Medical Store का लाइसेंस कैसे बनता है ?



हमारे देश में जब भी कोई बीमार होता है तो वह चिकित्स्क के पास उस रोग के ईलाज के लिए जाता है। ईलाज के दौरान मरीज़ को दवाई लेने की सलाह भी दी जाती है जोकि वह मेडिकल स्टोर से प्राप्त कर सकते हैं। मेडिकल स्टोर (Medical Store) खोलकर लोग मरीज़ों की मदद भी कर पाते हैं और खुद भी रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं।

लेकिन क्या आपको मालूम है की मेडिकल स्टोर खोलने के लिए भी लाइसेंस की आव्यशकता होती है। जी हाँ! यदि आप अपना मेडिकल स्टोर खोलकर दवाईयां बेचना चाहते हैं तो आपको इसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस कैसे बनता है और साथ ही साथ आपकी सहायता के लिए कुछ अन्य जानकारियां भी देंगे। इसलिए इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना आवश्यक समझें।

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मेडिकल स्टोर (Medical Store) लाइसेंस का उद्देश्य

हमारे देश में दवाओं के दुरूपयोग से बचने के लिए हर मेडिकल स्टोर मालिक के पास दवाओं के बेचने के लिए लाइसेंस होना आवश्यक है। कोई भी व्यक्ति बिना लाइसेंस के हमारे देश में दवाओं को नहीं बेच सकता।

कई बार ऐसी भी स्थिति आ जाती है जिस कारण नाबालिगों को दवाई बेचीं जाती है यह गलत उपयोग के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है। इन चीज़ों से बचने के लिए ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत सभी दवाओं और कॉस्मेटिक पदार्थों के विक्रेताओं के पास ड्रग्स लाइसेंस होना जरूरी है। इसके अलावा दवाओं के आयत और निर्यात के नियंत्रण के लिए भी सरकार ड्रग्स लाइसेंस प्रदान करती है।

मेडिकल स्टोर (Medical Store) लाइसेंस प्राप्त करने के लिए किन चीज़ों को ध्यान में रखें

मेडिकल स्टोर (Medical Store) का लाइसेंस प्राप्त करने से पहले कुछ बातें हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए। इनकी जानकारी हम निम्नलिखित आपको बता रहे हैं-

  • Technical Staff – मेडिकल स्टोर लाइसेंस प्राप्त करने से पहले अपने स्टोर में कुछ कर्मचारी जरूर रखें जिन्हें दवाओं को बेचने का कम से कम 1 वर्ष का अनुभव हो। यदि कर्मचारी अंडर ग्रेजुएट हैं तो और भी अच्छी बात है।
  • Pharmacist – यदि आप खुदरा का थोक रूप में व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपके पास 1 से लेकर 4 वर्षों तक अनुभव या स्नातक डिग्री जरूर होनी चाहिए।
  • Space Requirement – मेडिकल स्टोर के लिए आपके पास कम से कम 10 वर्ग मीटर Space होनी चाहिए। मेडिकल स्टोर की स्पष्ट ऊंचाई भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता, 2005 के तहत निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार तय की जाती है।
  • Storage Facility – इसके अलावा आपको अपने स्टोर में दवाओं के भंडारण की व्यवस्था भी करनी होगी। कुछ दवाओं को कम तापमान में रखने की जरूरत होती है जिस वजह से आपके स्टोर पर एयर कंडीशनर और रेफ्रीजिरेटर का होना अति आवश्यक हो जाता है।

मेडिकल स्टोर (Medical Store) लाइसेंस के लिए पात्रता मापदंड

मेडिकल स्टोर (Medical Store) का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मापदंड तय किये गए हैं। इसके लिए आपके पास निम्नलिखित कोई भी डिग्री होनी चाहिए जिसके पश्चात आप अपने मेडिकल स्टोर के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए योग्य हो जाते हैं:-

मेडिकल स्टोर (Medical Store) की लाइसेंस की प्राप्ति के लिए जरूरी दस्तावेज़

यदि आप मेडिकल (Medical Store) स्टोर का लाइसेंस प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ दस्तावेज़ों की जरूरत होती है जिन्हें आपको लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय पहले ही एकत्रित कर लेना चाहिए। ताकि आवेदन के दौरान आपको किसी भी मुश्किल का सामना ना करना पड़े। इन दस्तावेज़ों की जानकारी कुछ इस प्रकार है:-

  • जिसे लाइसेंस के लिए आवेदन करना है उसका नाम, पता, पद और साइन किये हुए कवर लेटर।
  • फार्म डिग्री का प्रमाण पत्र जो होता है उसकी फोटोकॉपी।
  • यदि आपने अपने मेडिकल स्टोर के लिए फार्मासिस्ट को रखा है तो उसकी नियुक्ति का पत्र।
  • दुकान के जरूरी दस्तावेज़ जैसे कि दुकान किराए पर है या एग्रीमेंट पर।
  • दो रंगीन पासपोर्ट साइज़ तस्वीरें।
  • ड्रग लाइसेंस की जो फीस होती है उसके चालान की फोटोकॉपी।
  • मेडिकल स्टोर की व्यवसाय योजना की फोटोकॉपी।
  • मेडिकल स्टोर पर रखे जाने वाले रेफ्रीजिरेटर की खरीद की फोटोकॉपी।

मेडिकल स्टोर (Medical Store) बिज़नेस का रेजिस्ट्रेशन

मेडिकल स्टोर रजिस्ट्रेशन के लिए आप अपने व्यवसाय को आप चार श्रेणियों के अंतर्गत रजिस्टर करवा सकते हैं। इन सभी श्रेणियों की जानकारी हम निम्नलिखित आपको हम बताने जा रहे हैं:-

टाउनशिप फार्मेसी

जब किसी विशेष इलाके में मेडिकल स्टोर को खोला जाता है उसे टाउनशिप फार्मेसी कहा जाता है। इस प्रकार के मेडिकल स्टोर इलाके में रह रहे लोगों की दवाओं की आव्यशकताओं को पूरा करते हैं।

हॉस्पिटल फार्मेसी

आप जब भी किसी अस्पताल में गए होंगे तो आपने देखा होगा कि उसके अंदर एक मेडिकल स्टोर होता है जो जल्द से जल्द मरीज़ों के लिए दवाओं की आव्यशकताओं की पूर्ति करता है। इस प्रकार के मेडिकल स्टोर को ही हॉस्पिटल फार्मेसी कहा जाता है।

स्टैंड अलोन फार्मेसी

स्टैंड अलोन फार्मेसी के अंतर्गत रिहायशी इलाकों में मेडिकल स्टोर खोले जाते हैं। जैसे कि किसी सोसाइटी या कॉलोनी आदि में मेडिकल स्टोर को खोलना आदि।

चेन फार्मेसी

जो मेडिकल स्टोर कंपनियां फ्रेंचाइज़ी को प्रदान करके अपने व्यवसाय का विस्तार करती हैं और अपनी कंपनी को एक ब्रांड बना लेती हैं वह चेन फार्मेसी कहलाती हैं। इन मेडिकल स्टोर की शाखाएं राज्य भर के अंदर एक या इससे ज़्यादा होती हैं। आपने भी अपोलो फार्मेसी, संजीवनी फार्मेसी और सिप्ला फार्मेसी आदि का नाम जरूर सुना होगा जोकि इस श्रेणी के अंतर्गत ही आती हैं।

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मेडिकल स्टोर (Medical Store) के लिए नियम व शर्तें

मेडिकल स्टोर के लिए कुछ आवश्यक नियम व शर्तें होती हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है। इन नियमों और शर्तों की जानकारी कुछ इस प्रकार है:-

  • आपके व्यवसाय का GST रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
  • आपके मेडिकल स्टोर पर रेफ्रीजिरेटर होना अति आवश्यक है।
  • आपके मेडिकल स्टोर के Working Hours के दौरान फार्मासिस्ट का स्टोर में मौजूद होना बहुत जरूरी है।
  • आपके पास फार्मासिस्ट की डिग्री होना आवश्यक है।

मेडिकल स्टोर (Medical Store) का लाइसेंस कैसे बनता है

उत्तर प्रदेश में मेडिकल स्टोर के लाइसेंस बनवाने के लिए आपको अपने राज्य सरकार की अधिकारित फ़ूड सेफ्टी एंड एडमिनिस्ट्रेशन की वेबसाइट पर विजिट करना होगा। आपको बता दें कि सभी राज्यों में मेडिकल स्टोर लाइसेंस के आवेदन की प्रक्रिया एक जैसी ही होती है इसलिए निम्नलिखित हम उत्तर प्रदेश की वेबसाइट की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं:-

  • सर्वपर्थम उत्तर प्रदेश की फ़ूड सेफ्टी एंड एडमिनिस्ट्रेशन की अधिकारित वेबसाइट पर विजिट करें।
  • यहां पर आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा जिसमें आपको स्क्रॉल करके Apply for online drug license के विकल्प करना है।
  • इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा जिसमें लाइसेंस के बारे में कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई होगी। इस जानकारी को आप पढ़ सकते हैं और उसके बाद Click here to proceed further पर क्लिक करदें।
  • अब ऊपर मेन्यू बार में Register के बटन पर क्लिक करके Technical Person के विकल्प पर क्लिक कर देने के बाद Register के बटन पर क्लिक करदें।
  • अब आपको अपना आधार नंबर निर्धारित बॉक्स में भरना है जिसके बाद आपके आधार से जुड़े मोबाईल नंबर पर आपको OTP प्राप्त होगा।
  • OTP के प्राप्त होने के बाद बॉक्स में इसे भरें और Submit के बटन पर क्लिक करदें।
  • इसके बाद आपको अपनी कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी भरनी होगी जैसे कि आपकी लेटेस्ट फोटो, नाम, पता और आईडी आदि। साथ ही साथ आपको एक पासवर्ड भी बनाना होगा जोकि भविष्य में इस वेबसाइट पर लॉगिन करते समय आपके काम आएगा। यह सारी जानकारी भरने के बाद Registration के बटन पर क्लिक करें और दिए गए मोबाईल नंबर पर आए OTP को बॉक्स में फिल करें।
  • अब वापिस इस वेबसाइट पर विजिट करें और Login के बटन पर क्लिक करके अपनी आईडी और पासवर्ड भरके वापिस लॉगिन हो जाएं।
  • आपको यहां पर आपकी सारी जानकारी दिख रही होगी कर कई सारे विकल्प दिख रहे होंगे।
  • इन विकल्पों में से आपको Update Profile के बटन पर क्लिक कर लेना है और सारी जानकारी सही तरीके से भर देनी है।
  • अब आपको आवश्यक डॉक्यूमेंट पीडीएफ फाइल के रूप में अपलोड करने हैं।
  • अपलोड कर देने के बाद Upload and Save के बटन पर क्लिक करें और सभी डॉक्यूमेंट इसी प्रकार से अपलोड करदें ।
  • सभी Documents को अपलोड करने के बाद सेव के बटन पर क्लिक करदें जिसके बाद आप वापिस डैशबोर्ड पर पहुँच जाएंगे।
  • अब आप ने मेडिकल स्टोर के लिए आवेदन कर दिया है और अप्रूवल होने के पश्चात आपको अपना लाइसेंस प्राप्त हो जाएगा। इसकी जानकारी आपको अपने मोबाईल नंबर और ईमेल आईडी द्वारा मिल जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप दी गई जानकारी में कोई बदलाव करना चाहते हैं तो अप्रूवल से पहले कर सकते हैं परंतु अप्रूवल के बाद आप कोई भी Changes नहीं कर सकते।

मेडिकल स्टोर लाइसेंस से संबंधित हेल्पलाइन नंबर

मेडिकल स्टोर के लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय आपको यदि कोई समस्या आ रही है तो आप इनके टोल फ्री नंबर या ईमेल आईडी पर इन्हें संदेश भेज सकते हैं। यह आपकी समस्याओं का समाधान जरूर करेंगे। बता दें कि आप इनके कस्टमर सपोर्ट से सोमवार से लेकर शुक्रवार तक हर हफ्ते सुबह 10 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।

  • Email – fdaupgov@gmail.com (For Food Safety), upfdadrug@gmail.com (For Drug)
  • Toll Free Number – 1800 – 180 – 5533

D Pharma क्या होता है ?

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