ग्राफ़िक डिज़ाइनर (Graphic Designer) कैसे बने



आज के समय में विद्यार्थियों के पास मनपसंद करियर बनाने एवम खुद का विकास करने के अनेक विकल्प मौजूद हैं। विद्यार्थियों की बेहतरीन क्रिएटिविटी के बदौलत भविष्य को भी संवारा जा सकता है अतः आज हम आपको एक मुख्य प्रकार के करियर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो कहीं ना कहीं युवा वर्ग को खासा प्रभावित और आकर्षित करने लगा है और इस करियर का नाम है ग्राफिक डिजाइनर।

अगर आप ग्राफ़िक डिजाइनर (Graphic Designer) का कोर्स करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही अच्छा साबित होता है क्योंकि वक्त की नजाकत को समझते हुए यह कोर्स कहीं ना कहीं आप को स्थापित करने में मददगार साबित हो सकता है। आज हम आपको ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) से जुड़ी संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं ताकि आप भी आने वाले भविष्य में कुछ अच्छा हासिल कर पाए।

फैशन डिजाइनर कैसे बने

ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) क्या है?

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ग्राफिक डिजाइनिंग वह प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत visual elements का निर्माण अपने संदेशों, विचारों को लोगों तक आसानी से पहुंचाने के लिए किया जाता है। उदाहरण के तौर पर किसी मैगज़ीन का बाहरी कवर, पोस्ट या किसी प्रोडक्ट या सेवा के बारे में लोगों को बताने के लिए बनाया गया बैनर ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) का ही एक भाग है।

इस डिजिटल दुनिया में ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) बहुत ही ज्यादा आकर्षित क्षेत्र के रूप में देखा जाता है जिसमें विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हुए कई प्रकार के क्रिएटिव डिजाइन बनाए जाते हैं जिनके माध्यम से काम को और भी ज्यादा खूबसूरती के साथ प्रदर्शित किया जा सकता है।  

ग्राफिक डिजाइनर खुद की क्रिएटिविटी को भी प्रदर्शित कर सकते हैं और नए नए तरीके अपनाते हुए इसमें हम अपने काम में निखार ला सकते हैं।दूसरे शब्दों में ग्राफिक डिजाइनिंग हमारे अनुभव, हमारी सोच & ज्ञान को एक नए आकार में प्लोगों के सामने प्रदर्शित करने में मददगार साबित होती है।

ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनने के लिए विशेष योग्यता

  • अगर आप एक अच्छे ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपके अंदर कुछ विशेष योग्यताओं का होना आवश्यक है।
  • ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनने के लिए आप का ट्वेल्थ पास होना ही आवश्यक होता है जिसके बाद आप आगे बढ़ सकते हैं।
  • अगर आप ग्राफिक डिजाइनर प्रोफेशनल के रूप में आजमाना चाहते हैं, तो आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर (Graphic Designer) में बैचलर डिग्री जैसा कोर्स करते हुए निश्चित रूप से आगे बढ़ सकते हैं।
  • इसके अलावा ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए खुद की इच्छाशक्ति को ध्यान में रखते हुए क्रिएटिविटी को भी मुख्य माध्यम माना जाता है जहां पर आप नए-नए तरीके से काम में निखार आ सकते हैं।

मुख्य ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) कोर्स

अगर आपने खुद के अंदर एक बेहतरीन भविष्य का सपना संजो रखा है। ऐसे में आप ग्राफिक डिजाइनर कोर्स करते हुए निश्चित रूप से आगे बढ़ सकते हैं।

  • बैचलर इन डिजाइन |
  • बीएससी इन डिजाइन |
  • डिजाइन इन डिजाइन |
  • ग्रैजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन |
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन ग्राफिक डिजाइन |
  • डिप्लोमा इन ग्राफिक डिजाइनिंग |
  • एडवरटाइजिंग एंड विजुअल कम्युनिकेशन |
  • विजुअल कम्युनिकेशन डिजाइन |
  • अप्लाइड आर्ट एंड डिजिटल आर्ट |
  • पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन |

ग्राफिक डिजाइन की पढ़ाई हेतु भारत के मुख्य कॉलेज

अगर आप ग्राफ़िक डिज़ाइन की पढ़ाई भारत में रहकर किसी अच्छे संस्थान से करना चाहते हैं, तो ऐसे में हम आपको कुछ मुख्य संस्थानों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जहां आप उचित शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

  • International Institute of Fine Arts Modinagar.
  • National Institute of Design Ahmedabad.
  • सिंबोसिस इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन पुणे |
  • माया अकैडमी, पुणे |
  • आर्च कॉलेज आफ डिजाइन, जयपुर |
  • अरेना एनीमेशन, बेंगलुरु |
  • आईआईटी, मुंबई |
  • IIT ,Guwahati |
  • Pearl Academy, Delhi |

ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) कोर्स की फीस

अगर आप एक अच्छे ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनना चाहते हैं इसके लिए आपके पास कई सारे कॉलेज उपलब्ध है। चूंकि अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी की फीस अलग-अलग होती है जिसमें अगर आप इस कोर्स में डिप्लोमा करना चाहते हैं, तो लगभग प्रति महीने ₹10000 से लेकर ₹50000 तक का खर्च आता है। इसके अतिरिक्त यदि आप कोई डिग्री ग्राफिक डिजाइनिंग में करना चाहते हैं, तो आपको ₹1,00000 तक खर्च करने पड़ सकते हैं।

वहीं अगर आप विदेश से ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स करते हैं तो निश्चित रूप से ही आपको लगभग 10,00000 रुपए का खर्च आता है, जो पूरे कोर्स की फीस होती है।

ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स के बाद करियर के बेहतर विकल्प

  • अगर आप ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स करते हैं, तो ऐसे में आपको आसानी के साथ करियर में कई अच्छे विकल्प प्राप्त हो सकते हैं जहां आप विभिन्न जगहों पर काम कर सकते हैं।
  • इस कोर्स को करने के बाद आप किसी भी प्रतिष्ठित एडवरटाइजिंग एजेंसी में जॉब प्राप्त कर सकते हैं जहां पर आप अपनी क्रिएटिविटी को भी दिखा सकते हैं।
  • अगर आप चाहे तो किसी बुक पब्लिकेशन हाउस में भी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि वह पद पब्लिकेशन में भी निश्चित रूप से ही अच्छे डिजाइनर की आवश्यकता होती है।
  • इसके अतिरिक्त किसी भी कंपनी के लिए अच्छी विजुअल ब्रांड की तैयारी कर सकते हैं साथ ही साथ एक अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
  • ग्राफिक डिजाइनर की मांग हर जगह बढ़ती जा रही है। ऐसे में आप डिजिटल फिल्मेकिंग में भी अपना करियर बना सकते हैं।
  • अगर आप चाहें तो आप ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स के माध्यम से अपनी काबिलियत को प्रोजेक्ट मैनेजर क्षेत्र में भी अपना सकते हैं।
  • इसके अलावा किसी भी न्यूज़ पेपर पर ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर नौकरी उपलब्ध हो सकती है।
  • अगर आप चाहे तो खुद की एक ग्राफिक डिजाइनिंग की कंपनी शुरू कर सकते हैं हालांकि इसमें समय लगेगा लेकिन अगर आप एक बार इस कंपनी को सही दिशा की ओर बढ़ाते हैं तो निश्चित रूप से ही आपका फायदा होता चला जाता है।

ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनने के लिए कौशल क्षमता

  • अगर आप एक उभरते हुए ग्राफिक डिजाइनर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास कुछ मुख्य कौशल क्षमता का होना आवश्यक है।
  • ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए एक क्रिएटिव माइंड होना बहुत जरूरी है जिसके माध्यम से आप नए नए आइडिया ला सकते हैं और अपने काम में भी उसे दर्शा सकते हैं।
  • ग्राफिक डिजाइनर शुरू शुरू में अपने काम को किसी भी तरीके के ड्राइंग और स्केचिंग के माध्यम से दिखाते हैं। ऐसे में आपको भी ड्राइंग और स्केचिंग मानना आवश्यक माना गया है।
  • इसके अलावा आपको कंप्यूटर की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए।

इंटीरियर डिजाइन क्या होता है

ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) के लिए ऑनलाइन क्लास है उपलब्ध

कई बार ऐसा भी होता है की समय की कमी की वजह से हम सही तरीके से कोर्स को पूरा नहीं कर पाते हैं लेकिन दिलचस्पी होने की वजह से हम ग्राफिक डिजाइनिंग ऑनलाइन क्लास के माध्यम से भी सीख सकते हैं।

इसके अंतर्गत घर में रहते हुए भी इसे सीखा जा सकता है और इसके अलावा आप सोशल मीडिया जैसे यूट्यूब के माध्यम से भी ग्राफिक डिजाइनिंग को सीख कर आगे बढ़ सकते हैं।

ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) को मिलने वाली सैलरी

अगर आपने ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) का कोर्स किया है और आप किसी अच्छे कंपनी में काम कर रहे हैं तो ऐसे में शुरुआत में आपकी सैलरी ₹20000 से ₹25000 प्रति माह होती है लेकिन जैसे-जैसे आप का अनुभव बढ़ता है वैसे वैसे आपकी सैलरी ₹85000 से ₹1,00000 प्रति माह हो सकती है।

ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) में उपयोग होने वाले सॉफ्टवेयर

आज के समय में ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है जिसके माध्यम से काम को भी बहुत अच्छा प्रदर्शित किया जाता है ऐसे में कई सारे सॉफ्टवेयर उपयोग किए जाते हैं।

Coreldraw Graphics Suite

अगर आप ग्राफिक डिजाइनिंग करते हैं, तो ऐसे में यह सॉफ्टवेयर आपके लिए बहुत ही कारगर होता है जिसके माध्यम से आप किसी भी डिजाइन को एक अलग ही लुक दे सकते हैं जो पहले की अपेक्षा ज्यादा खूबसूरत नजर आता है। आप चाहे तो इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से कस्टमाइजेशन करते हुए और भी अच्छा बनाया जा सकता है।

Adobe photoshop

ग्राफिक डिजाइनिंग के लिए यह सॉफ्टवेयर बहुत ही आवश्यक होता है जिसके माध्यम से कई सारे खूबसूरत पोस्टर, वेबसाइट लोगों, बैनर बनाया जा सकता है इसके अलावा इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से फोटो एडिटिंग का काम किया जाता है जो कहीं ना कहीं आप के डिजाइन को पहले से कहीं ज्यादा खूबसूरत बना देता है।

Adobe Illustrator

इन दो सॉफ्टवेयर के अलावा यह सॉफ्टवेयर भी बहुत ही ज्यादा उपयोग किया जाता है। जिसे आमतौर पर प्रोफेशनल यूज़ करते हैं और ज्यादा से ज्यादा अच्छा काम लोगों के सामने प्रदर्शित करते हैं।

ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनने के लिए आवश्यक तत्व

  • अगर आप एक अच्छे ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपके अंदर कुछ मुख्य तत्वों का होना आवश्यक है।
  • अगर आप एक कुशल ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको क्रिएटिव होना जरूरी है जिसके माध्यम से आप खुद के काम को बढ़ा सके। क्रिएटिविटी हमेशा अपने दिमाग की होनी चाहिए ना कि दूसरों के दिमाग की। ऐसे में आपके काम को सराहना मिलेगी और आप एक नए पॉइंट के साथ आगे बढ़ सकेंगे।
  • ग्राफिक डिजाइनर का काम काफी काम हद तक कल्पनाओं पर आधारित होता है जहां पर आपको अपनी कल्पना के माध्यम से ही डिजाइन करते हुए काम को सवारना होता है।
  • इसके अलावा आपको टाइम मैनेजमेंट करने की भी आवश्यकता होती है जिसके माध्यम से आप सही समय में काम को पूरा करते हुए अपने क्लाइंट को दे सकें।
  • इसके साथ ही आप को विभिन्न सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना भी आना चाहिए ताकि आप समय रहते ही अपने काम को बेहतरी के साथ पूरा कर सके।
  • जब भी ग्राफिक डिजाइनिंग की जाती है तो बहुत सारे टूल्स को ध्यान में रखा जाता है जिसके अंतर्गत आप अपना लेआउट सही तरीके से बना सकते हैं।
  • हमेशा लोगों के साथ अच्छी कम्युनिकेशन स्किल बना कर रखना होगा ताकि काम मिलने में आसानी बनी रहे।
  • ग्राफिक डिजाइनिंग में कई सारे रंगों का योगदान होता है। ऐसे में कलर को मिक्स करने का भी गुण आपके अंदर होना चाहिए।
  • कई बार फोटो एडिटिंग के माध्यम से भी सॉफ्टवेयर की समझ को बढ़ाया जा सकता है ऐसे में फोटो एडिटिंग के द्वारा भी आप ग्राफिक डिजाइनिंग को बेहतर कर सकते हैं।

ग्राफिक डिजाइनर (Graphic Designer) के लिए अपनाएं विशेष शैली

अगर आप एक अच्छे ग्राफिक डिजाइनर बनना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ विशेष शैली अपनानी पड़ती है जिसके माध्यम से काम में निखार लाया जा सके। आज के समय में कई प्रकार के ऐसे तत्व मौजूद हैं जिनको अपनाकर भी आप सही तरीके से काम को कर सकते हैं ऐसे में खुद के अंदर क्रिएटिविटी लाते हुए भी काम में निखार लाया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त यदि आप किसी विशेषज्ञ के साथ रहकर कुछ दिनों तक काम सीख ले तो निश्चित रूप से आप उस शैली को सीखकर आगे बढ़ सकते हैं। जिसके अंतर्गत क्रिएटिव रहने के तरीकों के बारे में भी बताया जाता है ताकि आप उस शैली के अंतर्गत रहते हुए काम में निखार ला कर क्रिएटिव बन सके।

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