Jnanpith Award Explained in Hindi
भारत सरकार या संस्था द्वारा हर साल विभिन्न प्रकार के पुरस्कार भारतीय या गैर भारतीय व्यक्तियों को दिए जाते है जिसमे एक है ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Award) | यह पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ न्यास की ओर से भारतीय साहित्य के क्षेत्र में असाधारण कार्य के लिए दिया जाता है |
आज इस लेख के माध्यम से हम जानेगे कि ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Award) क्या होता है, Jnanpith Award किसे दिया जाता है और अब तक भारत में किन्हें यह सम्मान प्राप्त हो चूका है | साथ ही आपको ज्ञानपीठ पुरस्कार से जुड़े अन्य रोचक तथ्यों की भी जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी जिसके माध्यम से आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में ज्ञानपीठ सम्मान से जुड़े सवाल भी हल कर पायेंगे |
क्या है ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Award)?
भारतीय साहित्य के विस्तृत क्षेत्र में अद्भुत कार्य हेतु यह सम्मान भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा दिया जाता है जिसकी शुरुवात भारतीय ज्ञानपीठ के संस्थापक श्री साहू शांति प्रसाद जैन के पचासवें जन्म दिवस पर 1961 में की गयी थी| सबसे पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार जी शंकर कुरुप (मलयालम) को 1965 में दिया गया था |
ज्ञानपीठ पुरस्कार (Gyanpeeth Award) किसे दिया जाता है?
भारतीय संविधान में निहित आठवी अनुसूची में 22 भाषायो में से किसी भी भाषा में जो व्यक्ति गुणवत्ता व प्रभावशाली कार्य करता हो, उसे ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया जाता है | पुरस्कार के रूप में विजेता को प्रशस्तिपत्र, 5 लाख रूपये व वाग्देवी की कांस्य प्रति की भेट की जाती है | अब राशि को बढाकर 11 लाख रूपये कर दिया गया |
ज्ञानपीठ सम्मान या पुरस्कार से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- ज्ञानपीठ पुरस्कार की स्थापना 22 मई 1961 में की गयी थी |
- यह भारत में दिया जाने वाला सर्वाच्च साहित्यिक सम्मान है |
- सबसे पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार जी शंकर कुरुप (मलयालम) को दिया गया था |
- पुरस्कार के रूप में 11 लाख रुपए व कांस्य सरस्वती माता जी की प्रतिमा भेट की जाती है |
भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों की सूची
ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Award) विजेता की सूची (नवीनतम)
वर्ष | लेखक | भाषा |
1965 | जी शंकर कुरुप | मलयालम |
1966 | ताराशंकर बंधोपाध्याय | बांग्ला |
1967 | के.वी. पुत्तपा | कन्नड़ |
1967 | उमाशंकर जोशी | गुजराती |
1968 | सुमित्रानंदन पंत | हिन्दी |
1969 | फ़िराक गोरखपुरी | उर्दू |
1970 | विश्वनाथ सत्यनारायण | तेलुगु |
1971 | विष्णु डे | बांग्ला |
1972 | रामधारी सिंह दिनकर | हिन्दी |
1973 | दत्तात्रेय रामचंद्र बेन्द्रे | कन्नड़ |
1973 | गोपीनाथ महान्ती | उड़िया |
1974 | विष्णु सखाराम खांडेकर | मराठी |
1975 | पी.वी. अकिलानंदम | तमिल |
1976 | आशापूर्णा देवी | बांग्ला |
1977 | के. शिवराम कारंत | कन्नड़ |
1978 | अज्ञेय | हिन्दी |
1979 | बिरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य | असमिया |
1980 | एस.के. पोत्ताकट | मलयालम |
1981 | अमृता प्रीतम | पंजाबी |
1982 | महादेवी वर्मा | हिन्दी |
1983 | मस्ती वेंकटेश अयंगार | कन्नड़ |
1984 | तकाजी शिवशंकरा पिल्लै | मलयालम |
1985 | पन्नालाल पटेल | गुजराती |
1986 | सच्चिदानंद राउतराय | ओड़िया |
1987 | विष्णु वामन शिरवाडकर कुसुमाग्रज | मराठी |
1988 | डॉ॰सी नारायण रेड्डी | तेलुगु |
1989 | कुर्तुलएन हैदर | उर्दू |
1990 | वी.के.गोकक | कन्नड़ |
1991 | सुभाष मुखोपाध्याय | बांग्ला |
1992 | नरेश मेहता | हिन्दी |
1993 | सीताकांत महापात्र | ओड़िया |
1994 | यू.आर. अनंतमूर्ति | कन्नड़ |
1995 | एम.टी. वासुदेव नायर | मलयालम |
1996 | महाश्वेता देवी | बांग्ला |
1997 | अली सरदार जाफरी | उर्दू |
1998 | गिरीश कर्नाड | कन्नड़ |
1999 | निर्मल वर्मा | हिन्दी |
1999 | गुरदयाल सिंह | पंजाबी |
2000 | इंदिरा गोस्वामी | असमिया |
2001 | राजेन्द्र केशवलाल शाह | गुजराती |
2002 | दण्डपाणी जयकान्तन | तमिल |
2003 | विंदा करंदीकर | मराठी |
2004 | रहमान राही | कश्मीरी |
2005 | कुँवर नारायण | हिन्दी |
2006 | रवीन्द्र केलकर | कोंकणी |
2006 | सत्यव्रत शास्त्री | संस्कृत |
2007 | ओ.एन.वी. कुरुप | मलयालम |
2008 | अखलाक मुहम्मद खान शहरयार | उर्दू |
2009 | अमरकान्त व श्रीलाल शुक्ल को संयुक्त रूप से दिया गया | हिन्दी |
2010 | चन्द्रशेखर कम्बार | कन्नड |
2011 | प्रतिभा राय | ओड़िया |
2012 | रावुरी भारद्वाज | तेलुगू |
2013 | केदारनाथ सिंह | हिन्दी |
2014 | भालचंद्र नेमाडे | मराठी |
2015 | रघुवीर चौधरी | गुजराती |
2016 | शंखा घोष | बंगाली |
2017 | कृष्णा सोबती | हिन्दी |
2018 | अमिताव घोष | अंग्रेजी |
उम्मीद है आपको ज्ञानपीठ पुरस्कार के बारे में सही प्रकार से जानकारी प्राप्त हुई होगी | अगर हमारा लेख अच्छा लगे तो आगे शेयर जरूर करे और साथ ही अपने हित मित्रो के साथ व्हात्सप्प पर भी फॉरवर्ड करे | अपना सुझाव कमेंट बॉक्स या कांटेक्ट फॉर्म पर भेजे |