असम के समीप मौजूद त्रिपुरा (Tripura) राज्य प्राकृतिक दृष्टि से एक बहुत ही सुंदर प्रदेश माना जाता है। त्रिपुरा राज्य को जंगलों का राज्य भी कहा जाता है, क्योंकि यहां पर बड़े पैमाने पर घने जंगल मौजूद है।
इसके अलावा यहां पर कई नदी, पहाड़ भी मौजूद है साथ ही कई झरने भी है। साल भर त्रिपुरा राज्य का मौसम काफी सुहावना रहता है और स्वास्थ्य के नजरिए से यहां की जलवायु लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। त्रिपुरा राज्य में ही बॉलीवुड के महान संगीतकार सचिन देव बर्मन का जन्म हुआ था। इस आर्टिकल में हम आपको “त्रिपुरा में कुल कितने जिले हैं” अथवा “त्रिपुरा के सभी जिलों के नाम” बता रहे हैं।
त्रिपुरा में कितने जिले हैं ?
त्रिपुरा में कुल 8 जिले मौजूद है, क्षेत्रफल के नजरिए से हमारे भारत देश का दूसरा सबसे छोटा राज्य त्रिपुरा ही है, इसलिए यहां मौजूद जिलों की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है।
हालांकि अपनी ऐतिहासिक विरासत और प्राकृतिक खूबसूरती की वजह से यहां पर बड़े पैमाने पर हर साल सैलानी घूमने के लिए आते हैं। त्रिपुरा में मुख्य तौर पर चाय और जूट की खेती की जाती है। इसके अलावा यहां पर हस्तशिल्प उद्योग भी बड़े पैमाने पर फल फूल रहे हैं। यहां पर लकड़ियों के द्वारा कई सामान बनाए जाते हैं जिसे भारत के दूसरे राज्यों में और विदेशों में बेचने के लिए भेजा जाता है।
त्रिपुरा का मानचित्र (नक्शा)
त्रिपुरा के सभी जिलों के नाम | List of Districts in Tripura
- धलाई जिला
- उत्तर त्रिपुरा जिला
- दक्षिणी त्रिपुरा जिला
- पश्चिम त्रिपुरा जिला
- खोवाई जिला
- सिपाहीजाला जिला
- गोमती जिला
- उनाकोटी जिला
त्रिपुरा का सबसे बड़ा जिला
त्रिपुरा में सबसे बड़ा जिला पश्चिम त्रिपुरा जिला है। इसके पश्चात दक्षिण त्रिपुरा जिला, उसके पश्चात उत्तरी त्रिपुरा जिला और फिर धलाई का नंबर आता है।
त्रिपुरा का सर्वाधिक/कम क्षेत्रफल वाला जिला
त्रिपुरा राज्य का कुल क्षेत्रफल 10486 वर्ग किलोमीटर है। बात करें अगर त्रिपुरा के सर्वाधिक क्षेत्रफल वाले जिले की तो पहले स्थान पर पश्चिम त्रिपुरा जिले का नाम आता है जिसका कुल क्षेत्रफल 3057 वर्ग किलोमीटर है। त्रिपुरा जिले में सबसे कम क्षेत्रफल उत्तरी त्रिपुरा जिले का है, जिसका कुल क्षेत्रफल 2036 वर्ग किलोमीटर है।
त्रिपुरा का सर्वाधिक/कम साक्षरता वाला जिला
त्रिपुरा की कुल साक्षरता दर 87.22 प्रतिशत है जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 91.52% और महिलाओं की साक्षरता दर 82.73 प्रतिशत है। त्रिपुरा में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे लोग पश्चिम त्रिपुरा जिले में निवास करते हैं।
बता दें कि पश्चिम त्रिपुरा जिले की कुल आबादी में से तकरीबन 88.69 प्रतिशत आबादी पढ़ी लिखी है। इसके अलावा सबसे कम पढ़ी-लिखी आबादी दक्षिण त्रिपुरा जिले में निवास करती है, जहां की सिर्फ 84.66 प्रतिशत आबादी ही पढ़ी लिखी है।
त्रिपुरा का सर्वाधिक कम/लिंगानुपात वाला जिला
त्रिपुरा राज्य में आवश्यक लिंगानुपात 960 है। राज्य में लिंगानुपात के मामले में पहले स्थान पर उत्तरी त्रिपुरा जिला विराजमान है। उत्तरी त्रिपुरा जिले का औसत लिंगानुपात 967 है। वहीं अगर सबसे कम लिंगानुपात वाले जिले की बात करें तो सबसे कम लिंगानुपात त्रिपुरा के ढलाई जिले का है। ढलाई जिले का लिंगानुपात सिर्फ 944 ही है।
त्रिपुरा का सर्वाधिक कम जनसंख्या घनत्व वाला जिला
त्रिपुरा का कुल जनसंख्या घनत्व 350 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। राज्य में जनसंख्या घनत्व के मामले में पहले स्थान पर पश्चिम त्रिपुरा जिला है।
यहां का जनसंख्या घनत्व 973 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। इसके अलावा सबसे कम जनसंख्या घनत्व ढलाई जिले का है, जहां का जनसंख्या घनत्व 157 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।
पश्चिम बंगाल में कितने जिले हैं
त्रिपुरा में घूमने की जगह | Tourist Places in Tripura
त्रिपुरा में घूमने लायक बहुत सी अनजान जगह मौजूद है। अगर आप हरियाली को पसंद करते हैं साथ ही प्राकृतिक वातावरण को पसंद करते हैं तो त्रिपुरा आपको अवश्य पसंद आएगा। नीचे त्रिपुरा में घूमने लायक कुछ प्रमुख जगह की जानकारी हम आपको दे रहे हैं।
उज्जयंता महल
साल 1899 से लेकर के वर्ष 1901 के बीच में उज्जयंता महल का निर्माण महाराज राधा किशोर के द्वारा अगरतला शहर में करवाया गया था। हालांकि साल 2012 में इस पर कार्यवाही करते हुए इसे विधानसभा के तौर पर तब्दील कर दिया गया।
इस महल के अंदर हिंदू धर्म के बहुत सारे मंदिर मौजूद है। अगर आप वास्तु कला को देखने के शौकीन हैं तो आपको अवश्य ही इस महल को एक बार विजिट करना चाहिए क्योंकि इस महल में शानदार वास्तुकला आपको दिखाई देगी।
नीरमहल
त्रिपुरा राज्य की राजधानी अगरतला से तकरीबन 50 किलोमीटर की दूरी पर नीरमहल मौजूद है, जो इंडिया के फेमस जल महल में शामिल है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नीरमहल रुद्रसागर झील के बिल्कुल बीच में मौजूद है। इसीलिए इसे द लेक पैलेस ऑफ त्रिपुरा भी कहा जाता है।
त्रिपुरा घूमने जाने वाले लोगों को नीरमहल को अवश्य ही घूमना चाहिए, क्योंकि यहां पर बेहतरीन वास्तुकला आपको दिखाई देगी। इसके अलावा यहां पर आप वॉटर स्पोर्ट्स के मजे भी ले सकते हैं।
हेरिटेज पार्क
साल 2012 में हेरिटेज पार्क का निर्माण किया गया था, जो कि अगरतला शहर से सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर ही मौजूद है। हेरिटेज पार्क को अगरतला का सबसे बड़ा पार्क कहा जाता है।
बच्चों के लिए इस पार्क में कई झूले रखे गए हैं। हालांकि इस पार्क में आपको ज्यादा कुछ नहीं दिखाई देगा परंतु इस पार्क की हरियाली अवश्य ही आप का मन मोह लेगी। आपको ऐसा लगेगा जैसे आप किसी हिल स्टेशन पर मौजूद हैं।
FAQ
त्रिपुरा का सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिला कौन सा है ?
पश्चिम त्रिपुरा जिला
त्रिपुरा का सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला कौन सा है?
उत्तरी त्रिपुरा जिला
त्रिपुरा का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला जिला कौन सा है ?
पश्चिम त्रिपुरा जिला
त्रिपुरा का सर्वाधिक पढ़ा-लिखा जिला कौन सा है ?
पश्चिम त्रिपुरा जिला