भारत में अनेक नेताओं ने अपनी राजनीतिक गतिविधियों के कारण अपनी विशिष्ट जगह बनाई है। हालांकि बेहद कम ऐसे राजनेता अथवा मुख्यमंत्री होते हैं जो कई सालों तक कार्यभार संभालते हैं और अपने कार्य स्वरूप की वजह से जाने जाते हैं।

ऐसे ही नेता के रूप में आज हम बात करेंगे “नवीन पटनायक” जी की जिन्होंने 5 बार मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला। नवीन पटनायक बहुमुखी प्रतिभा के धनी एवम् बुद्धिमान नेता हैं। जो पिछले 2 दशकों से ओडिशा के मुख्यमंत्री का कार्यभार सफलतापूर्वक संभाल रहे हैं।
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कौन हैं नवीन पटनायक
नवीन पटनायक राजनीति के क्षेत्र में भारत के सशक्त नेता के रूप में पहचाने जाने वाले प्रतिष्ठित नेता हैं। वह ओडिशा राज्य के 14वें मुख्यमंत्री हैं और बीजू जनता दल के संस्थापक मुखिया भी हैं। नवीन पटनायक ओडिशा के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ एक लेखक भी हैं।
नवीन पटनायक ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में काफी अधिक समय से कार्यारत हैं। नवीन पटनायक के नाम इतिहास में लंबी अवधि तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड अंकित है जो राजनीतिक क्षेत्र में विशेष रूप से सराहनीय है। नवीन पटनायक देश विदेशों में भी भ्रमण कर चुके हैं। प्रसिद्ध संस्थापक के रूप में वह “इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एवम् कल्चरल हेरिटेज” के भी सदस्य हैं।
नवीन पटनायक का परिचय
असली नाम – | नवीन पटनायक |
व्यक्तिगत नाम – | पप्पू |
जन्म की तारीख – | 16 अक्टूबर वर्ष 1946 |
कार्य – | राजनेता, लेखक |
कार्य शुरुवात – | लेखक |
नागरिकता – | भारतीय |
धर्म – | हिंदू |
नवीन पटनायक से जुड़ी जानकारी
नाम | नवीन पटनायक |
कार्य | राजनेता, लेखक |
राजनैतिक पार्टी | बीजू जनता दल (BJD) |
जन्म स्थल | कटक, ओडिशा |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
आयु | 75 वर्ष |
वैवाहिक जीवन | अविवाहित |
पता | नवीन निवास, एयरोड्रोम गेट, पी एस – एयरफील्ड पुलिस स्टेशन, भुवनेश्वर। पिन कोड – 751020 |
नवीन पटनायक का जन्म
नवीन पटनायक सशक्त व्यक्तित्व व कुशल नेता के रूप में पहचाने जाने वाले नेता हैं। ओडिशा राज्य के कर्ताधर्ता इस सुप्रसिद्ध नेता का जन्म 16 अक्टूबर वर्ष 1946 को कटक, ओडिशा में हुआ था। नवीन पटनायक के पिताजी बीजू पटनायक भी राजनीति क्षेत्र से जुड़े थे। वे ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री भी थे और स्वतंत्रता सेनानी भी रह चुके थे।
उनकी माताजी पंजाब से तालुक रखती है, वह पायलट थीं। जिनका नाम ज्ञान पटनायक है। नवीन पटनायक एक भारतीय हिंदू परिवार से ताल्लुक रखते हैं। नवीन पटनायक के एक बड़े भाई थे जिनका नाम “प्रेम पटनायक” है वे बिज़नेस मैन थे। एक बड़ी बहन है जिनका नाम “गीता मेहता” है जो एक सुप्रसिद्ध लेखिका हैं।
नवीन पटनायक की शिक्षा
नवीन पटनायक का शिक्षा कार्यकाल अच्छा रहा है। बाल्यकाल काल से ही उनकी पढ़ाई लिखाई में रुचि थी। उन्होंने अपने स्कूल की शिक्षा सबसे पहले “वेल्हम बॉयज स्कूल” से की फिर उन्होंने देहरादून के दूसरे स्कूल “दून स्कूल” से स्कूली शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वे दिल्ली चले गए वहाँ से उन्होंने कला विषय में किरोड़ीमल कॉलेज से कला में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। वे हिस्ट्री के अच्छे ज्ञाता हैं। स्कूल में उनकी हिस्ट्री पर पकड़ अच्छी थी।
नवीन पटनायक निजी जीवन
नवीन पटनायक का निजी जीवन सादा जीवन उच्च विचार स्वरूप लगता है। नवीन पटनायक अविवाहित हैं। उनका जीवन राजनीतिक धरातल पर अपने पिताजी की मृत्यु के पश्चात अधिक जागृत हुआ। नवीन पटनायक स्कूल के दिनों से ही पढ़ने व लिखने में रुचि रखते हैं।
नवीन पटनायक राजनीति के अलावा लेखन का कार्य करते हैं जिनमें उनकी रुचि है। इसी रुचि के चलते वे लेखक भी हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी है। उन्हें ऑयल पेंटिंग का भी शौक है। उनका व्यक्तिगत जीवन संयमी रहा है। उनका भौतिक वस्तुओं से लगाव अधिक नहीं है।
नवीन पटनायक की पसंदीदा रुचियाँ
प्रिय नेता – | बीजू पटनायक |
प्रिय भोजन – | मांसाहारी |
प्रिय शौक – | पढ़ना, लिखना, यात्रा |
प्रिय जानवर – | उनके पालतू कुत्ते ब्रूनो और रॉक्सी |
नवीन पटनायक का करियर
नवीन पटनायक का करियर शिक्षा प्राप्ति के पश्चात लेखक के रूप में समक्ष आया था। हालांकि अपने पिताजी की मृत्यु के पश्चात नवीन पटनायक का करियर राजनीतिक की ओर पूर्ण रूप से ढल गया। जिसके तहत उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में इतिहास रचने जैसा स्थान प्राप्त किया। बता दें नवीन लगातार लंबे समय के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में काफी लोकप्रिय रहें।
उन्होंने राजनीति की शुरुवात सन् 1997 में की थी। इसके 1 वर्ष बाद उन्होंने अपने पिताजी के नाम पर राजनीतिक पार्टी बीजू जनता दल की स्थापना की थी। बीजू जनता दल में आने से पहले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके थे। पर उनकी सफलता को अंजाम भाजपा पार्टी के साथ मिलकर मिला।
बीजू जनता दल के रूप में नवीन पटनायक पहली बार वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री बने, इस चुनाव में ओडिशा की तरफ से उन्हें समर्थन के रूप में काफी अधिक मत मिले। ओडिशा की जनता द्वारा उनके सौम्य स्वभाव, भ्रष्टाचार के विरोध स्वरूप नीति चलाने व गरीबों के पक्ष में भी नीतियाँ चलाने के कारण उन्हें अधिक समर्थन मिला।
उनके इन्हीं कार्यों के लिए जनता व अन्य पार्टी ने अधिक बहुमत दिया। जिसके स्वरूप वे 5 साल तक मुख्यमंत्री बने रहे। उन्होंने अपने पिताजी के कदम चिन्हों पर चलकर राजनीति में मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की प्रगति एवं सत्ता नियंत्रित करने में महारत हासिल कर ली थी।
नवीन पटनायक का राजनीतिक कार्यकाल
उनका राजनीतिक करियर में प्रवेश वर्ष 1997 में हुआ था। वर्ष 1998 में अपने पिता जी के नाम पर “बीजू जनता दल” नाम की पार्टी बनाई है। बाद में उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन कर मार्च वर्ष 2000 में ओडिशा में अपनी सरकार बनाई और वह ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए।
नवीन पटनायक 5 मार्च वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री के रूप में ओडिशा में पहली बार चुने गए। 16 मई वर्ष 2004 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। तीसरी बार वर्ष 2009 में 21 मई को मुख्यमंत्री बने। वर्ष 2014 में राजनीतिक चुनाव में ओडिशा विधानसभा व भारतीय आम चुनावों में जीते। और इस प्रकार वह चौथी बार वर्ष 2014 में पुनः मुख्यमंत्री बने। और भ्रष्टाचार के खिलाफ व गरीबों के समर्थन पर अनेक नीतियों को शुरू किया।
राज्य विकास के लिए अपने पिताजी के मार्गदर्शन हेतु नौकरशाही का उन्होंने सुचारु रुप से प्रबंध किया। जिसके फलस्वरूप एक बार फिर से वर्ष 2019 में वह पांचवीं बार ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर चुने गए। इस तरह एक मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने लगातार सफल कार्यभार लंबे समय के लिए संभालने के लिए इतिहास में नाम दर्ज कराया। वर्तमान में भी वे ओडिशा के मुख्यमंत्री हैं एवं लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं।
नवीन पटनायक के शासन काल के मुख्य कार्य की रूपरेखा
नवीन पटनायक ने अपने राजनीतिक कार्यकाल में अनेक कार्य किए। जिसका कौशल उनकी नीतियों में देखने को मिलता है। उन्होंने ओडिशा की प्रगति में विशेष भूमिका निभाई है। गरीबों की स्थिति सुधार में उन्हें आर्थिक सहायता देने के लिए कई नीतियांँ चलाई। मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्य की रूपरेखा इस प्रकार हैं :
उनके शासनकाल में ओडिशा की अर्थव्यवस्था में सुधार लाया गया। बीते सात वर्षों के दौरान 8% विकास वृद्धि हुई।
- राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था व ग्लोबल मंदी के होते हुए भी वर्ष 2019 से वर्ष 2020 में ओडिशा की 6.16% विकास दर बढ़ी।
- खनिज सम्पन्नता के रूप में ओडिशा भारत का सबसे अधिक समृद्ध राज्य है। वर्ष 2017 से वर्ष 2018 में ओडिशा ने 34.3% के रूप में योगदान देकर अर्थव्यवस्था में विशेष भूमिका बनाई।
- खनिज संपदा उत्पादन में बढ़ोत्तरी की गई जिस वजह से राज्य पहले स्थान पर पहुँच गया था।
- वर्ष 2011 से वर्ष 2018 तक जीडीपी में वार्षिक बढ़ोत्तरी की गई।
- ओडिशा व्यापार की दृष्टि से मुख्य 10 राज्यों में शामिल हुआ।
- औद्योगिक नीति स्वरूप राज्य की वित्तीय रूप से बढ़ोत्तरी की गई।
- ओडिशा राज्य में कई छोटे बड़े बिज़नेस के मध्य विशेष नीतियाँ चलाई गई।
- टीम ओडिशा का गठन किया गया जिसके अंतर्गत निवेश को बढ़ावा दिया गया।
नवीन पटनायक द्वारा लिखित पुस्तकें
नवीन पटनायक को लेखन का शौक शुरू से ही रहा है। अपनी लेखन प्रतिभा के तहत उन्होंने तीन पुस्तकें भी लिखी हैं वे इस प्रकार हैं :
- अ सेकंड पैराडाइज बुक (वर्ष1985 में प्रकाशित)
- द गार्डन ऑफ लाइफ (वर्ष 1993 में प्रकाशित)
- अ डेजर्ट किंगडम (वर्ष 1990 में प्रकाशित)
नवीन पटनायक द्वारा प्राप्त अवार्ड और उपलब्धियाँ
नवीन पटनायक की ख्याति एवं उनके कार्यकौशल की छवि उनके अवॉर्ड्स एवम् उपलब्धियों में देखी जा सकती है। जो इस प्रकार हैं :
- वर्ष 2013 में उन्होंने तूफान से 10 लाख लोगों की जान बचाई उसके लिए यूनाइटेड नेशन अवार्ड से सम्मानित किया था।
- वर्ष 2017 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रशासन के लिए आउटलुक इंडिया स्पीक आउट अवार्ड से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया था।
- वर्ष 2018 में एक आदर्श मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें पुरस्कार देकर अंकनसम्मान बढ़ाया था।
- वर्ष 2018 में ही इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन द्वारा एफआईएच प्रेसीडेंशियल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष 2019 में ओडिशा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में नवीन लगातार पाँच बार चयनित हुए और लंबी अवधि के मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित हुए इस रूप में उन्होंने एक इतिहास रचा था।
नवीन पटनायक संबंधित विवाद
राजनीति में सत्ता के लिए आपसी मतभेद होता रहता है और विवाद होना सामान्य बात हो जाती है। नवीन पटनायक भी विवाद के घेरे में आ गए थे। जो इस प्रकार है :
- बीजेपी सदस्य बैजयंत पांडा ने उन पर आरोप लगाया कि वह बदल गए हैं और भ्रष्टाचार व अपराध को रोकने के लिए कुछ नहीं करते हैं पार्टी में लंबे समय तक कार्यरत रहने के बावजूद उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
- नवीन जी ने भाजपा पार्टी ये कह कर छोड़ दी थी कि राजनीतिक सीटों का उचित बंटवारा नहीं हुआ और नरेंद्र मोदी के विपरीत बोले कि प्रधानमंत्री अपने वादों पर खरे नहीं उतरे।
- एनएसएसओ की एक रिपोर्ट में बेरोज़गारी की अधिकता लगभग 45 साल से अधिक है इस बात के तहत उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ खूब आवाज उठाई।
- केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने उन पर लोह अयस्क के अवैध खनन स्वरूप करीब दो लाख 50 करोड़ की राशि को पारित करने का आरोप लगाया था।
नवीन पटनायक की नेट वर्थ
सर्वे के हिसाब से उनकी नेट वर्थ लगभग 63.86 करोड़ मानी जाती है। बता दें एक मुख्यमंत्री के रूप में प्रति महीने 98 हज़ार अतिरिक्त भत्ते सहित मिलते हैं।
नवीन पटनायक से जुड़े रोचक तथ्य
नवीन पटनायक से जुड़ी कई रोचक जानकारियाँ हैं जो इस प्रकार हैं :
- वर्ष 1983 में अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला जैकलीन कैनेडी ऑनासिस जब भारत आई थी तो उनके साथ मिलकर दो किताबें लिखी थीं।
- साल 1998 में जनता दल के विभाजन के बाद उन्होंने खुद की पार्टी बनाई जिसका नाम अपने पिताजी के नाम पर रखा बीजू जनता दल (BJD)
- वर्ष 1998 में किताबों और फिल्मों के शौक स्वरूप उन्होंने ” द डिसीवर्स” फिल्म में पीयर्स बोनस के रूप में छोटी सी भूमिका निभाई थी ।
- वे नई दिल्ली स्थित ओबरॉय होटल के साइकेडेल्ही नाम से सुप्रसिद्ध बुटीक के सहमालिक भी हैं। इसी दौरान उनके कई मित्र बनें जैसे – जैकलीन कैनेडी ओनासिस, मिक जैकर, पाॅल मेकटिनी, जॉन लेनन आदि।
- वे कैबिनेट मंत्री के रूप में चुनाव जीतकर भाजपा सरकार के अंतर्गत केंद्रीय खान मंत्री के रूप में नियुक्त हुए थे।
- उन्हें अपनी स्थानीय भाषा के अधिक ज्ञान ना होने की वजह से कई बार आलोचना का सामना करना पड़ता है। लेकिन उन्हें हिंदी,अंग्रेजी, फ्रेंच आदि भाषाओं का अच्छा ज्ञान है।
FAQ (संबंधित प्रश्न)
क्या नवीन पटनायक ने शादी की है?
नवीन पटनायक ने शादी नहीं की है।
नवीन पटनायक किस राज्य के मुख्यमंत्री हैं?
नवीन पटनायक ओडिशा राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
बीजू जनता दल पार्टी के संस्थापक कौन हैं
बीजू जनता दल पार्टी के संस्थापक नवीन पटनायक हैं।