हरियाणा राज्य में चल रही पानी की कमी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने “मेरा पानी मेरी विरासत” योजना का शुभारम्भ किया है, इस योजना के अंतर्गत उन किसानो को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी जो धान की खेती कर रहे है | किसानो को कृषि करने के लिए भूमि के साथ-साथ पानी की भी आवश्यकता होती है जब खेती धान कि हो तो पानी की आवश्यकता और अधिक बढ़ जाती है |
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किसान का खेती से उद्देश्य यह होता है कि फसल अच्छी हो सके, जिसे बेचकर वह अच्छी कीमत प्राप्त कर सके | हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा इस योजना का शुभारम्भ 6 मई 2020 को किया गया है | इस योजना के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा एक अधिकारिक वेबसाइट http://www.agriharyanaofwm.com/ चलायी गई है |
इस वेबसाइट पर आवेदन करके आप इस योजना का लाभ उठा सकते है, इस योजना का लाभ किसानो को 15 जून 2020 से मिलना आरम्भ होगा | इस पृष्ठ पर आपको “मेरा पानी मेरी विरासत क्या है | ऑनलाइन पोर्टल – रजिस्ट्रेशन (Mera Pani Meri Virasat Scheme)” का लाभ किस प्रकार प्राप्त कर सकते है इसकी पात्रता, शर्ते, उद्देश्य तथा ऑनलाइन आवेदन किस प्रकार करेंगे इस सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई गई है |
मेरा पानी मेरी विरासत योजना (Mera Pani Meri Virasat Scheme)
हरियाणा राज्य में पानी की समस्या के निदान तथा धान की खेती करने वाले किसानो की सहायता के उद्देश्य से हरियाणा सरकार ने ‘मेरा पानी मेरी विरासत योजना’ की शुरुआत की है | इस योजना के अंतर्गत धान की खेती करने वाले किसानो की सहायता के लिए हरियाणा सरकार प्रोत्साहन धनराशि के रूप में 7 हजार रूपये प्रति एकड़ जमींन पर प्रदान कर रही है ताकि किसान धान की खेती के स्थान पर दूसरे अनाज की खेती कर सके जिसमे पानी की इतनी अधिक आवश्यकता न हो जैसे मक्का, अरहर, उड़द, कपास , बाजरा, तिल इत्यादि |
धान के क्षेत्रो में प्रतिवर्ष लगभग 1.0 मीटर भू-जल स्तर में गिर रहा है जिसके फलस्वरूप आने वाली पीढियों के लिए पानी बचाने के लिए सरकार ने 1.00 लाख हैक्टेयर भूमि में अन्य फसलो की पैदावार करने के उद्देश्य से यह योजना चलायी है इस योजना के द्वारा फसल विविधीकरण तथा नयी तकनीकों को बढ़ावा प्रदान करना तथा उत्पादन और किसान की आय को बढ़ाना है | इस योजना के माध्यम से प्रत्येक किसान लाभ प्राप्त सकता है, आंकड़ों के हिसाब से हरियाणा में अभी तक लगभग 68 लाख मेट्रिक टन चावल तथा 25 मेट्रिक टन बासमती की खेती हो रही है |
इस योजना को सफल बनाने के लिए धान की खेती जिन स्थानों पर ज्यादा होती है उन क्षेत्रो को लिया गया है, इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 19 ब्लॉक लिए गए है जिसमे पानी लगभग 40 मीटर से भी नीचे जा चुका है इसमें से 8 ब्लॉक ऐसे है जिसमे धान की खेती अधिक होती है |
मेरा पानी मेरी विरासत योजना का उद्देश्य
- प्रतिवर्ष जल स्तर गिरने से आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए योजना बनाना तथा भू-जल स्तर को बनाये रखना |
- अधिक पानी का व्यय होने वाली धान की खेती के स्थान पर किसानो को दूसरे अनाज की खेती का विकल्प देना |
- जिन क्षेत्रो में खेती करने पर अधिक पानी व्यय होता है उन क्षेत्रो को कम करना |
- स्थायी खेती के साथ नवीन तकनीकों को अपनाकर उन्हें बढ़ावा देना |
- गेहू और धान की खेती के चक्र के दौरान मिटटी की नमी एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों को बचाना तथा मिटटी को स्वस्थ रखना है |
- योजना के द्वारा संसाधनों का संरक्षण करना और बढ़ावा देना है |
- धान की खेती छोड़ने पर किसी किसान के अन्दर निराशा न होना |
मेरा पानी मेरी विरासत योजना के लाभ
बढ़ती हुयी पानी की समस्या को देखते हुए हरियाणा सरकार ने किसानो की सहायता और पानी की बचत के उद्देश्य से इस योजना को क्रियान्वित किया है जिसके माध्यम से किसानो को मिलने वाले लाभ इस प्रकार है –
- इस योजना का लाभ केवल हरियाणा राज्य के निवासियों को ही प्राप्त होगा |
- इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत किसानो को आर्थिक सहायता के रूप में धनराशि प्रदान की जाएगी |
- धान की खेती के स्थान पर अन्य खेती करने पर 7000 रूपये प्रति अकड़ के अनुसार धनराशि दी जाएगी |
- मक्का, अरहर, तिल, कपास, मूंग, उड़द और सब्जी की खेती धान के स्थान पर करना होगा |
- हरियाणा राज्य का कोई भी किसान इस योजना का लाभ ले सकता है |
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किसान सहायता नंबर (Helpline Number)
हरियाणा किसान आवश्यकता होने पर इस योजना से जुड़े सहायता नंबरो पर कॉल के द्वारा जानकारी प्राप्त कर सकते है जिनकी जानकारी इस प्रकार है:-
किसान कॉलसेंटर नंबर – 1800-180-1551
किसान मोबाइल नंबर (असऍमअस) – 09915862026
फ़ोन नंबर – 0172-2571553 अथवा 0172-2571544
फैक्स नंबर – 0172-2563242
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मेरा पानी मेरी विरासत योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन
- इस योजना का लाभ लेने के लिए सर्वप्रथम आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट www.agriharyanaofwm पर जाना होगा |
- वेबसाइट पेज खुल के आ जायेगा इस प्रकार
![https://lh3.googleusercontent.com/q3BE52GmHnzsR63GT2_LJmt_MaDk-YiBnheistzqhAs1yFCdXjxvZ_hE8ze7hdtSStwzYcx3YDffYVeFCC7iFasWlmbiIBCSiqjXXwZqqFxWyMRpW9UXvpdEZK2qO4CiGgK6vLA39DaVPOrdIA](https://hindiraj.net/wp-content/plugins/gumlet/assets/images/pixel.png)
- इसके बाद आपको किसान पंजीकरण पर क्लिक करना होगा।
- आपके सामने किसान पंजीकरण फॉर्म खुल कर सामने आ जायेगा |
![https://lh3.googleusercontent.com/cYtkY8N10rQrOx_K9yGIMYKN0BetZsYzdUE_xXXneYjqDJPTliA_-ebiMXumYxxsh6073VAgKnbOHbEMxQG7MpdA-NtS66a3krDXZmeSWwq3yeCsbAErNRFIZX7F24_fdWSyyGJe18n_cGlDzQ](https://hindiraj.net/wp-content/plugins/gumlet/assets/images/pixel.png)
- अब आपको पूरा फॉर्म सही-सही भरना होगा।
- योजना के अंतर्गत जिला एवं अपने गांव का नाम भरना होगा।
- उसके बाद आपको मांगी गयी जानकारी देनी होगी जैसे कि अपना नाम, पता, माता-पिता का नाम, श्रेणी, मोबाइल नंबर आदि ।
- उसके बाद भूमि सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी देनी होगी जहां पर फसल उगाना है |
- बैंक सम्बन्धी जानकारी को भरना होगा ।
- आधार कार्ड की स्कैन कॉपी को लगाना होगा ।
- जानकारी भरने के बाद नीचे दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा ।
- इस प्रकार से आपका फॉर्म इस योजना के लिए पंजीकृत हो जायेगा |
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यहाँ आपको ‘मेरा पानी मेरी विरासत योजना’ के विषय में जानकारी दी गई है | यदि आप इस जानकारी से संतुष्ट है, तो कमेंट करके अपना सुझाव दे, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही उत्तर देने का प्रयास किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |
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