दोस्तों आजके इस आर्टिकल में हम आपके लिए एक अहम जानकारी लेकर आये हैं। किडनी स्टोन से जुड़े ऐसे मिथ जिसे हम अक्सर सच समझ लेते हैं। जी हाँ दोस्तों भारत में सबसे ज्यादा किडनी स्टोन के मामले नॉर्थ इंडिया में मिलते हैं, किडनी स्टोन एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में कई मिथक फैले हुए हैं, एक्सपर्ट के द्वारा आज हम मिथक और उनकी सच्चाई जानेगें। अगर आप भी किडनी स्टोन से जुड़े सभी मिथक के बारें में जानना चाहते हैं। तो हमारा यह आर्टिकल आपके काफी काम आने वाला हैं। क्योकि आज हम आपको इसकी सभी जानकारी आसान शब्दों में उपलब्ध करा रहें हैं। किडनी स्टोन से जुड़े मिथ्स को जानने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
एक्सपर्ट के द्वारा जाने किडनी स्टोन से जुड़ी सच्चाई
एक अनुमान के मुताबिक उत्तर भारत के लोगों को किडनी स्टोन (Kidney Stone) होने का खतरा 10 से 15 प्रतिशत है। हालांकि आज के जमाने में इंटरनेट पर हर विषय की जानकारी और स्वास्थ्य सलाह मिल जाती है और इस मामले में किडनी स्टोन कोई अपवाद नहीं है। वहीं किडनी स्टोन को लेकर इंटरनेट पर कई तरह की जानकारी है. लेकिन सवाल यह उठता है कि हर जानकारी पर आंख बंद करके विश्वास तो कर नहीं सकते हैं। खासकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी पर तो बिल्कुल भी आंख मूंदकर विश्वास नहीं किया जा सकता है। दुनिया में अधिकांश बीमारी और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देश मौजूद हैं और गुर्दे की पथरी यानि किडनी स्टोन भी उनमें शामिल है। अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन, यूरोपियन एसोसिएशन ऑफ यूरोलॉजी और यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया जैसे प्राधिकरण अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय निकाय हैं जो मूत्र संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए दिशानिर्देश बनाते हैं।
किडनी स्टोन से जुड़े इन मिथ्स को अक्सर सच मान लेते हैं लोग
जैसा की हम सभी जानते हैं की किडनी स्टोन एक ऐसी समस्या है, जिसे अधिकतर लोगों ने एक्सपीरियंस किया है। अगर आपको भी किडनी स्टोन हुआ है तो यकीनन आप जानते होंगे कि यह खांसी जैसा नहीं है। वास्तव में, यह काफी दर्दनाक हो सकता है। कुछ गंभीर मामलों में इसे ठीक करने के लिए सर्जरी की भी जरूरत पड़ सकती है। आज के समय में लोग किडनी स्टोन को लेकर तरह-तरह की अफवाहों पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं। लेकिन हम आपको बतादें इससे कई नुकसान हो सकते हैं। इसलिय आज हम आपको दिल्ली एनसीआर के प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट डॉक्टर नितिन श्रीवास्तव (Dr. Nitin Shrivastava) द्वारा किडनी स्टोन से जुड़े कुछ पॉपुलर मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में बताने जा रहे हैं। जैसे-
दूध और दूध से बने उत्पादों के सेवन से पथरी होती है
लोगो का मानना है, कि दूध के सेवन से पथरी की समस्या होती है क्योकि दुध और दूध से बने उत्पादों में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है। लेकिन अभी तक ऐसा कोई भी शोध या अध्ययन नहीं हुआ है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि डेयरी उत्पादों का सेवन करने से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। बल्कि तमाम अध्ययन इस बात के खिलाफ यह जानकारी देते हैं कि डेयरी उत्पाद का सेवन करने से किडनी स्टोन यानि गुर्दे की पथरी का जोखिम कम हो सकता है। चूंकि डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है और इसका सेवन आंत में ऑक्सालेट नामक पत्थर बनाने वाले अणु को बांधता है जो कैल्शियम के साथ मिलकर मल में निकल जाता है और अवशोषित नहीं होता है।
किडनी स्टोन से बचने के लिए कैल्शियम का सेवन कम करना चाहिए
अगर हम रोजाना पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का सेवन नहीं करते हैं तो इसकी वजह से हमारी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कैल्शियम की कमी से हड्डियों का घनत्व भी कम हो सकता है। गुर्दे की पथरी यानि किडनी स्टोन से बचने के लिए कैल्शियम का सेवन कम करने वाली बात भी एक मिथक है। वास्तव में यह बात इसकी उल्टी है और कैल्शियम का सेवन कम करने से सेहत के लिए कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। हमारे शरीर में हड्डियों में कैल्शियम पाया जाता है।
यूरोलॉजी (Urology) क्या होता है ?
पथरी के मरीज को नहीं खाना चाहिए टमाटर?
जब भी किसी व्यक्ति के ब्लड में पोटैशियम का लेवल बढ़ने लगता है तो उन्हें टमाटर खाने के लिए मना किया जाता है. दूसरी बीमारी में भी टमाटर खाने के लिए मना किया जाता है.
किडनी स्टोन की वजह से पीठ में होता है दर्द?
कुछ लोगों के किडनी में पत्थर होने के बावजूद दर्द नहीं होता है. वहीं कुछ लोगों को जब टॉयलेट करने में दिक्कत होती है तो पीठ पर प्रेशर होता है. तब पीठ में गंभीर दर्द की शिकायत होती है. इन सब के अलावा उल्टी, पेशाब में खून, यरीन पास करने में जलन की दिक्कत होती है. किडनी स्टोन में खुद से किसी भी तरह के घरेलू उपचार से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
किडनी स्टोन की समस्या में विटामिन के सप्लीमेंट लेना सुरक्षित है
हालांकि विटामिन की खुराक लेने से सभी लोगों में किडनी स्टोन की समस्या नहीं होती है लेकिन जो लोग पहले से किडनी स्टोन की समस्या से पीड़ित हैं अगर वे विटामिन सी, विटामिन डी या कैल्शियम के सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं तो उन्हें किडनी स्टोन की समस्या का खतरा और ज्यादा हो जाता है। किसी भी स्थिति में अगर इनकी आवश्यकता होती है तो इसका सेवन करने से पहले यूरोलाजिस्ट की राय जरूर लेनी चाहिए। किडनी स्टोन से ग्रसित सभी मरीजों द्वारा विटामिन सप्लीमेंट लेना सुरक्षित होता है। विशेष रूप से यदि किसी व्यक्ति को काफी समय पहले से किडनी स्टोन की समस्या है और यह समस्या अभी भी बरकरार है तो उसे विटामिन के सप्लीमेंट्स का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा हो सकता है कि विटामिन सी के सप्लीमेंट और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स की वजह से उस व्यक्ति को किडनी स्टोन की समस्या हुई हो।
गुर्दे की पथरी की वजह से सिर्फ दर्द होता है
दोस्तों हम आपको बतादें की यह भी एक मिथक है कि किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी होने की वजह से सिर्फ दर्द की समस्या होती है। कई तरह के किडनी स्टोन की समस्या में मरीज को तमाम लक्षण हो सकते हैं और ये स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव भी डाल सकते हैं। गुर्दे की पथरी यदि पेशाब की नली में फंस जाए तो इसकी वजह से किडनी में सूजन की समस्या हो सकती है और इसकी वजह से किडनी पर दबाव अधिक पड़ता है। पेशाब की नली में स्टोन फंसने की वजह से पेशाब जमा हो जाता है जो संक्रमण का कारण भी बनता है। धीरे-धीरे यह संक्रमण कई गंभीर समस्याएं खड़ा कर सकता है।
बियर या जौ का पानी पीने से किडनी स्टोन को खत्म किया जा सकता है
कई लोगों का यह मानना है कि बियर या जौ के पानी का सेवन करने से किडनी स्टोन को बाहर किया जा सकता है और इसका सेवन किडनी स्टोन की समस्या से बचा सकता है। वास्तव में फ्लशिंग (पेशाब के रस्ते से स्टोन का बाहर जाना) अधिक मूत्र उत्पादन की वजह से होता है और यह अच्छी मात्रा में पानी पीने से होता है। किडनी स्टोन को खत्म करने या इस समस्या से बचाव के लिए कभी भी शराब या बियर के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है। इसके अलावा अल्कोहल युक्त चीजों का सेवन करने से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या भी होती है जिसकी वजह से किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है। शराब किडनी के हेल्थ पर नकरात्मक प्रभाव डालती है और इसका सेवन किडनी स्टोन के जोखिम को बढ़ा सकता है।
FAQ’s
पथरी बनाने वाले रसायन कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरेट, सिस्टीन, ज़ैंथिन और फॉस्फेट हैं।
किडनी स्टोन के दर्द से राहत पाने के 7 तरीके
हाइड्रेटेड रहना
दर्द निवारक दवा लें
दर्द वाली जगह पर गर्माहट लगाएं
माइंडफुल डाइट का पालन करें
नींबू का रस आज़माएं
दर्द प्रबंधन व्यायाम
चिकित्सा हस्तक्षेप की मांग
इससे किडनी पर वर्क लोड बढ़ जाता है और इसका असर शरीर के अन्य अंग पर भी बढ़ता है। इसलिए गर्म पानी की ज्यादा मात्रा किडनी पर असर डालना शुरू कर देती है। डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता।
पर्याप्त पानी न पीना, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम में कम और सोडियम में उच्च आहार, यदि परिवर्तन नहीं किए जाते हैं, तो ये सभी कई गुर्दे की पथरी का कारण बन सकते हैं।
नींबू का रस न केवल गुर्दे की पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि यह गुर्दे की पथरी के तीव्र दर्द से राहत पाने का एक प्रभावी तरीका भी है।
रोजाना 6 से 8 गिलास पानी पीना गुर्दे की पथरी को प्राकृतिक रूप से घोलने और बाहर निकालने का सबसे आसान उपाय माना जाता है।
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