हमारे देश के कानूनी क्षेत्र में वकील बनने के लिए एलएलएम कोर्स सबसे ज्यादा पॉपुलर है। क्योंकि यह कोर्स इंटरनेशनल करियर के साथ हाई सैलेरी की नौकरी दिलाने में सहायक होता है। हम आपको बता दे की एलएलबी के बाद ही LLM किया जा सकता है। इसलिए आज हम अपनी इस लेख में आपके लिए LLM Course से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं।
आज इस लेख के जरिए हम आपको LLM डिग्री से जुड़ी सभी जानकारी जैसे LLM Full Form, योग्यता, फीस, परीक्षा पैटर्न, LLM ke Baad Kya Kare आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे। यदि आप भी कानूनी क्षेत्र में अपना एक अच्छा करियर बनाना चाहते हैं तो फिर आप हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें। क्योंकि हमारा यह लेख आपके लिए बहुत ही लाभदायक साबित होगा।
LLM Full Form
LLM का फुलफॉर्म LEGUM MAGISTER (LATIN) & MASTER OF LAW (मास्टर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ) होता है। यह एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है जो की 2 साल की होती है।
LLM क्या है?
एलएलएम डिग्री इंटरनेशनल स्तर पर मान्यता प्राप्त पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है। यह कोर्स 2 वर्षों की अवधि का होता है। इसमें चार सेमेस्टर होते हैं। लेकिन कुछ यूनिवर्सिटीज़ एक साल का कोर्स भी प्रदान करती है। वहीं बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में LLM डिग्री को करने में कम से कम 4 साल का समय लगता है। LLM उम्मीदवारों को एक विशिष्ट क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने एवं स्पेशलाइजेशन जैसे क्रिमिनल लॉ, एनवायरनमेंटल लॉ, कॉरपोरेट लॉ, ह्यूमन राइट्स लॉ, साइबर लॉ प्रदान करती है। एलएलएम जैसी डिग्री को आमतौर पर वही लोग करते हैं जो अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में विस्तार करना चाहते हैं।
LLM के 4 सेमेस्टर
जैसे कि हमने आपको बताया है कि LLM करने में 2 वर्ष का समय लगता है और इसमें 4 सेमेस्टर होते हैं। यानी की 4 सेमेस्टर में यह कोर्स कराया जाता है। तो आईए जानते हैं इन चार सेमेस्टर में पढ़ाई जाने वाले सब्जेक्ट के बारे में।
1- सेमेस्टर
- Constitutional Law- I
- Legal Theory – I
- Research Methodology
2- सेमेस्टर
- Constitutional Law- II
- Legal Theory – II
- Law and Social Change
3- सेमेस्टर
- Law Relating to Industrial Relations
- Law Relating to Labour Welfare
4- सेमेस्टर
- Law Relating to Industrial Injuries and Social Securities
- Law Relating to Service Regulation
एलएलएम की फीस
आपको LLM Course करने के लिए फीस की सही जानकारी उसी विश्वविद्यालय में जाकर मिलेगी जहां से आप एलएलएम कोर्स करना चाहते हैं। क्योंकि सभी कॉलेज और इंस्टिट्यूट में नियम अनुसार अलग-अलग फीस निर्धारित की जाती है। लेकिन हम आपकी सुविधा के लिए एक अनुमान के तौर पर बता दें कि एलएलएम कोर्स करने के लिए कम से कम 6000 रुपए से लेकर 1.50 हज़ार रुपए तक की फीस होती है। जोकि कॉलेज व इंस्टिट्यूट पर निर्धारित करती है।
Eligibility Of LLM
- उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
- उसके बाद वह ग्रेजुएशन कंप्लीट करें।
- ग्रेजुएशन करने के बाद 3 साल का एलएलबी कोर्स करे।
- यदि आप ग्रेजुएशन नहीं करना चाहते तो आप 12वीं के बाद तुरंत इंटीग्रेटेड एलएलबी कोर्स कर सकते हैं यह कोर्स 5 साल का होता है।
- एलएलबी/इंटीग्रेटेड एलएलबी में आपको कम से कम 50% अंक होने जरूरी है तभी आप LLM में एडमिशन ले सकते हैं।
LLM करने के फायदे
एलएलएम करने के कई फायदे हैं। कुछ फायदे हम आपको नीचे बता रहे हैं।
- LLM करने के बाद विधि नियमों की समझ बढ़ती है और लॉ से जुड़े विविध विषयों में एक्सपर्ट हो जाते है।
- LLM एक पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री है जिसे करने के बाद आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते है।
- एलएलएम की डिग्री कानून के एक विशेष क्षेत्र में अनुसंधान के माध्यम से विशेष ज्ञान लेने में सक्षम बनाती है और यह कानून क्षेत्र में सबसे अच्छी डिग्री मानी जाती है।
- LLM करने के बाद आपकी प्रैक्टिकल नॉलेज बहुत अच्छी हो जाती हैं।
- LLM करने के बाद आप प्रैक्टिस करने के अलावा विशेष कानूनी सलाहकार के तौर पर अपनी सेवाएं दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप जज बनने के लिए न्यायिक सेवा परीक्षा दे सकते हैं।
LLM ke Baad Kya Kare?
आप LLM करने के बाद कई सारे विकल्प अपना सकते हैं जैसे कि आप किसी प्राइवेट कंपनी में वकील के रूप में काम कर सकते हैं या खुद को एक वकील के रूप में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप अगर जज बनना चाहते हैं तो न्यायिक सेवा परीक्षा दे सकते हैं। अगर आपकी दिलचस्पी शिक्षा के क्षेत्र में है तो आप किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एक शिक्षक के रूप में काम कर सकते हैं। या फिर आप एलएलएम के बाद कॉर्पोरेट कंसल्टेंट के रूप में अपना करियर शुरू कर सकते हैं। इसमें आप कंपनियों के लिए विशेष कानूनी सलाहकार के रूप में अपनी सेवई दे सकते हैं।
एलएलएम कोर्सेज के लिए भारत के टॉप कॉलेज
LLM कोर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेजेस की सूची नीचे दी गई है:
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ हैदराबाद
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली, जोधपुर, भोपाल, गुजरात
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी गांधीनगर
- पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- सिम्बायोसिस सोसाइटीज लॉ कॉलेज पुणे
एलएलएम कोर्स प्रदान करने वाले शीर्ष विश्वविद्यालय
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटीज
- कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटीज
- लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स और राजनिति विज्ञान
- ब्रुनेल यूनिवर्सिटी लंदन
- मेलबर्न यूनिवर्सिटी
- मैक्वेरी यूनिवर्सिटी
- टोरोन्टो यूनिवर्सिटी
- मैकगिल यूनिवर्सिटी
- पीकिंग यूनिवर्सिटी
- केयू ल्यूवेन