अमेरिका अर्थव्यवस्था और ताकत की दृष्टि से विश्व का सबसे सक्षम देश है | जहाँ पर नौकरी पाने और वहां की नागरिकता हासिल करने की होड़ हरदम लगी रहती है | हर कोई विदेश जाने की चाह रखने वाले की अमेरिका पहली पसंद होती है | इसी बीच अमेरिका में काम करने वालों और वहां की नागरिकता या घूमने या रहने के लिए अलग – अलग नियम बनाये गए है |
जैसे नागरिकता प्राप्त करने वालों के लिए ग्रीन कार्ड और घूमने वालों के टूरिस्ट वीजा, इसी कड़ी में अमेरिका के में काम करने वाली कंपनियों को विदेशी मजदूरों या कामगारों को दिए जाने वाले वीजा को एचवनबी (H-1B) वीजा कहते हैं। यह वीजा एक नियत अवधि के लिए जारी किया जाता है।
जो अवधि पूर्ण होने के बाद रद्द माना जाता है, यदि कोई इसे बढ़वाना चाहता है तो उसके लिए रेनुअल प्रक्रिया होती है | यदि आप भी H-1B वीजा क्या है, हेच -1बी वीज़ा फुल का फॉर्म – योग्यता, अवधि क्या है, इसके विषय में जानना चाहते है तो यहाँ पर इसके विषय में जानकारी दी जा रही है |
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H-1B वीजा का क्या मतलब है
अमेरिका में कार्यरत कंपनियां यदि किसी विदेशी नागरिक को नौकरी देना चाहती है तो कर्मचारी H-1B वीजा प्राप्त करके ही अमेरिका में किसी भी कंपनी में काम कर सकता है, अथवा उसे नौकरी में नहीं रखा जायेगा। वहीँ भारत से बड़ी संख्या में आईटी प्रोफेशनल्स H-1B वीजा के साथ अमेरिका में नौकरी करने जाते हैं। इस वीजा की अवधि निर्धारित होती है, किसी भी वीजा में उसकी वैलिड डेट जरूर मेंशन होती है |
हेच -1बी वीज़ा फुल फॉर्म
एच-1बी का फुल फॉर्म “इमीग्रेशन एण्ड नैशनॅलिटी ऐक्ट” होता है, इसका अंग्रेजी में उच्चारण “Immigration and Nationality Act” होता है इसका हिंदी में मतलब “आप्रवासन और राष्ट्रीयता अधिनियम” होता है | यह धारा 101 (ए)(15)(एच) के तहत संयुक्त राज्य अमरीका में एक गैर-आप्रवासी वीज़ा होता है। यह अमरीकी नियोक्ताओं को विशेषतापूर्ण व्यवसायों में अस्थायी तौर पर विदेशी कर्मचारियों की नियुक्त करने की अनुमति प्रदान करता है।
H-1B वीजा के लिए योग्यता
H-1B वीजा के लिए सबसे प्रथम योग्यता पढ़ाई होती है, इसे प्राप्त करने के लिए व्यक्ति के पास कम से कम बैचलर डिग्री का होना जरूरी है इसके अलावा 12 साल काम करने का अनुभव भी होना आवश्यक होता है। हालांकि कुछ शर्तों के साथ इसमें छूट भी दी जाती है। नौकरी में मांगी गई डिग्री और वीजा के आवेदक की डिग्री एक ही होना जरूरी होगा। जिस व्यक्ति को नौकरी के लिए बुलाया जा रहा हो उसे उस काम में कुशल होना चाहिए क्योंकि उसे सिर्फ वहीं खास डिग्री वाला व्यक्ति ही कर सकता है। आवेदक के पास यूएस (US) की कोई बैचलर डिग्री या फिर यूएस की बैचलर डिग्री के समकक्ष विदेशी यूनिवर्सिटी से डिग्री डिग्री प्राप्त होना जरूरी होगा। इसके अलावा यह भी जरूरी है कि H1B Visa के लिए हर कोई व्यक्ति आवेदन नहीं कर सकता है, बल्कि इसके लिए किसी व्यक्ति की ओर से कंपनी को आवेदन करना जरूरी होगा।
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H-1B वीजा की अवधि
एचवनबी वीजा की अवधि 3 वर्ष के लिए होती है जिसे अधिकतम 6 साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है। एचवनबी वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद आवेदक को अमेरिका में नागरिकता प्राप्त करने हेतु आवेदन करना होता है। जिसके बाद उसे ग्रीन कार्ड दिया जाता है। यदि एचवनबी वीजा की अवधि समाप्त हो जाती है और आवेदक को ग्रीन कार्ड नहीं प्राप्त हो पाता तो उसे अगले एक वर्ष के लिए अमेरिका से बाहर रहना पड़ेगा और एक वर्ष के बाद पुनः H-1B वीजा के लिए आवेदन करना पड़ेगा।
एचवनबी वीजा ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन
एचवनबी वीजा अमेरिका में काम करने और स्थायी नागरिकता के लिए आवेदन हेतु दोनो के लिए दिया जाता है। परन्तु यदि आवेदक के वीजा अवधि समाप्त होने के पहले उसे ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन करना जरूरी होगा।
H-1B वीजा के फायदें
- इसके लिए कोई भी विदेशी नागरिक H-1B वीजा के लिए आवेदन कर सकता है।
- इस वीजा के अंतर्गत वीजाधारक अपने बच्चों और पति/पत्नि के साथ अमेरिका आ जा सकता है।
- व्यक्ति का परिवार भी उतने ही वर्ष अमेरिका में रह सकता हैं जितने वर्ष उनको लाने वाले वीजा की अवधि होती है।
- इस वीजा को प्राप्त करने के बाद स्थायी नागरिकता के लिए आवेदन भी किया जा सकता है |
- इस वीजा के लिए ज्यादा डाक्यूमेंट्स नहीं मांगे जाते है सिर्फ बैचलर डिग्री और किसी अमेरिका में काम करने वाली कंपनी से ऑफर लैटर जमा करना जरूरी होता है।
यहाँ आपको H-1B वीजा के विषय में जानकारी दी गई | यदि इस जानकारी से सम्बंधित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार आ रहा है, या अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करे |