हमारे देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कई प्रकार की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जिनमें मुख्य रूप से बैंक का विशेष योगदान होता है। बैंक चाहे सरकारी हो या प्राइवेट दोनों अर्थव्यवस्था के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। लेकिन कई बार बैंक के खाता धारकों को बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करते समय कई तरह की बाधाएं आती है, कई बार तो यह मामला सुलझ जाता है लेकिन कुछ परिस्थितियों में समस्या इतनी बढ़ जाती है की ग्राहकों को बैंक के खिलाफ जाकर शिकायत करनी पड़ती है।
अतः सवाल आता है कि किसी भी बैंक की शिकायत करने की क्या प्रक्रिया है? और आप शिकायत किस तरह कर सकते हैं यह जानने के लिए आपको आज का यह पोस्ट पढ़ना होगा। इस पोस्ट में आपको आज हम आपको बैंक की शिकायत के बारे में जानकारी देने वाले हैं ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
बैंक चेक (Bank Cheque) कैसे भरे ?
बैंक की शिकायत (Bank Complaint) कैसे करे?
कभी-कभी स्थिति ऐसी हो जाती है जिसके दौरान ग्राहक बैंकों के कार्यों से संतुष्ट नहीं होते हैं और आपको अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं होती है। ऐसे हालात में आपको बैंकों की शिकायत करना जरूरी लगता है। हमारे देश के सभी मुख्य सरकारी और प्राइवेट बैंकों में यह सुविधा दी जाती हैं कि अगर आपको किसी प्रकार से दिक्कत महसूस हो रही हो तो आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
कई बार यदि किसी कारणवश ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने में दिक्कत महसूस हो रही हो तो आप अपने संबंधित बैंक में जाकर आवेदन की हार्ड कॉपी जमा कर सकते हैं जिसके माध्यम से आपकी शिकायत का निवारण किया जाएगा।
ऑनलाइन शिकायत (Online Complaint) दर्ज करने की लिस्ट
अगर आप बैंकों के कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं ऐसी स्थिति में आरबीआई के माध्यम से एक लिस्ट तैयार की गई है जिसके तहत विभिन्न सेवाओं में आने वाली समस्याओं के तहत शिकायत दर्ज किया जा सकता है और जल्द से जल्द राहत पाई जा सकती है। ऐसे में हम आपको मुख्य रूप से शिकायत की लिस्ट की जानकारी दे रहे हैं जिसके मद्देनजर आप शिकायत कर सकते हैं—
- चेक भुगतान करने में लगने वाला ज्यादा समय |
- किसी कारणवश एक खाते से दूसरे खाते में राशि का हस्तांतरण |
- इंटरनेट बैंकिंग में होने वाली दिक्कत |
- मोबाइल बैंकिंग में असुविधा |
- बैंकिंग सेवाओं संबंधित सुविधाओं में देर |
- एटीएम संबंधित दिक्कत |
- बैंकिंग सेवाओं से संबंधित कोई अन्य असुविधा |
बैंक मे शिकायत (Bank Complaint) दर्ज करने के बाद की प्रक्रिया
अगर आपने अपने बैंक में शिकायत दर्ज की हो और उसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है तो आप शिकायत के बारे में बैंक को एक अनुस्मारक भेजकर जानकारी ले सकते हैं।
यदि 1 महीने के बाद भी आपकी शिकायत का निवारण नहीं हो पा रहा है तो ऐसे में आप “Banking Ombudsman” के पास अपनी कंप्लेंट दर्ज कर सकते हैं जिसके अंतर्गत आसानी के साथ निवारण होने का प्रावधान रखा गया है। अगर आप बैंकिंग के खिलाफ शिकायत करना चाहते हैं, तो ऐसे में Banking Ombudsman के माध्यम से भी आवेदन देते हुए जल्द से जल्द निवारण की अर्जी भी दी जा सकती है।
क्या होता है बैंकिंग लोकपाल?
बैंकिंग लोकपाल बैंकिंग का वरिष्ठ अधिकारी होता है जो अपने ग्राहकों का विशेष रूप से ख्याल रखता है। जिसके अंतर्गत किसी भी प्रकार की शिकायत का निवारण करने का जिम्मा होता है।
अतः बैंक लोकपाल का प्रयास रहता है कि वह समय रहते ही लोगों की शिकायतों को दूर कर सके और ऐसी कोशिश की जाए कि फिर से शिकायत का मौका ना प्राप्त हो पाए। ऐसे में बैंकिंग लोकपाल ही सही तरीके से शिकायतों को सुनते हुए और उनका आकलन करते हुए सही निवारण प्राप्त करते हैं।
ऑफलाइन बैंकों की शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
- अगर आप ऑफलाइन रहते हुए बैंकों की शिकायत दर्ज करना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में संबंधित बैंकों में जाकर अपने शिकायत की हार्ड कॉपी लिखित रूप में देना होगा।
- अगर आप हार्ड कॉपी जमा करें तो आवश्यक रूप से उसके पास पहचान प्रमाण पत्र के रूप में बैंक की पासबुक और दावा समर्थन हेतु रसीद या अन्य दस्तावेज जमा कर सकते हैं।
- इसके अतिरिक्त संबंधित अधिकारी से आपको शिकायत की पावती रसीद को भी लेना आवश्यक होगा जिसको आप भविष्य में भी उपयोग कर सकते हैं।
आरबीआई के माध्यम से किसी बैंक की शिकायत करने की प्रक्रिया
- अगर आप किसी भी बैंक की शिकायत आरबीआई के माध्यम से करना चाहते हैं तो यह भी आप ऑनलाइन रूप में कर सकते हैं जिसे घर बैठे करना आसान होता है।
- इसके लिए सबसे पहले आपको ऑनलाइन शिकायत करने के लिए https://cmc.rbi.org.in पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप होमपेज पर जाते हैं, तो आपको वहां पर अपना शिकायत दर्ज करना होगा साथ ही साथ जरूरी दस्तावेजों को भी अपलोड करना होगा।
- अगर आप चाहे तो ईमेल के द्वारा भी अपनी शिकायत कर सकते हैं लेकिन उसमें थोड़ा समय लग सकता है।
- जैसे ही आप सारे दस्तावेजों को अपलोड करते हुए उसे सेंड करते हैं तो फिर कुछ ही दिनों में आपकी शिकायत दूर की जाती है।
बैंक लोकपाल में शिकायत कैसे दर्ज करें
कई बार ऐसा होता है कि बैंकों के द्वारा लोगों को परेशान किया जाता है ऐसे में उन्हें कई प्रकार की सुविधाओं से भी वंचित रखा जाता है। इस प्रकार की शिकायत आपके साथ हो रही हो तो आप निश्चित रूप से ही बैंक लोकपाल मैं जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं जिसके अंतर्गत जल्द से जल्द राहत दिए जाने की बात की जाती है। इसके अंतर्गत आप इन मुख्य तरीकों के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
लिखित रूप से शिकायत दर्ज करें
अगर आप बैंकों के कार्यों से सहमत हैं और कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में आप बैंकिंग सेल में जाकर लिखित रूप से शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अंतर्गत आप मुख्य रूप से उस ऑफिसर के खिलाफ भी शिकायत कर सकते हैं जिन्होंने आपको परेशान कर रखा है या जिनके माध्यम से आपका कार्य रुका हुआ है।
टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं
अगर आपने लिखित रूप से शिकायत दे दिया है उसके बाद भी पिछले कुछ दिनों से खास तरीके से निवारण नहीं हो पा रहा है, तो ऐसी स्थिति में आप टोल फ्री नंबर के माध्यम से भी बैंकों में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इस शिकायत की आईडी प्राप्त कर सकते हैं जिसे आप समय रहते उपयोग कर सकते हैं।
बैंकों की वेबसाइट में शिकायत दर्ज कराएं
बैंक चाहे किसी भी प्रकार का हो प्रत्येक बैंक में एक वेबसाइट जरूर होती है जहां पर आप जाकर आसानी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं। जैसे ही शिकायत दर्ज होती है तो 2 से 3 दिनों में बैंकों के अधिकारी के द्वारा आपके साथ संपर्क स्थापित किया जाता है और फिर आपकी शिकायत को समझते हुए निपटारा किया जाता है।
शिकायत दर्ज करने के बाद प्रतीक्षा करें
अगर आपने अपनी शिकायत दर्ज कर दी है तो फिर आप 30 दिनों के अंदर ही शिकायत का निवारण होने का इंतजार कर सकते हैं। इन के अंतर्गत बैंकों के माध्यम से शिकायत की असली वजह का पता लगाया जाता है जहां पर आप सही तरीके से निवारण प्राप्त कर सकते हैं।
बैंकिंग लोकपाल से शिकायत करने के पहले रखें इन बातों का ध्यान
- अगर आप बैंकिंग लोकपाल के माध्यम से शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो ऐसे में आपको कुछ मुख्य बातों का ध्यान रखना होगा |
- जब भी आप बैंकिंग लोकपाल से अपनी शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि आपकी शिकायत मान्य है या नहीं फिर आपने अपनी शिकायत के लिए पूरी तरह से जांच पड़ताल की है या नहीं। ऐसे में यदि किसी भी प्रकार से आपकी शिकायत सही नहीं पाई जाती है तो इसके खिलाफ भी दंड दिया जा सकता है।
- कभी भी शिकायत दर्ज करने में जल्दबाजी न करें और पूर्ण रूप से 30 दिनों का समय देना आपके लिए आवश्यक होगा।
- यदि दूसरे तरीकों के माध्यम से समस्या का समाधान नहीं हो पाया हो, तो ऐसी स्थिति में ही आपको बैंकिंग लोकपाल के समक्ष जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
बैंकिंग लोकपाल से शिकायत दर्ज करने के लिए विभिन्न मामले
- अगर आप बैकिंग लोकपाल के माध्यम से शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको विभिन्न मामलों के अंतर्गत रहकर ही शिकायत दर्ज करना होगा।
- यदि किसी भी प्रकार के चेक या ड्राफ्ट, बिल प्राप्त होने में आपको परेशानी महसूस हो रही हो तो ऐसी स्थिति में ही आप बैकिंग लोकपाल के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- यदि किसी कारणवश आरबीआई के द्वारा निर्धारित शुल्क से ज्यादा आप से वसूला जा रहा हो तो आप शिकायत करने के पात्र हैं।
- अगर बार-बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का निवारण नहीं किया जा रहा हो तब भी आप बैंकिंग लोकपाल के पास जाकर पुन: शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- यदि आरबीआई के द्वारा निर्देश के बाद भी आप को विशेष रूप से ब्याज नहीं दिया जा रहा हो या फिर अधिक ब्याज वसूला जा रहा हो ऐसी स्थिति में ही आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- यदि बैंकों के द्वारा आपके लोन आवेदन को रद्द किया जाता हो, तो ऐसी स्थिति में शिकायत किया जाना मान्य है।
- यदि किसी कारणवश किसी भी बैंक के द्वारा डिपॉजिट अकाउंट खोलने से मना कर दिया जाए तो निश्चित रूप से ही यह बैंकिंग लोकपाल के पास शिकायत दर्ज की जा सकती है।
बैंकिंग लोकपाल के फैसले से सहमत नहीं होने पर प्रक्रिया
यदि आप किसी भी कारण से बैंकिंग लोकपाल द्वारा कराए गए समझौते से सहमत नहीं हैं और फिर भी आप को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हो तो आने वाले 30 दिनों के अंदर ही किसी भी अथॉरिटी के समक्ष शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा आप कंजूमर फोरम में जाकर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।