All Blood Test Name in Hindi



ब्लड टेस्ट का उपयोग रक्त में कोशिकाओं, रसायनों, प्रोटीन या अन्य पदार्थों की जांच करने के लिए किया जाता है। बीमार पड़ने पर डॉक्टर (Doctor) कई बार हमें ब्लड टेस्ट कराने के लिए बोलते हैं. देखा जाए तो, विभिन्न बिमारियों का पता लगाने के लिए अलग-अलग ब्लड टेस्ट कराए जाते हैं, इसलिए आज इस आर्टिकल में मैंने आपको विटामिन डी टेस्ट All Blood Test Name in Hindi PDF List | खून की जांच के प्रकार (ब्लड टेस्ट लिस्ट) के बारे में डिटेल में जानकारी दी है |

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ब्लड टेस्ट क्या है?

ब्लड टेस्ट हमारे ब्लड का सैंपल लेकर किया जाता है, जो शरीर में मौजूद विभिन्न रक्त कोशिकाओं (Blood Cells) को गिनने और रक्त में पदार्थों की जाँच करने के लिए किया जाता है। साथ ही ब्लड टेस्ट के जरिए शरीर की स्थिति की जांच भी की जाती है, कि आपके शरीर के विभिन्न अंग सही से कार्य कर रहे हैं, या नहीं।

ब्लड टेस्ट लिस्ट: खून की जांच के प्रकार

नीचे आपको मुख्य रूप से किए जाने वाले ब्लड टेस्ट लिस्ट बताई गई है:

  1. कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट (CBC Test)
  2. सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (CRP Test)
  3. किडनी फंक्शन टेस्ट 
  4. लीवर फ़ंक्शन टेस्ट 
  5. ब्लड ग्लूकोज टेस्ट
  6. कैल्शियम ब्लड टेस्ट 
  7. मैग्नीशियम ब्लड टेस्ट 
  8. कार्डिएक एंजाइम टेस्ट
  9. थायराइड फंक्शन टेस्ट
  10. कोलेस्ट्रॉल और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट 
  11. कैंसर ब्लड टेस्ट 
  12. एरिथ्रोसाइट सेडीमेंटशन रेट टेस्ट (ESR Test) 
  13. टेस्टोस्टेरोन ब्लड टेस्ट
  14. विटामिन बी12 टेस्ट
  15. विटामिन डी टेस्ट
  16. हीमोग्लोबिन A1c (HbA1c) टेस्ट 
  17. डी-डिमर टेस्ट
  18. फोलेट ब्लड टेस्ट
  19. आयरन स्टडीज  (Iron Studies)
  20. इंटरनेशनल  नोर्मलिज़ेड  रेश्यो  (INR) टेस्ट
  21. एस्ट्रोजन (Oestrogen ) ब्लड टेस्ट 
  22. ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (Human Chorionic Gonadotropin)(एचसीजी) टेस्ट
  23.  इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट

शरीर को Healthy कैसे बनाये ?

Blood Test Names and Meanings in Hindi

  1. कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट (CBC Test)

सीबीसी टेस्ट सामान्य तौर पर रक्त संक्रमण की जांच करने के लिए किया जाता है। सीबीसी टेस्ट रक्त में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं (RBC), सफ़ेद रक्त कोशिकाओं (WBC), प्लेटलेट्स और हीमोग्लोबिन के स्तर को मापता है। इस टेस्ट के द्वारा किडनी, लीवर, नाड़ी की स्थिति व ब्लड सुगर, कैल्सियम व आयरन जैसे मिनरल्स का भी अनुमान लगाया जाता है.

  1. सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (CRP Test)

शरीर में मौजूद सी-रिएक्टिव प्रोटीन के स्तर को मापने के लिए सीआरपी टेस्ट किया है. सी-रिएक्टिव प्रोटीन का निर्माण, केवल लीवर में ही होता है, जब इस प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है, तो सूजन व लीवर संक्रमण का कारण बनता है, जिसकी जांच करने के लिए सीआरपी टेस्ट किया जाता है.

  1. किडनी फंक्शन टेस्ट 

किडनी फंक्शन टेस्ट, किडनी की कार्यक्षमता जाँच करने के लिए किया जाता है. KFT Test में रक्त यूरिया नाइट्रोजन टेस्ट (blood urea nitrogen), सीरम क्रिएटिनिन टेस्ट और Glomerular filtration rate (eGFR) जैसे टेस्ट भी शामिल हैं

  1. लीवर फ़ंक्शन टेस्ट 

 लीवर फ़ंक्शन टेस्ट में कई प्रकार के ब्लड टेस्ट शामिल होते हैं, कुछ टेस्ट से यह पता लगाया जाता है, कि आपका लीवर कितनी अच्छी तरह से कार्य कर रहा है और कुछ टेस्ट के द्वारा आपके खून में प्रोटीन व एंजाइमों के स्तर को मापा जाता है.

  1.  ब्लड ग्लूकोज टेस्ट

ब्लड ग्लूकोज टेस्ट, रक्त में ग्लूकोज (शुगर) के स्तर को मापता है. किसी भी व्यक्ति के ब्लड शुगर की जांच, एक बार खाली पेट और एक बार भोजन के बाद की जाती है, जिसमें जिसमें रक्त में शुगर के लेवल का आकलन किया जाता है. 

ब्लड ग्लूकोज टेस्ट में फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज (FPG) टेस्ट, रैंडम प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट (RPG) हीमोग्लोबिन A1c टेस्ट व फास्टिंग यूरिन शुगर टेस्ट भी शामिल हैं

  1. कैल्शियम ब्लड टेस्ट 

कैल्शियम ब्लड टेस्ट, खून में कैल्शियम की मात्रा मापने के लिए कैल्शियम ब्लड टेस्ट कराया जाता है। हमारे शरीर में हड्डियों, मांसपेशियों, नसों और हृदय के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए कैल्शियम का एक उचित मात्रा में होना जरुरी है. रक्त में बहुत अधिक या बहुत कम कैल्शियम की मात्रा शरीर में हड्डियों की बीमारी अथवा अन्य रोगों को उत्पन्न करता है.  

  1. मैग्नीशियम ब्लड टेस्ट 

मैग्नीशियम ब्लड टेस्ट, जिसे आरबीसी ब्लड टेस्ट भी कहते हैं, शरीर में मैग्नीशियम के स्तर का आकलन करता है. डॉक्टर के सुझाव द्वारा, ये टेस्ट शरीर में मैग्नीशियम की कमी होने की आशंका पर किया जाता है. 

  1. कार्डिएक एंजाइम टेस्ट

किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है, या फिर पड़ने के लक्षण दिख रहे हैं, ऐसी स्थिति में कार्डिएक एंजाइम टेस्ट किया जाता है. यह टेस्ट रोगी के ब्लड में कार्डिएक एंजाइमों के स्तर की जाँच करता है.

  1.  थायराइड फंक्शन टेस्ट

 थायराइड फंक्शन टेस्ट में टी3, टी3आरयू, टी4 और टीएसएच टेस्ट भी शामिल होते हैं, यह टेस्ट, यह चेक करने के लिए किया जाता है, थायराइड ग्रंथि अच्छी तरह से कार्य कर रही है, या नहीं. 

  1. कोलेस्ट्रॉल और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट

लिपिड प्रोफाइल टेस्ट, एक प्रकार का कोलेस्ट्रॉल ब्लड टेस्ट होता है, जो ब्लड में LDL (ख़राब कोलेस्ट्रॉल), HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर का आकलन करता है। लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कार्डियक बीमारियों की आशंका होने पर किया जाता है. साथ ही जिनमें लाइफस्टाइल डिसऑर्डर का खतरा होता है, डॉक्टर के सुझाव पर उनके लिए भी यह टेस्ट कराया जाता है।

  1.  कैंसर ब्लड टेस्ट

शरीर के अलग-अलग अंगों में कैंसर की जांच करने के लिए अलग-अलग, कैंसर ब्लड टेस्ट किए जाते हैं. जैसे ब्रेस्ट कैंसर के परीक्षण के लिए मैमोग्राम्स और आंत के कैंसर की परीक्षण के लिए कोलोनोस्कोपी आदि।

  1. एरिथ्रोसाइट सेडीमेंटशन रेट टेस्ट (ESR Test) 

ESR जिसे एरिथ्रोसाइट सेडीमेटेंशन रेट कहते है, एक प्रकार का ब्लड टेस्ट ही होता है, जिसमें एक परखनली में लाल रक्त कोशिकाओं का परीक्षण किया जाता है और उनमें होने वाली खराबी को पता लगाया जाता है. लाल रक्त कोशिकाओं का परखनली के तली में नीचे तेजी से गिरना, ब्लड सेल्स में खराबी की ओर संकेत करता है.

  1. टेस्टोस्टेरोन ब्लड टेस्ट

टेस्टोस्टेरोन ब्लड टेस्ट, रक्त में असामान्य हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के स्तर की जाँच करने के लिए किया जाता है. 

  1. विटामिन बी12 टेस्ट

विटामिन बी12 टेस्ट के द्वारा रक्त में विटामिन बी12 के स्तर को मापता है. विटामिन बी12 मुख्य रूप से  पशु उत्पादों में पाया जाता है. विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही इससे तंत्रिका तंत्र भी प्रभावित होता है.

  1. विटामिन डी टेस्ट

विटामिन डी टेस्ट, रक्त में विटामिन डी के स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है. इस टेस्ट के द्वारा यह पता लगाया जा सकता है कि आपके शरीर में विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में है, या फिर कम है अथवा अधिक है. 

  1. हीमोग्लोबिन A1c (HbA1c) टेस्ट 

हीमोग्लोबिन A1c (HbA1c) टेस्ट, एक सामान्य रक्त परीक्षण है, जो पिछले 3 महीनों में औसत रक्त शर्करा (ब्लड ग्लूकोज) के स्तर को मापता है. 

  1.  डी-डिमर टेस्ट

डी-डिमर टेस्ट एक ऐसा ब्लड टेस्ट है, जो रक्त में डी-डिमर के स्तर को मापता है. डी-डिमर, शरीर में बनने वाला एक ऐसा प्रोटीन है, जिसे आपकी बॉडी रक्त (खून) के थक्कों को तोड़ने के लिए बनाती है. जब रक्त में डी-डिमर की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है, तो आपके शरीर में रक्त के थक्के जमने की समस्या हो सकती है, जिसकी जाँच करने के लिए डी-डिमर टेस्ट किया जाता है।

  1. फोलेट ब्लड टेस्ट

रक्त और लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) में फोलेट के स्तर को मापता है। रक्त में फोलेट की कमी रेड ब्लड सेल्स को विकसित होने से रोकता है और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है.  

  1.  आयरन स्टडीज  (Iron Studies)

आयरन स्टडीज टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है, जो आपके शरीर में लोहे (आयरन) की मात्रा मापता है। शरीर में आयरन की अधिकता या कमी होने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

  1.  इंटरनेशनल  नोर्मलिज़ेड  रेश्यो  (INR) टेस्ट 

यह टेस्ट, यह पता करने के लिए किया जाता है, कि रोगी के शरीर में रक्त को थक्का बनने में कितना समय लगता है.  

  1.  एस्ट्रोजन (Oestrogen ) ब्लड टेस्ट 

एस्ट्रोजन ब्लड टेस्ट, महिलाओं के ब्लड में एस्ट्रोजन की मात्रा को मापता है। यह टेस्ट गर्भवती महिलाओं में, अनियमित मासिक धर्म वाली महिलाओं में या जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी कन्सीव करने में प्रॉब्लम होती है, उनके लिए कराया जाता है।

  1. ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (Human Chorionic Gonadotropin)(एचसीजी) टेस्ट

HCG Test, एक प्रेगनेंसी टेस्ट है. यह टेस्ट महिलाओं में यूरिन और ब्लड सैंपल दोनों के द्वारा किया जाता है, जो गर्भवती महिलाओं में एचसीजी हार्मोन के स्तर को मापता है.  

  1.  इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट

रक्त में पाए जाने वाले तत्व, जैसे सोडियम, पोटेशियम, क्लोराइड और बाइकार्बोनेट,  इलेक्ट्रोलाइट तत्व कहलाते हैं. रक्त में इन तत्वों की मात्रा को मापने के लिए इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट किया जाता है. 

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ब्लड टेस्ट कैसे होता हैं ?

नीचे आपको ब्लड टेस्ट करवाने के लिए तीन तरीकों के बारे में बताया है, आईये इनके बारे में जान लेते हैं:

  1. पैथोलॉजी/ लेबोरेटरी जाकर

अगर आप पैथोलॉजी/ लेबोरेटरी जाने में सक्षम हैं, तो आप पैथोलॉजी जाकर अपना ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं. 

  1. ऑनलाइन माध्यम से

आजकल अधिकतर पैथोलॉजी व लेबोरेटरी, घर बैठे ही आपका ब्लड सैंपल लेकर ब्लड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराती हैं. बस इसके लिए आपको ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी. 

  1. कॉल करके

डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी अथवा पैथोलॉजी में कॉल करके अपना ब्लड टेस्ट करवाने के लिए अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं और चाहें तो उनसे आप घर से ही आपका ब्लड सैंपल लेकर ब्लड टेस्ट करवाने के लिए बोल सकते हैं.  

उम्मीद है, अब आपको सभी ब्लड टेस्ट के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी और आशा करते है कि आज की यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी. धन्यवाद!

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