How To Make Herbal Drink To Control Thyroid in Hindi- थायराइड की समस्या महिलाओं में तेजी से बढ़ रही है, बल्कि हमारा मानना तो यह है कि यह समस्या एक आम सी बात हो गई है हर दूसरा व्यक्ति इस समस्या से परेशान फिर रहा है। हार्मोन में गड़बड़ी होने से थायराइड की परेशानी किसी को भी हो सकती है चाहे कोई महिला हो या कोई पुरुष हो। आपको बता दें कि यह दो प्रकार के होते हैं, हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड, हाइपरथायरॉइडिज्म होने पर वजन तेजी से कम होने लगता है, जबकि हाइपोथायराइड से पीड़ित मरीजों का वजन तेजी से बढ़ने लगता है।
यदि आप भी उन महिलाओं या पुरुष में से हैं, जो इस बीमारी से पीड़ित है तो आप यह जान लें कि आयोडीन की कमी थायराइड की समस्याओं का एक प्रमुख कारण हो सकता है। आयोडीन थायराइड हार्मोन के निर्माण के लिए आवश्यक होता है और इसके बिना थायराइड की कार्य प्रणाली प्रभावित हो सकती है इस बीमारी से लड़ने के लिए आपको कुछ ड्रिंक का सेवन करना चाहिए। थायराइड के मरीज जरूर पिएं यह हर्बल ड्रिंक और इसी के साथ-साथ एक संतुलित आहार योजना बनाएं और ऐसा आहार ले जिसमें उचित मात्रा में पोषण हो।
How To Make Herbal Drink To Control Thyroid in Hindi
थायराइड की समस्याओं के लिए उचित आहार और लाइफस्टाइल में बदलाव तो महत्वपूर्ण है ही परंतु इसी के साथ-साथ थायराइड के लिए आपको अपने आहार में कुछ ड्रिंक का भी इस्तेमाल करना पड़ेगा जिनका विवरण निम्नलिखित है।
अदरक की चाय
अदरक में सूजन कम करने वाले गुण होते हैं,और यह पाचन में भी मदद करता है। थायराइड समस्याओं के साथ पाचन में सुधार लाने के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। थायराइड जैसी समस्याओं के लिए आप अदरक की चाय का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह चाय आप दिन में दो टाइम ले सकते हैं।
नींबू पानी
नींबू में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करते हैं, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं, इसीलिए आप इस परेशानी में नींबू पानी का सेवन भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं नींबू पानी का सेवन गर्मियों में कई अन्य समस्याओं से छुटकारा भी दिलाता है।
धनिया का पानी
धनिया के पानी को रोज सुबह खाली पेट पिया जा सकता है इसे लगातार कुछ सप्ताह तक लेने से थायराइड के लक्षणों में सुधार हो सकता है लेकिन हमेशा की तरह किसी भी प्राकृतिक उपचार को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
हर्बल चाय
थायराइड में तुलसी की चाय का उपयोग किया जा सकता है इसके अलावा आप थायराइड में अदरक की चाय और मुलेठी की चाय भी ले सकते हैं। अदरक में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो थायराइड ग्रंथि की सूजन को कम करने में मदद करते हैं इन हर्बल चाय के सेवन से आपको थायराइड जैसी परेशानी से निजात मिल सकती हैं।
डिटॉक्स पानी
इस बीमारी से ग्रस्त लोगों को इस डिटॉक्स ड्रिंक का सेवन करना चाहिए। नींबू पानी, आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि गर्म-गर्म नींबू पानी पीने से शरीर डिटॉक्सिफाई होता है। साथ ही, ये थायरॉयड के स्तर को बैलेंस करने में मदद करता है।
थायराइड कंट्रोल करने के लिए हर्बल ड्रिंक बनाने की रेसिपी
इस ड्रिंक को बनाने के लिए सबसे पहले आपको कुछ सामग्री की ज़रूरत होगी जैसे- दालचीनी- 1/4 चम्मच पिसी हुई,अदरक- 1/4 चम्मच पिसी हुई, जीरा पाउडर- 1/4 चम्मच, हल्दी- 1/4 चम्मच, नींबू का रस- 1 चम्मच, शहद- स्वादानुसार।
ड्रिंक बनाने की विधि
सबसे पहले गैस पर एक बर्तन में 1 गिलास पानी गर्म करें। अब इसमें पिसी हुई दालचीनी, पिसी हुई अदरक, जीरा पाउडर और हल्दी डालकर धीमी आंच पर कम से कम 5 मिनट उबालें। इसके बाद इस पानी को एक कप में छान लें। अब कप में एक चम्मच नींबू का रस डालकर मिलाएं। अगर आप इसमें अतिरिक्त स्वाद जोड़ना चाहते हैं तो एक चम्मच या अपने स्वादानुसार शहद भी मिला सकते हैं। अब घूंट-घूंट कर इस ड्रिंक का सेवन करें।
एक स्वस्थ आहार भोजन योजना बनाएं
थायराइड के लक्षण
थायराइड एक ग्रंथि है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है जब यह ठीक से काम नहीं करती तो थायराइड हो सकता है और आपको यह लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
महिलाओं में थायराइड के लक्षण
महिलाओं में थायराइड के लक्षण विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो सकते हैं क्योंकि यह हार्मोनल बदलाव और प्रजनन प्रणाली को प्रभावित करते हैं। थायराइड की समस्याएं जैसे हाइपोथाइरॉयडिज्म और हाइपरथाइरॉयडिज़्म महिलाओं में अत्यधिक देखने को मिलती हैं। हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण महिलाओं में थकान और कमजोरी मासिक धर्म में अनियमित, वजन बढ़ाना, ठंड महसूस करना, बालों का झड़ना और त्वचा का सूखा होना, कब्ज की समस्या होना, चेहरे पर सूजन आना हो सकते हैं। इसी के साथ-साथ महिलाओं में हाइपरथाइरॉयडिज्म के लक्षण अचानक वजन कम होना, चिड़चिड़ापन होना, हाथों में कंपन, अधिक पसीना आना, दिल की धड़कन तेज होना, नींद में समस्या होना और मासिक धर्म का हल्का या कम हो जाना है।
डायबिटीज कंट्रोल करने में ककड़ी मदद करती है
पुरुष में थायराइड के लक्षण
पुरुषों में भी थायराइड की समस्याएं महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यह हार्मोनल असंतुलन ऊर्जा स्तर और प्रजनन स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। पुरुषों में हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण थकान और कमजोरी, वजन बढ़ाना, ठंड महसूस करना, बाल झड़ना और त्वचा का सूखा होना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, कब्ज अवसाद या उदासी, चेहरे और आंखों में सूजन आना हो सकते हैं। इसके अलावा हाइपरथाइरॉयडिज़्म के लक्षण वजन कम होना, चिड़चिड़ापन होना, अनिंद्रा, अधिक पसीना आना, दिल की धड़कन तेज होना, हाथों में कंपन, मांसपेशियों में कमजोरी होना इत्यादि हो सकते हैं।
थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए क्या खाना चाहिए
थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जो ज्यादा खतरनाक नहीं होती। थायराइड को जड़ से खत्म करना संभव नहीं है, लेकिन इसे प्रतिबंधित करने के लिए स्वस्थ आहार और जीवनशैली अपनाई जा सकती है। आहार में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जो थायराइड की समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं जैसे- आप आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं, इसके अलावा आपको सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। फाइबर और विटामिन- डी का सेवन भी अत्यधिक करना चाहिए। थायराइड में प्रोटीन का सेवन करना चाहिए।
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FAQ’S
थायराइड को बढ़ाने वाली चीजों में आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं। अधिक आयोडीन वाली चीज जैसे कि समुद्री नमक, समुद्री भोजन और डेयरी उत्पाद थायराइड हार्मोन के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं क्योंकि थायराइड को समुद्री भोजन बढ़ावा देता हैं इसलिए थायराइड में मछली और शैवाल जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा थायराइड से संबंधित किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण होता है।
हाइपरथाइरॉयडिज़्म में आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए इसी के साथ-साथ इस थायराइड में ब्रोकली, गोभी और ब्रसल स्प्राउट्स जैसी सब्जियों को भी नहीं खाना चाहिए। कैफीन और अल्कोहल की मात्रा भी थायराइड हार्मोन को प्रभावित करती है।
थायराइड की समस्या में ग्रीन टी पीना आमतौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। ग्रीन-टी में कैफीन होता है जो थायराइड हार्मोन के स्तर को प्रभावित करता है।
हाइपोथाइरॉयडिज्म यानी मोटे होने वाले थायराइड में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ भी इस थायराइड में फायदेमंद होते हैं, इस थायराइड में आप चिकन, मछली, दालें और नट्स जो मांसपेशियों के विकास में मदद करते हैं इन चीजों को ले सकते हैं इसके अलावा आयोडीन, सेलेनियम और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ भी ले सकते हैं नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि बनाए रखें।
थायराइड के दर्द का अनुभव आमतौर पर गले के सामने के हिस्से में होता है जहां थायराइड ग्रंथि स्थित होती है। यह दर्द या असुविधा गले के बीच में, गर्दन के निचले हिस्से में या कान और जांघ के आस -पास भी महसूस हो सकता है।
थायरॉइड हार्मोन अगर बढ़ जाए तो इसे हाइपर थायरॉइड कहते हैं, वहीं जब घट जाए तो इसे हाइपो थायरॉइड (Hypothyroidism ) कहते हैं, दोनों स्थिति खतरनाक है।
थायराइड के मरीजों के लिए सबसे अच्छा फल आमतौर पर वह होता है जिसमें आयोडीन और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में हो। थायराइड के मरीज सेब का सेवन कर सकते हैं, इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं इसके अलावा थायराइड में सबसे अधिक फायदेमंद फल एवोकाडो को माना जाता है इसमें आप अंगूर का सेवन भी कर सकते हैं|