पीजीडीसीए कोर्स क्या है ?



आज के आधुनिक समय में कई सारे ऐसे कोर्स की शुरुआत हो चुकी है जिनसे आप अपने करियर को सही दिशा में ले जा सकते हैं और भविष्य को अच्छा कर सकते हैं। इसमें एक अहम योगदान कंप्यूटर का भी माना जाता है जिसके आने के बाद कई सारी सुविधाएं मिलती हैं और इससे आपका काम भी आसान हो जाता है।

आज के समय में कंप्यूटर कोर्स करना जरूरी माना गया है ताकि आपको कोई भी नौकरी आसानी से प्राप्त हो सके। ऐसे में हम आपको एक महत्वपूर्ण कोर्स की जानकारी दे रहे हैं, और वह है PGDCA और आज हम आपको PGDCA के बारे में विस्तृत से जानकारी देने वाले हैं।

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PGDCA का फुल फॉर्म

PGDCA – “Post Graduate Diploma in Computer Science”  जिसे हिंदी में कंप्यूटर साइंस में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स कहा जाता है।

PGDCA कोर्स में कैसे लें एडमिशन

  • अगर आप भी PGDCA में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास 2 तरीके होते हैं जिसमें आप या तो डायरेक्ट एडमिशन ले सकते हैं या फिर मेरिट के आधार पर भी एडमिशन लिया जा सकता है।
  • अगर आप डायरेक्ट एडमिशन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए कॉलेज जाकर एडमिशन फॉर्म को भर देना होगा और साथ ही साथ फीस भी भरना होगा। उसके बाद आपको आसानी से ही एडमिशन मिल जाएगा।
  • इसके अलावा मेरिट लिस्ट के आधार पर भी एडमिशन लिया जा सकता है जहां पर ग्रेजुएशन में प्राप्त नंबर के आधार पर लिस्ट तैयार की जाएगी और  उसके अनुसार ही एडमिशन दिया जाएगा। एडमिशन के समय आपको एक फॉर्म भरना होगा और उसके बाद ही आपका एडमिशन सही तरीके से पूरा हो पाएगा।

PGDCA कोर्स की फीस

अगर आप यह कोर्स करना चाहते हैं, तो आपके लिए फायदेमंद है ही लेकिन इसके साथ ही साथ आपको इसकी फीस स्ट्रक्चर की भी सही जानकारी होना जरूरी है। इस कोर्स के लिए फीस अलग-अलग तरीकों से निर्धारित की जाती है जिसमें इंस्टिट्यूट, फैकल्टी, स्टाफ के आधार पर फीस निर्धारित किया जाता है। इस कोर्स की फीस ₹6000 से लेकर लगभग ₹ एक लाख तक होती है, जो इंस्टिट्यूट और महाविद्यालय के ऊपर निर्भर करती है।

PGDCA कोर्स की अवधि

यह कंप्यूटर साइंस का डिप्लोमा कोर्स है, जो आपको बेहतर अवसर प्रदान करता है। यह 1 साल की अवधि का कोर्स है, जो 2 सेमेस्टर में बंटा होता है जिसका अंतराल 6 महीनों का होता है।

PGDCA कोर्स के लिए मुख्य योग्यता

यह कोर्स करने के लिए आपकी न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन होती है जिसे आप किसी भी विषय से पूरा कर सकते हैं। आपने अगर किसी भी ग्रेजुएशन कोर्स को 50% अंकों के साथ पास किया है, तो फिर आप आसानी से ही इस PGDCA कोर्स को कर सकते हैं।

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PGDCA कोर्स का सिलेबस 

यह कोर्स 1 साल का होता है जिसमें 2 सेमेस्टर होते हैं हर सेमेस्टर में आपको अलग-अलग विषय पढ़ने होते हैं जो इस कोर्स के लिए आवश्यक माना गया है। दोनों ही सेमेस्टर में आने वाले सब्जेक्ट को सही तरीके से पढ़ते हुए एग्जाम देना होता है तभी आप अच्छे नंबर हासिल कर सकते हैं।

Semester 1 मैं पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट 

  1. ऑपरेटिंग सिस्टम |
  2. बेसिक कंप्यूटर प्रोग्रामिंग |
  3. कम्युनिकेशन स्किल |
  4. बेसिक फाइनेंस मैनेजमेंट |
  5. डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम |

Semester 2 मे पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट

  1. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग |
  2. कंप्यूटर नेटवर्क |
  3. डाटा स्ट्रक्चर |
  4. ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग |
  5. वेब प्रोग्रामिंग |

ऐसा भी मुमकिन है कि हर इंस्टिट्यूट या कॉलेज में यह सभी सब्जेक्ट ना पढ़ाया जाए।

PGDCA कोर्स के बाद मिलने वाली सैलरी

अगर आपने पीजीडीसीए का कोर्स कंप्लीट कर लिया हो, तो ऐसे में आपके लिए नौकरी के अवसर खुल जाते हैं और आपको अच्छा पैकेज प्राप्त हो सकता है। जैसे-जैसे आप का अनुभव इस क्षेत्र में बढ़ता है, वैसे वैसे आप आसानी से ही अच्छी इनकम कर सकते हैं। अगर आप किसी इंस्टिट्यूट या कॉलेज से इस कोर्स को करते हैं, तो इसके बाद आपको कम से कम ₹20,000 से लेकर ₹40,000 प्रतिमाह मिल जाते हैं।

PGDCA कोर्स के बाद मिलने वाले अवसर

एक बार आपने अगर यह कोर्स कर लिया हो, तो उसके बाद आपको अच्छे मौके मिलते हैं जो सरकारी या फिर किसी बड़ी कंपनी में भी प्राप्त हो सकता है। इस कोर्स को करने के बाद आपको बेहतर अवसर प्राप्त होंगे जो निम्न है– 

  1. डाटा एंट्री ऑपरेटर |
  2. कंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट |
  3. गेमिंग डेवलपर |
  4. मोबाइल एप डेवलपर |
  5. टीचिंग |
  6. कंप्यूटर ऑपरेटर |
  7. बेसिक प्रोग्रामर |
  8. डेटाबेस ऑपरेटर |

इसके अतिरिक्त आप वह सभी नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकते हैं जो कंप्यूटर से संबंधित हैं और जहां पर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।

PGDCA कोर्स  करने के लिए मुख्य कॉलेज

अगर आप इस कोर्स को किसी मुख्य जगह से करना चाहते हैं, तो हम आपको इसकी जानकारी दे रहे हैं-

  1. डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी, असम |
  2. NRAI स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन एंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली |
  3. डिपार्टमेंट आपको रेस्पॉन्डेंट्स स्टडीज पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ |
  4. पटना वूमंस कॉलेज, पटना |
  5. पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, जालंधर |
  6. इंडो डेनिश टूल रूम, जमशेदपुर |
  7. स्कूल ऑफ़ डिस्टेंस लर्निंग  काकटिया यूनिवर्सिटी, वारंगल |
  8. IGNOU.

इसके अलावा आप इस कोर्स को किसी अच्छे इंस्टिट्यूट से भी कर सकते हैं जो आपके घर के आस-पास हो और जहां से आपको इस कोर्स की डिग्री मिलती हो।

PGDCA करने के मुख्य फायदे

अगर आपने इस कोर्स को पूरा किया है, तो इससे आपको जरूर  फायदा होने वाला है |

  1. यदि आप इस कोर्स को कर लेते हैं, तो इससे आपको आसानी से जॉब हासिल हो जाती है और आप अपने भविष्य को सही दिशा की तरफ ले जा सकते हैं।
  2. यह कोर्स आपको कंप्यूटर में एक्सपर्ट बना देता है।
  3. इस कोर्स को करने के बाद आपको एक अन्य डिग्री मिल जाती है, जो आपके ही जॉब में काम आ सकती है।
  4. इस कोर्स के माध्यम से आपको कंप्यूटर की बारीकी के बारे में भी ज्ञान हो जाता है और आपको अनुभव भी प्राप्त होता है।
  5. इस कोर्स को करने के बाद आप भी प्रशिक्षण दे सकते हैं और किसी इंस्टिट्यूट में बच्चों को प्रशिक्षित करने का काम भी किया जा सकता है।
  6. आप के समय में इस कोर्स को करना फायदेमंद साबित होगा क्योंकि कंप्यूटर आज के समय की मुख्य मांग होती जा रही है।
  7. इस कोर्स को करने के बाद आप अपने परिवार के लिए सारी जरूरतो को मिलने वाली सैलरी के माध्यम से पूरी कर सकेंगे।

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