक चलती रहती है।
- हर साल दीपावली का त्यौहार कार्तिक महीने की अमावस को मनाया जाता है।
- दीपावली का त्यौहार भगवान श्री राम के वापस अयोध्या आगमन के मौके पर मनाया जाता है।
दीपावली पर निबंध 20 लाइन
- दीपावली त्यौहार को दीपावली, प्रकाश पर्व अथवा दीपोत्सव के नाम से भी जानते हैं।
- दीपावली का त्यौहार हर साल कार्तिक महीने की अमावस को मनाया जाता है। हालांकि हर साल इसकी तारीखों में बदलाव होता रहता है।
- तकरीबन 14 साल का बनवास काटने के पश्चात जब भगवान श्री राम, माता सीता और अन्य लोगों के साथ वापस अयोध्या आए थे तो उनके स्वागत में घी का दीपक जलाया गया था और तब से दीपावली का त्यौहार मनाया जा रहा है।
- दीपावली का त्यौहार आने से पहले ही लोग अपने घरों की सफाई करते हैं।
- दीपावली के दिन लोग अपने घरों पर रंगीन झालर लगाते हैं और दीपक अथवा मोमबत्ती जलाकर रोशनी करते हैं।
- दीपावली के मौके पर लोग घर में माता लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्तियां/ फोटो की पूजा करते हैं और उनसे घर में सुख संपत्ति देने की कामना करते हैं।
- दीपावली की रात को बच्चे बूढ़े सभी जमकर पटाखे फोड़ते हैं और रात भर आतिशबाजी करते हैं।
- दीपावली के 1 हफ्ते पहले ही बाजार में दीपावली के सामान आ जाते हैं जिससे व्यापारियों को भी फायदा होता है।
- दीपावली का त्यौहार लगातार पांच दिनों तक मनाया जाता है |
- दीपावली के त्यौहार के दरमियान ही धनतेरस, गोवर्धन पूजा, भाई दूज जैसे त्यौहार आते हैं।
- इस त्यौहार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
- दीपावली के दिन लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और खाते हैं।
- लोग दीपावली का त्यौहार नए कपड़े पहन कर मनाते हैं।
- इस दिन लोग सोने और चांदी के आभूषण खरीदने भी पसंद करते हैं।
- दीपावली पर लक्ष्मी बम, सुतली बम जैसे पटाखे फोड़े जाते हैं।
- बच्चे दीपावली पर छोटी-छोटी फुलझड़ियां जलाना पसंद करते हैं।
- दीपावली के मौके पर फटाका फोड़ना शाम को भगवान की आरती होने के पश्चात प्रारंभ किया जाता है।
- इस दिन शाम से लेकर सुबह तक पटाखे फोड़े जाते हैं।
- दीपावली के त्यौहार के साथ सर्दियों का मौसम आरंभ हो जाता है।
दीपावली निबंध हिंदी में (100 शब्द)
दीपावली का त्यौहार खासतौर पर बच्चों और बड़े लोगों को अधिक पसंद होता है क्योंकि इस दिन उन्हें नए नए व्यंजन खाने को मिलते हैं, साथ ही आतिशबाजी करने का मौका मिलता है। इसके अलावा उनके अभिभावकों के द्वारा उन्हें नए कपड़े भी दीपावली के मौके पर पहनने के लिए दिलाए जाते हैं।
इस बार साल 2023 में 12 नवम्बर के दिन दीपावली का त्यौहार आ रहा है। दीपावली के मौके पर मुख्य तौर पर लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा की जाती है।
साल 2023 में दीपावली के मौके पर 12 नवंबर को माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 07 मिनट से प्रारंभ है।
दीपावली पर निबंध (150 शब्द)
दीपावली का त्यौहार आने से कुछ दिन पहले ही लोग अपने घरों की सफाई कर देते हैं और दीपावली के दिन नए कपड़े पहन कर के भगवान गणेश और अन्य देवी देवताओं की पूजा आरती करते हैं और उसके पश्चात पटाखे फोड़ करके दीपावली का त्यौहार मनाते हैं।
लोग इस दिन एक दूसरे के घर जाकर शुभकामना देते हैं और मिठाइयां खाते हैं। दीपावली के दिन लोग अपने घरों पर मिट्टी के तेल का दीपक जलाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि लक्ष्मी माता उनके घर पर आए और उन्हें धन संपत्ति प्रदान करें।
दीपावली का त्यौहार सिर्फ 1 दिन का ही नहीं होता है बल्कि यह त्यौहार 5 दिन का होता है। पहले दिवस को धनतेरस के तौर पर मनाया जाता है। दूसरे दिवस पर कुबेर और धनवंतरी का जन्म हुआ होता है।
ऐसा कहा जाता है कि कुबेर और धनवंतरी के जन्म दिवस के मौके पर खरीदारी करने से संपत्ति में 13 गुना अधिक बढ़ोतरी होती है। दीपावली त्यौहार हमारे पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसके अलावा जहां जहां पर भारतीय लोग निवास करते हैं वहां पर भी वह भारतीय परंपरा के अनुसार दीपावली का त्यौहार मनाते हैं।
दीपावली का त्यौहार हमें प्रभु श्री राम की जीवन से सीख लेकर जीवन में अपनी निजी इच्छाओं का त्याग करके धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। लेकिन भोगवाद के इस युग में लोग दीपावली के परम त्यौहार को पटाखे फोड़ने, खूब शॉपिंग करने और हुल्लड़ बाजी करने के तौर पर देखते हैं। जिससे लोग इस त्यौहार के मर्म को समझने से वंचित रह जाते हैं।
दीपावली पर निबंध (200 शब्द)
दीपावली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है जो हर साल कार्तिक महीने की अमावस की रात्रि को मनाया जाता है। दीपावली का त्यौहार भले ही 1 दिन का होता है परंतु इसकी तैयारियां 1 महीने पहले से ही चालू हो जाती है।
लोग दीपावली के त्यौहार के उपलक्ष में अपने घरों की सफाई करते हैं, अपने घरों की रंगाई पुताई करते हैं, बच्चों के लिए उनके अभिभावक नए खिलौने लाते हैं। इसके अलावा दीपावली के पहले ही मिठाइयों और पटाखों का प्रबंध कर लिया जाता है।
दीपावली के दिन मुख्य तौर पर भगवान श्री गणेश और लक्ष्मी माता की पूजा की जाती है और गणेश और लक्ष्मी माता से घर में धन-धान्य और सुख वैभव देने की कामना की जाती है
दीपावली के दिन संपूर्ण भारत देश का नजारा देखते ही बनता है। इस दिन लोगों के घरों पर तेल के दीपक या फिर मोमबत्ती जलती रहती है जो दृश्य देखने में बहुत ही आनंददायक होता है।
पौराणिक कथा के अनुसार दीपावली के दिन ही भगवान श्री राम श्री लंका से वापस अयोध्या आए थे और उन्ही के स्वागत के लिए अयोध्या वासियों ने घी के दीपक जलाए थे, तभी से दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ लगातार मनाया जा रहा है।
दीपावली पर निबंध (500 शब्द)
हमारे भारत देश में अलग अलग धर्म, मत, मजहब और संप्रदाय के लोग निवास करते हैं जिनके अपने अपने प्रमुख त्योहार है। हिंदू समुदाय का भी कई त्यौहार भारत देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है जिनमें मुख्य तौर पर दीपावली के त्यौहार को लोग खुशियों के साथ मनाते हैं।
पौराणिक कहानी के अनुसार कैकई के द्वारा जब श्री राम जी को 14 साल के लिए वनवास भेजा गया था तो उनके साथ माता सीता और लक्ष्मण जी भी गए थे। बनवास गमन के दरमियान सीता माता का हरण रावण ने कर लिया था और राम जी ने रावण का वध करके सीता माता को अपने साथ वापस लेकर के सभी वानरों सहित अयोध्या आए थे।
श्री राम जी के अयोध्या आने की खबर जब अयोध्या वासियों को हुई तो उन्होंने भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण जी और अन्य लोगों का स्वागत करने के लिए अपने घरों की छत पर घी के दीपक जलाए और तभी से हर साल दीपावली मनाने का प्रचलन प्रारंभ हुआ जिसका पालन आज तक किया जा रहा है।
दीपावली खुशियों और हर्षोल्लास का दिन होता है। यह त्यौहार कार्तिक महीने की अमावस की रात्रि को मनाया जाता है। लोक मान्यताओं के अनुसार दीपावली के दिन माता लक्ष्मी जी सभी लोगों के घर में जाती है और जिन लोगों के घर साफ और स्वच्छ होते हैं, माता लक्ष्मी जी उन्हें धन संपत्ति का आशीर्वाद देती है।
वही दीपावली के दिन भगवान श्री गणेश की पूजा करने से लोगों के काम सफल होते हैं और उनकी जिंदगी में कभी भी दुख तकलीफ नहीं आती है।
दीपावली आने से पहले ही लोग दीपावली के दिन पहनने के लिए नए कपड़े की खरीदारी कर लेते हैं साथ ही विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट मिठाइयां भी लेते हैं। लोग अपने घरों पर रंगीन झालर लगाते हैं तथा तेल अथवा घी के दीपक जलाते हैं।
इसके अलावा मोमबत्ती के द्वारा भी लोग अपने अपने घरों पर रोशनी करते हैं। दीपावली की रात्रि पर आसपास का नजारा बहुत ही बेहतरीन होता है।
बरसात का मौसम खत्म होने के पश्चात शीत ऋतु का आगमन होता है और शीत ऋतु के दरमियान ही दीपावली का त्यौहार आता है जिसे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दीपावली का त्यौहार मुख्य तौर पर लगातार पांच दिनों तक मनाया जाता है जिसमें धनतेरस, छोटी दीपावली, बड़ी दीपावली, गोधन और भाई दूध जैसे त्यौहार मनाए जाते हैं।
दीपावली की रात्रि में लोग अपनी खुशी प्रगट करने के लिए पटाखे फोड़ते हैं। आसमान में इस दिन जमकर आतिशबाजी होती है। लोग रात से लेकर सुबह तक पटाखे फोड़ते हैं।
दीपावली का महत्व
दीपावली त्यौहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर भी मनाया जाता है साथ ही भगवान श्री राम के अयोध्या आगमन से भी दीपावली के त्यौहार को जोड़कर देखा जाता है। दीपावली के मौके पर संपूर्ण भारत देश के हर राज्य में लोग दीपावली से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन करते हैं जिसमें अधिक से अधिक लोग भाग लेते हैं।
इसके अलावा हिंदू समुदाय के लोग दीपावली की रात्रि पर अपने घरों में माता लक्ष्मी जी,भगवान गणेश के साथ ही साथ अपने कुलदेवता और कुलदेवी की पूजा पूरे विधि विधान से करते हैं और उनसे जिंदगी में समृद्धि और तरक्की देने की कामना करते हैं।
इसके पश्चात पूजा का प्रसाद घर के लोगों में और अन्य लोगों में बांटा जाता है। दीपावली और दीपावली के पहले से ही लोग कपड़े,सोने चांदी के बर्तन खरीदते हैं। दीपावली आने से पहले ही बाजार दीपावली के सामानों से गुलजार हो जाते हैं जिससे व्यापारियों को भी बहुत ही अच्छा फायदा होता है और वह भी दीपावली के दिन अपने परिवार के साथ अच्छे से दीपावली का त्यौहार मनाते हैं।
दीपावली के दिन ही पांडवों का 13 साल का वनवास खत्म हुआ था। इसके अलावा दीपावली के पीछे एक अन्य रोचक कहानी है जिसके अनुसार कहा जाता है कि इसी दिन धन-संपत्ति और वैभव देने वाली माता लक्ष्मी जी का जन्म हुआ था और उन्होंने भगवान श्री विष्णु से विवाह किया था। इसलिए विशेष तौर पर इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान गणेश के साथ ही विष्णु भगवान की भी पूजा-अर्चना होती है।
दीपावली की बुराईयाँ
दीपावली के त्यौहार की बुराइयों के पीछे इंसान खुद ही जिम्मेदार है क्योंकि इस दिन कई लोग ऐसे होते हैं जो अपने घर पर जुआ खेलते हैं और शराब का सेवन करते हैं और इसे पवित्र त्यौहार को कलंक लगाने का काम करते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए और हमें हमेशा साफ और शुद्ध तरीके से दीपावली का त्यौहार सभी लोगों के साथ मिलजुलकर मनाना चाहिए।
इसके अलावा आजकल यह भी कुतर्क दिया जाता है कि दीपावली के दिन काफी प्रदूषण होता है परंतु ऐसे कुतर्क देने वाले व्यक्ति अन्य मत मजहब के त्यौहार पर चुप्पी साध लेते हैं। इसलिए दीपावली का त्यौहार एक ही दिन आता है। इस दिन हमें जमकर पटाखे फोड़ने चाहिए और अपनी खुशी जाहिर करनी चाहिए।
धनतेरस (Dhanteras) क्या होता है ?