बारहवीं कक्षा के बाद ही हमारे मन में सवाल उठने लगता है कि हमें किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहिए और कौनसा कोर्स हमारे लिए बेहतर होगा। हालाँकि यह आधा सवाल दसवीं में चुने गए विषयों से ही हल हो जाता है परन्तु फिर भी लोग अपने करियर के बारे में चिंता में रहते हैं। इन्हीं में से बहुत सारे बच्चे डॉक्टर भी बनना चाहते हैं लेकिन जानकारी की कमी होने के कारण वह इस दुविधा में फसे रहते हैं कि आगे उन्हें क्या करना चाहिए।
डॉक्टर अपने मरीज़ों की अलग अलग समस्याओं को हल करते हैं। कई मरीज़ मूत्र से संबंधित रोगों से जूझते हैं जिसका इलाज Urologist द्वारा किया जाता है। यहां आपको हम बता दें कि आप Urologist बनके भी लोगों की मूत्र से संबंधित समस्याओं का इलाज कर सकते हैं और एक बेहतरीन Urologist डॉक्टर बन सकते हैं। इस लेख में हम आपको सारी जानकारी देंगे कि एक यूरोलॉजिस्ट (Urologist) कैसे बनें इसलिए इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक जरूर पढ़ें।
नेफ्रोलॉजी (Nephrology) क्या होता है ?
यूरोलॉजी (Urology) क्या होता है
सरल शब्दों में यदि हम यूरोलॉजी (Urology) को समझें तो यह चिकित्सा की वह शाखा है जिसमे पुरषों और महिलाओं के मूत्र प्रणाली से संबंधित रोगों का इलाज किया जाता है। यूरोलॉजी में भी कई घटक हैं जिसमें मूत्रवाहिनी, मूत्रमार्ग, वृषण, अधिवृषण, वास डेफरेंस, शुक्रीय पुटिका, प्रोस्टेट ग्रंथि और लिंग आदि से संबंधित बिमारियों का इलाज होता है।
जागरूकता की कमी के कारण बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि आखिर यूरोलॉजी (Urology) क्या होता है ? इसलिए आपको पहले यूरोलॉजी (Urology) के बारे में समझ लेना चाहिए। आज के समय में हर एक रोग के लिए अलग अलग प्रकार के चिकित्स्क मौजूद हैं जिनमें से प्राथमिक देखभाल, बाल चिकित्सा, आंतरिक चिकित्सा आदि भी शामिल हैं।
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) क्या होता है
एक यूरोलॉजिस्ट वह स्पेशलिस्ट होता है जो महिलाओं और पुरषों, दोनों की मूत्र से संबंधित समस्याओं का इलाज करता है। यूरोलॉजिस्ट के पास मूत्र से संबंधित समस्याओं का अच्छा ज्ञान होता है जिसका इस्तेमाल वह मरीज़ों के इलाज के लिए करता है।
काफी लोग यूरोलॉजी और नैफ्रोलॉजी को एक समान समझ लेते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह दोनों अलग अलग क्षेत्र हैं। असल में नेफ्रोलॉजिस्ट किडनी से संबंधित रोगों का इलाज करता है जबकि एक यूरोलॉजिस्ट को मूत्र से संबंधित रोगों का इलाज करना होता है।
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने के लिए योग्यता
किसी भी क्षेत्र में जाने के लिए हमें उसके पेशे के योग्य होना पड़ता है। ठीक उसी प्रकार से यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने के लिए भी कुछ योग्यताएं हैं जोकि कुछ इस तरह हैं:-
- किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आपकी बारहवीं कक्षा में आपके अच्छे अंक प्राप्त होने चाहिए।
- बारहवीं कक्षा में आपके पास बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स विषय होने चाहिए।
- आपकी MBBS की प्रवेश परीक्षा क्लियर होनी चाहिए।
- किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आपकी MBBS की होनी चाहिए जिसमें आपके न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त हों।
- इसके अलावा आपके पास अच्छी याददाश्त, जल्दी समस्या सुलझाने की सक्षमता और आत्मविश्वास होना चाहिए ताकि आपको रोगों का इलाज करते समय कोई भी समस्या ना आए।ss
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) कैसे बनें
- Urologist बनने के लिए सबसे पहले आपको बाहरवीं कक्षा में बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स विषय चुनने हैं और इस कक्षा को कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर लेना है। इसके बाद आपको MBBS की प्रवेश परीक्षा को क्लियर करना होगा जो भारत के विभिन्न राज्यों में आयोजित करवाई जाती है।
- अब आपको अच्छे अंकों के साथ MBBS को भी क्लियर करना होगा जिसमें इंटर्नशिप भी शामिल होगी। इंटर्नशिप में आपको मरीज़ों की समस्याओं को सुलझाने का अनुभव प्राप्त होगा। इसके बाद आपको M.S (Urology) की प्रवेश करना होगा और इसमें पढ़ाई करनी होगी। हालांकि कुछ कॉलेज M.S (Urology) में प्रवेश केवल MBBS के अंकों के आधार पर देते हैं।
- M.S (Urology) का फूल फॉर्म मास्टर इन सर्जरी है जिसमें आपको यूरोलॉजी से संबंधित विशेष रूप से जानकारी दी जाएगी। M.S (Urology) करने के बाद आप रोज़गार प्राप्त करने के योग्य हो जाते हैं परन्तु अगर आप इस क्षेत्र में और माहिर होना चाहते हैं तो आप इसके बाद 3 वर्षों का M.Ch कर सकते हैं जिसके बाद आपके लिए रोज़गार के मौके और भी बढ़ जाते हैं।
- M.Ch करने के बाद आप किसी भी प्राइवेट या सरकारी अस्पताल में यूरोलॉजिस्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं। इसके लिए अलग अलग अस्पताल यूरोलॉजिस्ट को हायर करते हैं और उनका इंटरव्यू लेते हैं। यदि आप जॉब नहीं करना चाहते हैं तो आप अपना खुद का क्लिनिक भी खोल सकते हैं।
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने के लिए फीस
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने की प्रक्रिया में आप जान ही चुके हैं कि इसमें आपको अलग अलग कोर्सेज़ में पढ़ाई करनी होती है। इसमें आपको फीस भी अलग अलग देनी होंगी। इसलिए आपकी सहायता के लिए निम्न हमने यूरोलॉजिस्ट बनने के दौरान कोर्सेज़ और परीक्षाओं की जानकारी दी है:-
कोर्स / परीक्षा का नाम | फीस |
NEET UG Entrance Exam | 1500-2000 |
MBBS | 1,15000 – 4,00000 |
Master of Surgery [MS] (Urology) | 2,000 – 50000 |
NEET PG Entrance Exam | 3250 – 4250 |
M.ch (Urology) | 3,00,000 – 30,00,000 |
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) का बाद वेतन
यूरोलॉजिस्ट बनने के उपरान्त आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं और यह वेतन आपके अनुभव और स्थान पर निर्भर करता है। सरकारी क्षेत्र में एक यूरोलॉजिस्ट की सैलरी 50 से 60 हज़ार रुपए प्रति माह से शुरू होती है वहीँ प्राइवेट सेक्टर में एक यूरोलॉजिस्ट (Urologist) को 80 हज़ार रूपये से 1 लाख रूपये प्रति माह तक का वेतन प्राप्त होता है।
इसके अलावा जिन यूरोलॉजिस्ट का खुद का क्लिनिक होता है वह इससे भी ज़्यादा पैसे कमाने के सक्षम होते हैं। आपको बता दें कि जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ता रहता है उसी प्रकार से आपके वेतन में भी बढ़ोतरी होती रहती है।
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने के बाद नौकरी
सभी प्रकार के कोर्सेज और योग्यताएं पूरी कर लेने के बाद आप एक यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने के योग्य हो जाते हैं। अब आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में यूरोलॉजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। भारत के बड़े बड़े अस्पताल यूरोलॉजिस्ट को हायर करते हैं। इसके अलावा आप अपना खुद का क्लिनिक भी खोल सकते हैं जिसमें आप बढ़िया पैसे कमा सकते हैं। निम्नलिखित पेशों में आप यूरोलॉजिस्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं:-
- यूरोलॉजिस्ट |
- लेक्चरर |
- सलाहकार |
- सुपर स्पेशलिटी डॉक्टर |
- ऑपरेशन थियेटर तकनीशियन |
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यूरोलॉजिस्ट की पढ़ाई (MS in Urology) की चयन प्रक्रिया
- MS in Urology में एडमिशन के लिए आपको प्रवेश परीक्षा से गुज़रना होगा जिसके बारे में हमने उपरोक्त जानकारी भी दी है। इसके बाद आपके कुछ इंटरव्यू और चर्चाएं भी होते हैं जिसमें आपकी सामान्य का आकलन किया जाता है।
- उम्मीदवार की MS in Urology में एडमिशन या तो राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा के आधार पर होती है या फिर कॉलेज / यूनिवर्सिटी द्वारा अलग से परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं उसके आधार पर। परीक्षा के बाद मेरिट सूचि को जारी किया जाता है जिसके आधार पर आपको MS in Urology के लिए सीट और कॉलेज मिलते हैं।
- जो लोग MBBS के फाइनल ईयर में हैं वह भी MS in Urology में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं किन्तु उन्हें इस कोर्स में एडमिशन MBBS में प्राप्त किये अंकों के आधार पर ही मिलेगी। इसके बाद आपको एडमिशन फीस भरनी होती है जिसके बाद आप पढ़ाई शुरू कर सकते हैं।
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) के लिए सिलेबस
यूरोलॉजिस्ट यानि M.S (Urology) और M Ch. Urology की पढ़ाई के दौरान आपको कई विषयों के बारे में पढ़ाई करनी होती हैं। यह विषय निम्नलिखित आपको हमने बताए हैं:-
M.S (Urology) Syllabus
Semester I |
Procedure |
IPU Procedure |
Semester II |
Emergency Room Procedures |
Pre-operative Care |
Semester III |
Minor O.T. Procedures |
General Surgical Operative Procedure |
Semester IV |
Post-operative care |
Major Operating Room Techniques |
Specialty Procedures for Urology |
M Ch. Urology Syllabus
Anatomy and Embryology of GU tracts, adrenal & retroperitoneum. |
Applied physiology and biochemistry pertaining to Urology, Nephrology, renal transplantation and renovascular hypertension. |
Investigative urology & Genito-urinary radiology and imaging including nuclear medicine. |
Male Infertility, Andrology and Urological endocrinology. |
Sexual dysfunction- investigations and management. |
Perioperative care, management of urological complications and care of the critically ill patients. |
Urodynamics and Neurology. |
Urodynamics and Neurology. |
Genito-urinary trauma. |
Urolithiasis-Medical, Biochemical & Surgical aspects. |
Uro-oncology-Adult & Paediatric. |
Reconstructive Urology. |
Paediatric Urology-congenital malformations and acquired diseases. |
Urinary tract infections and sexually transmitted diseases. |
Obstructive Uropathy. |
Renal transplantation (including transplant immunology medical & surgical aspects). |
Renovascular Hypertension. |
Gynaecological urology. |
Newer developments in the urology. |
Operative Urology-open & endoscopic. |
Endourology. |
Behavioural and social aspects of urology. |
Neonatal problems in Urology. |
Electrocoagulation, lasers, fibre optics, instruments, catheters, endoscopes etc. |
Retroperitoneal Diseases & Management. |
Medical aspects of kidney diseases. |
Laparoscopic Urologic Surgery. |
यूरोलॉजिस्ट (Urologist) बनने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज
- Post Graduate Institute of Medical Education and Research (PGIMER), Chandigarh.
- Osmania Medical College (OMC), Hyderabad.
- Sharda University, Greater Noida.
- B.J. Medical College (BJMC), Ahmadabad.
- Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences (MGIMS), Wardha.
- All India Institute of Medical Science (AIIMS), New Delhi.
- Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education & Research (JIPMER), Pondicherry.
- Amrita Vishwa Vidyapeetham University (AVVU), Coimbatore.
- Christian Medical College (CMC), Vellore.
- Armed Forces Medical College (AFMC), Pune.
- Kasturba Medical College (KMC), Mangalore
- Maulana Azad Medical College (MAMC), New Delhi.
- Lady Hardinge Medical College, New Delhi.
- Madras Medical College (MMC), Chennai.
- Grant Medical College (GMC), Mumbai.
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