आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर इंसान परेशान हो चुका है जहां वह थका हुआ है और अपने काम को पूरा करता जा रहा है लेकिन कहीं ना कहीं उसके स्वास्थ्य में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में स्त्रियां भी पीछे नहीं है जहां वे दिन भर घर की देखभाल करते हुए या फिर ऑफिस का काम करते हुए अपने दिनचर्या में व्यस्त रहती हैं, तो वही अपने स्वास्थ्य के प्रति भी लापरवाही बरतने लगती हैं।
ऐसी स्थिति में उन्हें कई प्रकार की दिक्कतें होती हैं। अगर स्त्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है तो ऐसे में वे गायनोकोलॉजिस्ट के पास जाना बेहतर समझती हैं, जिनके माध्यम से वे बेहतर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। आज हम आपको गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे, जो कहीं ना कहीं आपके लिए हितकारी होने वाला है।
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गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) क्या होता है?
गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) चिकित्सा विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत स्त्रियों का इलाज किया जाता है। जितने भी स्त्री संबंधी रोग होते हैं एवं उन रोगों से संबंधित अंगो का इलाज करना गायनाकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) का मुख्य काम होता है।
गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) किसी एक स्त्री के प्रजनन प्रणाली के बारे में भी सही तरीके से जानकारी हासिल करते हैं और फिर होने वाली समस्या को दूर किया जाता है। स्त्रियों की कई सारी ऐसी समस्याएं होती हैं जिनके बारे में उन्हें खुद ही सही तरीके से ज्ञान नहीं होता ऐसी स्थिति में गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) अपने कर्तव्य को निभाते हुए सही तरीके से इलाज करते हैं ताकि भविष्य में भी इस प्रकार की कोई समस्या ना हो पाए।
गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) का हिंदी रूपांतरण
गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) को हिंदी में “स्त्री रोग विशेषज्ञ” कहा जाता है जिससे हर महिला को कभी ना कभी दो-चार होना ही पड़ता है और अपनी समस्याओं को ठीक करने के लिए गाइनेकोलॉजिस्ट की मदद लेनी पड़ती है।
गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) बनने के लिए विशेष योग्यता
किसी भी गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) का काम जिम्मेदारी वाला होता है, जहां पर किसी भी स्त्री की जान को खतरा भी हो जाता है। ऐसी स्थिति में अगर आप भी एक योग्य और कुशल गाइनेकोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इन मुख्य योग्यताओं के माध्यम से आगे बढ़ना होगा। इसके लिए सबसे पहले आपको स्कूली स्तर पर 10वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई बायोलॉजी विषय से करनी होगी ताकि आप आगे इस पढ़ाई को पूरी कर सके।
- इसके लिए आपको 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंकों के साथ परीक्षा पास करनी होगी ताकि आप सही तरीके से आगे बढ़ सके।
- इसके पश्चात आपको सबसे पहले एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करनी होगी जिसके लिए आप को NEET के एंट्रेंस एग्जाम को पास करना होगा।
- जब आपका MBBS पूरा हो जाता है, तो उसके बाद पीजी में एडमिशन लेना होगा जिसके लिए भी एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है।
- एग्जाम क्लियर होने के बाद आपको एमएस और एमडी प्रोग्राम में एडमिशन लेना होगा ताकि आप आगे की पढ़ाई गयनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) के माध्यम से पूरी कर सके और बेहतर भविष्य संवार सकें।
गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) की पढ़ाई में लगने वाला समय
अगर आप एक कुशल गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको काफी समय देना पड़ता है। सबसे पहले आपको 5 साल की एमबीबीएस की डिग्री पूरी करनी होती है उसके बाद 1 साल का इंटर्नशिप होता है। इंटर्नशिप करने के बाद आपको 3 साल का सीनियर इंटर्नशिप प्रोग्राम पूरा करना होगा जो गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) बनने के लिए जरूरी माना गया है।
गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) बनने के लिए लगने वाली फीस
अगर आप एक कुशल गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सबसे पहले आपको एमबीबीएस करना होता है जिसके लिए आपको किसी भी गवर्नमेंट कॉलेज में ₹30000 से लगभग ₹500000 देना पड़ता है। उसके बाद अगर आप आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए गायनोकोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं, तो आपको ₹1,00000 से लेकर डेढ़ लाख रुपए प्रतिवर्ष खर्च करना पड़ता है। जिसके बाद ही आप अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) को मिलने वाले विकल्प
- अगर आपने गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) की पढ़ाई पूरी कर ली हो ऐसे में आपके पास कई सारे विकल्प मौजूद हो जाते हैं जिसके माध्यम से आप आगे बढ़ सके।
- गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) पढ़ाई करने पर आप आसानी के साथ सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में नौकरी कर सकते हैं।
- इसके अलावा अगर आपने खुद को साबित कर दिया हो, तो अलग से क्लीनिक भी खोला जा सकता है।
- इसके अलावा आप गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) लेक्चरर के रूप में भी कार्य कर सकते हैं और मार्गदर्शन कर सकते हैं।
गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) से इन बातों को नहीं छुपाए तो होगा बेहतर
- अगर आप गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) से इन मुख्य बातों को ना छुपाए तो आपको लाभ हो सकता है और इसके माध्यम से इलाज को और अधिक आसान तरीके से किया जा सकता है।
- कभी भी गाइनेकोलॉजिस्ट को अपने संबंधों के बारे में बताने से ना हिचके। अगर आप सही तरीके से इलाज चाहते हैं, तो ऐसे में अंतरंगी बातों को छुपाना सही नहीं होगा।
- अगर आपको किसी भी प्रजनन अंग में परेशानी होती हो, तो ऐसे में आप गायनाकोलॉजिस्ट से कोई भी बात ना छुपाए तो बेहतर ही होगा।
- अगर आप अपनी गर्भावस्था में हैं और आपको अंदरूनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो तो आप कभी भी बातें ना छुपाए।
- अगर आपको किसी भी प्रकार की पीरियड संबंधी समस्या हो रही हो जिसके बारे में आप किसी को ना बता पाते हैं, तो आप जरूर इस बात को गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) से शेयर कर सकते हैं जो आपकी मदद करेंगे और साथ ही साथ आपको सही इलाज भी देंगी।
- अगर आप किसी भी प्रकार की दवाइयों का सेवन करते हैं। ऐसे में भी अपने गाइनेकोलॉजिस्ट से नहीं छुपाना चाहिए और खुलकर पूरी बात बतानी चाहिए।
- किसी भी प्रकार से अगर आप नशा करने में लिप्त हो या धूम्रपान करती हो, तो इस बात को कभी भी नहीं छुपाना चाहिए क्योंकि इससे आपको नुकसान हो सकता है और बात को छुपाने से आपको ही भविष्य में कोई दूसरी समस्या खड़ी हो सकती है।
महिलाओं संबंधी रोगों का किया जाता है विशेष रूप से निदान
- गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) द्वारा हमेशा महिलाओं से संबंधित रोगों का इलाज किया जाता है जिसके माध्यम से विशेष रूप से निदान किए जाने की बात की जाती है। कई बार महिलाएं बच्चा ना होने की वजह से परेशान होती है ऐसे में गायनाकोलॉजिस्ट की विशेष दवाइयों और इलाज के माध्यम से भी समस्या दूर होती है।
- जब महिलाएं मेनोपॉज की अवस्था से गुजरती है ऐसी स्थिति में भी महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तब गायनाकोलॉजिस्ट अपनी मुख्य भूमिका निभाते हुए विस्तार से इलाज करते हैं ताकि महिला को जल्दी से राहत मिल सके।
- इसी प्रकार पीरियड के समय आने विभिन्न प्रकार के लक्षणों को भी दूर करते हुए गायनेकोलॉजिस्ट हमेशा महिलाओं की मदद के लिए तत्पर रहते हैं और शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए भी दवाइयां उपलब्ध की जाती है।
- कई बार स्त्रियों के अंदरूनी हिस्सों में जबरदस्त दर्द की शिकायत होती है। ऐसे में महिला समस्या को समझ नहीं पाती तो वह गाइनेकोलॉजिस्ट की मदद लेती है, जो आसानी से ही इस समस्या का इलाज करती है।
- किसी भी समस्या के आने पर गायनेकोलॉजिस्ट सोनोग्राफी के माध्यम से रोगों का इलाज करती है और इसके अलावा कई दूसरे टेस्ट परीक्षण कराए जाते हैं, जो रोग की सार्थकता को बताते हैं।
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भारत के टॉप गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist)
- डॉक्टर लवलीना नादिर, फॉर्टिस ला फेम हॉस्पिटल ग्रेटर कैलाश दिल्ली |
- डॉ अनीता तलवार मणिपाल हॉस्पिटल बैंगलोर |
- डॉक्टर नलिनी महाजन मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल डिफेंस कॉलोनी न्यू दिल्ली |
- डॉ उषा एम कुमार मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, न्यू दिल्ली |
- डॉक्टर लक्ष्मी चिरुमालिया पुष्पावती सिंघानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट, न्यू दिल्ली |
- डॉक्टर नंदिता पाल्शेतकर फॉर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुड़गांव |
- डॉक्टर जयंत कुमार गुप्ता अपोलो हॉस्पिटल, कोलकाता |
- डॉ आर के शर्मा प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नई दिल्ली |
- डॉक्टर काबेरी बैनर्जी एडवांस्ड फर्टिलिटी एंड गायनेकोलॉजी सेंटर, न्यू दिल्ली |
भारत के टॉप 10 गाइनेकोलॉजी कॉलेज
अगर आप किसी अच्छे इंस्टीट्यूट से पढ़ कर अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं, तो ऐसे में हम आपको कुछ मुख्य गायनेकोलॉजी कॉलेज के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
- सीएमसी वेल्लोर क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज |
- सेंट जॉन्स मेडिकल कॉलेज, बैंगलोर |
- केएमसी मंगलौर कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज |
- एम्स दिल्ली मेडिकल कॉलेज |
- केएमसी मणिपाल कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज |
- केपीसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जादवपुर |
- एएफएमसी पुणे आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज |
- इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी |
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली |
- ग्रांट मेडिकल कॉलेज, मुंबई |
गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) की सैलरी
अगर आपने अपनी गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) की पढ़ाई पूरी कर ली है और आप किसी अच्छे इंस्टिट्यूट में प्रवेश ले चुके हैं, ऐसी स्थिति में आप आसानी के साथ ही ₹30000 से ₹50000 प्रति माह प्राप्त कर सकते हैं। जैसे ही आपका अनुभव बढ़ता है, तो आपको खुद की क्लीनिक खोलने का भी रास्ता मिल जाता है जिसके माध्यम से आप महीने के 50,00000 रुपए आसानी के साथ कमा सकते हैं।
गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) की पर्सनैलिटी
जब भी हम किसी व्यक्ति से मिलते हैं, तो उसकी पर्सनैलिटी से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी एक गायनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) बनना चाहते हैं, तो ऐसे में आपको अपनी पर्सनैलिटी पर विशेष ध्यान देना होगा।
गाइनेकोलॉजिस्ट का स्वभाव काफी शांत और विनम्र होना चाहिए जिसके माध्यम से कम्युनिकेशन स्किल को अच्छा किया जा सके। इसके साथ ही किसी भी गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) में धैर्य होना जरूरी है ताकि मरीज अपनी बात को आसानी के साथ कह सके। अगर किसी कारणवश मरीज को अच्छा महसूस नहीं हो रहा हो तो फिर गायनेकोलॉजिस्ट की जिम्मेदारी होती है कि वे सही तरीके से बात को समझते हुए इलाज करें और मरीजों को दिलासा देते रहें।
गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) का काम है बेहद जटिल
- मेडिकल जगत में गायनोकोलॉजिस्ट का काम बेहद मुश्किल जान पड़ता है जहां पर दिन और रात को भरपूर मेहनत करनी पड़ती है और कभी किसी मरीज को अचानक जरूरत पड़ने पर भी उसे पूरी सहायता देनी होती है।
- कई बार महिलाएं इस अवस्था में नहीं होती है कि खुद से ही सारे काम को कर सकें। ऐसे में गायनोकोलॉजिस्ट अपनी टीम के साथ पूरी मेहनत करते हुए अपने काम को अंजाम देते हैं।
- जब कभी महिला की डिलीवरी होने लगती है, ऐसे समय में भी उन्हें पूरी कोशिश करनी पड़ती है कि बच्चे और मां दोनों ही सुरक्षित रहें और किसी को भी नुकसान ना हो सके। ऐसे में गाइनेकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) का काम चैलेंजिंग माना जाता है जहां उन्हें कई तरह की सावधानियों का भी ध्यान रखना होता है।
- हमेशा महिलाओं को गायनोकोलॉजिस्ट (Gynaecologist) के बताए गए निर्देशों का पालन करते हुए ही आगे बढ़ना चाहिए ताकि भविष्य में फिर कोई समस्या ना हो और महिलाएं हमेशा सुरक्षित रह सकें।
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