दोस्तों आज हम आपके लिए एक अहम जानकारी लेकर आये हैं। जिसका नाम BS4 Aur BS6 Engine हैं। जी हाँ दोस्तों आपने गाड़ियों में लगे इंजन BS4 Engine के बारे में तो सुना ही होगा। यह इंजन 2020 तक काफी चर्चा में था लेकिन इससे उत्पन्न कुछ परेशानियों के कारण इसको अपडेट करके एक नया इंजन तैयार किया गया जिसका नाम BS6 Engine है। जो प्रदूषण की समस्या को निपटाने के लिए बनाया गया हैं। अगर आप भी BS4 Aur BS6 Engine की सभी जानकारी को जानना चाहते हैं, तो हमारा यह आर्टिकल आपके काफी काम आने वाला हैं, क्योकि आज आपको अपने इस आर्टिकल में BS4 Aur BS6 Engine के बारे में जानकारी देंगें। इसलिए आप हमारे आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें।
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BS Norms Kya Hota Hai?
BS की फूल फार्म Bharat Stage Emission Standards होती हैं। जिसे भारत सरकार द्वारा वाहनों से उत्सर्जन (Emission) को रेगुलेट या कंट्रोल करने के लिए बनाया गया हैं। इसे भारत स्टेज एमिशन नॉर्म्स(Bharat Stage Emissions Norms) के नाम से जानते हैं इसकी शुरुआत सन 2000 में की गई थी। यह पूरी तरह से यूरोपियन रेगुलेशन(European Regulation) पर आधारित है। हमारे देश में हम Euro Norms को Bharat Stage Norms के नाम से follow करते हैं। जिसे धीरे धीरे हम अपने देश के सभी शहरों में impliment कर रहे हैं। साथ ही हम आपको बतादें कि जिस तरह किसी भी वाहनों के स्पीड को मापने के लिए उसमें स्पीडोमीटर दिया होता है ठीक उसी तरह वाहनों से उत्पन्न एमिशन (उत्सर्जित गैस) को मापने के लिए एमिशन स्टैंडर्ड बने होते है।
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BS4 Kya है –
जैसा की हम सभी जानते हैं की प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रहीं हैं। इसके समाधान के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रयास किये जा रहें हैं। BS4 का मतलब Bharat Stage 4 है जो वाहनों के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित emission standards का एक सेट है। BS4 इंजन एक इंटरनल कंबस्शन इंजन है जो BS4 मानकों को पूरा करता है। इसे CO,NO2 और पार्टिकुलेट मैटर जैसे हार्मफुल pollutant के low level का emission करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए Bharat Stage Norms System तकनीक का इस्तेमाल किया जाता रहा है। भारत में इसे 2017 के बाद से सभी गाड़ियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया।
BS6 क्या है?
वर्तमान समय में BS6 इंजन को लॉन्च किया गया हैं। Bs4 की अपेक्षा Bs6 ज्यादा अच्छे तरीके से वायु में प्रदूषित गैसों को नियंत्रण कर रहा है क्योंकि BS4 में नाइट्रोजन ऑक्साइड गैसों का रुकावट BS6 में पेट्रोल के लिए 25% और डीजल के लिए 68% तक कम माना गया है इसमें भी BS4 की तरह Advanced Fuel Injection System, Exhaust Gases Recirculation (EGR) System और Selective Catalytic Reduction (SCR) System शामिल हैं। BS6 इंजन को Bharat Stage 6 के नाम से भी जाना जाता है।
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BS4और BS6 Engine में क्या अंतर है?
इंडियन प्रणाली को 2005 में Update कर के BS2 तथा पुनः अपडेट करके 2010 में BS3 लांच किया गया।
2017 में BS4 को लॉन्च किया गया जो काफी ज्यादा Successful भी रहा। | BS6 इंजन इंडियन गवर्नमेंट द्वारा वाहनों के लिए निर्धारित Emission Standards का लेटेस्ट सेट है। |
उत्सर्जन मानकों : BS4 इंजन को भारत स्टेज 4 उत्सर्जन मानकों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। | BS6 इंजन को भारत स्टेज 6 उत्सर्जन मानकों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जिसके लिए जारी प्रदूषकों की मात्रा में महत्वपूर्ण कमी की आवश्यकता होती है। |
BS4 Engine पर्यावरण में एक निश्चित स्तर के प्रदूषकों को जारी करने की अनुमति देता है। | इसके आलावा BS6 Engine बहुत कम मात्रा में पार्टिकुलट मैटर,NO2,CO और हाइड्रोकार्बन को उत्सर्जित करता है। |
यह पार्टिकुलेट मैटर, नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन को BS4 ज्यादा मात्रा में उत्पन्न करता है। | BS4 इंजन की तुलना में BS6 इंजन का मुख्य लाभ यह है कि यह CO, NO2,हाइड्रोकार्बन और पार्टिकुलेट मैटर जैसे हानिकारक प्रदूषकों के काफी low level का उत्सर्जन करता है। इससे वायु की क्वालिटी बेहतर हुई और स्वास्थ्य परिणाम बेहतर हुए। |
वायु प्रदूषण(Air Pollution) किन किन करने से फैलता हैं –
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- कार्बन मोनोऑक्साइड(CO)
- हाइड्रोकार्बन (HC)
- नाइट्रोजन ऑक्साइड (Nox)
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BS6 इंजन के फायदे-
- जैसा की हमने आपको बताया BS6 इंजन इंडियन गवर्नमेंट द्वारा वाहनों के लिए निर्धारित Emission Standards का लेटेस्ट सेट है। इसे एक वाहन द्वारा एटमॉस्फियर में उत्सर्जित होने वाले प्रदूषकों की मात्रा को कंट्रोल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- यदि Average की बात करें तो Bs6 Fuel Grade का इस्तेमाल करने पर आपके गाड़ी का Milage पहले की तुलना में अधिक हो जाएगा।और यह पिछले BS4 इंजन की तुलना में एक अपडेट है।
- भारत सरकार द्वारा 2020 से सभी मोटरयान में BS6 Engine को अनिवार्य कर दिया गया क्योंकि Diesel और Petrol वाहनों में Nitrogen Oxide (Nox) जैसी जहरीली गैसों का उत्सर्जन कम से कम मात्रा में करता है इसलिए इसके बहुत से फायदे हैं।
- BS6 इंजनों को उनके BS4 समकक्षों की तुलना में अधिक टिकाऊ और लंबे समय तक चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इसमें एक्जिक्यूशन के साथ, वाहन बनाने वाली कंपनियों को ऐसे वाहनों का उत्पादन करना आवश्यक है जो इन मानकों को पूरा करते हों। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सड़क पर वाहन environment के लिए कम हानिकारक हैं और सरकारी नियमों का अनुपालन करते हैं।
- S6 इंजन भारत में अप्रैल 2020 में पेश किया गया था, और सभी वाहन निर्माताओं ने अभी तक नए मानक में बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब है कि देश के कुछ हिस्सों में BS6 इंजन वाले वाहनों की सीमित उपलब्धता हो सकती है। बाजार में नए BS4 वाहन ढूंढना मुश्किल हो सकता है।
FAQ’s
सुप्रीम कोर्ट के अनुसार यदि किसी के पास BS4 इंजन की कार है तो वह अपने Registration की Date तक चलाई जा सकेगी इसलिए वाहन स्वामियों को इससे ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है।
बेहतर इंजन मैनेजमेंट सिस्टम और अधिक सटीक फ्यूल इंजेक्शन के साथ BS6 इंजन आमतौर पर अपने BS4 समकक्षों की तुलना में अधिक एडवांस्ड होते हैं। इसके परिणामस्वरूप पूरी तरह से बेहतर acceleration और बेहतर प्रदर्शन हो सकता है।
1 अप्रैल 2020 को।
वैसे देखा जाये तो BS6 की वजह से काफी बदलाव देखने हो मिलेंगे, जैसे -Engines को ज्यादा efficient बनाने के लिए उन्हें छोटा करना पड़ सकता है जिससे की engines की कम से कम fuel consumption होगी।