प्राचीन समय से ही पश्चिम बंगाल (West Bengal) राज्य भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य बना हुआ है, क्योंकि अंग्रेजों ने अपने समय में इस राज्य में कई औद्योगिक इकाइयां स्थापित की थी, साथ ही कई ब्रिटिश कंपनीयों के हेड क्वार्टर भी इसी जगह पर स्थापित किए थे। आज हम इस लेख में पश्चिम बंगाल में कुल कितने जिले हैं ? इस विषय पर विस्तार से जानेंगे।
पश्चिम बंगाल में ही दार्जिलिंग जैसा प्रसिद्ध हिल स्टेशन मौजूद है। इसके पड़ोसी के तौर पर नेपाल, ओडिशा, झारखंड, बांग्लादेश, असम, भूटान और बिहार का नाम आता है। मुख्य तौर पर पश्चिम बंगाल राज्य में बंगाली भाषा बोली जाती है। इसके अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषी लोग भी यहां पर रहते हैं। आइए जानते हैं |
पश्चिम बंगाल में कितने जिले हैं ?
वर्तमान समय में पश्चिम बंगाल राज्य में कुल 23 जिले मौजूद हैं। साल 2017 तक इस राज्य में सिर्फ 21 ही जिले थे परंतु इसी वर्ष वर्धमान जिले को कुल 2 भागों में विभाजित किया गया और पूर्वी वर्धमान और पश्चिमी वर्धमान, इस प्रकार के 2 नए जिलों को पश्चिम बंगाल राज्य में शामिल किया गया।
इस प्रकार साल 2022 में पश्चिम बंगाल राज्य में कुल जिलों की संख्या 23 है। इस राज्य की राजधानी कोलकाता शहर है और बंगाल राज्य में कुल गांवों की संख्या 40996 है ।
बंगाल का नक्शा (Map of West Bengal)
पश्चिम बंगाल के सभी जिलों के नाम | List of Districts in West Bengal
- दक्षिण दिनाजपुर जिला
- पुरुलिया जिला
- दक्षिण 24 परगना जिला
- उत्तर 24 परगना जिला
- नादिया जिला
- मुर्शिदाबाद जिला
- पूर्ब मेदिनीपुर जिला
- पश्चिम मेदिनीपुर जिला
- मालदा जिला
- कोलकाता जिला
- कूच बिहार जिला
- जलपाईगुड़ी जिला
- हावड़ा जिला
- हुगली जिला
- उत्तर दिनाजपुर जिला
- दार्जिलिंग जिला
- बर्धमान जिला
- बांकुरा जिला
- बीरभूम जिला
- अलीपुरद्वार जिला
- झारग्राम जिला
- पूर्वी वर्धमान
- पश्चिमी वर्धमान जिला
पश्चिम बंगाल के सर्वाधिक साक्षरता वाले जिले
पश्चिम बंगाल राज्य में विभिन्न यूनिवर्सिटी और कॉलेज मौजूद है, जहां से विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा हासिल हो रही है। इसीलिए पश्चिम बंगाल राज्य में साक्षरता का प्रतिशत अच्छा ही है। राज्य में सबसे अधिक पढ़े लिखे लोग पूर्व मेदिनीपुर जिले में रहते हैं, क्योंकि पूर्वी मेदिनीपुर जिले की साक्षरता की दर 87.02 प्रतिशत है।
इसके बाद कोलकाता, उसके पश्चात उत्तर 24 परगना, इसके पश्चात होरा और फिर हुगली जिले का स्थान आता है। नीचे सारणी के माध्यम से यह बताया गया है कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले के बाद कौन-कौन से जिले सर्वाधिक साक्षरता का प्रतिशत रखते हैं।
पूर्ब मेदिनीपुर | 87.02 |
कोलकाता | 86.31 |
उत्तर चौबीस परगना | 84.06 |
होरा | 83.31 |
हुगली | 81.8 |
पश्चिम बंगाल के सर्वाधिक जनसंख्या वाले जिले
साल 2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल राज्य में सबसे अधिक जनसंख्या उत्तर 24 परगना की है। उसके बाद दक्षिण 24 परगना, वर्धमान और फिर मुर्शिदाबाद जिले का स्थान आता है।
उत्तर चौबीस परगना | 10009781 |
दक्षिण चौबीस परगना | 8161961 |
बर्द्धमान | 7717563 |
मुर्शिदाबाद | 7103807 |
पश्चिम बंगाल के सर्वाधिक लिंगानुपात वाले जिले
राज्य में लिंगानुपात के मामले में पहले स्थान पर दार्जिलिंग जिला आता है। दूसरे स्थान पर पश्चिमी मेदिनीपुर जिला आता है और तीसरे स्थान पर हुगली जिला आता है। दार्जिलिंग जिले का लिंगानुपात 970, पश्चिम मेदिनीपुर जिले का लिंगानुपात 966 और हुगली जिले का लिंगानुपात 961 है।
पश्चिम बंगाल का सर्वाधिक भूमि क्षेत्रफल वाला जिला
दक्षिणी 24 परगना जिला पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक भूमि क्षेत्रफल रखने वाला जिला है। यहां का क्षेत्रफल 9960 वर्ग किलोमीटर है। इसके अलावा दूसरे स्थान पर पश्चिम मेदिनीपुर जिले का स्थान आता है। पश्चिम मेदिनीपुर जिले का क्षेत्रफल 9345 वर्ग किलोमीटर है फिर वर्धमान जिले का स्थान आता है जिसका क्षेत्रफल 7024 वर्ग किलोमीटर है।
पश्चिम बंगाल का सर्वाधिक विकास दर वाला जिला
पश्चिम बंगाल का उत्तरी दिनाजपुर जिला विकास दर के मामले में काफी आगे हैं जिसकी मुख्य बात यह कि यहां पर कई औद्योगिक इकाइयां स्थापित है जिसकी वजह से यहां पर लोगों को रोजगार भी प्राप्त होता है। इसके अलावा यहां पर सरकार के द्वारा विशेष तौर पर विकास कार्यों को करवाया जाता है। उत्तरी दिनाजपुर जिले के बाद मालदा जिला और उसके बाद मुर्शिदाबाद जिले का नाम आता है।
उत्तर दिनाजपुर | 23.15% |
मालदह | 21.22% |
मुर्शिदाबाद | 21.09% |
पश्चिम बंगाल का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला जिला
जनसंख्या घनत्व के मामले में पश्चिम बंगाल का कोलकाता जिला पहले स्थान पर आता है और नौवें स्थान पर मालदा जिला आता है।
कोलकाता | 24252 वर्ग किलोमीटर |
होरा | 3300 वर्ग किलोमीटर |
उत्तर चौबीस परगना | 2463 वर्ग किलोमीटर |
हुगली | 1753 वर्ग किलोमीटर |
मुर्शिदाबाद | 1334 वर्ग किलोमीटर |
नादिया | 1316 वर्ग किलोमीटर |
बर्द्धमान | 1100 वर्ग किलोमीटर |
पश्चिम मेदिनीपुर | 1076 वर्ग किलोमीटर |
मालदह | 1071 वर्ग किलोमीटर |
तेलंगाना में कुल कितने जिले हैं ?
पश्चिम बंगाल में घूमने की जगह | Tourist Places In West Bengal
पश्चिम बंगाल में घूमने लायक कई जगह मौजूद है जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए ताकि अगली बार जब आप पश्चिम बंगाल घूमने के लिए जाए तो अपनी पसंदीदा जगह को अवश्य घूमे।
कोलकाता
कोलकाता को अंग्रेजी शासन के दरमियान अंग्रेजों ने कल्चरल सेंटर के तहत डेवलप किया था। अंग्रेजो के द्वारा यहां पर बड़े पैमाने पर औद्योगिक गतिविधियां की जाती थी। कोलकाता शहर पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी भी है। इसे सिटी ऑफ जॉय कहां जाता है।
कोलकाता शहर हर प्रकार से संपूर्ण है। यहां पर आपको संस्कृति भी दिखाई देती है और कला भी दिखाई देती है। कोलकाता शहर में आपको अलग-अलग प्रकार के घाट दिखाई देंगे जहां पर आप शांति से बैठ सकते हैं और चाय पीते हुए शाम का आनंद उठा सकते हैं। इसके अलावा यहां के स्ट्रीट फूड का मजा आप ले सकते हैं और विभिन्न प्रकार के धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकते हैं।
दीघा
यह बंगाल की खाड़ी के पास में मौजूद है और अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, खूबसूरत समुद्र तट के लिए यह दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। अगर आप वीकेंड इंजॉय करना चाहते हैं या फिर अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना चाहते हैं तो आपको इस जगह पर अवश्य ही जाना चाहिए।
यहां पर समुद्र तट के अलावा देवी देवता के धार्मिक मंदिर मौजूद हैं तथा रिसर्च सेंटर और म्यूजियम भी हैं। इसे पश्चिम बंगाल राज्य का सबसे पॉपुलर समुद्री रिसोर्ट कहा जाता है जहां पर सभी वर्ग के लोग जा सकते हैं।
सिलीगुड़ी
सिलीगुड़ी शहर महानंदा नदी के बगल में मौजूद है। यह एक छोटा सा हिल स्टेशन है और इसे नॉर्थ ईस्ट इंडिया का गेटवे भी कहा जाता है।
पर्यटकों के लिए यह जगह बहुत ही खास है और शायद इसीलिए यहां पर होटलों की भरमार है, क्योंकि देश के अलग-अलग इलाके से लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश के भी सैलानी यहां पर आते हैं और यहां के खानपान का आनंद उठाते हैं।
अगर आप प्राकृतिक नजारे का आनंद लेना चाहते हैं तो आपके लिए सिलीगुड़ी से बढ़िया जगह और कोई हो ही नहीं सकती है।
इसी शहर में जल्दापारा राष्ट्रीय उद्यान भी मौजूद है जिसे आप घूम सकते हैं जो कि तकरीबन 215 किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है। जल्दापारा वन्य जीव अभ्यारण में रॉयल बंगाल टाइगर, हाथी, एक सींग वाला गैंडा और हिरण की कई प्रजाति दिखाई देती है।
सुंदरबन
दुनिया भर में सुंदरबन जंगल मैनग्रोव जंगल के लिए प्रसिद्ध है। सुंदरबन जंगल टाइगर रिजर्व भी है। सुंदरवन में तकरीबन 400 से भी ज्यादा रॉयल बंगाल टाइगर मौजूद है।
इसके अलावा यहां पर 30,000 के आसपास चित्तीदार हिरण भी है। सुंदरवन में सबसे ज्यादा सुंदरी पेड़ की संख्या है। आप इस जगह को सुरक्षित स्थान तक घूम सकते हैं और यहां पर ट्रैकिंग करने का मजा भी उठा सकते हैं।
FAQ
बंगाल का सर्वाधिक विकास दर वाला जिला कौन सा है ?
उत्तरी दिनाजपुर
बंगाल की राजधानी क्या है ?
कोलकाता
बंगाल का सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला कौन सा है ?
दार्जिलिंग
बंगाल में सबसे अधिक जनसंख्या कौन से जिले मे है?
उत्तर 24 परगना