इंडियन आर्मी में पद और रैंक: आज इस आर्टिकल के माध्यम से आप Indian Army Rank List in Hindi [सूची] के बारे में जानेंगे। देश के बहुत से युवाओं का सपना होता है, भारतीय सेना यानि इंडियन आर्मी ज्वाइन करने का, क्योंकि इंडियन आर्मी एक सम्मानित नौकरी होती है, साथ ही इसमें अच्छी सैलरी के साथ सैनिकों को कई और सुविधाएं भी दी जाती है।
अगर आप भी इंडियन आर्मी में जाना चाहते हैं, तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि इंडियन आर्मी में पद और रैंक कितने होते हैं, इनकी पहचान कैसे कर सकते हैं, क्योंकि देखा जाए तो इंडियन आर्मी में 16 रैंक होती हैं और इन रैंको को तीन अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। वैसे भारतीय सेना में सभी की यूनिफार्म एक जैसी ही होती है, पर इनकी पहचान आप सिपाही की वर्दी में लगे स्टार व चिन्ह से जान सकते हैं, कौन किस रैंक व पद पर है। तो आईये अब इंडियन आर्मी में पद और रैंक के बारे में डिटेल में जानते हैं।
Indian Police Ranks and Salary
इंडियन आर्मी में पद और रैंक 2023
भारतीय थल सेना में 16 अलग-अलग पद और रैंक होते हैं। इन रैंकों को भी तीन अलग-अलग केटेगरी में बाँटा गया है, जो कि इस प्रकार हैं:
- कमिश्नर ऑफिसर
- जूनियर कमिशनर ऑफिसर
- नॉन कमिश्नर ऑफिसर
क्रम संख्या | पद व रैंक |
1. | फील्ड मार्शल |
2. | जनरल |
3. | लेफ्टिनेंट जनरल |
4. | मेजर जनरल |
5. | ब्रिगेडियर |
6. | कर्नल |
7. | लेफ्टिनेंट कर्नल |
8. | मेजर |
9. | कैप्टन |
10. | लेफ्टिनेंट |
11. | सूबेदार मेजर |
12. | सूबेदार |
13. | नायब सूबेदार |
14. | हवलदार |
15. | नायक |
16. | लांस नायक |
17. | सिपाही |
इंडियन आर्मी में पद और रैंक 2023
आईये अब भारतीय सेना के इन विभिन्न पदों और रैंकों के बारे में क्रमानुसार एक-एक करके डिटेल में जानते हैं:
कमिश्नर ऑफिसर (Commissioned officer)
कमिश्नर ऑफिसर की श्रेणी में आने वाले विभिन्न पद व रैंक कुछ इस प्रकार हैं:
- फ़ील्ड मार्शल
फ़ील्ड मार्शल, इंडियन आर्मी का सर्वोच्च पद होता है। यह भारतीय थल सेना की पांच स्टार वाली रैंक होती है। इस रैंक की पहचान में फील्ड मार्शल के बैंंज पर राष्ट्रीय चिन्ह और उसके नीचे कमल के फूलों की माला में एक क्रॉस्ड बैटन होता है। यह एक सैरीमोनियल पद होता है, जो कि किसी अधिकारी को सम्मान के रूप में दिया जाता है।
- जनरल
जनरल, फील्ड मार्शल के बाद की दूसरी सबसे बड़ी चार सितारा रैंक होती हैं, लेकिन इंडियन आर्मी में फील्ड मार्सल का अधिकतम उपयोग न होने के कारण जनरल का ही सबसे ऊँचा पद होता है। ये सेना के प्रमुख होते हैं, इसलिए जनरल को आर्मी चीफ भी कहते हैं। जनरल की वर्दी पर क्रॉस्ड बैटन के साथ राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ और पाँच बिंदुओं वाला एक स्टार लगा हुआ होता है।
- लेफ्टिनेंट जनरल
भारतीय सेना में जनरल के बाद लेफ्टिनेंट जनरल का पद होता है। यह एक तीन सितारा ऑफिसर रैंक है, इन्हें सहायक सेनाध्यक्ष भी कहते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल के बैज में एक क्रॉस की हुई तलवार और डंडा होता है और ऊपर सुनहरे रंग का अशोक स्तंभ का प्रतीक होता है।
- मेजर जनरल
मेजर जनरल, भारतीय सेना की एक दो सितारा ऑफिसर रैंक है। इनकी वर्दी में बैज पर क्रॉस बैटन के साथ स्टार लगा होता है। मेजर जनरल ऑफिसर, डिवीजनों के कमांडर के रूप में कार्य किया करते हैं, यानि ये एक बड़ी संख्या में लगभग 10 से 16 हजार सैनिकों का नेतृत्व करते हैं।
- ब्रिगेडियर
आर्मी में कमीशंड ऑफिसर के रूप में पच्चीस वर्ष की सर्विस पूरी जाने के बाद प्रमोशन देकर ब्रिगेडियर पद का कार्यभार दिया जाता है। इनके रैंक की पहचान में बैज पर अशोक स्तंभ के साथ तीन स्टार बने होते हैं।
- कर्नल
वर्दी पर शोल्डर में एक अशोक स्तम्भ के साथ 2 स्टार रैंक कर्नल की पहचान होती है। इन्हें कमांडिंग ऑफिसर भी कहते हैं, जो एक बटालियन को संभालता है।
- लेफ्टिनेंट कर्नल
सेना में कमीशन ऑफिसर के पद पर 13 साल सर्विस पूरी करने के बाद प्रमोशन के द्वारा लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया जाता है। लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी पर दोनों शोल्डर में बैज पर एक-एक स्टार और राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ बना होता है।
- मेजर
भारतीय सेना में 6 साल की सर्विस देने के बाद प्रमोशन होकर सेना के जवान को मेजर का पद प्राप्त होता है। मेजर के बैज पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ बना होता है।
- कैप्टन
सेना में दो साल कमीशंड ऑफिसर की सर्विस देने के बाद कैप्टन का पद प्राप्त होता है, इनके बैज पर सुनहरे रंग के तीन स्टार लगे होते हैं।
- लेफ्टीनेंट
एनडीए और सीडीएस की परीक्षा को क्लियर के बाद आईएमए व ओटीए में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सेना में फर्स्ट रैक लेफ्टिनेंट का ही मिलता है। भारतीय सेना में एक लेफ्टिनेंट करीब 40 से 60 सैनिकों का नेतृत्व करता है साथ ही ये सैनिक किसी भी बात की रिपोर्ट डायरेक्ट लेफ्टिनेंट को ही करते हैं। इनकी वर्दी पर 2 स्टार लगे होते हैं।
जूनियर कमिशनर ऑफिसर (Junior commissioned officer)
जूनियर कमिश्नर ऑफिसर की श्रेणी में आने वाले विभिन्न पद व रैंक कुछ इस प्रकार हैं:
11. सूबेदार मेजर
इंडियन आर्मी में जूनियर कमीशंड ऑफिसर की श्रेणी में सूबेदार मेजर का पद सबसे उच्च होता है। इनकी वर्दी में शोल्डर पर लाल-पीले रंग की पट्टी के साथ राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ होता है।
- सूबेदार
सूबेदार का पद एक जूनियर कमीशन अधिकारी (JCO) का पद होता है। आर्मी के एक जवान को सूबेदार के पद पर पहुँचने के लिए सेना में 25 वर्ष की सर्विस देनी होती है, जिसके बाद सूबेदार का पद प्राप्त होता है। एक सूबेदार के बैज पर 2 स्टार के साथ लाल-पीले रंग की पट्टी लगी होती है।
- नायब सूबेदार
सेना में सूबेदार के बाद नायब सूबेदार का पद आता है। इनकी वर्दी में 1 स्टार के साथ लाल-पीले रंग की स्ट्रीप यानि पट्टी लगी होती है।
नॉन कमिश्नर ऑफिसर (Non commissioned officer)
नॉन कमिश्नर ऑफिसर की श्रेणी में आने वाले विभिन्न पद व रैंक कुछ इस प्रकार हैं:
- हवलदार
भारतीय सेना में एक नायक पदोन्नति प्राप्त करके हवलदार बनता है, इनकी वर्दी पर V आकार की लाल-पीले रंग की तीन स्ट्रीप यानि पट्टियाँ लगती हैं।
- नायक
भारतीय सेना में हवलदार के बाद नायक का पद आता है, इनकी वर्दी पर बाईं बाँह पर V आकार की दो पट्टियाँ होती हैं।
- लांस नायक
लांस नायक का पद, नायक से छोटा होता है, जो सिपाहियों को पदोन्नति यानि प्रमोशन के बाद प्राप्त होता है। लांस नायक की वर्दी पर बाँह में V आकार की एक स्ट्रीप यानि पट्टी लगी होती है।
- सिपाही
भारतीय थल सेना में सिपाही लोअर रैंक का पद होता है, जिनकी वर्दी पर कोई स्टार अथवा विशेष चिन्ह नहीं होता केवल रेजिमेंट का चिन्ह बना होता है।
उम्मीद है, कि अब आपको इंडियन आर्मी से जुड़े सभी पदों व रैंकों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। आशा करती हूँ की आपको इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पसंद आई होगी। धन्यवाद!
एसएसबी इंटरव्यू क्या होता है ?
FAQ’s (इंडियन आर्मी में पद और रैंक से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर)
भारतीय सेना में 16 रैंक होती हैं।
इंडियन आर्मी की ऑफिसियल वेबसाइट है: indianarmy.nic.in
इंडियन आर्मी को कमिश्नर ऑफिसर, जूनियर कमिशनर ऑफिसर और नॉन कमिश्नर ऑफिसर इन तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है।