जो लोग शेयर मार्केट की फील्ड में पहले से ही हैं वह लोग आईपीओ के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं परंतु जो लोग शेयर मार्केट में नए हैं उन्हें आईपीओ के बारे में अक्सर कम जानकारी होती है | हाल के महीनों में देश में कई कंपनियों ने अपने आप को शेयर मार्केट में लिस्ट किया है और उन्होंने अपने आईपीओ को अलॉटमेंट के लिए उपलब्ध भी किया है।
कई लोग आईपीओ में पैसे लगाने के लिए साल भर इंतजार करते हैं और जैसे ही उनकी पसंदीदा कंपनी आईपीओ लाती है वैसे ही वह उसमें निवेश कर देते हैं। इस लेख में हम आपको आईपीओ एलॉटमेंट स्टेटस ऑनलाइन Linkintime या BSE या Kfintech पर कैसे चेक करे, इसकी जानकारी हिंदी में दें रहे हैं ताकि अगर आपने भी कहीं पर पैसे इन्वेस्ट किए हैं तो आप यह जान सके कि आपको आईपीओ मिला है या अथवा नहीं।
IPO Allotment Status कैसे चेक करे ?
जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी के आईपीओ में पैसे इन्वेस्ट कर देता है तो उसे इंतजार रहता है, उस दिन का जब कंपनी का आईपीओ बन्द होता है।क्योंकि ipo close होने के बाद ही एक निश्चित दिन व्यक्ति को इस बात की जानकारी हासिल होती है कि आखिर उसे आईपीओ अलॉटमेंट हुआ है या नहीं?
- IPO एलॉटमेंट स्टेटस अथवा आईपीओ आवंटन की स्थिति जानने के लिए आपको सबसे पहले एक वेबसाइट पर जाना होगा जिसका लिंक हम आपको नीचे प्रोवाइड करवा रहे हैं।
- Website link :- https://kcas.kfintech.com/ipostatus/
- वेबसाइट पर पहुंचने के बाद आपको बहुत सारे ऑप्शन दिखाई देंगे जिन्हें आपको नीचे बताए अनुसार एक-एक करके भरना है।
- Select IPO: अब आपको उस कंपनी का नाम सिलेक्ट करना है जिस कंपनी का आईपीओ आपने लिया है।
- Query by: इसमे Applicant no., DPID/clinet, PAN मे से आपको किसी भी एक ऑप्शन पर क्लिक करना है जिसका इस्तेमाल करके आप आईपीओ एलॉटमेंट स्टेटस चेक करना चाहते हैं।
- Application Type: इसमें अपनी एप्लीकेशन टाइप का सिलेक्शन करें।
- Application: यहां दिए गए खाली बॉक्स में अपने एप्लीकेशन नंबर को एंटर करें।
- Captcha: अब कैप्चा कोड को नीचे दिए गए खाली बॉक्स में एंटर करें।
- सभी जानकारियों को भरने के बाद नीचे दिखाई दे रही Submit वाली बटन पर क्लिक करें। इतना करने के बाद कुछ ही सेकेंड के अंदर आपको अपनी स्क्रीन पर आईपीओ एलॉटमेंट स्टेटस ऑनलाइन दिखाई देने लगेगा।
इस प्रकार IPO Allotment status pan card से check किया जाता है | SEBI की गाइडलाइन के मुताबिक आपके पास आईपीओ Allotment की जानकारी मेल द्वारा भी पंहुचाई जायेगी |
आईपीओ अलॉटमेंट क्या है (What is meaning of IPO Allotment) ?
- आईपीओ एलॉटमेंट प्रक्रिया के अंदर लॉटरी सिस्टम की सहायता से रजिस्ट्रार ऑफिस आईपीओ मेंबर के लिए आवेदन करने वाले लोगों को आईपीओ शेयर एलोट करने की प्रोसेस को आखिरी रूप दिया जाता है।
- यह बहुत ही आसान लॉटरी की प्रक्रिया है जहां पर शेयर का मालिक कौन बनेगा इसका फैसला लिया जाता है। जब आईपीओ कोई कंपनी लाती है तब लोग ऑनलाइन डिमैट अकाउंट अथवा ट्रेडिंग अकाउंट की सहायता से उस कंपनी के आईपीओ को लोट के हिसाब से खरीदते हैं।
- उसके बाद जब आईपीओ क्लोज होता है तो अगर आईपीओ का प्राइस ज्यादा होता है तो आईपीओ खरीदने वाले व्यक्ति को फायदा होता है और आईपीओ का प्राइस कम होता है तो ऐसी अवस्था में कोई भी नुकसान व्यक्ति को नहीं होता है, उसने जो पैसे आईपीओ में इन्वेस्ट किए हुए होते हैं वह उसे वापस मिल जाते हैं।
- आईपीओ लेने के बाद व्यक्ति जब चाहे तब अपने शेयर को बेच सकता है और आईपीओ से बाहर निकल सकता है।
कंपनियां आईपीओ क्यों लाती हैं?
- कई लोगों के मन में यह क्वेश्चन उत्पन्न होता है कि आखिर कंपनियां आईपीओ क्यो लाती हैं तो हम आपको बता दें कि, जब किसी कंपनी को अपने बिजनेस को बड़ा करना होता है अथवा उसे अपने बिजनेस का विस्तार करना होता है तब वह आईपीओ लाती है।
- आईपीओ के द्वारा कंपनी काफी भारी मात्रा में फंड इकट्ठा करती है और उस फंड का इस्तेमाल वह अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए करती है। ऐसी अवस्था में जब कंपनी फायदा कमाती है तो जो लोग कंपनी के शेयर धारक होते हैं उन्हें भी फायदा होता है और उनके पैसे भी बढ़ते हैं।
आईपीओ लाने के लिए कंपनी क्या करती है?
आपको बता दें कि, कोई भी कंपनी सीधा ही शेयर मार्केट में अपनी कंपनी के आईपीओ को नहीं ला सकती है बल्कि इसके लिए उसे कुछ आवश्यक प्रक्रिया को पूरा करना होता है। सबसे पहले आईपीओ लाने की इच्छुक कंपनी को बंबई स्टॉक एक्सचेंज अथवा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज या फिर शेयर मार्केट में अपने आईपीओ लाने के एप्लीकेशन फॉर्म को जमा करना पड़ता है । इसके बाद SEBI संस्था के द्वारा उसके सभी डॉक्यूमेंट की जांच की जाती है और अगर वह कंपनी आईपीओ लाने के योग्य होती है तभी उसे शेयर मार्केट में अपने आईपीओ को लाने के लिए इजाजत दी जाती है।
आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करने के बाद क्या होता है?
- जब कोई व्यक्ति आईपीओ में इन्वेस्टमेंट कर देता है तब उसे आईपीओ मिला है या नहीं इस बात की जानकारी हासिल करने के लिए तकरीबन 1 सप्ताह का समय लगता है।
- क्योंकि जब आईपीओ का सब्सक्रिप्शन अधिक हो जाता है तो ऐसी अवस्था में 1 सप्ताह का टाइम लगना लाजमी है। आईपीओ में इन्वेस्ट करने के बाद रजिस्ट्रार प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है।
- इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि आईपीओ अलॉटमेंट की जानकारी हासिल करने के लिए आपको उस प्लेटफार्म पर लगातार विजिट करते रहना चाहिए जिसका इस्तेमाल करके आपने आईपीओ में इन्वेस्टमेंट किया था।
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