हम सभी बीमार होनें पर स्वाभाविक रूप से इलाज के लिए डाक्टर पास जाते है | हालाँकि कुछ लोग अपने आस-पास के मेडिकल स्टोर या झोलाछाप डाक्टर से अपना ईलाज करवाते है | जबकि पढ़े-लिखे और समझदार लोग सदैव किसी एमबीबीएस, एमडी डाक्टर को दिखाकर अपना ईलाज करवाते है | आपके अक्सर डाक्टर के नाम के साथ एमबीबीएस, एमडी लिखा हुआ अवश्य देखा होगा |
दरअसल एमबीबीएस (MBBS) मेडिकल के क्षेत्र में एक अथेंटिक डिग्री होती है, दूसरे शब्दों में एमबीबीएस डाक्टर से ईलाज करवाने पर किसी प्रकार के खतरे की संभावना नही होती है | हालाँकि एमबीबीएस मेडिकल के क्षेत्र में एक बेचलर डिग्री है, जबकि एमडी एक मास्टर्स अर्थात पोस्टग्रेजुएट डिग्री है। एमबीबीएस, एमडी का मतलब क्या होता है ? इसके साथ ही आपको यहाँ MBBS, MDS का फुल फॉर्म के बारें में पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
एमबीबीएस का फुल फॉर्म क्या है (MBBS Full Form)
MBBS (एमबीबीएस) का फुल फॉर्म “Bachelor of Medicine and a Bachelor of Surgery (बैचलर ऑफ मेडिसिन ऐंड बैचलर ऑफ सर्जरी)” होता है | एमबीबीएस मेडिकल कॉलेजों (Medical Colleges) और विश्वविद्यालयों (Universities) द्वारा प्रदान की जाने वाली मेडिकल और सर्जिकल मेडिसिन (Surgical Medicine) में एक विशेष स्नातक की डिग्री है। एमबीबीएस विज्ञान और चिकित्सा क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ पेशेवर डिग्री में से एक है।
एमबीबीएस का क्या मतलब होता है (What is The Meaning of MBBS)
एमबीबीएस कक्षा 12 के मेडिकल छात्रों के लिए पूरे देश में सर्जरी और चिकित्सा के क्षेत्र में अध्ययन करने के लिए एक स्नातक कार्यक्रम है। भारत में लगभग 500 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की पेशकश की जाती है | एमबीबीएस में छात्रों को एनईईटी के आधार पर प्रवेश दिया जाता है, जो कि राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। भारत में प्रति वर्ष लगभग 65 हजार से अधिक छात्रों को एमबीबीएस में प्रवेश दिया जाता है। एमबीबीएस और एमडी मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल यूनिवर्सिटी/स्कूल/संस्थान से ग्रेजुएशन के बाद दी जाने वाली मेडिसिन और सर्जरी में पहली दो प्रोफेशनल डिग्री हैं। भारत में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की समय अवधि 5 वर्ष 6 माह निर्धारित है, जिसमें 12 महीने की इंटर्नशिप अनिवार्य है।
एमबीबीएस का कोर्स करने के दौरान छात्र मेडिसिन को समझने के साथ ही इससे सम्बंधित सभी पहलुओं का प्रशिक्षण प्राप्त करते है। इसमें ह्यूमन फिजियोलॉजी, ह्यूमन एनाटॉमी, एप्लाइड फार्माकोलॉजी, एप्लाइड मेडिकल बायोकेमिस्ट्री, ह्यूमन माइक्रोबायोलॉजी, ह्यूमन पैथोलॉजी, डर्मेटोलॉजी, ओटोलरींगोलॉजी, पीडियाट्रिक्स और जनरल सर्जरी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इन प्रमुख क्षेत्रों के अलावा कई अन्य क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है।
एमडी का फुल फॉर्म (MD Full Form)
MD (एमडी) का फुल फॉर्म “Doctor of Medicine (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन)” होता है । डॉक्टर ऑफ मेडिसिन अर्थात एमडी मेडिकल एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के पश्चात 3 वर्षीय स्नातकोत्तर अर्थात पोस्टग्रेजुएट डिग्री है।एनईईटी अर्थात नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त करनें वाले छात्रों को एमडी में प्रवेश दिया जाता है |
एमडी का मतलब क्या होता है (What Does MDMean)
डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन अर्थात एमडी, मेडिसिन के क्षेत्र में एक डॉक्टरेट कोर्स है। इसे जनरल मेडिसिन में एमडी भी कहा जाता है। एमडी का मतलब डॉक्टर ऑफ मेडिसिन होता है। एमडी मेडिकल में पोस्टग्रेजुएट डिग्री है, जबकि एमबीबीएस अंडरग्रेजुएट (Undergraduate) डिग्री है। कोई भी छात्र एमबीबीएस की डिग्री पूरी करने के बाद ही एमडी कर सकता है। हालाँकि कुछ देशों मेंएमडी को पीएचडी के बराबर माना जाता है।
एमडी विशेषज्ञता में स्त्री रोग, नेत्र विज्ञान, दंत चिकित्सा, बाल रोग आदि शामिल हैं। इस प्रकार यह डिग्री फार्मास्यूटिकल सेक्टर में एक छात्र विशेषज्ञ बनाती है। एमडी मेडिकल क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध कोर्स में से एक है। एमडी मेडिकल एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के बाद प्राप्त 3 साल की स्नातकोत्तर डिग्री है। इस डिग्री के अंतर्गत कई विषय कैसे कार्डियोलॉजी, क्लिनिकल फार्माकोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, नियोनेटोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो रेडियोलॉजी, पल्मोनरी मेडिसिन, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और रुमेटोलॉजी हैं।
एमबीबीएस की तुलना में एमडी उच्च डिग्री है। एमबीबीएस की तरह छात्र चिकित्सा के लगभग सभी क्षेत्रों में अध्ययन करते हैं, जबकि एमडी कोर्स के दौरान छात्र सिर्फ एक विषय में गहन अध्ययन करते है अर्थात किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करते है | एमडी और एमबीबीएस दोनों ही मेडिकल डिग्री हैं परन्तु यह एक दूसरे से अलग हैं। एमबीबीएस कोर्स के दौरान छात्रों को थ्योरी बेस पर अध्ययन कराया जाता है, जबकि एमडी कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को व्यावहारिक प्रशिक्षण (Practical Training) पर अधिक ध्यान देना होता है |
डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं
एमडीएस का फुल फॉर्म क्या है (Full Form of MDS)
MDS (एमडीएस) का फुल फॉर्म “Master of Dental Surgery (मास्टर्स ऑफ डेंटल सर्जरी)” होता है | एमडीएस दंत चिकित्सा के क्षेत्र में हाईएस्ट एकेडमिक डिग्री है। इस डिग्री को करने के बाद आप दंत चिकित्सा विशेषज्ञ बन सकते है। एमडीएस कोर्स को करने के लिए छात्रों के पास बीडीएस (BDS) डिग्री होना आवश्यक है |
एमडीएस का क्या मतलब होता है (What Does MDSMean)
एमडीएस या मास्टर इन डेंटल सर्जरी चिकित्सा विज्ञान का एक विशेष क्षेत्र है | एमडीएस दंत चिकित्सा के क्षेत्र में सर्वोच्च शैक्षणिक डिग्री है। इस डिग्री को करने के बाद कोई भी छात्र इस क्षेत्र में विशेषज्ञ बन सकता है।
एमडीएस कोर्स का अध्ययन करनें के लिए छात्रों को सबसे पहले बीडीएस (BDS) करना आवश्यक होता है | यदि आप एमडीएस का कोर्स करना चाहते है, तो इसके लिए आपको बीडीएस (BDS) अच्छे अंको से पास करना आवश्यक होता है | बीडीएस कोर्स कम्प्लीट करनें के पश्चात एमडीएस कोर्स में एडमीशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होता है | इस प्रवेश परीक्षा में सफलता र्पप्त करनें के पश्चात आप एमडीएस कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर सकते है |
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि एमडीएस कोर्स की समय अवधि 3 वर्ष निर्धारित है परन्तु पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा वाले छात्र इस कोर्स को 2 वर्ष में अपनी एमडीएस डिग्री पूरी कर सकते हैं।देश भर में एमडीएस कोर्स में एडमीशन के लिएअभ्यर्थियों को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट मास्टर्स ऑफ डेंटल सर्जरी (NEET MDS) में सफलता प्राप्त अकर्ण आवश्यक होता । हालांकि, एम्स और जेआईपीएमईआर (JIPMER) की अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, क्योंकि संस्थान संसद अधिनियम के अंतर्गत आईएनआई (INI) के अंतर्गत स्थापित किए गए थे।