ओपीडी चिकित्सीय क्षेत्र से सम्बंधित एक विभाग है, यह अस्पताल के कर्मचारियों तथा रोगियों के मध्य संपर्क की प्रथम कड़ी है, प्रत्येक अस्पताल में रोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ओपीडी का विभाग प्रथम तल पर स्थित होता है |
अस्पताल में चिकित्सा के उद्देश्य से आने वाला प्रत्येक रोगी सर्वप्रथम ओपीडी विभाग के चिकित्सक से ही संपर्क करता है तथा ओपीडी विभाग का मुख्य कार्य रोगी को उचित परामर्श प्रदान कर इलाज करना होता है | यहां पर आपको “ओपीडी (OPD) क्या होता है, फुल फॉर्म, पूरा नाम, OPD रजिस्ट्रेशन कैसे होता है” इससे सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई गयी है |
ओपीडीक्या का क्या मतलब होता है?
ओपीडी (OPD) विभाग द्वारा रोगी को चिकित्सा तथा चिकित्सा से सम्बंधित अस्पताल की अन्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है,जब कोई मरीज पहली बार चिकित्सा के लिए अस्पताल जाता है, तो सबसे पहले वह ओपीडी विभाग में जाता है | आपकी बीमारी के अनुसार ओपीडी का चिकित्सक तय करता है, की रोगी को उचित इलाज के लिए ओपीडी के किस विभाग में भेजना है | ओपीडी अस्पताल के समग्र संचालन का महत्वपूर्ण भाग होता है, जो केवल इमरजेंसी सेवा नहीं को छोड़कर समस्त उपचार के लिए मदद करता है | वर्तमान समय में आधुनिक ओपीडी विभाग में चिकित्सीय उपचार सेवाओं के आलावा शल्य चिकित्सा तथा परिक्षण प्रक्रियाओं की एक सम्पूर्ण श्रंखला प्रदान की जाती है |
ओपीडी विभाग में दो प्रकार के रोगी इलाज के लिए आये है, पहले प्रकार के रोगी अस्पताल में अपने रोग से सम्बंधित परामर्श लेकर वापस चले जाते है, जिन्हे भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है तथा दूसरे प्रकार के रोगी जिन्हे चिकित्सा के साथ समय-समय पर देख-रेख की आवश्यकता होती है, उन्हें अस्पताल में एक दिन या उससे अधिक समय के लिए भर्ती कराया जाता है | रोगो के इलाज के अनुसार ओपीडी को अनेक विभागों में विभाजित किया जाता है जैसे बाल रोग विभाग, स्त्री रोग विभाग, हड्डी रोग विभाग, सामान्य चिकित्सा विभाग, न्यूरोलॉजी विभाग आदि |
ओपीडी का फुलफॉर्म (Full form of OPD)
ओपीडी (OPD) का फुलफॉर्म “Outpatient Department” (आउटपेशेंट डिपार्टमेंट) होता है जिसका हिंदी में मतलब “बाह्य रोगी विभाग” कहाँ जाता है| यह किसी भी अस्पताल का महत्वपूर्ण अंग माना जाता है, ओपीडी से ही पता चलता है, कि कौन सा डॉक्टर कितने समय और किस दिन परामर्श या उपचार हेतु बैठेंगे |
ओपीडी के विभाग (Department of OPD)
रोगो की चिकित्सा के आधार पर ओपीडी को अलग-अलग विभागों में विभाजित किया जाता है, वह इस प्रकार है
- न्यूरोसर्जरी (Neurosurgery)
- कार्डिओ थैरैसिक सर्जरी (Cardio Thoracic Surgery)
- जनरल एवं लैप्रोस्कोपी सर्जरी (General & Laparoscopy Surgery)
- ऑर्थोपेडिक्स एवं जॉइंट रेप्लेस्मेंट सर्जरी(Orthopedics& Joint Replacement Surgery)
- नेफ्रोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी (Nephrology & Renal Transplant Surgery)
- गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी एंड हेपटोलाजीइंटरनल मेडिसिन (Gastroenterology &Herpetology Internal Medicine)
ओपीडी विभाग की सेवाएं (Services of OPD)
- परामर्श कक्ष(Consultation Chambers)
यह ओपीडी का वह विभाग होता है जिसके अंतर्गत रोगी को चिकित्सा, आहार विज्ञान, सर्जिकल और विशेषज्ञों द्वारा परामर्श दिया जाता है|
- परीक्षा कक्ष (Examination Rooms)
इस विभाग का कार्य रोगियों की जांच करना तथा मरीज की बीमारी का पता लगाना होता है|
- निदानिकी (Diagnostics)
यह ओपीडी विभाग का संग्राहक बिंदु होता है, जहा रेडियोलोजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और अन्य चिकित्सीय सुविधाएं के लिए सैम्पल एकत्र किये जाते है |
- फार्मेसी (Pharmacy)
ओपीडी के इस विभाग के द्वारा रोगियों को दवाये उपलब्ध कराई जाती है |
ओपीडी के लाभ (Benefits of OPD)
- ओपीडी विभाग में चिकित्सा करवाने पर भर्ती होने की अपेक्षा कम खर्च में इलाज हो जाता है |
- मामूली शल्य चिकित्साए पूर्ण रूप से सही होती है |
- छूने से फैलने वाले रोगो की निगरानी तथा नियंत्रण पर ध्यान दिया जाता है |
- मेडिकल, नर्सिंग स्टाफ, पैरा मेडिकल तथा आने वाले चिकित्सको को एक प्रशिक्षण का आधार प्रदान करता है |
- आकस्मिक सम्बन्धी परिस्थितियों में चिकित्सा, ऑन कॉल पर चिकित्सको की व्यवस्था तथा एम्बुलेंस की सुविधा प्रदान करती है |
- ओपीडी विभाग चिकित्सा, उपचार तथा दवाओं की एक श्रंखला प्रस्तुत करता है |
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ओपीडी के लिए पंजीकरण (Registration for OPD)
ओपीडी विभाग के लिए पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) करने की दो प्रक्रियाएं होती है वह इस प्रकार है :-
ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया (Offline Registration Process)
इस प्रक्रिया के अंतर्गत आपको अस्पताल के काउंटर पर जाकर अपना पंजीकरण कराने के लिए सबसे पहले लाइन में लगना होता है, आपका नंबर आने पर निर्धारित शुल्क तथा आवश्यक दस्तावेज जमा करके आपको पंजीकरण करवाना होता है इस प्रकार से आपका पंजीकरण हो जाता है |
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया (Online Registration Process)
बहुत से बड़े अस्पतालों में ओपीडी विभाग तक पहुंच पाना आसान नहीं होता है, देर रात से लम्बी लाइनों में लगने के बाद भी कभी-कभी रोगी ओपीडी समय भी समाप्त हो जाता है, जिससे रोगी को चिकित्सीय परामर्श के लिए अगले दिन तक इंतजार करना पड़ता है| इसके लिए आप ऑनलाइन पंजीकरण करवा कर इस असुविधा से बच सकते है, ऑनलाइन पंजीकरण के लिए आप अस्पताल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवश्यक दस्तावेज देकर करा सकते है, पंजीकरण होने के बाद फॉर्म का प्रिंट आउट लेकर आपको सुबह ओपीडी में जाना होता है | इसके जरिये अपोइनमेंट मिलने के बाद आप निर्धारित समय पर जाकर इलाज करवा सकते है |
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यहाँ आपको ओपीडी (OPD) के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी गई है अब आशा है आपको जानकारी पसंद आयी होगी | यदि आप इससे संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव प्रकट करे, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही उत्तर देने का प्रयास किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |
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