गारंटी और वारंटी में अंतर



प्रोडक्ट बेचने वाले व्यक्ति के द्वारा अथवा बिजनेसमैन के द्वारा अपने प्रोडक्ट की अधिक से अधिक सेलिंग करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे और बिजनेस (Business) स्ट्रेटजी अपनाई जाती है। उसी बिजनेस रणनीति (Business Strategy) के तहत गारंटी (guarantee) और वारंटी (warranty) का शब्द आता है जोकि बिजनेस से ही जुड़ा हुआ शब्द है।

अक्सर दुकानों पर किसी सामान को लेने के पश्चात या फिर पहले दुकानदार के द्वारा आपको उस सामान पर गारंटी और वारंटी के बारे में बताया जाता है और गारंटी और वारंटी से आकर्षित हो करके आप उस सामान को खरीद लेते हैं। व्यापारी के साथ ही साथ लोकप्रिय कंपनी भी अपने प्रोडक्ट पर ग्राहकों को संतुष्ट करने के लिए Guarantee और Warranty देती है। आइए जानते हैं गारंटी और वारंटी क्या होती है और गारंटी और वारंटी में अंतर क्या होता है।

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गारंटी (Guarantee) क्या है? [What is Guarantee in Hindi]

  • गारंटी किसी भी अच्छे उत्पाद की गुणवत्ता एवम सुरक्षा को सुनिश्चित करती है, अतः वर्तमान में अधिकांश कंपनियां एवम संस्थाएं अपने उत्पाद की विश्वसनीयता को बढ़ाने हेतु एक निश्चित समय सीमा की गारंटी देती है।
  • सामान्यतया आपके द्वारा खरीदा गया कोई भी उत्पाद अगर गारंटी की अवधि में खराब होता है तो अगर आप उस प्रोडक्ट को लेकर के उसी दुकान पर जाते हैं जहां से अपने सामान को खरीदा हुआ है तो दुकानदार के द्वारा या फिर व्यापारी के द्वारा उस सामान को बदला जाता है।
  • और बदले में आपको नया सामान दिया जाता है।
  • मान लिजिए आपने किसी दुकान से कोई पंखा खरीदा और दुकानदार के द्वारा उस पंखे पर 1 साल की गारंटी दी गई है। इसके बाद आपने 1-2 महीने तक पंखे को इस्तेमाल किया और उसमें कुछ खराबी आ गई तो आप उस पंखे को दुकानदार के पास ले करके जाएंगे। उसके बाद दुकानदार आवश्यक कार्यवाही करके आप को नया कूकर देगा।
  • बता दे कि प्रोडक्ट पर गारंटी का फायदा प्राप्त करने के लिए आपके पास दुकानदार की तरफ से सामान खरीदने के टाइम में जो गारंटी कार्ड दिया जाता है वह होना चाहिए तभी आपको गारंटी का बेनिफिट प्रोडक्ट पर मिलेगा। अगर आपके पास गारंटी कार्ड नहीं है तो आप प्रोडक्ट पर गारंटी का क्लेम नहीं कर सकेंगे।
  • किसी भी प्रोडक्ट पर जब दुकानदार के द्वारा गारंटी दी जाती है तब ग्राहक को कम से कम इस बात की संतुष्टि तो हो ही जाती है कि उसने जिस प्रोडक्ट को खरीदा है वह निश्चित दिन तक तो चलेगा ही और अगर निश्चित दिन तक चलने में अगर उसमें कोई समस्या आती है तो उसे उस प्रोडक्ट को लौटाने के बदले में नया प्रोडक्ट प्राप्त होगा।

गारंटी की आवश्यकता क्यों पड़ी?

पहले के समय में जब व्यापार होता था, तब उसमें किसी भी प्रकार की फर्जी बाजी नहीं होती थी और इसीलिए पहले के समय में ना तो दुकानदार को गारंटी या फिर वारंटी की आवश्यकता होती थी, ना ही ग्राहक को।

इसलिए गारंटी और वारंटी को लेकर के किसी भी प्रकार का मुद्दा ही नहीं खड़ा होता था, परंतु समय गुजरने के साथ ही प्रोडक्ट का निर्माण करने वाली कंपनियों के द्वारा अपने बिजनेस को जल्दी से फेमस करने के लिए अपने प्रोडक्ट पर गारंटी शब्द का इस्तेमाल करना चालू कर दिया गया, जिसका मतलब यह होता है कि अगर प्रोडक्ट गारंटी पीरियड के अंदर खराब होता है तो उसे बदल कर के नया प्रोडक्ट कस्टमर को दिया जाएगा।

इस प्रकार से कंपनी के द्वारा गारंटी दिए जाने पर और ग्राहक को भी गारंटी प्राप्त होने पर दुकानदार और कस्टमर दोनों को ही इसकी आदत पड़ गई और इसलिए वर्तमान के समय में प्रोडक्ट तैयार करने वाली कंपनी के द्वारा मनमाने तौर पर अपने प्रोडक्ट के दाम तय किए जाते हैं और उस पर गारंटी दी जाती है और गारंटी मिलने की वजह से कस्टमर अधिक पैसे चुका करके भी उसे प्रोडक्ट को खरीदता है।

कंपनी अपने प्रोडक्ट पर गारंटी इसलिए भी देती है क्योंकि उन्हें यह पता होता है कि उन्होंने जिस हिसाब से प्रोडक्ट को बनाया है, उस हिसाब से वह प्रोडक्ट गारंटी पीरियड में खराब नहीं होगा। इसलिए कंपनी गारंटी वाले प्रोडक्ट का दाम ज्यादा ही रखती है। सामान्य तौर पर किसी भी कंपनी के द्वारा कम से कम 1 साल की गारंटी तो दी ही जाती है। हालांकि कुछ प्रोडक्ट पर यह गारंटी अधिक सालों की भी हो सकती है।

गारंटी का फायदा कैसे मिलता है?

  • गारंटी का बेनिफिट प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई बातों को आप को ध्यान में रखना है।
  • गारंटी का फायदा प्राप्त करने के लिए आपके पास खरीदे हुए सामान का पक्का बिल होना चाहिए।
  • अगर गारंटी पीरियड के दरमियान आपका सामान खराब हुआ है, तो आप उसे वापस करके नया सामान प्राप्त करने के हकदार होते हैं।
  • वापस किए गए सामान को चेंज करके नया सामान आपको तभी प्राप्त होगा जब आपके पास पक्का बिल और गारंटी कार्ड होगा।
  • खरीदे गए सामान पर गारंटी का बेनिफिट पाने के लिए आपको सामान की पैकिंग को भी सुरक्षित रखना है।
  • गारंटी का बेनिफिट आपको तभी मिलेगा जब आप अपने सामान को गारंटी पीरियड के दरमियान हीं वापस करते हैं। गारंटी पीरियड बीत जाने के बाद आपकी कोई भी दलील नहीं चलेगी।
  • अगर कोई दुकानदार गारंटी का लाभ नहीं देता है तो आप उपभोक्ता फोरम में शिकायत करवा सकते हैं।

वारंटी (Warranty) क्या है? [What is Warranty in Hindi]

किसी प्रोडक्ट पर जब आपको गारंटी दी जाती है और वह प्रोडक्ट खराब हो जाता है, तो आप उसे वापस करके नया प्रोडक्ट प्राप्त कर सकते हैं परंतु अगर किसी प्रोडक्ट पर आपको वारंटी दी गई है तो इसका सीधा सा अर्थ यही होता है कि आप इस प्रोडक्ट को वापस तो कर सकते हैं परंतु उसके बदले में नया प्रोडक्ट पाने की डिमांड नहीं कर सकते हैं।

दरअसल वारंटी वाले प्रोडक्ट को जब आप दुकान पर वापस करते हैं या फिर कंपनी को वापस करते हैं, तो आपने जिस प्रोडक्ट को वापस किया है उसकी चेकिंग की जाती है और उसमें जो भी खराबी होती है उसे सही किया जाता है और फिर से वही प्रोडक्ट कस्टमर को दिया जाता है। इस प्रकार से अब आपको यह समझ में आ गया होगा की गारंटी और वारंटी वाले प्रोडक्ट का क्या किया जाता है।

वारंटी को अगर हम उदाहरण के सहित समझाएं तो मान लीजिए आपने कोई इलेक्ट्रॉनिक पंखा खरीदा और दुकानदार के द्वारा आपको उस इलेक्ट्रॉनिक पंखे पर 1 साल की वारंटी दी गई। इस प्रकार आपने वारंटी प्राप्त करने के पश्चात उस पंखे का इस्तेमाल घर में करना चालू कर दिया परंतु 1 साल के पहले ही वह पंखा खराब हो गया। ऐसे में आप वारंटी कार्ड को लेकर के साथ ही उस पंखे को लेकर के उस दुकान पर जाएंगे जहां से आपने पंखा खरीदा है और दुकानदार से पंखे की खराबी के बारे में बातचीत करेंगे।

इसके बाद कंपनी/ दुकानदार तुरंत ही या फिर 1 से 2 दिनों के अंदर उस पंखे में जो भी खराबी होगी, उसे दूर करेगा और पंखे की रिपेयरिंग करके फिर से आपको दे देगा। इस प्रकार आप को पंखे पर वारंटी का बेनिफिट प्राप्त होगा। अगर आपने कोई ऐसा सामान खरीदा है जिस पर आपको वारंटी प्राप्त हुई है तो अगर उस सामान में कोई खराबी आती है तो वारंटी का बेनिफिट प्रोडक्ट पर प्राप्त करने के लिए आपके पास वारंटी कार्ड होना चाहिए।

वारंटी वाले प्रोडक्ट को आप सही करवा सकते हैं ना कि उसके बदले में नया प्रोडक्ट पाने की डिमांड कर सकते हैं और दुकानदार भी वारंटी वाले प्रोडक्ट को सही करके आपको देगा। वह भी आपको उस प्रोडक्ट के बदले में नया प्रोडक्ट देने के लिए बंधा हुआ नहीं होता है।

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वारंटी का फायदा कैसे मिलता है? | Benefits of Warranty to Customer

वारंटी का बेनिफिट प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई बातों को आप को ध्यान में रखना है।

  • कस्टमर के पास उसने जिस सामान को खरीदा है उस सामान का पक्का बिल होना चाहिए साथ ही वारंटी कार्ड भी होना चाहिए तभी उसे सामान पर वारंटी का बेनिफिट मिलेगा।
  • वारंटी का बेनिफिट आपको तभी मिलेगा जब आपका सामान वारंटी पीरियड के अंदर खराब हुआ हो और आप उसे वारंटी पीरियड के अंदर ही दुकानदार के पास लेकर के गए हो। नॉर्मल तौर पर वारंटी पीरियड 1 साल का ही होता है।
  • अगर सब कुछ सही है फिर भी दुकानदार के द्वारा वारंटी का लाभ नहीं दिया जा रहा है तो आप कंजूमर फोरम में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

गारंटी और वारंटी में अंतर [Difference Between Warranty and Guarantee in Hindi]

नीचे जानिए गारंटी और वारंटी शब्द में क्या डिफरेंस होता है।

  • दुकानदार अपनी शर्तों के हिसाब से वारंटी कुछ टाइम के लिए देते हैं जिसे वह घटा भी सकते हैं या फिर बढ़ा भी सकते हैं। दूसरी साइड एक निश्चित समय तक ही गारंटी होती है। गारंटी पीरियड ना तो घटा सकते हैं ना ही बढ़ा सकते हैं।
  • किसी भी कंपनी के द्वारा बहुत ही कम प्रोडक्ट पर गारंटी दी जाती है, दूसरी साइड वारंटी अधिकतर प्रोडक्ट पर दी जाती है।
  • कस्टमर को प्रोडक्ट पर लंबे समय तक वारंटी प्राप्त होती है और कस्टमर चाहे तो दुकानदार को पैसा देकर के वारंटी का पीरियड बढवा सकता है परंतु गारंटी की अवधि निश्चित होती है और उसकी अवधि में कोई चेंज नहीं होता है।
  • गारंटी पीरियड में अगर आपका सामान खराब होता है तो आप उस सामान को चेंज करके नया सामान प्राप्त करने के हकदार होते हैं और वारंटी पीरियड में अगर आपका सामान खराब होता है तो आप उस सामान को दुकान पर वापस करके उसे सही करवा करके फिर से प्राप्त करने के हकदार होते हैं।
  • गारंटी वाले प्रोडक्ट को खराब होने पर आप उसे वापस कर सकते हैं और नया प्रोडक्ट प्राप्त कर सकते हैं। वारंटी वाले प्रोडक्ट को दुकानदार के द्वारा सही करके फिर से आपको उसी प्रोडक्ट को दिया जाता है।
  • गारंटी का लाभ आपको तभी मिलेगा जब गारंटी पीरियड के दरमियान आपका प्रोडक्ट खराब हुआ हो। दूसरी साइड वारंटी का लाभ भी आपको तभी मिलेगा जब वारंटी पीरियड के दरमियान आपका प्रोडक्ट खराब हुआ हो।
  • आपको अपने सामान पर गारंटी का लाभ तभी मिलेगा जब आपके पास पक्का बिल और वारंटी कार्ड होगा। वही वारंटी का फायदा भी आपको तभी मिलेगा जब आपके पास वारंटी कार्ड और पक्का बिल होगा।
  • दुकानदार अगर वारंटी या गारंटी किसी भी स्तिथि में इसका बेनिफिट नहीं देता है तो आप उपभोक्ता फोरम में शिकायत कर सकते हैं।

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