हमारे देश में ऐसे बहुत सारे काम है, जिन्हें करने के लिए हम अपनी मातृभाषा का इस्तेमाल कर लेते हैं परंतु जब हमें किसी अन्य देश में भ्रमण करने या किसी कार्य के करने हेतु जाना होता है, तो हमें अंग्रेजी आनी जरूरी हो जाती है।
अंग्रेज़ी एक विश्व स्तरीय भाषा है, जिसे समझना इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि इसी भाषा के जरिए आप विदेशों में अपना करियर बना सकते हैं। अगर आपने कभी विदेश जाने का प्रयास किया होगा तो आपको अंग्रेजी भाषा का एक टेस्ट देने के लिए कहा होगा जिसका नाम IELTS है, आइए इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।
IELTS का फुल फॉर्म
IELTS का संक्षिप्त नाम “International English Language Testing System” है।
IELTS क्या है?
अंग्रेजी में लिए जाने वाले इस टेस्ट की गिनती इंटरनेशनल टेस्ट की लिस्ट में होती है और इसे उन लोगों को देना जरूरी होता है, जो ऐसे किसी ऐसे देश से संबंध रखते हैं जहां पर अंग्रेजी भाषा का ज्यादा इस्तेमाल नही किया जाता है। और उस देश के नागरिक किसी ऐसे किसी देश में जाना चाहते हों, जहां पर उस देश की मातृभाषा अंग्रेजी है या फिर वहां अंग्रेजी बोलने, पढ़ने और लिखने वालों की बहुलता हैं।
इस टेस्ट को देने के बाद आपकी अंग्रेजी भाषा पर पकड़ कितनी अच्छी है? यह मापना आसान हो जाता है, हमारे देश में ऐसे कई कोचिंग इंस्टीट्यूट है जो इस टेस्ट को पास करने की पढ़ाई करवाते हैं।
बता दें कि साल 1989 में स्थापित यह टेस्ट आज भी लिया जा रहा है। देश के जो कैंडिडेट विदेशों में जाना चाहते हैं उन्हें IDP : IELTS ऑस्ट्रेलिया के द्वारा आयोजित टेस्ट को पास करना होता है। इसकी ऑफिशियल वेबसाइट www.ieltsidpindia.com है।
इस टेस्ट का मैनेजमेंट संभालने की जिम्मेदारी 3 इंस्टीट्यूट के ऊपर है जिनके नाम निम्नलिखित है।
- ब्रिटिश काउन्सिल
- IDP : IELTS ऑस्ट्रेलिया
- कैंब्रिज असेसमेंट इंग्लिश
IELTS SCORE को कौन से इंस्टिट्यूट स्वीकार करते हैं?
- फिलिप्स
- इंटरनेशनल मॉनिटरि फ़ंड
- यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया
- स्टडी पोर्टल
- हावर्ड बिजनेस स्कूल
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज
- कमिशन ऑन ग्रेजुएट ऑफ फॉरेन नर्सिंग स्कूल्स
IELTS के लिए योग्यता?
आईईएलटीएस के लिए जो योग्यताएं मांगी जानती है, उसकी जानकारी निम्नलिखित है।
- निम्नतम उम्र 16 साल
- 10 वीं पास
- शैक्षणिक योग्यता इंस्टीट्यूट के अनुरूप
IELTS के प्रकार क्या है?
यह कुल दो प्रकार का होता है।
- IELTS अकैडमिक टेस्ट
- IELTS जनरल ट्रेनिंग
इसके अलावा आपको बता दें कि इसके टेस्ट पार्टनर के द्वारा “IELTS लाइफ स्किल” नाम का टेस्ट भी लिया जाता है।
IELTS एकेडमिक टेस्ट
ऐसे आवेदकों को यह टेस्ट देना पड़ता है जिन देशों में जा करके वह किसी यूनिवर्सिटी या फिर कॉलेज में एडमिशन ले कर के कोई कोर्स करना चाहते हैं। इसके अलावा जिन देशों में अंग्रेजी भाषा का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, उन देशों में जाने के लिए भी यह टेस्ट देना पड़ता है।
IELTS जनरल ट्रेनिंग
ऐसे कैंडिडेट जो अंग्रेजी का उपयोग अकैडमीक ट्रेंनिंग या फिर घूमने के उद्देश्य से करते है, उनके लिए यह टेस्ट होता है।
IELTS लाइफ स्किल्स
यूनाइटेड किंगडम (US) में जाकर के हमेशा के लिए रहने के लिए अथवा बसने के लिए जिन लोगों की इच्छा है उन्हें इस टेस्ट को देना जरूरी होता है। इस टेस्ट को दे करके उन्हें यह साबित करना होता है कि वह वाकई में अंग्रेजी लैंग्वेज अच्छी तरह से बोल लेते हैं और अंग्रेजी लैंग्वेज को सुनने की उनकी क्षमता अच्छी है।
IELTS का एक्जाम पैटर्न और सिलेबस क्या है?
इसके सिलेबस और एग्जाम पैटर्न की जानकारी नीचे दी गई है।
लिसनिंग
4 सेक्शन वाले इस मॉड्यूल के हर सेक्शन में 10 क्वेश्चन होते हैं जिसे देने के लिए 40 मिनट का समय दिया जाता है। इसमें टोटल 40 क्वेश्चन होते हैं। 40 मिनट में से 10 मिनट क्वेश्चन के आंसर को लिखने के लिए दिया जाता है और 30 मिनट टेस्टिंग करने के लिए कैंडिडेट को प्राप्त होता है।
पहला और दूसरा सेक्शंस इस मॉड्यूल में सामाजिक गतिविधियों से संबंधित होता है और तीसरा,चौथा मॉड्यूल एजुकेशन तथा ट्रेनिंग के बारे में होता है।
रीडिंग
तीन सेक्शन वाले इस मॉड्यूल में पहले सेक्शन में 2, दूसरे में 150 और तीसरे में 750 वर्ड होते हैं। इस मॉड्यूल में ऑप्शन वाले क्वेश्चन, लंबे जवाब वाले क्वेश्चन, सारांश वाले क्वेश्चन और डायग्राम की एनालिसिस करने वाले क्वेश्चन शामिल होते हैं।
IELTS एकेडमिक टेस्ट के लिए रीडिंग पेपर
विभिन्न प्रकार के इंटरनेशनल मैगजीन, न्यूज़पेपर, इंटरनेट और क्वेश्चन बैंक से संबंधित क्वेश्चन जो होते हैं, वह इसमें कैंडिडेट से पूछे जाते हैं। इसमें जो भी टॉपिक कवर किए जाते हैं, वह पोस्ट ग्रेजुएट और अंडर ग्रेजुएट की पढ़ाई के सिलेबस के अनुसार ही होते हैं।
IELTS जनरल ट्रेनिंग के लिए रीडिंग पेपर
पहले सेक्शन में जहां छात्रों से टाइम टेबल और नोटिस से संबंधित क्वेश्चन से पूछे जाते हैं, वहीं कॉन्ट्रैक्ट, ट्रेनिंग और जॉब वाले क्वेश्चन दूसरे सेक्शन में पूछे जाते हैं। बात करें तीसरे सेक्शन की तो विद्यार्थियों से तीसरे सेक्शन में न्यूज़पेपर, बुक्स, इंटरनेट तथा मैगजीन से संबंधित क्वेश्चन पूछे जाते हैं।
IELTS जनरल ट्रेनिंग के लिए राइटिंग पेपर
दो टास्क वाले इस मॉड्यूल में सबसे पहले वाले टास्क मे कैंडिडेट को 150 वर्ड सिर्फ 20 मिनट के अंदर ही लिख कर के पूरे कर देने होते हैं। वही दूसरे टास्क में 250 वर्ड लिखने के लिए विद्यार्थियों को सिर्फ 40 मिनट का समय दिया जाता है। इसमें पूरा जवाब सेंटेंस में लिखा जाता है। शार्ट आंसर या फिर बुलेट प्वाइंट्स इसके अंदर वैलिड नहीं होते हैं |
IELTS एकेडमिक टेस्ट के लिए राइटिंग पेपर
टेबल, चार्ट, ग्राफ, मैम, प्रोसेस, डायग्राम यह कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका एनालिसिस विद्यार्थियों को इसके पहले वाले टास्क में करके दिखाना होता है और दूसरे वाले टास्क में विद्यार्थियों को जो टॉपिक दिया गया होता है, उस पर अपने विचार प्रकट करने होते हैं अथवा जो प्रॉब्लम बताई गई होती है, उसका सलूशन क्या हो सकता है, इसकी इंफॉर्मेशन देनी होती है।
IELTS जनरल ट्रेनिंग के लिए राइटिंग पेपर
इसमें जो पहला टास्क होता है, उसमें अभ्यर्थियों को डेली लाइफ से संबंधित टॉपिक पर एक लेटर लिख करके देना होता है और दूसरे वाले टेस्ट में किसी भी एक नॉर्मल सब्जेक्ट के ऊपर उन्हें निबंध तैयार करके देना होता है।
स्पीकिंग
यह विद्यार्थियों के लिए इम्तिहान की घड़ी होती है। इसमें विद्यार्थियों को इंटरव्यू लेने वाली टीम के सामने बैठना होता है और इसमें कुल तीन प्रकार के सेक्शन इसके अंतर्गत होते हैं।
जिसमें पहले सेक्शन में इंटरव्यू लेने वाले लोगों की टीम के द्वारा विद्यार्थी से उसके इंटरेस्ट, एजुकेशन, Work,Family, घर के बारे में, इंफॉर्मेशन पूछी जाती है और इसे पूरा करने में 4 से 5 मिनट का समय लगता है।
दूसरा वाला जो सेक्शन होता है, उसमें विद्यार्थियों को इंटरव्यू लेने वाले लोगों की टीम के द्वारा किसी विशेष सब्जेक्ट के ऊपर आधारित एक खास टास्क कार्ड दिया जाता है और विद्यार्थी को इसे पढ़ने के लिए तथा समझने के लिए सिर्फ 1 मिनट का टाइम ही दिया जाता है और 1 मिनट का टाइम पूरा होने के बाद विद्यार्थी ने जो भी का टास्क कार्ड को पढ़ करके समझा है उसे बोलने के लिए 2 मिनट का समय मिलता है।
इसके तीसरे सेक्शन में विद्यार्थी और इंटरव्यू लेने वाले लोगों की टीम के बीच विचार विमर्श और आपसी बातचीत चालू होती है, जो कि 4 से 5 मिनट तक चलती है।
IELTS की रजिस्ट्रेशन प्रोसेस क्या है?
इसके पहले कि आप इसमें अपना रजिस्ट्रेशन करें, आपको बता दें कि आपको रजिस्ट्रेशन चालू करने से पहले अपने पासपोर्ट को अवश्य अपने पास रखना चाहिए और अगर आपके पास पासपोर्ट नहीं है तो उसे बनवा लें क्योंकि इसमें आपको पासपोर्ट के नंबर को डालना पड़ता है। आइए जानिए कैसे आप स्वयं को IELTS में रजिस्टर्ड कर सकते हैं।
- सबसे पहले नीचे हमने आपको जो लिंक दिया है उसके ऊपर आपको क्लिक कर देना है। ऐसा करने पर आप ielts की आधिकारिक वेबसाइट www.ielts.org पर पहुंच जाएंगे।
- वेबसाइट पर पहुंचने के बाद दिए हुए मेथड का इस्तेमाल करके वेबसाइट पर अपना अकाउंट क्रिएट कर ले।
- अब आप आवश्यक प्रक्रिया पूरी करके अपने आसपास में स्थित टेस्ट सेंटर का सिलेक्शन करें।
- अब अब fees की पेमेंट ऑनलाइन किसी भी पेमेंट मेथड का इस्तेमाल करके कर दें और उसका प्रिंट आउट ले ले।
- इस प्रकार आपके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस पूरी हो जाती है। अब तय तिथि को आपको टेस्ट देने के लिए जाना है।
IELTS की रजिस्ट्रेशन फीस क्या है?
जो भी कैंडिडेट विदेश जाने के लिए आईईएलटीएस के टेस्ट को देना चाहते हैं, उन्हें यह पता कर लेना चाहिए कि इसका रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए उन्हें कितने रुपए देने पड़ेंगे। बता दे कि ₹14,700 की रजिस्ट्रेशन फीस आपको इस टेस्ट को देने के लिए देनी पड़ती है और यह आपको हर बार देनी होगी, जब आप इस टेस्ट को देने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करेंगे। कुछ राज्यों में इस टेस्ट की फीस अलग अलग हो सकती है। कुछ इंस्टीट्यूट अलग से ही फीस का पैमाना तय करते हैं।
IELTS टेस्ट कैसे देते हैं?
इसे देने के टोटल 2 प्रकार हैं पहला है ऑफलाइन और दूसरा है ऑनलाइन। हालांकि कोविड-19 के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए गवर्नमेंट ने “IELTS इंडिकेटर” नाम का एक नया टेस्ट देने का जरिया प्रदान किया है।
ऑनलाइन टेस्ट
ऑनलाइन टेस्ट देने के लिए आपको साइबर कैफे जाना पड़ता है और अगर आपके पास घर पर कंप्यूटर है तो आप घर से ही ऑनलाइन टेस्ट दे सकते हैं। ऑनलाइन टेस्ट देने की सबसे मुख्य बात यह है कि इसमें आप रोजाना 3 बार टेस्ट दे सकते हैं और जो भी टेस्ट ऑनलाइन दिया जाता है, उसका रिजल्ट भी जल्दी जारी कर दिया जाता है।
ऑफलाइन
पेपर पर आधारित जो भी आईईएलटीएस टेस्ट होता है उसे आप अधिकतम 1 महीने में 4 बार ही दे सकते हैं। ऑनलाइन टेस्ट देने की तुलना में इस टेस्ट के माध्यम से जो अभ्यर्थी टेस्ट देते हैं उन्हें काफी देर से रिजल्ट प्राप्त होता है।
IELTS इंडिकेटर
लोगों का विदेश जाने का सपना भी साकार हो सके और लोग कोरोना वायरस की चपेट में आने से भी बचे रहे, इसीलिए गवर्नमेंट ने लोगों की सुविधा के लिए इसे स्टार्ट किया है, ताकि लोग बिना घर से बाहर निकले हुए घर पर रहकर ही कंप्यूटर या फिर लैपटॉप की सहायता से इस टेस्ट को दे सकें।
IELTS का रिज़ल्ट कैसे चेक करें?
इस टेस्ट को दे देने के बाद जब आपको यह पता चले कि इसका रिजल्ट जारी कर दिया गया है, तब आपको सीधा इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर चले जाना है और तय जगह में आपको लॉगइन आईडी, पासवर्ड, पासपोर्ट नंबर और अन्य जानकारियों को इंटर करना है जिसके बाद आप यह देख सकेंगे कि आपको इस टेस्ट में कितने अंक मिले हैं।
IELTS स्कोर क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस टेस्ट में पास या फेल लिख करके नहीं आता है बल्कि इसमें स्कोर दिया जाता है, जिसे की बैंड कहा जाता है, जो 1 से लेकर के 9 तक की संख्या तक जाता है। ऐसे लोग जो इस टेस्ट में शामिल नहीं होते हैं उन्हें 0 बैंड दिया जाता है।
9 बैंड: | एक्सपर्ट यूजर |
8 बैंड: | वेरी गुड यूजर |
7 बैंड: | गुड यूजर |
6 बैंड: | कम्पीटेंट यूजर |
5 बैंड: | माॅडेस्ट यूजर |
4 बैंड: | लिमिटेड यूजर |
3 बैंड: | एक्सट्रीमली लिमिटेड यूजर |
2 बैंड: | इंटरमिटेंट यूजर |
1 : नन | यूजर |
0 : | टेस्ट मे शामिल नहीं हुआ |
IELTS की तैयारी कैसे करें?
- यूट्यूब पर ऐसे बहुत सारे एजुकेशनल चैनल है, जो इसकी प्रिपरेशन करवाते हैं उन्हें देखें और उनके बताए गए टिप्स को फॉलो करें।
- जिन लोगों ने इस टेस्ट को दे दिया है उनसे मिले और उनसे इस टेस्ट के बारे में एक्सपर्ट एडवाइज प्राप्त करें।
- इसकी ऑफिशल वेबसाइट को विजिट करे, वहां से आपको स्टडी के बहुत सारे मटेरियल मिल जाएंगे।
- अपनी अंग्रेजी को मजबूत करना आपको इसलिए आवश्यक है क्योंकि इस टेस्ट को आपको English में ही देना होगा।
- बेहतर तैयारी के लिए आप घर के आस-पास में स्थित किसी अच्छे कोचिंग इंस्टिट्यूट को भी ज्वाइन कर सकते हैं।
FAQ
भारत में IELTS टेस्ट के कितने सेंटर है?
67
IELTS दुनिया के कितने देशों में फैला हुआ है?
140
IELTS का रिज़ल्ट कितने दिनों में आता है?
ऑनलाइन टेस्ट का परिणाम महज 3 से 5 दिनों के अंदर आता है वहीं ऑफलाइन टेस्ट का निर्णय 11 से 15 दिनों के बाद होता है।
IELTS का रिजल्ट कितने सालों तक वैध रहता है?
2 साल तक