जब तक इंसान है तब तक उसके किसी बीमारी से पीड़ित होने की आशंका बनी रहेगी। अतः इस प्रकार यह कहा जा सकता है की अगर कोई व्यक्ति मेडिकल की फील्ड में चला जाता है तो उसके पास अच्छे पैसे कमाने की अपार संभावनाएं होती हैं, क्योंकि इंसान चाहे अपने आप को स्वस्थ रखने का कितना भी प्रयास क्यों ना कर ले, उसकी किसी ना किसी गलती की वजह से उसे कोई ना कोई समस्या हो ही जाती है।
और इस स्तिथि में उसे डॉक्टर के पास जाना पड़ता है और डॉक्टर उसका इलाज करने के पहले कुछ कंडीशन में उसे कुछ टेस्ट करवाने के लिए कहता है, जोकि लेबोरेटरी में होता है, जहां पर लैब टेक्नीशियन तथा अन्य कर्मचारी मौजूद होते हैं। लैब टेक्नीशियन पीड़ित की जांच कर सैंपल लेते हैं और उसका विश्लेषण कर पेशेंट को उसकी रिपोर्ट दिखाते हैं, इसके बाद डॉक्टर अपना इलाज चालू करता है।
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लैब टेक्नीशियन कोर्स क्या है?
10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन की डिग्री के बाद किया जाना वाला लैब टेक्नीशियन कोर्स पैरामेडिकल कोर्स की श्रेणी में शामिल एक उच्च कोटि का कोर्स है। कोई व्यक्ति अगर लैब टेक्नीशियन कोर्स करता है, तो इस कोर्स में उसे ब्लड बैंकिंग, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी और बायो केमिस्ट्री जैसे सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। यह सब्जेक्ट सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं होता, बल्कि इसमें उन्हें प्रैक्टिकल भी करके दिखाया जाता है, ताकि वह अच्छे से लैब टेक्नीशियन के कोर्स को पढ़ सके और सीख सकें। इसका दूसरा नाम क्लिनिकल साइंस कोर्स भी है।
ऐसे लोग जो इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं उन्हें कोर्स पूरा करने के बाद एक सर्टिफिकेट भी प्राप्त होता है और इसी सर्टिफिकेट के जरिए वह किसी भी लेबोरेटरी में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आपकी इंफॉर्मेशन के लिए यह भी बता दें कि, लैब टेक्नीशियन की गिनती ऐसे मेडिकल कोर्स में होती है, जिसमें एडमिशन पाने के लिए आपको किसी भी प्रकार की कोई भी एंट्रेंस एग्जाम नहीं देनी होती है।
लैब टेक्नीशियन कोर्स में क्या पढ़ाया जाता है?
नीचे हमने आपको उन सभी विषयों के नाम दिए हैं जो आपको लैब टेक्नीशियन के कोर्स में पढ़ने होते हैं।
- एनाटोमी
- पैथोलॉजी
- माइक्रोबायोलॉजी
- बायोकेमिस्ट्री
- फार्माकोलॉजी
- स्टेटिस्टिक्स
- कम्युनिटी मेडिसिन
- फिजियोलॉजी
मेडिकल लैब टेक्निशियन (MLT) कैसे बने?
बता दें कि जो भी व्यक्ति मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनना चाहते हैं, वह MLT कोर्स को दसवीं के बाद, 12वीं के बाद या फिर ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कर सकते हैं। जब मेडिकल लैब टेक्नीशियन का कोर्स अभ्यर्थी पूरा कर लेते हैं, तब उन्हें इसमें ज्यादा ज्ञान एवम अनुभव हेतु Internship भी करनी होती है।
इंटर्नशिप करने के बाद जब आप किसी हॉस्पिटल में या फिर लेबोरेटरी में नौकरी करने के लिए जाते हैं, तब आपको नौकरी देने में प्राथमिकता दी जाती है। मेडिकल लैब टेक्नीशियन की नौकरी पा लेने के बाद आपको पेसेंट के विभिन्न प्रकार के सैंपल लेने होते हैं, जैसे कि ब्लड सैंपल, यूरीन सैंपल इत्यादि और उसकी रिपोर्ट तैयार करके पेशेंट को देनी होती है जिसके बाद मरीज आगे डॉक्टर से अपना इलाज करवाता है।
10वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन कोर्स
डिप्लोमा कोर्स और सर्टिफिकेट कोर्स यह दोनों ऑप्शन जब आप दसवीं कक्षा पास कर लेते हैं, तब आपको मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के लिए मिलते हैं। हमने ऐसे कई विद्यार्थियों को देखा है जो दसवीं पास करने के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स करते हैं। नीचे आपको हम उन सभी कोर्स के नाम दे रहे हैं जो दसवीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स की कैटेगरी में आते हैं।
- सर्टिफिकेट इन रेडियोलॉजी असिस्टेंट |
- सर्टिफिकेट इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी |
- ECG असिस्टेंट |
- मेडिकल लेबोरेटरी असिस्टेंट |
- सर्टिफिकेट इन लेबोरेटरी टेक्नीक्स |
- सर्टिफिकेट इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी |
- सर्टिफिकेट इन अनेस्थेसीआ टेक्नीशियन |
- सर्टिफिकेट इन CT स्कैन टेक्नीशियन |
- सर्टिफिकेट इन MRI टेक्नीशियन |
- सर्टिफिकेट इन एक्स-रे टेक्नीशियन |
- सर्टिफिकेट इन डेंटल मशीन टेक्नीशियन |
बता दें कि सर्टिफिकेट कोर्स को शार्ट में CMLT कहां जाता है और इसका पूरा नाम सर्टिफिकेट इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी होता है। इसे करने के लिए आपको 6 महीने से लेकर के 1 साल तक का समय देना होता है।
अधिकतर कॉलेज इसमें मेरिट के बेस पर ही एडमिशन देने की प्रक्रिया का पालन करते हैं, वहीं कुछ कॉलेज ऐसे है, जिसमें किसी भी प्रकार की मेरिट की प्रक्रिया का पालन नहीं होता है। ऐसे कॉलेज में आप डायरेक्ट एडमिशन प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं।
आपको हम यह भी बता दें कि सर्टिफिकेट कोर्स की तुलना में डिप्लोमा कोर्स ज्यादा वैल्युएबल माना जाता है परंतु अगर आप दसवीं के बाद कोई छोटा कोर्स करना चाहते हैं तो आप इसे कर सकते हैं।
12वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन कोर्स
जिस प्रकार 10वीं कक्षा पास करने के बाद आपको मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के लिए डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स मिलता है, उसी प्रकार 12वीं कक्षा को पास करने के बाद आपको मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के लिए डिग्री और डिप्लोमा के कोर्स मिल जाते हैं, जिसे आप अपनी पसंद के हिसाब से कर सकते हैं। नीचे हमने आपको कुछ प्रमुख डिप्लोमा कोर्स के नाम दिए हैं जो 12वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के लिए आप कर सकते हैं।
- डिप्लोमा इन एक्स-रे एंड ECG टेक्नोलॉजी |
- डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी |
- डिप्लोमा इन क्लिनिकल एनालिसिस |
- डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी असिस्टेंट |
- डिप्लोमा इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी |
- डिप्लोमा इन रेडियोग्राफी टेक्नोलॉजी |
- डिप्लोमा इन CVT टेक्नीशियन |
- डिप्लोमा इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी |
- डिप्लोमा इन कार्डियोवैस्कुलर टेक्नीशियन |
- डिप्लोमा इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी |
- डिप्लोमा इन EEG लेबोरेटरी टेक्नीशियन |
- डिप्लोमा इन क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन |
बता दें कि लैब टेक्नीशियन के कोर्स को शार्ट में DMLT कहा जाता है और इसका पूरा नाम डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्निशियन होता है, जो कि 2 साल का कोर्स होता है और इस 2 साल के कोर्स में आपको 6 महीने इंटर्नशिप करनी होती है, जिसमें आपको इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त होती है।
12वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में डिग्री कोर्स
इसका छोटा नाम बीएमएलटी होता है जिसका पूरा नाम बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी है। 12वीं के बाद इस कोर्स में एडमिशन पाने के बाद आपको 3 साल तक इस कोर्स की पढ़ाई करनी होती है जिसमें आखिरी 6 महीने में आपको इंटर्नशिप भी करवाई जाती है। नीचे आपको हम उन सभी मेडिकल लैब टेक्नीशियन के डिग्री कोर्स के नाम दे रहे हैं, जो आप 12वीं के बाद कर सकते हैं।
- बीएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी |
- बीएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी |
- बीएससी इन क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी |
- बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी |
- बीएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी |
- बीएससी इन ECG एंड कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी |
इस कोर्स में आप 2 प्रकार से एडमिशन ले सकते हैं जिसमें पहला तरीका यह है कि आप एंट्रेंस एग्जाम में शामिल हो और उसे पास करने के बाद एडमिशन प्राप्त करें और दूसरा तरीका यह है कि आप मेरिट के आधार पर एडमिशन ले।
हर कॉलेज में इस कोर्स में एडमिशन देने के लिए अलग-अलग प्रक्रिया का पालन किया जाता है। इसलिए आप जिस कॉलेज से इस कोर्स को करना चाहते हैं, उस कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल कर लें।
पोस्टग्रेजुएट लैब टेक्नीशियन कोर्स
ऐसे विद्यार्थी जो ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी कर चुके हैं और मेडिकल लैब टेक्नीशियन का कोर्स करना चाहते हैं वह इसके 2 साल के पोस्टग्रेजुएट कोर्स में शामिल हो सकते हैं। बता दे कि इसके अलावा इसमें पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स भी है, जो 1 साल का होता है। नीचे हमने आपको पोस्ट ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स की लिस्ट दी है।
एमएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी | 2 वर्ष |
एमएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी | 2 वर्ष |
एमएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी | 2 वर्ष |
एमएससी इन ECG एंड CVT | 2 वर्ष |
मास्टर ऑफ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी | 2 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन MLT | 1 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन लेबोरेटरी सर्विसेज इन साइंस | 1 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन बायोमेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी | 1 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन क्लिनिकल, जेनेटिक्स एंड मेडिकल लेबोरेटरीज | 1 वर्ष |
लैब टेक्नीशियन कोर्स के लिए पात्रता
लैब टेक्नीशियन कोर्स में एडमिशन पाने हेतु आपको नीचे दी गई योग्यता पूरी करनी होगी।
- दसवीं पास आवश्यक है।
- डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन पाने के लिए 12 वीं पास होना आवश्यक है।
- अंडर ग्रैजुएट कोर्स में एडमिशन हेतु फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी के साथ 12वीं कक्षा को मिनिमम 50 परसेंट मार्क के साथ पास करना जरूरी है।
- पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन पाने के लिए ग्रेजुएशन में आपका परसेंटेंज 50% से लेकर के 60 परसेंट होना चाहिए।
लैब टेक्नीशियन कोर्स के लिए टॉप कॉलेज
नीचे आपको उन सभी कॉलेज के नाम दिए गए हैं जो लैब टेक्नीशियन कोर्स ऑफर करते हैं और यह अपने आप में बेस्ट कॉलेज माने जाते हैं।
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज, लखनऊ
- AIIMS Delhi
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी
- एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज
- अल शिफा कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
- केरला यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अमृतसर
- बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
लैब टेक्नीशियन कोर्स के बाद करियर विकल्प
ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने लैब टेक्नीशियन के कोर्स को पूरा कर लिया है और वह इस उम्मीद में है कि उनकी जल्दी से कहीं पर नौकरी लग जाए तो जल्दी नौकरी पाने के लिए उन्हें अपने आप को ऑल इंडिया मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी एसोसिएशन या फिर नेशनल अकैडमीटिंग एजेंसी फॉर क्लिनिकल लैबोरेट्री साइंस में रजिस्टर करवा लेना चाहिए। इसमें रजिस्टर होने के बाद उन्हें एक सर्टिफिकेट मिलता है जो नौकरी पाने में उनके काफी काम आता है
लैब टेक्नीशियन कोर्स के बाद नौकरी कहां मिलेगी?
नीचे हमने उन सभी संस्थानों के नाम सांझा किए हैं, जहां पर आप लैब टेक्नीशियन का कोर्स पूरा करने के बाद नौकरी के लिए प्रयास कर सकते हैं।
- गवर्नमेंट हॉस्पिटल |
- प्राइवेट हॉस्पिटल |
- पैथोलॉजी |
- क्लीनिक |
- लेबोरेटरीज |
- रिसर्च सेंटर |
- यूनिवर्सिटीज |
- ब्लड डोनेशन सेंटर |
- फार्मास्यूटिकल कंपनियां |
- क्राइम इंवेस्टीगेटिंग लेबोरेटरीज |
- हेल्थ इंस्टीट्यूशन |
लैब टेक्नीशियन कोर्स के बाद कौन सी नौकरी मिलेगी?
लैब टेक्नीशियन का कोर्स पूरा करने के बाद आप किसी सरकारी या निजी कम्पनी या संस्था में निम्न पदों पर नौकरी पा सकते है।
- लैब टेक्नीशियन |
- ट्रेनर |
- लैब असिस्टेंट |
- लैब कंसल्टेंट |
- लैब सुपरवाइजर |
- लेबोरेटरी इन-चार्ज |
- लेबोरेटरी इनफॉर्मेशन सिस्टम एनालिस्ट |
- डिप्टी क्वालिटी मैनेजर |
- असिस्टेंट प्रोफेसर |
- मेडिकल लेबोरेटरी साइंटिस्ट |
लैब टेक्नीशियन की सैलरी
जब आप लैब टेक्नीशियन का कोर्स कर लेते हैं और उसके बाद कहीं पर आपकी नौकरी लग जाती है, तब आप एक अनुभवहीन व्यक्ति होते हैं। इसलिए हो सकता है कि शुरू में आपकी सैलरी कम हो। आप ₹12000 से लेकर के ₹14000 तक की उम्मीद कर सकते है।
हालांकि यह आवश्यक नहीं है कि आपको हर जगह यही सैलरी मिलेगी। कुछ जगह पर यह सैलरी कम या फिर ज्यादा हो सकती है। काम करते-करते जब आपको एक्सपीरियंस हो जाता है, तब आपकी कंपनी या फिर आपकी लेबोरेटरी आपकी सैलरी बढ़ाती है।
खास बात यह है कि अगर आप अच्छा एक्सपीरियंस इस फील्ड में प्राप्त कर लेते हैं तो आगे चल कर के आप विदेशों में भी जाकर के काम कर सकते हैं। कुछ लैबोरेट्री और कंपनी तो ऐसी है कि, जो खुद अपनी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को विदेश में काम करने के लिए भेजती हैं।
अगर आप कोर्स पूरा करने के बाद किसी की नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो आप किसी एक्सपर्ट पैथोलॉजिस्ट को रख कर के अपनी खुद की पैथोलॉजी लैबोरेट्री भी ओपन कर सकते हैं और अगर आपके पास ज्यादा फंड नहीं है तो आप डॉक्टर लाल पैथ लैब्स, पैथ काइंड, थायरो केयर जैसे कुछ फेमस पैथोलॉजी कंपनी की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं और अपना काम चालू कर सकते हैं।