वॉलीबॉल एक खेल है जिसका जन्म अमेरिका में हुआ परन्तु इस खेल नें पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बनायीं है | वॉलीबॉल की शुरुआत अमेरिका में वर्ष सन 1895 में हुई थी और विलियम मॉर्गन को इसका जनक माना जाता है | इस खेल की शुरुआत गांवों में खेले जाने वाले खेल के रूप में हुई थी परन्तु बहुत जल्द ही यहाँ एक ग्लोबल खेल बन गया | वॉलीबॉल (Volleyball) को वर्ष 1964 में टोक्यो ओलिंपिक में शामिल किया गया था |
वर्ष 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत में इसकी संस्था अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बनायी गयी और नियम-कानून भी बनाये गये | इन्ही नियमों के आधार पर यह खेल पूरी दुनिया में खेला जाता है | वर्तमान समय में वॉलीबॉल अंतरराष्ट्रीय खेलों साथ-साथ ओलिंपिक खेलों और पैन अमेरिकन खेलों का हिस्सा हैं |
हालाँकि वर्तमान समय में यह खेल भारत में अत्यंत लोकप्रिय है और यह खेल पुरुष एवं महिला दोनों स्तरो पर खेला जाता है | तो आइयें जानते है यहाँ पर वालीबॉल खेल के नियम और Volleyball Game Rules in Hindi इसके बारे में जानकारी |
खेलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
वालीबॉल खेल के मैदान की माप (Size of Volleyball Court)
जिस मैदान में वाँलीबाँल का खेल खेला जाता है, उसे वॉलीबॉल कोर्ट कहा जाता है | वाँलीबाँल कोर्ट की लंबाई 59 फीट और चौंडाई 29 फीट 6 इंच होती है | इसके साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है, कि 7 मीटर अर्थात 22 फीट की उंचाई तक किसी प्रकार की कोई बढ़ा न हो | वॉलीबॉल कोर्ट के चारों ओर की बाउंड्री की लाइन 5 सेंटीमीटर चौड़ी होती है।
वॉलीबॉल कोर्ट के बीचो-बीच एक रेखा के माध्यम से 2 बराबर भागों में विभाजित किया जाता है | विभाजित होनें के बाद दोनों भाग 9X9 (9 गुणा 9) मीटर का हो जाता है। मध्य रेखा से दोनों ओर 3 मीटर की दूरी दो पैरलल लाइन खींची जाती है, जिन्हें अटैक लाइन कहते है | बैक लाइन से 20 सेंटीमीटर पीछे 15 X 5 सेंटीमीटर की दो लाइन खींची जाती हैं। इन दोनों लाइन के बीच 9 मीटर का अंतर होता है, जिसे सर्विस एरिया माना जाता है। यहीं से खिलाड़ी सर्विस भी करता है |
वॉलीबॉल कोर्ट के मध्य में एक जाल बांधा जाता है, जिसे नेट भी कहते है | इस जाल की लंबाई 31 फीट और चौंडाई 3 फीट 1 इंच होती है | हालाँकि पुरुषो और महिला दोनों के लिए जाल की माप अलग-अलग होती है | पुरुषों के लिए जाल की ऊंचाई लगभग 7.5 फीट और महिलाओ के लिए लगभग 7 फीट होती है | जाल के उपरी भाग पर 2 इंच चौडी पट्टी लगी होती है |
वॉलीबॉल खेल के नियम (Rules Of Volleyball Game)
वॉलीबॉल का मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है, प्रत्येक टीम में 12-12 खिलाड़ी होते है परन्तु कोर्ट में सिर्फ 6 खिलाडियों को जानें की अनुमति होती है शेष 6 खिलाड़ी रिज़र्व में रखे जाते है | मैच शुरू करनें के लिए टॉस के लिए कॉइन उछाला जाता है और टॉस जीतनें वाली टीम के खिलाड़ी को बेसलाइन के पीछे से सर्व करना होता है | सर्व को सबसे पहले उठाने वाला खिलाड़ी उसे पिच करता है, इसे पास या बंप सेट कहते है | गेंद को छूने वाला दूसरा खिलाड़ी सेटर कहलाता है, जो गेंद को नेट के पास खिलाड़ी तक पहुंचाने की कोशिश करता है और गेंद को छूने वाले अंतिम प्लेयर को ‘स्पाइक’ कहा जाता है |
वॉलीबॉल खेल में अंक कैसे मिलते हैं (How To Score In Volleyball Game)
वॉलीबॉल खेल के 1 गेम में पांच सेट होते है, जिसमें से पहले चार सेट के लिए 25 अंक निर्धारित होते है | यदि पहले 2 सेटों में स्कोर 2-2 से बराबर होता है, तो 5 वां सेट 15 अंकों का होता है | दो पारिया खेलने के पश्चात् दो मिनट से पाँच मिनट का विश्राम अर्थात रेस्ट दिया जाता है |
प्रत्येक सेट के बाद एक अंक मिलता है, यह अंक जिस टीम के पक्ष में होता है, उसी टीम को सर्व करनें का अवसर प्राप्त होता है | यदि दोनों टीमो का स्कोर 14-14 हो, तो उन्हे 16-14 तथा 17-15 आदि स्कोर तक खेलना पड़ता है | प्रत्येक पारी की विजेता वही टीम मानी जाती है, जो विरोधी टीम से कम-से-कम 2 अधिक अंक प्राप्त करती है |
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वॉलीबॉल में खिलाड़ियों की स्थिति (Players Position In Volleyball Game)
वॉलीबॉल खेल के अन्तर्गत प्रत्येक टीम में खिलाडियों की पांच पोज़ीशन सेंटर्स, मिडल ब्लॉकर्स, आउटसाइड हिटर, वीकसाइड हिटर, लीबरो होती है | जिसमें सेंटर्स का कार्य बॉल को पास कर स्पाइकर्स तक पहुचाना होता हैम ताकि वह स्मैश मार सकें। स्पाइकर द्वारा हित की गयी बॉल को रोकने की जिम्मेदारी मिडल ब्लॉकर्स की होती है, इसके साथ ही यदि इन्हें बीच में बाल मिल जाती है, तो वह उसे हिट करते हैं | आउटसाइड हिटर को साइड हिटर के नाम से भी जाना जाता है | यह टीम के मुख्य अटैकर होते हैं, जो कोर्ट के लेफ्ट डायरेक्शन से खेलते है |
फ़ाउल कब माना जाता है (When Is Foul Considered)
- खिलाड़ियों द्वारा बॉल को हिट करनें पर यदि बॉल नेट में छू जाती है, तो फ़ाउल माना जाता है |
- यदि बॉल पार्श्व-चिह्न को छूकर बाहर निकाल जाती है |
- यदि बॉल दूसरी टीम के पाले में पहुचनें से पहले किसी खिलाड़ी को टच कर जाती है |
- खिलाड़ी द्वारा बॉल को हिट करनें के दौरान यदि बॉल नेट के नीचे से गुजरती है, इसे फ़ाउल माना जाता है |
- गेंद के सीमा रेखा से बाहर निकलनें पर |
- प्रत्येक बॉल को अधिकतम 3 खिलाड़ी हिट कर उसे विरोधी टीम के पाले में भेज सकते है |
- यदि नेट के पास दोनों टीमो के खिलाड़ी बॉल को एक साथ टच करते है, तो ऐसी स्थिति में बॉल जिस पाले में गिरती है उसके विपक्षी को 1 अंक प्राप्त होता है |
यहाँ आपको वॉलीबॉल (Volleyball) खेल के नियम के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई गई है | यदि आपको इससे सम्बंधित अन्य जानकारी प्राप्त करनी है तो आप अपने विचार या सुझाव कमेंट बॉक्स के माध्यम से साझा कर सकते है | इसके साथ ही आप अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो www.hindiraj.com पर विजिट करे |