प्रत्येक व्यक्ति अच्छे पद पर कार्य करना चाहता है, इसके लिए वह उच्च से उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता है और उसी के अनुरूप अपना जीवन यापन करता है | प्रत्येक व्यक्ति की रूचि अलग- अलग होती है, रूचि के अनुसार ही वह अपना व्यवसाय चुनता है |
यदि आप विधि के क्षेत्र में एक सरकारी वकील बनना चाहते है, तो आपको इसके विषय में सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए |
सरकारी वकील क्या होता है ?
सभी सरकार चाहे वो राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, अपने लिए वकील की नियुक्ति करते है जिन्हें अलग अलग पद अलग अलग नाम से पुकारा जाता है | जैसे केंद्र सरकार के लिए लीगल मुद्दा भारत का महान्यायवादी होता है वही राज्य सरकार के लिए लीगल मुद्दा देखने वाले पद को राज्य का महाधिवक्ता कहाँ जाता है | खैर ये तो बेहद ही ऊँचे स्तर के अनुभवी वकील होते है लेकिन आज सरकारी वकील के रूप में APO या असिस्टेंट प्रासीक्यूटर ऑफिसर के विषय में चर्चा करना जा रहे है | राज्य सरकार द्वारा हर साल ऐसे अनुभवी वकीलों की नियुक्ति के लिए APO परीक्षा का आयोजन किया जाता है | यदि यह परीक्षा पास करने में सफल हो जाते है तो आपको सरकारी वकील के रूप में राज्य सरकार द्वारा नियुक्त कर लिया जाएगा |
सरकारी वकील कैसे बने ?
सरकारी वकील बनने हेतु आपको विधि में स्नातक होना अनिवार्य है | विधि से स्नातक उत्तीर्ण होने के बाद आप आप दो प्रकार से सरकारी वकील बन सकते है-
- अनुभव के आधार पर
- एपीओ की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर
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अनुभव (Experience) के आधार पर
- आपके पास न्यूनतम 7 वर्ष का अनुभव और आपकी आयु न्यूनतम 35 वर्ष होनी चाहिए |
- आप एक बहुचर्चित और प्रसिद्ध वकील हो |
- आपका राजनीतिक संपर्क भी अच्छा होना चाहिए |
- राजनीतिक संपर्क अच्छा होने पर आपका चयन सरकारी वकील के रूप में हो सकता है |
- सरकार के द्वारा चयनित होने पर आप सरकार की इच्छानुसार ही सरकारी वकील के पद रह सकते है, सरकार बदलने पर नयी सरकार द्वारा आपको पद से हटाया जा सकता है |
एपीओ (APO) की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर
- प्रति वर्ष सरकारी वकील बनने के लिए राज्य सरकार के द्वारा एपीओ की परीक्षा का आयोजन कराया जाता है |
- इसमें भाग लेने के लिए आपको विधि में स्नातक उत्तीर्ण होना अनिवार्य है |
- यदि आप सफल हो जाते है, तो आपका चयन एक सरकारी वकील के रूप में कर दिया जाता है |
- इस प्रकार से चयन होने पर आप को राज्य सरकार पद मुक्त नहीं कर सकती है |
एपीओ (APO ) का फुल फॉर्म
एपीओ का फुल फॉर्म Assistant Prosecution Officer है, इस परीक्षा का आयोजन राज्य सरकार के द्वारा कराया जाता है |
एपीओ परीक्षा (APO Exam)
एपीओ की परीक्षा तीन चरणों में संम्पन्न की जाती है-
- प्रारंभिक परीक्षा
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार
परीक्षा प्रारूप (Exam Pattern)
परीक्षा | पेपर | अंक |
प्रारंभिक परीक्षा | 1 पेपर | 150 अंक |
मुख्य परीक्षा | 4 पेपर | 400 अंक |
साक्षात्कार | – | 50 अंक |
एपीओ परीक्षा सफलता पूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद आपका चयन सरकारी वकील के रूप में कर दिया जाता है |
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