साथियों जब भी हम या आप कोई भी एनीमेशन का नाम सुनता हैं, तो हमारे और आपके दिमाग में कार्टून कैरेक्टर, फिल्में और वीडियो गेम्स की छवियां ही उभरती हैं। लेकिन आपको बता दें कि 2025 में एनीमेशन सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं है। अब यह शिक्षा, मेडिकल, आर्किटेक्चर, विज्ञापन और डिजिटल मार्केटिंग जैसी कई इंडस्ट्रीज में क्रांति ला रहा है।
एनीमेशन क्या है? और यह कैसे काम करता है? इतना ही नहीं बल्कि एनीमेशन का उपयोग किन-किन चीज़ों में होता है? यह सब सवाल खुलेंगे आज आपके सामने इस लेख में तो चलिए आपको बतातें हैं कि आखिर ये एनीमेशन नामी बला है क्या? जी हाँ तो यह एक तकनीक है, जिसके जरिए स्थिर चित्रों या ग्राफिक्स को इस तरह मूव कराया जाता है कि वे जीवंत लगें।
आपको बताए चलें कि पहले यह केवल 2D और 3D तकनीकों तक सीमित था, लेकिन अब जैसे-जैसे डिजिटल दौर ने तरक्की की उसी प्रकार ये एनीमेशन भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) के साथ मिलकर यह पहले से ज्यादा प्रभावी और उन्नत हो गया है।
आज के समय में एनीमेशन का उपयोग सिर्फ कार्टून या फिल्मों में नहीं, बल्कि मेडिकल साइंस में सर्जरी सिखाने, विज्ञापन को आकर्षक बनाने, बिजनेस प्रेजेंटेशन को दिलचस्प बनाने और आर्किटेक्चर में बिल्डिंग डिज़ाइन करने के लिए भी किया जा रहा है।
2025 में यह तकनीक और भी एडवांस होगी, जहां AI के जरिए बिना किसी विशेषज्ञता के भी लोग खुद से एनिमेटेड वीडियो बना सकेंगे। इससे न सिर्फ रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे, बल्कि डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स के लिए भी यह एक बड़ा मौका साबित होगा|
एनीमेशन क्या है? (What is Animation)
एनीमेशन एक तकनीक है जिसमें स्थिर चित्रों या ग्राफिक्स को इस तरह से प्रस्तुत किया जाता है कि वे गतिशील लगें। यह प्रक्रिया पारंपरिक चित्रों, 2D और 3D मॉडलिंग, स्टॉप मोशन और कंप्यूटर जनित इमेजरी (CGI) के माध्यम से की जाती है। एनीमेशन का उपयोग केवल कार्टून या मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, विज्ञापन, गेमिंग, चिकित्सा और आर्किटेक्चर जैसे कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। 2025 में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और वर्चुअल रियलिटी (VR) जैसी तकनीकों के साथ एनीमेशन और भी उन्नत हो रहा है, जिससे इसका उपयोग और संभावनाएं बढ़ रही हैं।
कंप्यूटर एनीमेशन क्या है?
कंप्यूटर एनीमेशन एक डिजिटल तकनीक है जिसमें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से चित्रों और ग्राफिक्स को गतिशील बनाया जाता है। यह पारंपरिक एनीमेशन से अलग है क्योंकि इसमें हाथ से चित्र बनाने के बजाय विशेष सॉफ्टवेयर जैसे Blender, Maya, और Adobe After Effects का उपयोग किया जाता है। कंप्यूटर एनीमेशन 2D और 3D दोनों रूपों में हो सकता है और इसका उपयोग फिल्मों, वीडियो गेम्स, विज्ञापनों, आर्किटेक्चर और चिकित्सा अनुसंधान में किया जाता है। 2025 में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग के साथ कंप्यूटर एनीमेशन और अधिक उन्नत और स्वचालित होता जा रहा है।
एनीमेशन कैसे काम करता है?
एनीमेशन चित्रों या ऑब्जेक्ट्स को लगातार छोटे बदलावों के साथ प्रदर्शित करके गति का आभास कराता है। यह प्रक्रिया फ्रेम-बाय-फ्रेम तकनीक पर आधारित होती है, जहां हर फ्रेम में मामूली बदलाव किए जाते हैं और तेजी से एक के बाद एक दिखाया जाता है, जिससे मूवमेंट का एहसास होता है। पारंपरिक एनीमेशन में हाथ से ड्रॉइंग बनाई जाती थी, जबकि कंप्यूटर एनीमेशन में डिजिटल सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है। 3D एनीमेशन में मॉडलिंग, रिगिंग और रेंडरिंग जैसी प्रक्रियाएं शामिल होती हैं। 2025 में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मोशन कैप्चर तकनीक से एनीमेशन और भी सहज और स्वचालित हो गया है।
एनीमेशन का इतिहास, कहां से हुई इसकी शुरुआत?
एनीमेशन का इतिहास कई सौ वर्षों पुराना है, हालांकि आधुनिक एनीमेशन की शुरुआत 19वीं शताब्दी में हुई। सबसे पहले ज़ूप्रैक्सिस्कोप (Zoopraxiscope) नामक एक डिवाइस का उपयोग 1878 में किया गया था, जो स्थिर चित्रों को तेजी से घुमाकर गति का आभास कराता था। इसके बाद, 1908 में Émile Cohl ने पहली एनीमेटेड फिल्म Fantasmagorie बनाई, जिसे हैंड-ड्रॉउन एनीमेशन की शुरुआत माना जाता है।
1920 के दशक में वॉल्ट डिज़्नी ने “स्टीमबोट विली” के जरिए मिकी माउस को प्रस्तुत किया, जिससे एनीमेशन इंडस्ट्री में क्रांति आई। 1937 में, डिज़्नी ने पहली पूरी तरह से एनीमेटेड फिल्म Snow White and the Seven Dwarfs रिलीज की, जिसने इसे एक मुख्यधारा का उद्योग बना दिया।
1960-70 के दशक में कंप्यूटर एनीमेशन की शुरुआत हुई, और 1995 में Pixar की Toy Story दुनिया की पहली पूरी तरह से 3D कंप्यूटर-एनीमेटेड फिल्म बनी। इसके बाद, CGI (Computer-Generated Imagery) तकनीक का विकास हुआ, जिसने फिल्मों, गेमिंग और विज्ञापन इंडस्ट्री में एनीमेशन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
2025 में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी के साथ एनीमेशन पहले से अधिक प्रभावशाली और वास्तविकता के करीब हो चुका है।
एनीमेशन के कुछ प्रमुख प्रकार (Some Major Types of Animation)
एनीमेशन के कई प्रमुख प्रकार हैं, जो विभिन्न तकनीकों और उपयोगों के आधार पर विभाजित किए जाते हैं।
2D एनीमेशन (2D Animation)- इसमें फ्लैट, द्विआयामी (2D) कैरेक्टर और बैकग्राउंड का उपयोग किया जाता है। यह कार्टून, विज्ञापन और शैक्षिक वीडियो में लोकप्रिय है।
3D एनीमेशन (3D Animation)- यह त्रिआयामी (3D) मॉडलिंग और कंप्यूटर ग्राफिक्स पर आधारित होता है। इसका उपयोग फिल्मों, वीडियो गेम्स और आर्किटेक्चर में किया जाता है।
स्टॉप मोशन एनीमेशन (Stop Motion Animation)- इसमें ऑब्जेक्ट्स को धीरे-धीरे मूव करके हर मूवमेंट को अलग-अलग फ्रेम में कैप्चर किया जाता है। यह तकनीक क्ले एनीमेशन और पपेट एनीमेशन में उपयोग होती है।
मॉशन ग्राफिक्स (Motion Graphics)- इसमें टेक्स्ट, आइकन और अन्य ग्राफिक्स को मूव करके एनीमेटेड इफेक्ट्स बनाए जाते हैं। इसका उपयोग विज्ञापनों और बिजनेस प्रेजेंटेशन में अधिक होता है।
वाइटबोर्ड एनीमेशन (Whiteboard Animation)- इसमें हाथ से लिखे गए टेक्स्ट और चित्रों को एनीमेट किया जाता है, जो अक्सर ऑनलाइन कोर्स और मार्केटिंग वीडियो में उपयोग किए जाते हैं।
कटआउट एनीमेशन (Cutout Animation)- इसमें अलग-अलग कटे हुए चित्रों या कैरेक्टर के हिस्सों को मूव कराकर एनीमेशन बनाया जाता है।
टाइपराइटर एनीमेशन (Typography Animation)- इसमें टेक्स्ट को अलग-अलग एनीमेटेड इफेक्ट्स के साथ प्रस्तुत किया जाता है, जिससे वे अधिक आकर्षक लगते हैं।
वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) एनीमेशन– इसमें 3D एनीमेशन का उपयोग करके इंटरेक्टिव डिजिटल अनुभव बनाए जाते हैं, जो गेमिंग, मेडिकल और शिक्षा क्षेत्र में लोकप्रिय हैं।
2025 में, एनीमेशन तेजी से विकसित हो रहा है और AI जैसी तकनीकें इसे और अधिक उन्नत बना रही हैं।
एनीमेशन कहाँ–कहाँ उपयोग किया जाता है?
एनीमेशन आज कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है और इसका उपयोग सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं है। शिक्षा में इसे छात्रों के लिए कठिन विषयों को आसान और इंटरैक्टिव बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मेडिकल क्षेत्र में, यह सर्जरी प्रक्रियाओं और शरीर की संरचना को बेहतर तरीके से समझाने में मदद करता है। गेमिंग इंडस्ट्री में 3D एनीमेशन का व्यापक उपयोग किया जाता है, जबकि डिजिटल मार्केटिंग और विज्ञापन में आकर्षक विजुअल कंटेंट बनाने के लिए इसका महत्व बढ़ गया है। आर्किटेक्चर और वर्चुअल रियलिटी में भी एनीमेशन का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे डिज़ाइनिंग अधिक प्रभावी हो रही है।
एनीमेशन में इस्तेमाल होने वाले टूल्स और सॉफ़्टवेयर
एनीमेशन बनाने के लिए कई तरह के सॉफ़्टवेयर और टूल्स का उपयोग किया जाता है, जो अलग-अलग प्रकार के एनीमेशन (2D, 3D, स्टॉप मोशन, मोशन ग्राफिक्स) के लिए खासतौर पर डिज़ाइन किए गए होते हैं। इन टूल्स की मदद से क्रिएटिव प्रोफेशनल्स उच्च गुणवत्ता वाले एनीमेशन तैयार कर सकते हैं, जिनका उपयोग फिल्मों, गेमिंग, विज्ञापन, और एजुकेशन सेक्टर में किया जाता है।
- Adobe Animate (एडोबी एनीमेट)- यह एक प्रसिद्ध 2D एनीमेशन सॉफ़्टवेयर है, जिसका उपयोग वेब एनीमेशन, कार्टून्स और इंटरेक्टिव कंटेंट बनाने के लिए किया जाता है। इसका इंटरफेस उपयोग में आसान और प्रभावी है।
- Blender (ब्लेंडर)- Blender एक फ्री और ओपन-सोर्स 3D एनीमेशन टूल है, जो मॉडलिंग, रिगिंग, सिमुलेशन और रेंडरिंग के लिए उपयोग किया जाता है। यह इंडी एनीमेटर्स और छोटे स्टूडियोज के लिए बेहतरीन विकल्प है।
- Autodesk Maya (ऑटोडेस्क माया)- Maya सबसे लोकप्रिय 3D एनीमेशन सॉफ़्टवेयर में से एक है, जिसका उपयोग हॉलीवुड फिल्मों और AAA गेम्स के लिए किया जाता है। इसमें कैरेक्टर एनीमेशन, मॉडलिंग और विज़ुअल इफेक्ट्स बनाने की उन्नत सुविधाएं हैं।
- Toon Boom Harmony (टून बूम हार्मनी)- यह 2D एनीमेशन के लिए प्रोफेशनल टूल है, जिसका उपयोग एनिमेटेड टीवी शोज़ और फिल्मों में किया जाता है। यह ड्राइंग, रिगिंग और कंपोज़िंग के लिए शानदार फीचर्स प्रदान करता है।
- Cinema 4D (सिनेम 4D)- Cinema 4D का उपयोग 3D एनीमेशन, मोशन ग्राफिक्स और विजुअल इफेक्ट्स के लिए किया जाता है। यह खासतौर पर VFX आर्टिस्ट और ग्राफिक डिज़ाइनर्स के बीच लोकप्रिय है।
- Adobe After Effects (एडोबी आफ्टर इफेक्ट्स)- यह एक शक्तिशाली सॉफ़्टवेयर है, जिसका उपयोग मोशन ग्राफिक्स, 2D/3D एनीमेशन और विज़ुअल इफेक्ट्स के लिए किया जाता है। इसका उपयोग फिल्म, एडवर्टाइजिंग और यूट्यूब वीडियो एडिटिंग में भी होता है।
- Moho (Anime Studio) (मोहो / एनीमे स्टूडियो)- Moho 2D कैरेक्टर एनीमेशन के लिए एक बेहतरीन टूल है, जो उन्नत रिगिंग सिस्टम और स्मूद एनिमेशन बनाने की सुविधा देता है।
- Stop Motion Studio (स्टॉप मोशन स्टूडियो)- यह स्टॉप मोशन एनीमेशन के लिए एक आसान और प्रभावी सॉफ़्टवेयर है, जिसे मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
- Houdini (हौदिनी)- Houdini एक एडवांस्ड 3D एनीमेशन और स्पेशल इफेक्ट्स सॉफ़्टवेयर है, जिसका उपयोग हॉलीवुड फिल्मों और हाई-एंड गेम्स में किया जाता है। यह नोड-बेस्ड वर्कफ़्लो प्रदान करता है, जिससे जटिल इफेक्ट्स आसानी से बनाए जा सकते हैं।
- Pencil2D (पेंसिल 2D)- यह शुरुआती लोगों के लिए एक सिंपल और फ्री 2D एनीमेशन सॉफ़्टवेयर है, जो हाथ से बनाए गए एनीमेशन (Traditional Animation) को डिजिटल रूप से तैयार करने में मदद करता है।
2025 में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) पर आधारित नए एनीमेशन टूल्स तेजी से विकसित हो रहे हैं। अब AI से संचालित सॉफ़्टवेयर ऑटोमैटिक रिगिंग, फेस एनिमेशन और फिजिक्स-आधारित मूवमेंट्स को सरल बना रहे हैं, जिससे एनीमेशन इंडस्ट्री में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इससे न केवल काम आसान हुआ है, बल्कि नई संभावनाएं भी खुल रही हैं, जिससे एनीमेशन का भविष्य और भी रोमांचक हो गया है।
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2025 में एनीमेशन की लेटेस्ट ट्रेंड्स और अपग्रेड्स
एनीमेशन इंडस्ट्री में कई नए ट्रेंड्स और अपग्रेड्स देखने को मिल रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के उपयोग से एनीमेशन प्रोसेस पहले से तेज और स्मार्ट हो गया है। वर्चुअल प्रोडक्शन और रियल-टाइम एनीमेशन तकनीकों का बढ़ता उपयोग फिल्मों और गेमिंग इंडस्ट्री में क्रांति ला रहा है। 3D एनीमेशन में हाइपर-रियलिस्टिक कैरेक्टर्स और फिजिक्स-बेस्ड मूवमेंट्स को और अधिक उन्नत किया जा रहा है। क्लाउड-बेस्ड एनीमेशन टूल्स ने रिमोट वर्किंग को आसान बना दिया है। इंटरएक्टिव और इमर्सिव एनीमेशन, जैसे AR और VR, दर्शकों के अनुभव को पूरी तरह से बदल रहे हैं।
एनीमेशन की दुनिया के 10 सबसे शानदार करियर ऑप्शंस
एनीमेशन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है और इसमें करियर बनाने के कई शानदार अवसर मौजूद हैं। अगर आपको क्रिएटिव काम पसंद है, तो यह फील्ड आपके लिए बेहतरीन साबित हो सकती है। यहां एनीमेशन के 10 सबसे लोकप्रिय करियर ऑप्शंस दिए गए हैं।
3D एनिमेटर- 3D एनिमेटर्स फिल्मों, गेम्स और विज्ञापनों के लिए डिजिटल कैरेक्टर्स और सीन बनाते हैं। इस फील्ड में Blender, Maya और Cinema 4D जैसे टूल्स का उपयोग किया जाता है।
2D एनिमेटर- 2D एनिमेटर्स कार्टून, टीवी शोज़ और विज्ञापनों के लिए पारंपरिक और डिजिटल एनीमेशन तैयार करते हैं। इसके लिए Adobe Animate और Toon Boom Harmony जैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया जाता है।
मोशन ग्राफिक्स डिजाइनर- मोशन ग्राफिक्स डिजाइनर विज्ञापनों, म्यूजिक वीडियो, और ब्रांड प्रमोशन्स के लिए एनीमेशन तैयार करते हैं। After Effects और Cinema 4D इस फील्ड के प्रमुख टूल्स हैं।
गेम डिज़ाइनर- गेमिंग इंडस्ट्री में एनीमेशन का बड़ा योगदान है। गेम डिज़ाइनर 2D और 3D गेम कैरेक्टर्स, एन्वायरनमेंट और विजुअल इफेक्ट्स पर काम करते हैं।
विज़ुअल इफेक्ट्स (VFX) आर्टिस्ट- VFX आर्टिस्ट्स फिल्मों और वेब सीरीज के लिए स्पेशल इफेक्ट्स तैयार करते हैं, जिससे सीन अधिक वास्तविक लगें। इस फील्ड में Houdini, Nuke और Maya जैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया जाता है।
स्टोरीबोर्ड आर्टिस्ट- स्टोरीबोर्ड आर्टिस्ट्स किसी भी एनीमेशन या फिल्म के लिए स्क्रिप्ट के अनुसार सीन और शॉट्स का विज़ुअल प्लान बनाते हैं, जिससे डायरेक्टर को स्टोरी समझने में आसानी होती है।
एनीमेशन डायरेक्टर- एनीमेशन डायरेक्टर पूरे एनीमेशन प्रोजेक्ट की देखरेख करता है और यह सुनिश्चित करता है कि स्टोरी, विजुअल और मूवमेंट्स सही ढंग से प्रस्तुत किए जाएं।
कैरेक्टर डिजाइनर- कैरेक्टर डिजाइनर एनीमेशन फिल्मों, गेम्स और विज्ञापनों के लिए यूनिक कैरेक्टर्स तैयार करते हैं। इन्हें आर्ट स्किल्स और डिजिटल टूल्स की अच्छी समझ होनी चाहिए।
स्टॉप मोशन एनिमेटर- स्टॉप मोशन एनिमेटर छोटे-छोटे मूवमेंट्स के जरिए ऑब्जेक्ट्स को एनिमेट करते हैं, जिससे वे जीवंत लगते हैं। यह फील्ड पारंपरिक एनीमेशन तकनीकों को पसंद करने वालों के लिए बेहतरीन है।
AR/VR एनीमेशन स्पेशलिस्ट- ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) टेक्नोलॉजी में एनीमेशन का बड़ा रोल है। इस फील्ड में वर्चुअल वर्ल्ड और इंटरएक्टिव एक्सपीरियंस डिज़ाइन किए जाते हैं।
निष्कर्ष- एनीमेशन इंडस्ट्री में करियर के अनगिनत अवसर मौजूद हैं। अगर आपको क्रिएटिविटी, डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी में रुचि है, तो यह फील्ड आपके लिए बेहतरीन साबित हो सकती है। सही स्किल्स और सॉफ़्टवेयर नॉलेज के साथ, आप इस इंडस्ट्री में एक सफल करियर बना सकते हैं।
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एनीमेशन क्या है? से सम्बंधित सवाल/जवाब [FAQ,s]
एनीमेशन एक तरीका है जिसमें चित्रों को इस तरह दिखाया जाता है कि वे हिलते हुए लगें, जैसे कार्टून या मूवी के कैरेक्टर चलते और बोलते हैं।
VFX एनीमेशन का मतलब है “Visual Effects Animation”। इसमें असली वीडियो या फिल्म में कंप्यूटर से बनाए गए स्पेशल इफेक्ट्स जोड़े जाते हैं, जैसे सुपरहीरो उड़ना, धमाके, जादुई सीन आदि।
2D एनीमेशन फ्लैट दिखने वाले कार्टून जैसे टॉम एंड जेरी होते हैं। 3D एनीमेशन में गहराई वाले कैरेक्टर होते हैं, जैसे मूवीज़ में (फ्रोज़न, टॉय स्टोरी)। स्टॉप मोशन एनीमेशन में असली चीज़ों की तस्वीरें खींच-खींचकर मूवमेंट दी जाती है। मोशन ग्राफिक्स में टेक्स्ट और आकृतियों को हिलाकर एनीमेशन बनाया जाता है, जैसे विज्ञापनों में होता है। VFX एनीमेशन में असली वीडियो में कंप्यूटर इफेक्ट्स जोड़े जाते हैं, जैसे स्पाइडर-मैन का जाल।
एनीमेशन की जरूरत मनोरंजन, शिक्षा, विज्ञापन और फिल्मों में होती है। यह कहानियों को रोचक बनाता है और जटिल चीजों को समझने में मदद करता है। फिल्मों, गेमिंग और मार्केटिंग में इसका इस्तेमाल ज्यादा होता है, जिससे चीजें आकर्षक और प्रभावी लगती हैं।
एनीमेशन बनाने के लिए पहले एक कहानी या आइडिया तय किया जाता है, फिर कैरेक्टर और सीन डिज़ाइन किए जाते हैं। इसके बाद, स्पेशल सॉफ़्टवेयर (जैसे Blender, After Effects) की मदद से चित्रों को मूवमेंट दिया जाता है। आखिर में एडिटिंग और साउंड जोड़कर एनीमेशन को फाइनल बनाया जाता है।
देखिए दोस्तों इस बारे में कोई सटीक जानकारी हम आपको नहीं दे सकतें हैं परन्तु एनिमेशन में सैलरी आपके अनुभव, कौशल और जिस क्षेत्र में आप काम करते हैं, उसके अनुसार भिन्न होती है। शुरुआती स्तर पर, आप 3 से 6 लाख रुपये प्रति वर्ष कमा सकते हैं, जबकि अनुभवी एनिमेटर 7 से 15 लाख रुपये या उससे अधिक भी कमा सकते हैं।
एनीमेशन इंडस्ट्री में जॉब पाने के लिए जरूरी स्किल्स में क्रिएटिव थिंकिंग, स्टोरीटेलिंग, ड्राइंग, 3D मॉडलिंग, मोशन ग्राफिक्स, और एडिटिंग शामिल हैं। साथ ही, Adobe After Effects, Blender, Maya, और Toon Boom जैसे सॉफ़्टवेयर की नॉलेज भी जरूरी होती है।
भारत में एनीमेशन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है और कई बड़ी फिल्में, वेब सीरीज और गेमिंग प्रोजेक्ट्स में भारतीय स्टूडियोज का योगदान देखा जा सकता है। हालांकि, हॉलीवुड के मुकाबले अभी तकनीकी विकास, बजट और वैश्विक स्तर पर पहचान की जरूरत है। आने वाले वर्षों में एआई और वीएफएक्स तकनीकों के विकास के साथ भारत इस क्षेत्र में और मजबूत हो सकता है।