गवर्नमेंट के द्वारा युवाओं की देश की जल सेना, थल सेना, और वायु सेना में भर्ती करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना को चालू किया गया है, जिसका नाम गवर्नमेंट ने अग्निपथ योजना रखा है। हालांकि अब यह योजना विवादों में घिर गई है। जहां गवर्नमेंट इस योजना के अंतर्गत युवाओं को इंडियन आर्मी में भर्ती होने का मौका दे रही है, वहीं युवा वर्ग ही इस योजना के विरोध में आ गया है और इस योजना के विरोध में देश के कई राज्यों में हिंसक घटनाएं भी हो रही है, साथ ही रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ भी हो रही है।
आखिर गवर्नमेंट के द्वारा अग्नीपथ योजना को क्यों चालू किया गया है, साथ ही अग्नीपथ योजना क्या है और अग्निपथ योजना का विरोध क्यों हो रहा है, इसके बारे में अगर आपको जानने में रुचि है तो हमारे इस आर्टिकल के साथ बने रहे, क्योंकि इस आर्टिकल में आपको “अग्नीपथ योजना क्या है” और अग्नीपथ योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होने वाली है।
अग्निपथ योजना क्या है?
अग्नीपथ योजना भारतीय गवर्नमेंट के द्वारा चालू की गई एक ऐसी योजना है जिसमें 17.5 साल की उम्र से लेकर के 23 साल की उम्र के व्यक्ति अप्लाई कर सकेंगे और भारत की जल सेना, थल सेना और वायु सेना में से किसी भी सेना में भर्ती होने का प्रयास कर सकेंगे। अग्निपथ योजना के लाभार्थी लड़के भी बन सकेंगे और लड़कियां भी बन सकेंगी।
इस योजना का सबसे अहम लक्ष्य है भारत की तीनों सेनाओं में युवाओं को जोड़ना और उनके आने वाले भविष्य के लिए उन्हें एक बेहतर नागरिक बनाना, साथ ही आर्मी की ट्रेनिंग देना। इस योजना की वजह से ऐसे युवाओं को मौका मिलेगा जो भारत माता की रक्षा करना चाहते हैं और भारतीय आर्मी में भर्ती होना चाहते हैं।
योजना के अंतर्गत जिन भी लोगों का सिलेक्शन इंडियन आर्मी में भर्ती के लिए किया जाएगा, उन्हें अग्निवीर नाम दिया जाएगा। योजना के अंतर्गत गवर्नमेंट ने कहा है कि हर साल तकरीबन 45000 युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा। भर्ती होने के पश्चात वह 4 साल तक सेना में अपनी सेवा देंगे।
इसके बाद उन्हें रिटायर कर दिया जाएगा। हालांकि रिटायरमेंट के बाद उन्हें पेंशन नहीं मिलेगी परंतु उन्हें 10,00000 रुपए से लेकर के 12,00000 रुपए नगद मिलेंगे, साथ ही सर्टिफिकेट भी प्राप्त होगा। इसके अलावा गवर्नमेंट रिटायरमेंट के बाद युवाओं को नौकरी दिलाने में भी उनकी सहायता करेगी।
अग्नीपथ योजना का उद्देश्य
सरकार ने काफी सोच-विचार करके अग्नीपथ योजना को चालू करने का निर्णय लिया है। दरअसल अग्नीपथ योजना से सरकार कई निशाना साधा रही है। एक तो इस योजना के अंतर्गत वह भारत के लोगों को रोजगार देने का प्रयास कर रही है, साथ ही योजना में पेंशन की कोई भी बात नहीं की गई है। इस प्रकार सेवा देने के पश्चात जो आदमी भी रिटायर होंगे, उन्हें गवर्नमेंट को पेंशन नहीं देनी पड़ेगी जिसकी वजह से गवर्नमेंट के ऊपर से पेंशन देने का भार हल्का होगा।
वही गवर्नमेंट ने अग्निपथ योजना में इस बात को भी शामिल किया है कि जिस प्रकार दुनिया के अन्य देशों में लोगों को आर्मी की ट्रेनिंग लेना आवश्यक होता है उसी प्रकार इंडिया में भी युवाओं को आर्मी की ट्रेनिंग प्राप्त हो, ताकि वह आपातकाल की अवस्था में देश की सेवा बाहरी तौर पर या फिर आंतरिक तौर पर कर सके और दुश्मनों से लोहा ले सके।
अग्नीपथ योजना के लाभ/विशेषताएं
- अग्नीपथ योजना के अंतर्गत युवा भारत की जल सेना, थल सेना या फिर वायुसेना में से किसी भी एक सेना में भर्ती हो सकेंगे।
- योजना में अप्लाई करने की उम्र गवर्नमेंट के द्वारा 17.5 साल से लेकर के 23 साल रखी गई है। पहले यह उम्र 17 साल से लेकर के 21 साल तक थी।
- योजना के अंतर्गत कैंडिडेट को 5 से 6 महीने की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी। उसके बाद उसे तकरीबन 4 साल तक अपनी ड्यूटी निभानी पड़ेगी।
- 4 साल ड्यूटी निभाने के पश्चात कैंडिडेट रिटायर हो जाएगा।
- योजना के लाभार्थी युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा।
- कैंडिडेट के रिटायर होने के बाद उसे 1000000 रुपए से लेकर के 1200000 रुपए मिलेंगे।
- रुपए के अलावा उसे सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, साथ ही गवर्नमेंट उसे काम दिलाने में भी उसकी सहायता करेगी।
- योजना के अंतर्गत देश सेवा करने वाले युवा इंडियन आर्मी में भर्ती हो सकेंगे।
- यह योजना लड़के और लड़कियों दोनों के लिए है।
- रिटायरमेंट के बाद जो पैसे प्राप्त होंगे उसके जरिए युवा चाहे तो अपना खुद का बिजनेस भी स्टार्ट कर सकेंगे और अपने पैरों पर खड़ा हो सकेंगे।
अग्नीपथ योजना हेतु पात्रता
- योजना में अप्लाई करने के लिए व्यक्ति भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- कैंडिडेट की उम्र 17.5 साल से लेकर के 23 साल तक होनी चाहिए।
- कैंडिडेट शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट होना चाहिए।
- दौड़ पूरी करने वाले और मेडिकल टेस्ट पास करने वाले युवाओं को ही योजना में शामिल किया जाएगा।
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अग्नीपथ योजना हेतु दस्तावेज
- आधार कार्ड की फोटो कॉपी |
- पैन कार्ड की फोटो कॉपी |
- फोन नंबर |
- ईमेल आईडी |
- पासपोर्ट साइज की रंगीन फोटो |
- जाति प्रमाण पत्र |
- निवास प्रमाण पत्र |
- डिजिटल सिगनेचर |
- आरक्षण सर्टिफिकेट |
- एजुकेशन सर्टिफिकेट |
अग्नीपथ योजना में आवेदन की प्रक्रिया
गवर्नमेंट के द्वारा साल 2022 में जून के महीने में इस योजना को इंडिया में चालू करने की घोषणा की गई है। हालांकि घोषणा करने के कुछ ही दिनों के बाद इस योजना का भारत के कई राज्यों में विरोध भी हो रहा है। हालांकि प्राप्त जानकारियों के अनुसार गवर्नमेंट ने अभी तक यह निश्चय नहीं किया है कि इस योजना में आवेदन की प्रक्रिया कैसी रखी जाएगी।
इसके लिए अग्नीपथ योजना में अप्लाई कैसे करें के बारे में हम आपको अभी कोई भी जानकारी नहीं दे पाएंगे। जैसे ही गवर्नमेंट योजना में अप्लाई करने की प्रक्रिया जारी करती है, वैसे ही उस प्रक्रिया को आर्टिकल में शामिल किया जाएगा, ताकि आप अग्निपथ योजना में अप्लाई कर सके और योजना के अंतर्गत इंडियन आर्मी में भर्ती होकर के भारत माता की सेवा कर सके।
अग्नीपथ योजना किसके लिए है?
हमारे भारत देश में जिन विद्यार्थियों ने 10वीं या फिर 12वीं क्लास को पास कर लिया है साथ ही जिनकी उम्र 17.5 साल से लेकर के 23 साल के बीच में है, वह अग्निपथ योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसमें लड़के भी अप्लाई कर सकते हैं साथ ही लड़कियां भी अप्लाई कर सकती हैं।
अग्नीपथ योजना के अंतर्गत भारतीय गवर्नमेंट जल सेना, थल सेना और वायु सेना में अग्नि वीरों की भर्ती करेगी। हालांकि उनकी नौकरी का कार्यकाल सिर्फ 4 साल का ही रहेगा। उसमें भी उन्हें 10 हफ्ते से लेकर के 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। अग्निपथ योजना की वजह से ऐसे युवाओं को भारत माता की सेवा करने का मौका मिलेगा, जो डिफेंस सेक्टर में जाना चाहते हैं।
अग्नीपथ योजना कब लागू होगी?
प्रधानमंत्री के द्वारा घोषणा करने के साथ ही अग्नीपथ योजना हमारे भारत देश में लागू हो चुकी है और जल्द ही इंडियन आर्मी में भर्ती करने के लिए रैली का आयोजन किया जाएगा, साथ ही अग्निपथ योजना के अंतर्गत भर्ती भी रैलियों के द्वारा ही की जाएंगी।
अग्नीपथ योजना की घोषणा साल 2022 के जून के महीने में की गई है और इस प्रकार से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस योजना की घोषणा के तकरीबन 90 दिनों के बाद अग्नीपथ योजना के अंतर्गत अग्नि वीरों की भर्ती की प्रक्रिया स्टार्ट हो जाएगी।
हादसा या शहीद होने पर क्या होगा
योजना के अंतर्गत अगर इंडियन आर्मी में भर्ती होने के पश्चात कोई जवान अगर शहीद हो जाता है तो उस जवान के परिवार वालों को पूरा इंश्योरेंस कवर प्राप्त होगा, साथ ही साथ जवान के परिवार वालों को सेवा निधि के समेत तकरीबन 1 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे और जवान की जो सर्विस बची होगी, उसकी पूरी तनख्वाह उसके परिवार वालों को प्राप्त होगी।
वहीं अगर कोई जवान सर्विस के दरमियान अपंग हो जाता है तो उसकी अपंगता के हिसाब से मुआवजा उसे दिया जाएगा, साथ ही उसकी जितनी सर्विस बची होगी, उसके हिसाब से उसे सैलरी भी दी जाएगी।
अग्नि वीरों की सैलरी कितनी होगी?
अगर कोई आवेदक अग्नीपथ योजना के अंतर्गत भर्ती होता है तो उसे अग्निवीर कहा जाएगा और स्टार्टिंग के पहले साल में उसे हर महीने ₹30000 की तनख्वाह मिलेगी, साथ ही साथ उसका ईपीएफ और पीएफ भी कटता है। इस प्रकार उसे पहले साल में तकरीबन ₹47,6000 की तनख्वाह 1 साल में प्राप्त होगी।
कैंडिडेट की 30000 महीने की तनख्वाह उसे लगातार 3 साल तक मिलेगी, फिर जब उसकी सर्विस का चौथा साल आएगा तो उसकी महीने की तनख्वाह 40000 हो जाएगी। इस प्रकार चौथे साल में उसे ₹69,2000 प्राप्त होंगे। इंडियन आर्मी में 4 साल की नौकरी को पूरा करने के पश्चात अग्निवीर रिटायर हो जाएंगे और उन्हें ₹10,00000 से लेकर के 12,00000 रुपए कैश प्राप्त होंगे, साथ ही सर्टिफिकेट भी मिलेगा।
अग्नि वीरों को सैलरी के अलावा कुछ भत्ते भी प्राप्त होंगे। जैसे कि राशन, ड्रेस और ट्रैवल एलाउंस तथा रिस्क एंड हार्डशिप। हालांकि आपको बता दें कि इन्हें ना तो पेंशन का फायदा मिलेगा ना ही इन्हें ग्रेजुएटी का फायदा मिलेगा। इसके साथ ही साथ अग्नि वीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में उनकी अवधि के लिए ₹4800000 का गैर अंशदाई लाइफ इंश्योरेंस कवर भी मिलेगा।
रिटायरमेंट के बाद अग्नि वीरों का क्या होगा?
4 साल सेना में नौकरी करने के पश्चात गवर्नमेंट के द्वारा तकरीबन 75 परसेंट जवानों को रिटायर कर दिया जाएगा। इसके बाद गवर्नमेंट आगे उन्हें स्वरोजगार दिलाने में उनकी सहायता करेगी। जो 25% अग्निवीर बचेंगे गवर्नमेंट के द्वारा उन्हें रिटेन किया जाएगा। हालांकि यह तभी पॉसिबल होगा जब उस टाइम इंडियन आर्मी में भर्ती निकाली गई हो।
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