सूखे मेवों के नाम हिंदी और इंग्लिश में



हमारे भोजन में ड्राई फ्रूट्स विशेष स्थान रखते हैं, जिनका सेवन करने से हमारी बॉडी को कई लाभ होते हैं। इन्हीं के कारण हम विभिन्न नुकसान तथा बीमारियों से बचे हुए रहते हैं। भारत देश में ड्राई फ्रूट विभिन्न प्रकार के हैं परंतु उनमें से कुछ ड्राई फ्रूट ऐसे है, जिसका सेवन बड़े पैमाने पर लोगों के द्वारा किया जाता है।

ड्राई फ्रूट के तौर पर आपको अधिकतर काजू और बादाम के नाम ही याद आते हैं, परंतु इसके अलावा भी कई सूखा मेवा मौजूद है, जिनका अलग-अलग इस्तेमाल है और जिनमें पोषक तत्वों की मात्रा अलग-अलग है। आइए इस पेज पर जानते हैं, सूखे मेवे के नाम हिंदी और इंग्लिश में जानते हैं।

फलों का नाम हिंदी और अंग्रेजी में

सूखा मेवा क्या है ? What is Dry Fruits in Hindi

ड्राई फ्रूट किसे कहते हैं: कुछ फल और बीज ऐसे है, जिन्हें सुखा कर उपयोग में लाया जाता है ऐसे फलों को सूखा मेवा कहा जाता है, जिसे अंग्रेजी में Dry Fruits कहते हैं। 

इस प्रकार की चीजों में पानी की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है। सूखा मेवा बनाने के लिए चीजों को तेज धूप में सुखाया जाता है। कुछ फल ऐसे है, जो जल्दी सूख जाते हैं और कुछ फल को सूखने में अधिक दिन लगते हैं।

कुछ फल कृत्रिम तरीके से भी सुखाए जाते है। जो सूखे मेवे प्राकृतिक तौर पर सुखाए गए होते हैं उसमें पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है। इसलिए कुछ निश्चित दिनों में डॉक्टर के द्वारा ड्राई फ्रूट्स खाने की सलाह दी जाती है।

 List of Dry Fruits Name in Hindi and English

सूखे मेवे के नामDry Fruits Name in English
काजू Cashew
किशमिश Raisins
सूखी खुबानी Dried Apricot
खजूरDates
सुपारी Betel Nuts
बादाम Almond
पिस्ता Pistachio
मूंगफली Peanuts
चिरोंजी Cudpahnut
छुआराDry Dates
खरबूज के बीज Cantaloupe Seeds
कद्दू के बीज Pumpkin Seeds
मगज / खरबूज के बीज Watermelon Seeds
शाहबलूत  Chestnut
अंजीर Dry Figs
शाहबलूत  Chestnut
अंजीर Dry Figs
अलसी का बीज Flax Seeds
मखाना Lotus Seeds
अखरोट Walnut

फूलों का नाम हिंदी और अंग्रजी में

1: काजू/Cashew

काजू सफेद रंग का एक पौष्टिक पदार्थ होता है और भारत देश में बड़े पैमाने पर काजू का सेवन लोगों के द्वारा किया जाता है। यह एक ऐसा सूखा मेवा है जिसे खाना अधिकतर लोग पसंद करते हैं। हमारे देश में केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा जैसे राज्यो में बड़े पैमाने पर काजू की खेती की जाती है।

इसका आकार काफी छोटा होता है और यह काजू के पेड़ से प्राप्त होता है। मिठाइयों में इसका अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है। जिम जाने वाले लोग अक्सर अपनी बॉडी बनाने के लिए काजू का सेवन दूसरी चीजों के साथ करते हैं। काजू का सेवन करने से हमारी हड्डियां मजबूत बनती है। इसके अलावा यह प्रोटीन का भी बेहतरीन सोर्स माना जाता है।

2: बादाम/Almond

बादाम का साइंटिफिक नाम प्रूनुस डल्शिस होता है। देश में बड़े पैमाने पर बादाम की खेती होती है। यह एक बहुत ही स्वादिष्ट मेवा होता है। 

हिंदी, गुजराती, मराठी और बांग्ला भाषा में इसे बादाम तथा फारसी भाषा में इसे बादाम शोरी कहा जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से बादाम का सेवन करने से बुद्धि और नशो को काफी फायदा मिलता है।

हमारे देश में यह कश्मीर के राज्य का पेड़ माना जाता है। तकरीबन 28 ग्राम बादाम में 160 कैलोरी मौजूद होती है। हालांकि इसका अधिक सेवन करने पर व्यक्ति मोटापे का शिकार हो जाता है। 

बादाम अच्छी मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भी पाया जाता है। एक पका हुआ बादाम हल्के नारंगी रंग का होता है। बादाम में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन और विटामिन ई भी उपलब्ध होता है। बादाम का अधिकतर इस्तेमाल हलवा बनाने के लिए या फिर प्रोटीन पाउडर बनाने के लिए अथवा मिठाइयों में डालने के लिए किया जाता है।

3: छुआरा/Dry Dates

छुआरा कत्थई रंग का होता है। इसका निर्माण करने के लिए खजूर को तेज धूप में सुखाया जाता है और उसके बाद छुहारा बनकर तैयार होता है। यह थोड़ा कठोर होता है और इसके अंदर बीज भी पाया जाता है। 

छुहारा को पौष्टिक तत्वों का भंडार कहा जाता है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार छुहारा में फाइबर, शुगर, कार्बोहाइड्रेट, कॉपर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, आयरन, फास्फोरस के साथ ही कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं, जो अलग-अलग प्रकार से इंसानी बॉडी के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।

इसका सेवन किसी व्यक्ति के द्वारा अगर रोजाना किया जाता है तो इससे उसकी त्वचा स्वस्थ बनती है। दूध के साथ छुहारे का सेवन करने से व्यक्ति की बॉडी में मास का इजाफा होता है।

4: सूखी खुबानी/Dried Apricot

सूखी खुबानी को अंग्रेजी भाषा में ड्राई अपरिकोट कहा जाता है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अंदर कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, आयरन, विटामिन सी के अलावा करॉटिनाइड जैसे फाइटोकेमिकल भी उपलब्ध होते हैं। यह हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माने जाते हैं। 

इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर भी उपलब्ध होता है और इस पर कई रिसर्च हो चुकी है कि फाइबर का सेवन करने से भूख को कंट्रोल में किया जा सकता है। 

प्रेगनेंसी की अवस्था में भी डॉक्टर के द्वारा गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के लिए सूखी खुबानी खाने की सलाह दी जाती है। अगर किसी व्यक्ति की बॉडी में एनीमिया की समस्या है तो सूखी खुबानी का सेवन करना उसके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

5: अंजीर/Dry Figs

अंजीर ड्राई फ्रूट को शहतूत के परिवार का सदस्य माना जाता है। अंजीर के फल का रंग हल्का पीला होता है और जब यह पूरी तरह से पक जाता है तब इसका रंग या तो बैगनी या फिर सुनहरा हो जाता है।

इसके पेड़ की छाल सफेद रंग की तथा चिकनी होती है और मुख्य तौर पर सूखी जगह पर इसकी पैदावार होती है। भारत के पहाड़ी इलाके में बड़े पैमाने पर अंजीर की खेती होती है। 

अंजीर के पेड़ की ऊंचाई तकरीबन 7 से लेकर 10 मीटर के आसपास तक होती है। ऐसा कहा जाता है कि अंजीर का एक पेड़ तकरीबन 100 साल तक चलता है। इसका साइंटिफिक नाम फिकस कैरिका है। भारत के हिमालय जैसे इलाके में भी यह बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं।

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6: किशमिश/Raisins

अंगूर को सुखाकर किसमिस का निर्माण किया जाता है। यह भी एक बहुत ही फेमस और सबसे अधिक खाया जाने वाला ड्राई फ्रूट अर्थात सूखा मेवा होता है। 

खीर का निर्माण करने में किसमिस का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। कहा जाता है कि जो लोग रोजाना सुबह और शाम 12 से 15 किशमिश का सेवन करते हैं 1 महीने में ही उनका वजन अच्छी तरह से बढ़ जाता है।

किशमिश के अंदर विटामिन, मिनरल, आयरन, फाइबर और विभिन्न प्रकार के पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए इसका सेवन करने से हमारी हड्डियां मजबूत बनती है साथ ही यह दांतों को भी मजबूत बनाता है।

 क्योंकि इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है साथ ही दूसरी पौष्टिक चीजें भी पाई जाती है। मिठाई अथवा पकवान का निर्माण करने के लिए किशमिश का इस्तेमाल किया जाता है।

7: मूंगफली – Peanuts

मूंगफली को गरीबों का बादाम भी कहा जाता है। इसमें काफी अच्छी मात्रा में प्रोटीन उपलब्ध होते हैं। जो लोग प्रोटीन की पूर्ति के लिए काजू बादाम नहीं खरीद सकते हैं उन्हें इसकी जगह पर मूंगफली का सेवन करना चाहिए। इसकी कीमत भी काफी कम ही होती है साथ ही यह हर जगह आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

अनुमान के अनुसार मूंगफली में मछली, अंडा, दूध और मांस से भी अच्छी मात्रा में प्रोटीन उपलब्ध होता है। 

मार्केट में मूंगफली का घी भी मिलता है जिसे पीनट बटर कहा जाता है। मूंगफली का सेवन करने से हमारी पाचन शक्ति बेहतरीन बनती है, साथ ही जो लोग अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं उन्हें अवश्य ही मूंगफली का सेवन दूध के साथ या फिर केले के साथ करना चाहिए।

8: पिस्ता – Pistachio

पिस्ता हरे रंग का एक बहुत ही स्वादिष्ट मेवा होता है जिसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल मिठाइयों का टेस्ट और मिठाइयों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह हमेशा ड्राई फ्रूट में अपना स्पेशल स्थान रखता है।

पिस्ता के अंदर पौष्टिक तत्व की भरमार होती है। इसका सेवन करने से हम अपना वजन कंट्रोल कर सकते हैं साथ ही हाई ब्लड प्रेशर और इंसुलिन के लेवल को भी कंट्रोल कर सकते हैं। 

अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान और सीरिया जैसे देशों में बड़े पैमाने पर पिस्ता पाया जाता है। सबसे अधिक इसकी पैदावार ईरान देश में होती है। पिस्ता का वैज्ञानिक नाम Pistacia vera है।

9: सुपारी – Betel Nuts

सुपारी भी ड्राई फूड की कैटेगरी में ही है, परंतु इसका इस्तेमाल मिठाइयों में या फिर पकवान में डालने के लिए नहीं किया जाता है। सुपारी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल लोग पान के साथ खाने के लिए करते हैं। हमारे देश में बनारस जैसे इलाके में इसकी खपत काफी ज्यादा है, क्योंकि बनारसी पान दुनिया भर में मशहूर है।

इसके अलावा हिंदू धार्मिक कामों में सुपारी का इस्तेमाल पूजा पाठ के लिए किया जाता है। कहा जाता है कि सुपारी में गणेश जी का निवास स्थान होता है। 

इसका पेड़ नारियल के पेड़ के जैसा ही होता है और हमारे द्वारा जिस सुपारी का इस्तेमाल किया जाता है वह वास्तव में सुपारी के फल के बीज होते हैं। इसका सेवन करने से कई लाभ हमें हासिल होते हैं। भारत के दक्षिण के राज्यो में सुपारी की खेती और इसकी पैदावार ज्यादा होती है।

10: खजूर – Dates

ड्राई फ्रूट के तौर पर खजूर का इस्तेमाल किया जाता है। इसका टेस्ट काफी मीठा होता है। इसके अंदर कैल्शियम, मिनरल, आयरन, अमीनो एसिड, विटामिन और फास्फोरस जैसे महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। रोजाना खजूर का सेवन करने से हमें कई फायदे प्राप्त होते हैं।

इसका सेवन करने से मुख्य तौर पर हमारी बॉडी की हड्डियां मजबूत होती है। इसके अलावा जो लोग लंबे समय से कब्ज और एसिडिटी की समस्या से परेशान है उन्हें इसका सेवन करने पर इन समस्याओं से राहत की प्राप्ति होती है, साथ ही जो लोग आंखों की रोशनी को तेज करना चाहते हैं उन्हें भी खजूर का सेवन करना चाहिए।

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ड्राई फ्रूट्स कब खाना चाहिए ?

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार ड्राई फ्रूट सुबह के समय में खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। हालांकि यह आवश्यक नहीं है कि इसका सेवन सुबह के समय ही किया जाए। 

आप अपनी सुविधा के अनुसार दोपहर के समय में या शाम के नाश्ते में भी ड्राई फ्रूट का सेवन कर सकते हैं। ड्राई फ्रूट का सेवन बॉडी के वजन को कम करने में काफी सहायक साबित होता है। रोजाना आपको थोड़ी थोड़ी मात्रा में ड्राई फ्रूट का सेवन अवश्य करना चाहिए।

FAQ: 

सबसे महंगा सूखा मेवा कौन सा है ?

केसर को सबसे महंगा सूखा मेवा कहा जाता है, यह हमारे देश के कश्मीर राज्य में पाया जाता है। इसका मुख्य तौर पर इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का निर्माण करने के लिए किया जाता है और यह लाल रंग का हो रहा है।

मेवा कौन कौन सी होती है ?

किशमिश, अखरोट, पिस्ता, काजू, बादाम, खुबानी, मखाना, अंजीर,छुहारा तथा अन्य।

सूखे फल को इंग्लिश में क्या कहते हैं ?

ड्राई फ्रूट

सूखे मेवे कैसे होते हैं ?

सूखे मेवे एकदम सूखे हुए होते हैं। इसमें पानी की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है।

पेड़ों के नाम हिंदी इंग्लिश में

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