इसमें कोई संदेह नहीं है कि क्रिकेट अनिश्चिता का खेल है और क्रिकेट के नियम चाहे वो आईपीएल हो या इंटरनेशनल क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट टी 20, एकदिवसीय, व टेस्ट मैच हो, काफी पेचीदा होते है | ऐसे ही एक विषय नेट रन रेट है जिसके कारण कई बार मैच जीत जाने के बाद भी टीम हार जाती है और क्रिकेट प्रेमी ये जान नहीं पाते है कि यह कैसे हो गया | Net Run Rate के इस मुश्किल कांसेप्ट को आज हम समझाने का भरपूर प्रयास करेगे |
यह लेख पूरा पढने के बाद आपको नेट रन रेट क्या है, और नेट रन रेट कैसे कैलकुलेट किया जाता है ? इस विषय में पूरी जानकारी आपको प्राप्त होगी | हम Net Run Rate को एक Example के जरिये आसान भाषा में समझाने का पूरा प्रयास करेगे |
नेट रन रेट (Net Run Rate) क्या है?
फुटबॉल गेम की भांति नेट रन रेट यानी NRR क्रिकेट टीम्स को रैंकिंग देने का फॉर्मूला है जिसका प्रयोग सीमित ओवर के क्रिकेट टूर्नामेंट में विभिन्न टीम्स के पॉइंट्स एकसमान हो तो उनके बीच सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन करने के लिए किया जाता है।
क्रिकेट के खेल में नेट रन रेट बहुत ही जरूरी माना जाता है जिसके अंतर्गत किसी भी स्थिति में जीत हासिल करना आसान हो जाता है। जब भी नेट रन रेट की बात आती है, तो इसके अंतर्गत किसी टूर्नामेंट में विभिन्न टीमों के बनाए गए टोटल रन के बारे में जानकारी दी जाती है।
साथ ही साथ नेट रन रेट उन सभी ओवर पर डिपेंड करता है जितने ओवर खेले गए हो। ऐसे में नेट रन रेट निकालने के लिए निश्चित रूप से ही संपूर्ण खेल की जानकारी होना आवश्यक माना जाता है ताकि सही तरीके से नेट रन रेट निकाला जा सके।
नेट रन रेट ( Net Run Rate) सुनिश्चित करने का तरीका
जब भी आपको सही तरीके से नेट रन रेट के बारे में जानकारी नहीं होती है, ऐसे में कुछ खास तरीकों के माध्यम से नेट रन रेट को निकालना आसान हो जाता है।
- NRR निकालने के लिए आपको दो टीमों के कुल रन के बारे में जानकारी रखना जरूरी है।
- दोनों टीम ने कुल कितने ओवर का खेल खेला इसकी जानकारी भी होना आवश्यक है।
- गेंदबाजी किए हुए कितने ओवर तक बॉल को फेंका गया इस बात पर भी नेट रन रेट सुनिश्चित किया जाता है।
- दूसरी टीम के खिलाफ पहली टीम ने कुल कितने रन बनाएं यह भी नेट रन रेट के अंतर्गत आवश्यक बातों में गिना जाता है।
- नेट रन रेट के माध्यम से सही तरीके से मैच का ब्यौरा रखा जा सकता है।
आईपीएल ( IPL) के मैचों में किसी एक मैच की नेट रन रेट (Net Run Rate) की गणना
हम सभी को आईपीएल का मैच बहुत ही रोमांचक लगता है। ऐसे में इसमें होने वाले नेट रन रेट की गणना आसानी के साथ की जा सकती है जिसे करने में कई बार लोगों को सही नियमों का अंदाजा नहीं होता है।
इसके लिए सबसे पहले हम आईपीएल के मैचों में एक टीम के नेट रन रेट जानने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से समझेंगे।
- सबसे पहले आपको दो टीमों में से किसी एक टीम की नेट रन रेट गणना करने के लिए उनके बनाए गए कुल रनों की संख्या को खेले जाने वाले कुल ओवर की संख्या से भाग देना होता है। यह नेट रन रेट निकालने का पहला चरण होता है।
- इसके बाद के चरण में आपको इसी टीम के द्वारा ही दूसरे टीम को दिए जाने वाले कुल रनों की संख्या को इसी टीम के द्वारा फेंके गए कुल ओवर की संख्या से भाग देना होता है ताकि सही तरीके से नेट रन रेट को निकाला जा सके और फिर गड़बड़ी का कोई भी मौका ना हो।
- अगले चरण में आपको पहले चरण से प्राप्त परिणाम से दूसरे चरण के परिणाम को घटा देना होगा और इस प्रकार से प्राप्त आंकड़ा इस पहली टीम का नेट रन रेट होता है। इसी तरह से दूसरे टीम के लिए भी आईपीएल में नेट रन रेट निकाला जा सकता है।
उदाहरण के माध्यम से नेट रन रेट की गणना
- आपकी सहूलियत के लिए हम उदाहरण के माध्यम से आपको नेट रन रेट की गणना के बारे में बताएंगे ताकि आसानी से इस बारे में आप समझ जाएं।
- वैसे तो आईपीएल के कई सारे मैच देखने को मिल रहे हैं जो काफी रोमांचक होते हैं। ऐसे में अगर हम बात दिल्ली कैपिटल और मुंबई इंडियन की करते हैं, तो आप देखेंगे कि दूसरे ही मैच में दोनों टीमों के बीच में रोमांचक मुकाबला रहा जहां दिल्ली कैपिटल ने 20 ओवर में 213 रन बनाए थे। ऐसे में अगर हम रन रेट निकालते हैं तो हमें पहले दिल्ली कैपिटल के कुल स्कोर ( 213) में से कुल ओवर (20) को भाग देना होता है जिसके आधार पर हमें रन रेट 10.65 मिलती है।
- अगर हम बात मुंबई इंडियंस की करें तो वह 20 ओवर में 176 रन बनाकर ऑल आउट हो जाती हैं और ऐसी स्थिति में हम अगर 176 को 20 से भाग देते हैं तो उसका रन रेट 8.8 निकल कर आता है।
- आगे के चरण में अगर आप दोनों टीमों का नेट रन रेट निकालना चाहते हैं तो पहली टीम दिल्ली कैपिटल के रन रेट से मुंबई इंडियन के रन रेट को घटा देते हैं।
- 10.65 – 8.8 = 1.85 total run rate
- ऐसे में हमने देखा कि नेट रन रेट के हिसाब से मुंबई की टीम दिल्ली की टीम से पीछे हैं और ऐसे में दिल्ली का रन रेट कहीं ज्यादा बेहतर होगा।
किसी भी आईपीएल (IPL) के मैच में पूरे टूर्नामेंट में निकाला जाने वाला नेट रन रेट की गणना
पूर्व में हमने आपको आईपीएल के किसी एक मैच के रन रेट की गणना करने के बारे में बताया लेकिन अब हम आपको आईपीएल के मैच के ही पूरे टूर्नामेंट में निकाले जाने वाले रन रेट की गणना के बारे में बताने वाले हैं।
- पूरे टूर्नामेंट में निकाले जाने वाले नेट रन रेट की गणना के लिए सबसे पहले हमें किसी एक टीम का चयन करना होगा जिसका हम रन रेट निकालना चाहते हैं। इस टीम का पूरे टूर्नामेंट के दौरान बनाए जाने वाले कुल रनों की संख्या को हमेशा कुल ओवर की संख्या से भाग देना होता है।
- अगले चरण में इसी टीम के द्वारा पूरे टूर्नामेंट के दौरान दिए जाने वाले कुल रनों की संख्या को इसी टीम के माध्यम से फेंके गए कुल ओवर की संख्या से भाग देना होता है। ऐसे में बहुत ही सोच समझ कर इस गणना को करना आवश्यक माना गया है क्योंकि छोटी-छोटी चूक होने की संभावना बनी रहती है।
- इसके बाद के चरणों में पहले चरण से प्राप्त परिणाम में दूसरे चरण के परिणाम को घटा देने पर पूरे टूर्नामेंट का नेट रन रेट प्राप्त हो जाता है। इसी प्रकार आप दूसरी टीम का भी पूरे टूर्नामेंट के दौरान नेट रन रेट निकाल सकते हैं और सहीं गणना कर सकते हैं।
सुपर ओवर (Super Over) क्या होता है
आईपीएल (IPL) मैचों में नेट रन रेट गणना करने पर ध्यान देने योग्य बातें
अगर आप आईपीएल मैचों में नेट रन रेट की गणना करना चाहते हैं, तो ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा ताकि सही गणना प्राप्त की जा सके।
- जब भी नेट रन रेट की गणना करते हैं, तो ऐसे में हमेशा दो टीमों का स्कोर मालूम होना चाहिए क्योंकि दोनों टीमों के स्कोर पर ही नेट रन रेट निर्भर करता है।
- हमेशा एक बात का ध्यान रखा जाता है कि नेट रन रेट हमेशा दो टीमों की पारियां खत्म होने के बाद ही निकाली जा सकती हैं। ऐसे में अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है कि बारिश की वजह से या किसी और वजह से एक पारी का ही मैच हो पाया हो और दूसरी पारी नहीं हो पाई हो ऐसी स्थिति में नेट रन रेट नहीं निकाला जा सकता है।
- आईपीएल के मैचों में कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जहां पर 20 ओवर पूरा होने के पहले ही ऑल आउट की स्थिति उत्पन्न होती है। अगर ऐसे ही स्थिति उत्पन्न हो, तो जब भी नेट रन रेट की गणना की जाएगी तो हमेशा 20 ओवरों का ही उपयोग गणना करते समय किया जाता है।
T20 वर्ल्ड कप में की जाने वाली नेट रन रेट की गणना
आज के समय में टी-20 मैच हर भारतवासी को बहुत पसंद आता है क्योंकि इसमें ज्यादा रोमांच देखने को मिलता है। कई बार ऐसा भी होता है कि एक टीम सही तरीके से खेलने के बावजूद भी आगे नहीं बढ़ पाती है लेकिन कोई दूसरी टीम उनसे थोड़ा कम अच्छा करके भी आगे बढ़ जाती है। ऐसा सिर्फ नेट रन रेट की वजह से होता है।
- अगर आप भी T-20 वर्ल्ड कप के मैचों में नेट रन रेट की गणना करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सबसे पहले किसी टीम के टोटल रन और टोटल ओवर के बारे में जानकारी रखनी होती है।
- इसके बाद आपको टीम के टोटल रन को टोटल ओवर से भाग देना होता है।
- आगे के चरणों में उस टीम के खिलाफ जितने भी रन बन चुके हैं, उसे उस टीम के द्वारा फेंके गए ओवर के माध्यम से भाग दिया जाता है।
- जब दोनों चरण के परिणाम प्राप्त हो जाते हैं ऐसी स्थिति में पहले चरण से प्राप्त संख्या में से दूसरे चरण के टोटल को घटा दिया जाता है और बची हुई संख्या नेट रन रेट के रूप में हमारे सामने होती है।
ऐसे में आपको निश्चिंत होकर सही तरीके से ही नेट रन रेट की गणना करना होता है क्योंकि कभी-कभी जल्दबाजी और जानकारी के अभाव में गलत रन रेट निकल जाता है।
T20 वर्ल्ड कप में नेट रन रेट निकालते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- जब भी आप T20 वर्ल्ड कप के माध्यम से नेट रन रेट निकालते हैं, तो इस बात का कोई भी फर्क नहीं पड़ना चाहिए कि किसी टीम ने कितने विकेट लिए हैं?
- यहां पर एक बात ध्यान देने योग्य है कि अगर किसी भी टीम ने टी-20 में 17. 3 ओवर में ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया हो ऐसी स्थिति में 0.3 को आधार मानते हुए इसे 17. 5 लिखा जाता है ताकि सही तरीके से गणना की जा सके।
- अगर किसी कारणवश पूरी टीम 20 ओवर के पहले ही ऑल आउट हो जाए तो ऐसी स्थिति में पूरे 20 ओवर को लेकर ही गणना की जाएगी जिसे नेट रन रेट के अंतर्गत शामिल किया जाता है।
- हमेशा नेट रन रेट की घोषणा करते समय दोनों टीमों के स्कोर और की उचित जानकारी होना आवश्यक है।
- ऐसे में एक बात का ध्यान अवश्य रखना होगा कि यदि किसी कारणवश एक ही पारी का खेल हो पाया है, ऐसे में नेट रन रेट नही निकाला जा सकेगा। दोनों टीमों के पारी खत्म होने पर ही नेट रन रेट निकाला जा सकेगा।