आपने NCC के बारे में तो सुना ही होगा और अगर आप एक स्कूल अथवा कॉलेज स्टूडेंट हैं, तो हो सकता है, कि आपमें से कुछ विद्यार्थियों ने NCC संगठन में भाग भी लिया हो, लेकिन अगर आपने अभी तक NCC ज्वाइन नहीं किया है और जानना चाहते हैं कि NCC क्या होता है? NCC ज्वाइन कैसे करें, तो आज इस आर्टिकल में आपको NCC से जुड़ी सभी जानकारियाँ डिटेल में बताई गईं हैं।
NCC (National Cadet Corps) एक ऐसा संगठन है, जिसमें विद्यार्थियों को स्कूल और कॉलेज के माध्यम से राष्ट्र प्रेम की भावना सिखाई जाती है, साथ ही उन्हें सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है। तो आईये अब जानते हैं, कि NCC कैसे कार्य करती है इसके Certificate कौन-कौन से होते हैं और किस कार्य में प्रयोग होते हैं आदि।
एनसीसी (NCC) क्या है ?
NCC यानि “नेशनल कैडेट कोर्प्स” भारतीय सेना का एक युवा संगठन है, जो पूरे भारत के सभी हाई स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से युवा कैडेटों की भर्ती करता है। NCC में कैडेटों को छोटे हथियारों और बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे जरूरत पड़ने पर एनसीसी कैडेट्स भारतीय सेनाओं का सहयोग कर सके।
तीनों सेनाओं जिसमें थल सेना, नौसेना और वायुसेना शामिल हैं। इन तीनों सेनाओं के अलग-अलग Wing बने हैं, जो स्कूल और कॉलेज के NCC छात्रों को सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करतें हैं। NCC का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है और हर राज्य में इसके रीजनल कार्यालय मौजूद हैं, जहाँ से इन्हें दिशा-निर्देश प्रदान किए जाते हैं।
भारत में सैनिक युवा फाउंडेशन एक स्वैक्षिक संगठन है, जो पूरे भारत में विद्यालयों, उच्च माध्यमिक विद्यालय, कालेजों और विश्वविद्यालयों से कैडेट की भर्ती करता है और NCC कैडेट्स को छोटे हथियारों और ड्रिल में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करता है।
NCC के प्रतीक चिन्ह में 3 रंग होते हैं जो तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, लाल,गहरा नीला और हल्का नीला ये तीनों रंग क्रमशः भारतीय सेना,भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधत्व करते हैं।
एनसीसी (NCC) का इतिहास
बात अगर NCC के इतिहास की करें तो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना को सेनिकों की कमी बहुत महसूस हुई, जिस वजह से ब्रिटिश शासक भारतीय छात्रों को सैन्य ज्ञान देना चाहते थे, ताकि उनकी फौज में अच्छे अधिकारियों व सैनिकों की भर्ती हो सके, इसी से प्रेरित होकर सन 1917 में यूनिवर्सिटी कोर UC की स्थापना की गई। जिसका पहला बैच 3 NOV 1917 को कलकत्ता विश्वविद्यालय ने अपने यहां स्थापित किया। 1920 में भारतीय प्रादैशिक अधिनियम पारित हो जाने से UC के स्थान पर यूनिवर्सिटी ट्रेनिंग कोर की स्थापना की गई। 1942 में पुनः इसका नाम बदलकर यूनिवर्सिटी ऑफिसर ट्रेनिंग कोर रखा गया, जिसमें बहुत कम लोगों ने भाग लिया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूटीसी अपने उद्देश्य में असफल रही और इसी असफलता को ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने सन 1946 में पंडित ह्रदयनाथ कुजरू की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कैडेट कोर समिति की स्थापना की। इस समिति ने दुनिया के विकसित देशों द्वारा युवाओं के सैन्य प्रशिक्षण का गंभीरता से अध्यन किया और मार्च 1947 में अपनी रिपोर्ट तैयार करके संपूर्ण रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। तत्कालीन भारत सरकार ने समिति की सभी सिफारिशों को स्वीकार करते हुए 16 जुलाई 1948 में रक्षा मंत्रालय के अधीन NCC संगठन की स्थापना की।
एनसीसी (NCC) का लक्ष्य
NCC का आदर्श वाक्य है “एकता और अनुशासन” जिसे 12 अक्टूबर 1980 को NCC की 12वी CAC (Central Advisory Committee) बैठक में अपनाया गया था, बस इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए NCC अपने लक्ष्यों की पूर्ति करती है, जिसमें वर्तमान में लगभग 3 लाख युवा और विद्यार्थी इस अद्भुत संगठन का हिस्सा है और राष्ट्र की सेवा में समर्पित है जो एकता और अनुशासन के आदर्श वाक्य पर आधारित है।
एनसीसी (NCC) में क्या होता है
भारत में NCC कैडेट्स की भर्ती स्कूल और कॉलेजों के माध्यम से कराई जाती है, जिसमें उन्हें विभिन्न प्रकार के सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुशासन और देश प्रेम की शिक्षा भी दी जाती है, जो कि इस प्रकार हैं:
- NCC में मिलिट्री से संबंधित सभी शिक्षाएं दी जाती हैं।
- NCC में छात्रों को बुनियादी ट्रेनिंग दी जाती है, साथ ही एकता और अनुशासन में रहना सिखाया जाता है।
- युवाओं को तीनों सेनाओं की अलग-अलग ट्रेनिंग दी जाती है, साथ ही सेना से सम्बंधित हुए विभिन्न मिशनों की जानकारी भी दी जाती है।
- उन्हें ये सिखाया जाता है, कि यदि आप सेना में भर्ती होना चाहते हैं, तो आपको कैसे रहना है और दुश्मन का सामना कैसे करना हैं।
- सेना से संबंधित सभी छोटे-छोटे हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है।
- NCC में आपको देश प्रेम की भावना सिखाई जाती है, देश प्रेम क्या होता है, बताया जाता है।
एनसीसी (NCC) के नियम
जिस प्रकार सेना में अनुशासन का कठोरता से पालन कराया जाता है, ठीक उसी प्रकार NCC में भी अनुशासन को पहले वरीयता दी जाती है, क्योंकि NCC सेना का ही एक रूप माना जाता है। इसमें निम्न नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाता है, जैसे:
- अनुशासन में रहना।
- अपने उच्चाधिकारियों और सीनियर्स के आदेशों का सहजता के साथ पालन करना।
- समय बहुत कीमती है, इसके लिए समय का पाबंद होना आवश्यक है।
- अपने उच्चाधिकारियों और सीनियर्स का अभिवादन करना।
- कोई भी गड़बड़ किए बगैर कठिन परिश्रम करना।
- बहानेबाजी झूठ आदि बिल्कुल भी नहीं बोलना।
इंडियन आर्मी अग्निपथ अग्निवीर भर्ती
एनसीसी (NCC) ज्वाइन कैसे करें
अगर आप स्कूल या कालेज के नियमित विद्यार्थी हैं, तो आप स्वैच्छिक रूप से NCC आसानी से ज्वाइन कर सकते हैं, जिसके आपको कई फायदे भी मिलेंगे।
- हालांकि एक्टिव मिलिट्री सर्विस के लिए छात्रों का कोई दायित्व नहीं होता है, उन्हें मिलिट्री से संबंधित सिर्फ सामान्य ट्रेनिंग ही दी जाती है
- NCC ज्वाइन करने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 13 वर्ष है, वहीं अधिकतम आयु सीमा 26 वर्ष है।
- NCC ज्वाइन करने से पूर्व आपका एक छोटा सा फिजिकल टेस्ट होगा और उसके लिए आपको एक फॉर्म भी भरना होता है, जिसमें आपके माता-पिता के हस्ताक्षर अनिवार्य रूप से मांगे जाते हैं, तदोपरांत आपकी NCC ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी।
- यदि आपके स्कूल या कॉलेज में NCC नहीं है, तो आप अपने आस-पास के किसी भी स्कूल या कॉलेज में NCC ज्वाइन कर सकते हैं।
- NCC में 2 डिविजन होते हैं, एक जूनियर डिविजन और दूसरी सीनियर डिविजन। जिसे आप अपनी उम्र और क्लास के हिसाब से ज्वाइन कर सकते हैं। जूनियर डिविजन स्कूल के लिए और सीनियर डिविजन कॉलेज और यूनिवर्सिटिज के लिए।
एनसीसी (NCC) सर्टिफिकेट
NCC ज्वाइन करने के बाद आपको एनसीसी द्वारा 3 प्रकार के Certificates मिलते हैं, जो कि अलग-अलग श्रेणी में दिए जाते हैं। अगर आप आर्मी में जाना चाहते हैं, तो ये सर्टिफिकेट्स आपको बहुत काम आने वाले हैं, क्योंकि NCC Certificate के द्वारा आप बिना किसी एंट्रेंस एग्जाम को दिए तीनों सेनाओं में भर्ती किए जा सकते हैं, जो की एक सामान्य अभ्यर्थी के लिए बहुत कठिन होता है।
NCC Certificates के फायदे
- NCC Certificates होल्डर्स के लिए सशस्त्र बलों (तीनों सेनाओं) में अलग से Seats रिजर्व रहती हैं, जिससे आपको डायरेक्ट एंट्री मिल सकती है। आपको सिर्फ इंटरव्यू और मेडिकल पास करना होता है
- आपको आगे की पढ़ाई के लिए अलग से स्कॉलरशिप भी मिल सकती है।
- बहुत से कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन में NCC Certificates Holders को छूट मिलती है।
- भारत सरकार के अधीन कई नौकरियों खासकर पॉलिसी नौकरी में NCC Certificate Holder को अलग से वरीयता व महत्व दिया जाता है।
NCC परीक्षाएं
NCC की ए बी सी प्रमाण पत्र की परीक्षाएं प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है जिसमें अलग अलग प्रकार के Certificates दिए जाते हैं जिसकी पात्रता शर्तें निम्न हैं-
- A Certificate की परीक्षा के लिए जूनियर डिविजन के छात्र यानि की स्कूल के वे छात्र एलिजिबल होंगे, जिन्होंने NCC ज्वाइन की हो और 2 वर्ष का सफलतम प्रशिक्षण प्राप्त किया हो और 75% उपस्तिथि के साथ-साथ एक वार्षिक शिविर में भाग लिया हो।
- B Certificate की परीक्षा में वही कैंडिडेट बैठेंगे जिन्होंने 2 वर्ष के सफलतम प्रशिक्षण के साथ-साथ 75% वार्षिक उपस्थिति और एक वार्षिक शिविर मैं भाग लिया हो।
- C Certificate में वही कैडेट्स बैठेंगे जिन्होंने B सर्टिफिकेट की परीक्षा पास की हो और सीनियर डिविजन में 3 साल का प्रशिक्षण और कम से कम 75% उपस्थिति और 2 या उसके समकक्ष वार्षिक कैंपों में भाग लिया हो।
- A, B व C परीक्षा पास करने के लिए प्रत्येक कैंडिडेट को प्रति विषय 45% अंक और कुल परीक्षा में 50% अंक लाना अनिवार्य है। इस परीक्षा में कैंडिडेट को डिविजन न देकर ग्रेडिंग दी जाती है, जैसे:
- A Grade, 80% से अधिक अंक प्राप्त करने पर।
- B Grade, 65 से 79% अंक प्राप्त करने पर।
- C Grade, 50% या 50% से अधिक और 64% से कम अंक प्राप्त करने पर।
NCC के शिविर
NCC प्रत्येक वर्ष अलग-अलग प्रकार के शिविर आयोजित करता है, जो कि इस प्रकार से हैं:
- वार्षिक प्रशिक्षण शिविर
- ऑल इंडिया समर ट्रेनिंग कैंप
- सोशल सर्विस शिविर
- कोर्स एट हिमालय माउंटेनीरिंग इंस्टिटूट दर्जीलिंग और मनाली
- पैरा ट्रूपर्स शिविर
- एडवांस लीडरशिप कोर्स
- नेशनल इंटीग्रेशन शिविर
- अटचमेंट् टू रेगुलर आर्मी
- रिपब्लिक डे शिविर
- इंडिपेंडेंस डे कैंप
- थल सेना कैंप
एनसीसी के सम्मान तथा पुरुस्कार
NCC में कैडेट्स को कई तरह के पुरुस्कार मिलते हैं, जो निम्न हैं:
- रक्षा मंत्री पदक
- रक्षा मंत्री प्रशंसा पत्र
- रक्षा सचिव प्रशंसा पत्र
- महानिदेशक प्रशंसा पत्र
एनसीसी की ट्रेनिंग
NCC को ट्रेनिंग हेतु 3 डिविजन में बांटा गया है-
- जूनियर डिविजन
- सीनियर डिविजन
- गर्ल्स विंग
- जूनियर डिविजन
जूनियर डिविजन में स्कूल के विद्यार्थी शामिल होते हैं, जिसमें 13 से 17 वर्ष के विद्यार्थी रहते हैं इन्हें 2 वर्ष का प्रशिक्षण एवं एक वार्षिक कैंप कराया जाता है।
- सीनियर डिविजन
सीनियर डिविजन में 15 से 26 वर्ष के कॉलेज विद्यार्थी शामिल होते हैं, इन्हें 3 वर्ष का प्रशिक्षण और लगभग 2 वार्षिक कैंप कराए जातें हैं, जिनमें तीनों सेनाओं के बारी-बारी से प्रशिक्षण दिए जाते हैं।
- गर्ल्स विंग
इसमें सीनियर व जूनियर डिवीजन होते हैं, इसमें स्कूलों और कॉलेजों की 15 से 26 वर्ष की छात्राएं प्रशिक्षण लेती हैं। सीनियर डिविजन में सिग्नल कंपनी और मेडिकल कंपनी शामिल होती हैं, इनकी ट्रेनिंग भी 3 वर्ष का होती है।
NCC भारतीय सेना की एक विशेष शाखा है, जो युवाओं और विद्यार्थियों में एकता और अनुशासन से रहने के गुण सिखाता है, साथ ही युवाओं को देश प्रेम की भावना से ओत प्रोत होने के लिए प्रेरित करता है।
उपरोक्त आर्टिकल में मैंने आपको NCC से जुड़ी लगभग सभी जानकारियां साझा की। उम्मीद है, आपको आर्टिकल पसंद आया होगा, धन्यवाद!
स्वतंत्रता सेनानी किसे कहते है