हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) क्या होती है



भारत में हिन्‍दू कैलेंडर के मुताबिक चैत्र शुक्‍ल पूर्णिमा के दिन श्री हनुमान जयंती का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है | ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार देखा जाये तो हनुमान जयंती पर्व प्रत्येक वर्ष मार्च या अप्रैल महीने में होता है | श्री हनुमान जी को शिव शंकर का 11वा रुद्र अवतार भी माना जाता है | हिन्‍दू धर्म में भगवान श्री राम के परम भक्‍त के रूप में और हनुमान जी को उनका संकट मोचक भी माना गया है | हिन्दू धर्म के लोगों की मान्‍यता है कि श्री हनुमान जी का नाम प्रतिदिन लेने से सारे संकट दूर होने लगते हैं और भक्‍त को किसी बात का भय और चिंता नहीं रहती है |

इसके साथ ही हनुमान जी के नाम मात्र से आसुरी शक्तियां विलुप्त हो जाती हैं | हनुमान जी के जन्‍मोत्‍सव को भारत वर्ष में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के रूप में मनाया जाता है | यदि आप भी हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) क्या होती है, हनुमान जयंती कब और क्यों मनाई जाती है, तो इसके विषय में जानकारी दी जा रही है |

हनुमान जी के कितने नाम है ?

हनुमान जयंती कब और क्यों मनाई जाती है

Hanuman Jayanti Kab Hai: हिन्‍दू कैलेंडर के मुताबिक चैत्र शुक्‍ल की पूर्णिमा तिथि को श्री हनुमान जयंती पूरे भारत में मनाई जाती  है | ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह पर्व मार्च या अप्रैल महीने होता है | वर्ष 2023 में हुनमान जयंती 6 अप्रैल को है | आपको बता दें कि भक्‍त अपनी-अपनी मान्‍यताओं के मुताबिक अलग-अलग दिन हनुमान जयंती मनाते हैं | उत्तर भारत में चैत्र शुक्‍ल पूर्णिमा के दिन मनाई जाने वाली हनुमान जयंती भारत में बहुत अधिक लोकप्रिय है |

हनुमान जयंती का महत्‍व

Hanuman Jayanti Kyu Manaya Jata Hai: हनुमान भक्‍तों के लिए इस जयंती का विशेष महत्‍व होता है, इस दिन हनुमान जी को प्रसन्‍न करने के लिए पूरे दिन व्रत रखते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, इसमें कई भक्त सुन्दर कांड का भी पाठ करते है | कोई – कोई भक्त पांच या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करते है, इस अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन भी होता है | घरों और मंदिरों में भजन-कीर्तन के कार्यक्रम भी किये जाते हैं | इसके साथ ही हनुमान जी को प्रसन्‍न करने हेतु सिंदूर भी चढ़ाया जाता है | शाम की आरती और पूजन बाद भक्‍तों में प्रसाद का वितरण किया जाता है जिससे मनो कामना पूर्ण होती है | कई स्थानों पर श्री हनुमान जयंती में मेला का भी आयोजन किया जाता है |

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हनुमान जयंती की पूजन विधि

  1. हनुमान जयंती में सुबह उठकर सिया-राम जी और हनुमान जी का स्मरण करे |
  2. इसके बाद स्‍नान करके हनुमान जी का ध्‍यान करें और व्रत का संकल्‍प लें |
  3. अब स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करे और हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना पूर्व दिशा में करे, और हनुमान जी मूर्ति खड़ी अवस्‍था में हो तो ज्यादा अच्छा होगा |
  4. अब पूजा करते समय ‘ॐ श्री हनुमंते नम:’ मंत्र का जाप करें |
  5. और हनुमान जी को सिंदूर भी चढ़ाएं |
  6. पूजन करते समय हनुमान जी को पान का बीड़ा चढ़ाएं |
  7. अब भगवान से मंगल कामना करते हुए इमरती का भोग लगाए तो ज्यादा शुभ होगा है |
  8. हनुमान जयंती के अवसर पर रामचरितमानस के सुंदर कांड और हनुमान चालीसा का पाठ करना सुखदायी सिद्ध होगा |
  9. आरती के बाद गुड़-चने का या फिर मोदक का प्रसाद बांटें |

यहाँ आपको हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के विषय में जानकारी दी गई | यदि इससे सम्बंधित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |

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