आज हम इस लेख में आपको बताएंगे की किसी भी Company मे चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कोन होता है? और उनके क्या क्या कार्य होते है और इन दोनो पदो के बीच क्या अंतर होता है चूंकि किसी भी बड़ी कम्पनी के लिए Chairman और MD पद बहुत आवश्यक होते हैं कई बार देखा गया है की एक ही व्यक्ति किसी Company की दो बड़ी पदों पर नियुक्त होते है। लेकिन जितनी भी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनीया है जैसे की Google, Amazon, Facebook, Apple इनका स्ट्रक्चर कुछ इस प्रकार होता है की वो हर पद के लिए अलग उम्मीदवार को नियुक्त करते है।
ताकी उनपर ज्यादा लोड ना हो क्युकी MD और चेयरमैन ये कंपनी के मुख्य पदो मे से एक होते है इसलिए इन पदो का दायित्व भी बहुत बड़ा होते है। इसी कारण से वो अलग अलग पदो पर अलग अलग व्यक्तिको को नियुक्त करते रहते है। अगर आप भी जानना चाहते है की चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कोन होते है और यह कैसे बनते है तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे “What is The Difference Between Chariman and MD in Hindi”
चेयरमैन (Chairman) क्या होता है
किसी भी कंपनी के चेयरमैन पद पर प्रमुख मालिक नियुक्त होता है उदाहरण के तौर पर Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी थे और हालही मे Board of Directors की मीटिंग मे उन्होंने Akash Ambani को Reliance Jio का चेयरमैन बनया है। Chairman किसी कंपनी का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होता है जिसके अंतर्गत बाकी अन्य पद आते है।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग मे चेयरमैन अध्यक्ष होता है और आखरी निर्णय हमेशा चेयरमैन ही करता है क्योंकि यही वह इंसान किसी भी कंपनी का प्रमुख व्यक्ति होता है जो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मदद कंपनी के लिए नए नए योजनाएं बनाता है।
अगर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में कंपनी के भविष्य और लक्ष्य को लेकर कोई नई योजनाएं बनाई जाती है तो वो निर्णय चेयरमैन सीईओ को सौंपता है उसके बाद कंपनी में CEO के पद पर नियुक्त व्यक्ति उस निर्णय को इंप्लीमेंट करता है इसके अल्वा जो भी कुछ भी प्रोग्रेस रिपोर्ट होती है या कोई दिक्कत आतीं है तो CEO बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में चेयरमेन और बाकी लोगो के सामने प्रस्तुत करता है।
बहुत सी ऐसी भी कंपनिया भी है जहां चेयरमैन और सीईओ एक ही व्यक्ति होता है लेकिन अक्सर बड़ी कंपनियों सीईओ के पद पर अलग व्यक्ति को नियुक्त करती है ताकी किसी विशेष व्यक्ति पर ज्यादा लोड ना हो सके।
किसी भी कंपनी मे चेयरमैन के पद पर कौन नियुक्त होगा इसका निर्णय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग मे जितने भी मेंबर होते हैं उन सभी की आपसी सहमति से लिया जाता है इसलिए ये मुमकिन है की अगर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स चाहे तो चेयरमैन पदों पर बदलाव कर सकते हे लेकिन अक्सर यही देखा गया है कि जिस व्यक्ति ने कंपनी शुरू किया है वही कंपनी में चेयरमैन होता है।
मैनेजिंग डायरेक्टर [MD] क्या होता है
MD यानी मैनेजिंग डायरेक्टर वह व्यक्ति होता है जो कंपनी का निर्देशक होता है, इनका मुख्य कार्य कम्पनी में C.E .O. द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार कर्मचारियों से काम करवाना है।
किसी भी Company में जो दिन-प्रतिदिन के मामले झेलने करने पड़ते हैं उसे M.D. संभालता है और वो C.E.O. को हर काम की Report देता है किसी भी कंपनी मे आप 5 साल से ज्यादा M.D. के पद पर काम नही कर सकते है।
Mukesh Ambani रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दोनो है हालाकि किसी भी कंपनी मे एक से अधिक मैनेजिंग डायरेक्टर हो सकते हैं लेकिन Cheif Managing Director एक ही होता है। कंपनी के कर्मचारी मैनेजिंग डायरेक्टर से मिले निर्देश के अनुसार ही काम करते है अगर MD किसी भी प्रकार का कोई भी फैसला लेना चाहता है तो उसे पहले CEO से परमिशन लेनी होती है।
किसी भी कंपनी मे बिजनेस संबंधित सभी गतिविधियां को मेंजिंग डायरेक्टर के द्वारा ही निर्देशित किया जाता है, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स या जनरल मीटिंग मे निर्णय लेकर कंपनी के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर के पद को संभालने वाले व्यक्ति को चुना जाता है।
इसमें नियम के अनुसार कुछ पद महिलवाओ के लिए भी रिजर्व होते है और इस पद पर हमेशा अनुभवी व्यक्ति को ही नियुक्त किया जाता है क्युकी ये किसी भी कंपनी मे सबसे महत्त्वपूर्ण पदो मे से एक होता है और MD के पोस्ट पर 5 साल पूरा होने के बाद आपको C.M.D यानी Chief Managing Director बना दिया जाता है।
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Chairman और MD के कार्य मे क्या अंतर है
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के Members Shareholders को Represent करते हैं इसमें वो लोग शामिल होते है जिन्होने कंपनी मे पैसा लगाया होता है जितना % Investment उन Shareholders का Company में होता है उतने ही प्रतिशत के वो मलिक होते है और इन सबका प्रमुख Chairman होता है जिसके अंदर सीईओ, सीओओ, एमडी, सीएमडी काम करते है।
और इस पद पर अकसर कंपनी के मालिक ही नियुक्त होते है जैसा कि आप जानते है Chairman और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के द्वारा कंपनी के लिए जो भी निर्णय लिए जाते है उसे पूरा करने की जिम्मेदारी सीईओ की होती है और सीईओ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग में चेयरमैन को रिपोर्ट करता है इसलिए किसी भी कंपनी मे चेयरमैन सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होता हैं |
जब कंपनी के लिए कुछ निर्णय लेकर कोई टारगेट सेट किया जाता है तो उसे पूरा करने का काम सीईओ को सौंपा जाता है जिसके बाद कंपनी का सीईओ उस टारगेट को पूरा करने के लिए C.M.D और MD को फॉरवर्ड करता हैं और उनको इस पर काम करने के लिए बोला जाता हैं जिसके बाद एमडी के पद पर नियुक्त व्यक्ति कंपनी मे सही से संचालन, प्रबंधन व सुपरवाइज करने का काम करता है वो मिले गए निर्देश के अनुसार एंपलॉय से कम करवाता है और वो हमेशा सीईओ को रिपोर्ट करता है।
Chairman और MD के कार्य मे अंतर यही है की चेयरमैन बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर के साथ मिलकर कंपनी को आगे बढ़ाने के लिएं प्लानिंग करता हैं और जो वह जो भी निर्णय होता उसे पूरा करने का काम सीईओ करता है जिसके बाद सीईओ एमडी को निर्देशित करता है और एमडी के बाद नियुक्त व्यक्ति कंपनी के एम्प्लॉय से उस टारगेट को पूरा करने के लिए काम करता है। MD के पद पर बैठने वाले व्यक्ति की बहुत व्यस्तता होती है, इसी कारण से उसकी सहायता के लिए सीओओ की नियुक्ति किया जाता है।
Frequently Asked Questions
चेयरमैन का काम क्या है
चेयरमेन बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर का प्रमुख होता है इनका मुख्य कार्य कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग मे कंपनी के अच्छे भविष्य और ग्रोथ के लिए योजनाएं बनाना है।
कंपनी मे एमडी क्या होता है?
एमडी का पूरा नाम प्रबंध मैनेजिंग डायरेक्टर होता है जैसे C.E.O कंपनी का मार्गदर्शक होता हैं वैसे ही एमडी कंपनी मे निर्देशक होता है अपने सीईओ से जो निर्देश एमडी को मिलता है ठीक उसी प्रकार वो काम अपने कर्मचारियों से करवाता हैं।
मैनेजिंग डायरेक्टर एमडी की कितनी सैलरी होती है।
MD Ki Salary कंपनी से कंपनी निर्भर करता है लेकिन फिर भी नियितम 30 लाख से लेकर 30 करोड़ तक की सैलेरी इनको ऑफर होती है।
managing director kya hai
प्रबंध संचालक एक सीनियर लेवल पोस्ट होता है किसी भी कंपनी मे जो दिन-प्रतिदिन के संचालन का काम संभालने के लिए उत्तरदायी होता है।
क्या सीईओ मैनेजिंग डायरेक्टर से बड़ा पद है
जी हां सीईओ किसी भी कंपनी या संगठन मे सबसे ऊंचा पद होता है, इसलिए वो मैनेजिंग डायरेक्टर की तुलना में बड़ा होता है लगभग सारी कंपनियों मे मैनेजिंग डायरेक्टर सीईओ के अंदर काम करता है।