Purvottar Rajya Kaun Kaun se Hain: आज हम आपकों भारत के पूर्वोत्तर राज्यों (North East) के बारे मे बताने वाले है। देश के पूर्वोत्तर के राज्य काफी खूबसूरत और प्राकृतिक है,पूर्वोत्तर भारत में सात राज्य हैं जिन्हे 7 सिस्टर्स ऑफ इंडिया (Seven Sisters Of India In Hindi) भी कहा जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे की इन पूर्वोत्तर राज्यों को सात बहनें’ या ‘सेवन सिस्टर्स क्यों कहते हैं। तो आपको बता दूं ये उत्तर पूर्वी राज्य एक दूसरे पर परस्पर निर्भर करते है इसलिए इन्हें “सात बहनों की भूमि” के रूप में जाना जाता है।
भारत के पूर्वोत्तर राज्य सुंदर पहाड़ों जंगलों और नदियों से घिरे हुए हैं। यहां रहने वाले लोग अपनें सामाजिक मूल्यों, रीति-रिवाजों, विश्वासों और संस्कृति के लिए जाने जातें है। इन राज्यों में स्थानीय रहस्य हैं जो शायद ही भारत के दूसरे हिस्सों मे रहने वाले लोगो को पता हो।
भारत के सभी राज्यों की प्रमुख भाषा के नाम
भारत के पूर्वोत्तर राज्य कौन कौन से हैं (Seven Sister of India In Hindi)
भारत के उत्तर-पूर्व में सात राज्य हैं जिनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं। ये सारे राज्य आपस मे एक पवित्र बंधन में बंधे हुए है इसलिए इन्हें ‘सेवन-सिस्टर्स’ कहते है।
पूर्वोत्तर भारत 255,511 वर्ग किलोमीटर यानी 98,653 वर्ग मील मे फैला हुआ है। ये भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग सात प्रतिशत कवर करता है, एरिया के हिसाब से उत्तर-पूर्व भारत का सबसे बड़ा राज्य अरुणाचल प्रदेश है जो 83,743 वर्ग किलोमीटर मे फैला हुआ है।
जैसा कि मैंने आपको उपर बताया कि ये सभी राज्य एक दुसरे पर परस्पर निर्भर है। इसलिए इन्हें Seven Sister Of India कहते है, अब सवाल है कैसे निर्भर करते है ? त्रिपुरा बांग्लादेश से एक Circle की तरह घिरा हुआ है इसलिए त्रिपुरा असम पर परिवहन के लिए निर्भर करता है।
अब असम में बहने वाली सभी नदिया अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड से निकलती हैं, इसके अलावा जो मिजोरम और मणिपुर है वो असम के बराक घाटी के जरिए भारत के बाकि हिस्सों से जुड़ती है। इन्हीं सभी परस्पर निर्भरता के कारण असम के एक सिविल सेवक ज्योति प्रसाद साइकिया द्वारा इन राज्यों को सात बहनों की भूमि का नाम दिया गया था।
उत्तर-पूर्व भारत के सभी राज्यों को मिलाकर कुल आबादी 2011 के अनुसार 45,588,381 है। जो की भारत की कुल आबादी का 3.7 प्रतिशत है, हालाकी 2020 की एक रिपोर्ट अनुसार पूर्वोत्तर भारत की आबादी करीब 57,609,148 हो गई है।
पर्यटन के लिहाज से भी पूर्वोत्तर भारत के राज्य बहुत खूबसूरत है। यहां आपकों Kaziranga National Park,Kamakhya Temple, Tsomgo Lake, Tawang Monastery, Nathula Pass, Ziro Valley, Nohkalikai Falls,Kanchenjunga जैसे सैकड़ों जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
भारत के पूर्वोत्तर राज्य से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
उत्तर-पूर्व के सात राज्यों की आपस में जातीय और धार्मिक विविधता है। लेकिन इसके बावजूद सामाजिक,राजनीतिक, और आर्थिक मुद्दों में समानताएं भी हैं। दुनिया भर में उत्तर पूर्व भारत सबसे ज्यादा जातीय रूप से विविध क्षेत्र के रूप प्रसिद्ध है।
पूर्वोत्तर राज्य भूटान, चीन, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे भारत के परोसी मुल्कों के साथ 2000 किमी से अधिक एरिया का सीमा साझा करते है।
सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन की गर्दन के रूप में भी जाना जाता है। यह 20-22 किलोमीटर का संकरा हिस्सा भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक रूप से बहुत अहम है। क्युकी इसी कॉरिडोर से पूर्वोत्तर भारत के सात राज्य और भारत के बाकी हिस्से जुड़े हुए है जो की इन राज्यों मे पहुचने का एकमात्र तरीका है।
पूर्वी भारत के राज्य का इतिहास (History of North East India)
जब भारत 1947 मे ब्रिटिशों से आजाद हुआ था तब उत्तर पूर्व भारत में केवल 3 राज्य थे असम, मणिपुर और त्रिपुरा जो उस वक्त रियासतें थी। भारत के उत्तरपूर्वीय क्षेत्र को केवल असम राज्य के अन्तर्गत वर्गीकृत कर दिया गया था।
उत्तरपूर्वीय राज्यों को असम के अन्तर्गत समूहीकृत करने के विरोध में स्वतंत्र त्रिपुरा कमेटी जैसे आन्दोलन हुए। जिसके बाद भारतीय सरकार की नीति के चलते पूर्वी भारत के हिस्सो को भाषा के आधार पर 4 नए भागों मे बाट दिया गया।
1963 में नागालैंड अलग राज्य बना और उसी तर्ज पर 1972 में मेघालय भी एक राज्य बन गया। और मिजोरम केंद्र शासित प्रदेश बन गया। अरुणाचल प्रदेश का नाम 1972 में पड़ा, वहां पहले इसे North-East Frontier Agency (NEFA) कहते थे। लेकिन अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम को February 20, 1987 को केंद्र शासित प्रदेश से राज्य का दर्जा मिल गया।
पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियाँ (Capital Of Northeast States)
उत्तरपूर्वीय राज्य बनने के बाद उस समय की असम की राजधानी शिलाँग से दिसपुर विस्थापित कर कर दी गई। अभी वर्तमान समय में मेघालय की राजधानी शिलांग है। तो चलिए अब जानते है सभी पूर्वी भारत के राज्य और उनकी राजधानियां के बारे मे।
- अरुणाचल प्रदेश – ईटानगर |
- असम – दिसपुर |
- मेघालय – शिलोंग |
- मणिपुर – इम्फाल |
- त्रिपुरा – अगरतला |
- मिज़ोरम – ऐजवाल |
- नागालैंड – कोहिमा |
केंद्र सरकार और राज्य सरकार क्या होती है
भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के नाम (List of North Eastern States )
तो चलिए एक नजर डालते है पूर्वोत्तर राज्यों की जातीय और धार्मिक संरचना के बारे मे साथ ही वहां के प्रसिद्ध व्यंजन और जनजातियों के बारे मे।
Assam (Assam)
असम को राज्य का दर्जा 26 जनवरी 1950 को मिला था। यह 78,438 वर्ग किलोमीटर मे फैला हुआ है यह पूर्वोत्तर भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है यह बाकी के उत्तर पूर्वी भारतीय राज्यों से घिरा हुआ है इसके पूर्व में नागालैंड और मणिपुर है वही दक्षिण में मिजोरम, मेघालय तथा त्रिपुरा है इसके अलावा इसके उत्तर में अरुणाचल प्रदेश स्थित है।
इसकी सीमा भूटान और बांग्लादेश के कुछ भागो में जुडी हुई हे, इस राज्य मे बहने वाली प्रमुख नदी ब्रह्मपुत्र है। इसके अलावा यहां मानस, सुबनसिरी, सोनई, कपिली, भरेली, धनसिरी, लोहित एवं दिहांग जैसी कुछ और मुख्य नदियां भी बहती हैं।
असम में असमिया बोड़ो और बंगाली प्रमुख क्षेत्रीय और आधिकारिक भाषाएँ हैं यहां सबसे ज्यादा लोग असमिया भाषा बोलते है। वही असम के बराक घाटी के तीन जिलों में व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा बंगाली है जो वहां दूसरी सबसे बोली जाने वाली लैंग्वेज है।
इसके अलावा यहां रहने वाली कुछ आबादी हिंदी और नेपाली भाषा भी बोलती है। आसाम में लगभग 65% हिंदू, 30% मुस्लिम, 3% ईसाई और सिख,बौद्धों,जैनियों जैसे अन्य धार्मिक समुदायों से सम्बन्धित रहने वाले लोग रहते है।
अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश जिसे 21 जनवरी 1972 को केन्द्र-शासित प्रदेश का दर्जा मिला था। इसे बाद में जाकर 20 फ़रवरी 1987 को संपूर्ण राज्य का दर्जा मिल गया है। इस राज्य मे कुल 25 जिले है और सबसे बड़ा शहर और राजधानी ईटानगर है।
अरुणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा राज्य है जिसका कुल क्षेत्रफल 83743 वर्ग किलोमीटर है, इसकी सीमाएँ दक्षिण में असम से लगती है वही दक्षिणपूर्व में नागालैंड से लगती है।
इसके अल्वा अरुणाचल प्रदेश की सीमाएँ पूर्व में बर्मा और म्यांमार से पश्चिम में भूटान से और उत्तर में तिब्बत से मिलती हैं। अरुणाचल का अधिकांश भाग हिमालय के ऊंचे पहाड़ों से ढका है।
और हिमालय पर्वतमाला का पूर्वी विस्तार इसे चीन से अलग करता है, गोरीचन चोटी, पूर्वी गोरीचन चोटी और काँग्तो, न्येगी कांगसांग यहां की कुछ सबसे ऊँची चोटियाँ हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश से बहने वाली मुख्य नदी है इसे वहां सियाँग नदी भी कहते है। इसके अलावा यहां लोहित और दिबांग भी बहती है जो ब्रह्मपुत्र की दो बड़ी सहायक नदियाँ हैं। कामेंग, सुबनसिरी, दिहिंग जैसी कुछ और नदियाँ भी बहती है।
अरुणाचल प्रदेश में 19 प्रमुख जनजातियों और 85 अन्य जनजातियों से संबद्ध रखने वाले लोग रहते है। यहां अधिकांश तिब्बती-बर्मी या ताई-बर्मी मूल के रहने वाले हैं। वही यहां बंगाली, बोडो, हजोन्ग, चकमा शरणार्थी,असम, नागालैंड और भारत के अन्य भागों से आये कुछ लोग भी रहते है।
आदि, गालो, निशि, खम्ति, मोंपा और अपातनी यहां की कुछ प्रमुख और सबसे बडी़ जनजातियों में से एक हैं। अभी के समय मे बोली जाने वाली भाषा की दृष्टि से अरुणाचल प्रदेश एशिया मे सबसे अधिक विविधतापूर्ण वाला क्षेत्र है।
अरुणाचल प्रदेश मे 30 से 50 विभिन्न भाषाओं बोली जाति है जिनमे से अधिकांश भाषा तिब्बती-बर्मी परिवार की हैं, बीते कुछ वर्षों मे यहां हिंदी बोलने का प्रचलन बढ़ा है। यहां सबसे ज्यादा न्यिशी और आदि भाषा बोलने वाले लोग है। इसके अलावा यहां बांग्ला,हिन्दी, नेपाली,असमिया,मोनपा और वान्चो जैसी भाषा भी बोली जाती है।
मणिपुर
मणिपुर की राजधानी इंफाल है, यह राज्य 22,347 वर्ग कि.मी के क्षेत्रफल मे फ़ैला हुआ है। पूर्व में इसकी सीमा म्यांमार देश से लगती वही पश्चिम में असम से,दक्षिण में मिज़ोरम और उत्तर में नागालैंड से लगती है।
मणिपुर के उत्तरी तथा पूर्वी इलाकों में ऊँची पहाडियाँ है और यहां हर पहाड़ के बीच से कोई न कोई नदी बहती हैं। मणिपुर में बहने वाली इम्फाल नदी यहाँ की प्रमुख नदी है इसके अलावा इसके मध्य भाग में मैदानी समतल इलाके है।
मणिपुर मे कुल 16 जिले है, यहां की कुल आबादी 30 लाख से भी अधिक है, जिसमें 57.2% लोग यहां के घाटी जिले मे रहते है वही 42.8% लोग पहाड़ी जिले मे रहते है।
इस राज्य मे तीन प्रमुख जनजातियाँ रहती है जिसमे घाटी जिलों मे मीतई जनजाति और बिष्णुप्रिया मणिपुरी लोग रहते है। वही पहाड़ियों पर नागा और कूकी-चिन जनजातियाँ के लोग रहते है। इसके अलावा यहां कई इलाकों में नेपाल से आकर बसे नेपाली लोगो की भी बहुत जनसंख्या है।
मणिपुरी मे रहने वाली हर जनजाति की अपनी ही संस्कृति और खास रीति रिवाज हैं जो यहां के संगीत,नृत्य मे साफ झलकते हैयहां के लोग कलाकार होते हैं जो इनके द्वार बनाई जाने वाली खादी व दस्तकारी के उत्पादों मे साफ दिखती है।
मणिपुरी के घाटी क्षेत्र में रहने वाले मैतै जनजाति के लोगों को यहां जा मूल निवासी कहा जाता है। इनकी भाषा मेइतिलोन है जो भारत की 22 अधिकारिक भाषाओं में से एक है, मेइतिलोन भाषा को 1992 में भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में जोड़ा गया था।
मेघालय
मेघालय पहले असम राज्य का ही भाग था लेकिन मेघालय को 1 अप्रैल 1970 को सम्पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था, यहां की राजधानी और सबसे बड़ा शहर शिलांग है। इसका कुल क्षेत्रफल 22,429 किमी है, इस राज्य के अंदर कुल 12 डिस्ट्रिक भी आते है और यहां की कुल जनसंख्या 32 लाख से भी अधिक है।
इस राज्य का दक्षिणी भाग बांग्लादेशी सीमाओं से लगता है, इसके अल्वा उत्तर और पूर्वी तरफ से भारतीय राज्य असम से घिरा हुआ है। मेघालय भारत का एक पर्वतीय राज्य है और यह सर्वाधिक वर्षा वाला भी राज्य है।
वैसे तो मेघालय से बहुत सी नदिया बहती है लेकिन उनमें से अधिकतर वर्षा आश्रित है या मौसमी हैं। गनोल, दारिंग, सांडा, बाड्रा, दरेंग, सिमसांग, निताई और भूपाई गारो पर्वतीय क्षेत्र से निकलनी वाली कुछ महत्त्वपूर्ण नदियाँ है।
मेघालय में खासी, गारो और जयन्तिया जैसी कुछ मुख्य जनजातियां हैं हर जाति की अपनी ही खास संस्कृति, पहनावा, परम्पराएं और भाषा है। मेघालय के अधिकांश लोग मातृवंशीय प्रणाली का अनुसरण करते है।
गारो जनजातियों का वंगाला एक प्रमुख त्योहार है जो फसलों के मौसम में मनाया जाता है, इसके साथ ही वहा रहने वाले जोंग समुदाई के लोग अपने पारम्परिक त्योहारों के साथ साथ हिन्दू त्योहार भी मनाते हैं।
मेघालय की आधिकारिक भाषा इंग्लिश है, लेकीन यहां मुख्यतः बोली जाने वाली भाषा खासी, गारो, प्नार, बियाट, हजोंग एवं बांग्ला है। इसके अलावा शिलांग की कुछ आबादी हिन्दी बोलती भी है और समझती भी है।
मिज़ोरम (Mizoram)
मिजोरम पहले असम के अंर्तगत आता था बाद मे मिजोरम को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया जिसके बाद इसे संपूर्ण राज्य का दर्जा 20 फ़रवरी 1987 को मिला।
यहां की राजधानी अइज़ोल है और इस राज्य के अंतर्गत 11 जिले आते है जिसकी कुल आबादी करीब 1.5 मिलियन है। साथ ही यहां की साक्षरता दर पूरे भारत मे सबसे अधिक है जो कि करीब 93% है।
मिजोरम का क्षेत्रफल 21,081 किमी है, इस राज्य की पूर्व और दक्षिण दिशा से सीमा म्यांमार से लगती है वही पश्चिम और से बंग्लादेश से लगती है।
इस राज्य की राजभाषा मिज़ो और इंग्लिश है, लेकिन यहां की आधिकतार आबादी मिजो भाषा बोलती है। इसके साथ ही यहां चकमा, मारा, लाई, कुकी, त्रिपुरी ,ह्मार और पाइते भाषा भी बोली जाती है।
चपचार कुट,थलफवांग कुट,ताह कुट,पावल कुट क्रिसमस एवं मीम कुट कुट जैसे कुछ प्रमुख त्यौहार यहां मनाए जाते है, खुआलम नृत्य,चेरव नृत्य,छेह लाम नृत्य,तेलंगम जैसे नृत्य मिजोरम के प्रमुख लोक नृत्य है।
नागालैंड
नागालैंड भी एक पर्वतीय राज्य है इसे राज्य का दर्जा 1 दिसंबर 1963 को मिला था, इसकी राजधानी कोहिमा है। और यहां का सबसे बड़ा शहर दीमापुर है, इस राज्य के अंर्तगत 16 जिले आते है जिसकी कुल आबादी 2.5 मिलियन से अधिक है।
नागालैंड 16579 किमी2 के क्षेत्रफल मे फ़ैला हुआ है, यह भारत के सबसे छोटा राज्य मे से है इसकी पूर्व मे सीमा बर्मा देश से लगती है, वही पश्चिम में भारत के असम राज्य से लगती है, उत्तर में इसकी सीमा अरुणाचल प्रदेश से लगती है वहीं दक्षिण मे मणिपुर से लगती है।
नागालैण्ड में कुल 16 जनजातियाँ निवास करती हैं जैसे अंगामी, आओ, चख़ेसंग, चांग, दिमासा कचारी, खियमनिंगान, कोनयाक, लोथा, फोम, पोचुरी, रेंगमा, संगतम, सूमी, इंचुंगेर, कुकी और ज़ेलियांग हर जाति की अपनी ही विशिष्ट रीति-रिवाजों,पोशाक और भाषा है।
ये राज्य भारत के उन तीन राज्यों में से एक है जहां सबसे ज्यादा करीब 88.1% ईसाई धर्म के अनुयायी करने वाले लोग रहते है। वही हिंदू, मुस्लिम, सिख,बुद्ध जैसी धर्म को मानने वाले लोग भी रहते है।
नागालैण्ड की आधिकारिक भाषा इंग्लिश है जो यहां की अधिकाँश आबादी द्वारा बोली जाती है लेकिन यहां कोन्याक, चांग, लोथा, फोम, सेमा, अंगामी व रेंगमा जैसे भाषाएँ भी बोली जाती हैं।
हॉर्नबिल फेस्टिवल जो नागालैंड में कोहिमा के पास किस्मा के नागा हेरिटेज विलेज मे 1 से 10 दिसंबर तक आयोजित होता है वो यहां का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहारों माना जाता है। इसके अलावा सेकेरनेई फेस्टिवल, मोआसू फेस्टिवल, आंगमोंग फेस्टिवल, तोखू इमोंग फेस्टिवल जैसे कुछ महत्वपूर्ण त्योहार भी यहां मनाए जाते है।
त्रिपुरा
त्रिपुरा भी एक पहाड़ी राज्य है जिसकी राजधानी अगरतला है ये 10,492किमी² के क्षेत्रफल मे फैला हुआ है यह भारत का सबसे छोटा राज्य है, इस राज्य के अंर्तगत 8 जिले आते है और कुल आबादी 4 मिलियन से अधिक है।
त्रिपुरा की पश्चिम, उत्तर और दक्षिण साइड से सीमा बांग्लादेश से लगती है वहीं पूर्व में असम और मिजोरम से लगती है, त्रिपुरा को राज्य का दर्जा 1972 मे मिला था।
त्रिपुरा की प्रमुख राजभाषा बंगाली, ककबरक और अंग्रेज़ी है यहां रहने वाली जनसंख्या में लगभग 84 प्रतिशत आबादी हिंदू की है यहां का प्रमुख त्योहार दुर्गापूजा है। यहां सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बंगला है।
इस राज्य में 10 प्रमुख नदिया है, गोमती नदी भारत के त्रिपुरा राज्य और बांग्लादेश के चटगाँव में बहने वाली एक प्रमुख नदी है, इसके अलावा बुरिमा, खोवाई, हावड़ा, लोंगई, धलाई, मुहुरी, फेनी, जुरी, मनु यहां की कुछ प्रमुख नदियां हैं।
भारत के राज्य और राजधानी की सूची
उत्तर पूर्व राज्यों के प्रसिद्ध आकर्षण केंद्र या पर्यटन स्थल (Tourist Places In North East India)
अब हम आपको उत्तर पूर्व राज्यों के अनुसार प्रसिद्ध आकर्षण केंद्र और पर्यटन स्थल के बारे मे बताने वाले है-
मणिपुर
- कांगला किला इंफाल |
- लोकटक झील इंफाल |
- मणिपुर जूलॉजिकल गार्डन |
- आजाद हिंद फौज का मुख्यालय |
- थौबल शहर और चंदेल शहर |
- विष्णुपुर शहर और खोंगजोम |
- कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान |
- Shirui kashong (peak)
- Singda Dam.
- Sendra Park & Resort.
मिज़ोरम
- वंतावंग फॉल्स (Vantawng Falls)
- Phawngpui National Park.
- डंपा टाइगर रिजर्व और सैंक्चुअरी |
- Solomon’s Temple, Aizawl.
- Tam Dil.
- Blue Mountain.
- Palak Lake.
- मुरलेन नेशनल पार्क |
- रेइएक |
- लेंग्तेंग वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी |
- इन्फिनिते ऐनावं पार्क |
- ऐजावल सिटी व्यू |
- लम्सिअल पुक |
मेघालय
- बल्पक्रम नेशनल पार्क |
- नोक्रेक नेशनल पार्क |
- शिलॉंग व्यू पॉइंट, लैत्कोर पीक |
- क्य्न्रेम फॉल्स |
- दैन्थ्लें फॉल्स |
- उम्न्गोत रिवर |
- सेवेन सिस्टर्स वॉटरफॉल, चेर्रपुन्जी |
- नोहकलिकाइ |
- गारो पहाड़ियाँ |
- मव्फ्लंग डेविड स्कॉट ट्रेल हिकिंग |
- क्शैद लंग्शिंग |
- तुरा पीक |
अरुणाचल प्रदेश
- कम्लंग वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी और टाइगर रिज़र्व |
- डाईंग एरिंग वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी |
- पखुई वाइल्ड लाइफ सेंचुरी |
- नुरनांग वाटरफाल |
- सेला दर्रा- Sela Pass.
- महो लेक |
- सैली लेक, रोइंग |
- भालुकपोंग- Bhalukpong.
- बोमडिला |
- पासीघाट |
- पौराणिक गंगा झील |
- तवांग- Twang
- जीरो- Ziro
असम (Assam)
- काजीरंगा नेशनल पार्क |
- डिब्रू सैखोवा नेशनल पार्क |
- दिपोर बिल |
- गुवाहाटी प्लानेतारियम |
- बोगीबील सेतु |
- चंदुबी लेक |
- ककोचंग वॉटरफॉल |
- कामख्या मंदिर |
- सुआल्कुचि – Sualkuchi.
- माजुली द्वीप |
- हाजो – Hajo
- दिसपुर – Dispur
- उमानंद द्वीप – Umananda Island.
नागालैंड
- नागा हेरिटेज विलेज |
- शिल्लोई लेक |
- द्ज़ुलेके |
- नागा हिल्स |
- ग्लोरी पीक |
- टूरिस्ट विलेज तुओफेमा |
- पुलिएबद्ज़े, जोत्सोमा, कोहिमा |
- लोंग्वा नागालैंड |
- बोटैनिकल गार्डन |
- चिडा पोस्ट |
- दोयंग डैम रिज़रवोइर |
- मोन नागालैंड |
- वोखा नागालैंड |
- खोनोमा ग्रीन विलेज |
- मेलुरी नागालैंड |
त्रिपुरा
- रूद्र सागर |
- उनकोती रॉक कार्विंग्स |
- रोवा वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी |
- जगन्नाथ बारी |
- दुमाला वॉटर फॉल्स |
- नीरमहल – Neermahal.
- उज्जयंत पैलेस – Ujjayanta Palace.
- त्रिपुरा सुंदरी मंदिर |
- Sepahijala Wildlife Sanctuary.
- जम्पुई हिल – Jampui Hills.
- कैलाशहर – Kailashahar.
- उनाकोटी – Unakoti.
- बाइसन (राजबारी) राष्ट्रीय उद्या |
उपर बताए गए उत्तर पूर्व राज्यों के प्रसिद्ध आकर्षण केंद्र या पर्यटन स्थल मे से कुछ फेमस लोकेशन के बारे मे ही बताया है। इसके अलावा भी इन राज्यों मे घूमने के लिए बहुत ही सुंदर पर्यटन स्थल मौजूद है। अगर आप कभी नॉर्थ ईस्ट जाए तो खासकर उपर दी गई जगहों को जरूर एक्सप्लोर करें।
Frequently Asked Questions
उत्तरपूर्व का कौन सा राज्य सात बहनों का हिस्सा नहीं है ?
पूर्वोत्तर राज्यों के समूह मे सिक्किम भी एक राज्य आता है लेकिन इसे सात बहनों का राज्य का हिस्सा नहीं नहीं माना जाता है।
भारत में भाई राज्य किसे माना जाता है ?
सिक्किम को सात बहनों राज्यों का एकमात्र भाई कहा जाता है। क्युकी अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा एक दूसरे से सीमा साझा करते हैं वही सिक्किम को बीच में भूटान द्वारा “बहनों” से अलग किया जाता है।
पूर्वोत्तर भारत का सबसे छोटा राज्य कौन सा है ?
सिक्किम पूर्वोत्तर भारत का सबसे छोटा राज्य है यह महज 7,096 km² के क्षेत्रफल मे फैला हुआ है। इसकी सीमा उत्तर और उत्तर पूर्व से चीन के तिब्बत क्षेत्र से लगती है। वही पूर्व में भूटान से और दक्षिण में पश्चिम बंगाल से लगती है।
पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है ?
क्षेत्रफल की दृष्टि से अरूणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा राज्य है जो करीब 83743 वर्ग किलोमीटर मे फैला हुआ है, इस राज्य के अंतरंग 25 जिले आते है।
नॉर्थ ईस्ट इंडिया में कुल कितने एयरपोर्ट हैं ?
भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में वर्तमान में 15 हवाई अड्डे हैं जो की पासीघाट (अरुणाचल प्रदेश), पाकयोंग (सिक्किम, अगरतला (त्रिपुरा),इंफाल (मणिपुर), शिलांग (मेघालय) ,गुवाहाटी (असम), लेंगपुई (मिजोरम) ,सिलचर (असम), डिब्रूगढ़ (असम), जोरहाट, और तेजपुर (असम) मे स्तिथ है।