पूरे विश्व में 195 के आसपास देशों की संख्या है | जिनमे से कुछ देशों की शुमार बड़े और शक्तिशाली देशों में की जाती है इसके अलावा कुछ देशों को विकसित तथा कुछ देशों को विकाशील देशों में रखा गया है | कई देशों ने अपनी सांस्कृतिक और आर्थिक आधार पर एक दूसरे की मदद करने के लिए छोटे-छोटे देशों के समूह का निर्माण कर रखा है जैसे सार्क (SAARC), आसियान (ASEAN), G20, ब्रिक्स (BRICS), G7 (जी 7) इत्यादि नामों से है | यह सभी देश समय-समय समयानुसार अपने विचारों का अदान-प्रदान तथा मुश्किल हालातों में एक – दूसरे की मदद के लिए सम्मेलनों का आयोजन करते है, और मुश्किल समय में साथ खड़े होते है |
इसी तरह जी 7 समूह के सदस्य देश समय समय पर मिलते है | जी-7 समूह (g7 summit countries) देशों का शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाता है, इस सम्मलेन में अन्य देशों को भी बुलाया जाता है | यदि आप भी जी 7 (G7) क्या है, जी 7 समूह के सदस्य देश (Members of G7) in Hindi, इसके विषय में जानना चाहते है तो यहाँ पर इसकी जानकारी दी जा रही है |
5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का अर्थ
जी-7 का क्या मतलब है | G7 Summit Meaning in Hindi
जी-7 (G-7) विश्व का एक प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय अंतर सरकारी संगठन है | जिसका निर्माण दुनिया के 7 सबसे बड़े देश जी 7 के सदस्यों द्वारा किया गया है | ये देश सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ ग्लोबल नेट वर्थ (वैश्विक शुद्ध संपत्ति 317 ट्रिलियन डॉलर) में 58% से भी ज्यादा का योगदान रहता है | इसके अलावा जी-7 दुनिया की GDP के 32% का प्रतिनिधित्व करता है | इसमें एक शिखर सम्मेलन का भी आयोजन किया जाता है जिसमें यूरोपीय संघ को भी आमंत्रित किया जाता है | यह देश G 7+5 के अंतर्गत अलग-अलग देशों को बुलाया जाता है |
जी-7 के सदस्य (Member) देश कौन है? | List of G7 Countries
जी-7 (G-7) दुनिया के सात सबसे बड़े विकसित और उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देशों का एक संगठन है, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका देश सम्मिलित हैं | इसे ग्रुप ऑफ़ सेवन के भी नाम से जाना जाता हैं |
जी-7 स्थापना (Establishment of G7)
जी-7 (G-7) समूह की स्थापना वर्ष 1975 में किया गया था | शुरुआत में इसमें सिर्फ 6 सदस्य थे तब इसे जी-6 के नाम से जाना जाता था | वर्ष 1976 में कनाडा को इसकी सदस्यता दी गई, तब से इसके सदस्यों की संख्या बढ़कर 7 हो गयी है इसलिए इसे जी-7 कहते है |
जी-7 (G-7) कितना है प्रभावी? | How Effective is G7 Countries
जी-7 की आलोचना भी होती रहती है कुछ देशों का मानना है कि यह प्रभावी संगठन नहीं रहा है, हालांकि जी-7 समूह कई सफलताओं का दावा करते आया है, जिनमें एड्स, टीबी और मलेरिया से लड़ने के लिए वैश्विक फंड की घोषणा के साथ वितरित करना है | समूह का यह भी दावा रहा है कि इसने वर्ष 2002 के बाद से अब तक 2.7 करोड़ लोगों की जान बचा चुका है |
समूह ने यह भी दावा किया है कि वर्ष 2016 के पेरिस जलवायु समझौते (Paris Climate Deal) को लागू करने में इसका विशेष योगदान रहा है, हालांकि अमेरिका ने इस समझौते से अलग हो जाने की बात भी कही थी |
यहाँ पर हमने जी 7 समूह के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि आप इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही निवारण किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |
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